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  • जर ती असती - 3

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  • Love at First Slight - 29

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  • राजा और दो पुत्रियाँ

    1. बाल कहानी - अनोखा सिक्काएक राजा के दो पुत्रियाँ थीं । दोनों ही बहुत ही समझदार...

કભી ખુશી કભી ગમ By PANKAJ BHATT

એનાઉન્સમેન્ટ બાદ પડદો ખુલે છે સ્ટેજ ઉપર લાઈટ આવે છે બોલીવુડ સોંગ ચાલુ છે નીલમ અને પરમ ડાન્સ કરી રહ્યા છે “તેરી બાતો મેં એસા ઉલજા જીયા “ વીણા બેન ડાઇનિંગ ટેબલ પર બેઠા શાક કાપી રહ્ય...

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अजून ही बरसात आहे ..... By Dhanashree Pisal

राधा .....एक पंचवीस वर्षाची तरुणी ......हो ....तरुणीचं........कारण तिची स्वप्ने ही अजून तरूनच होती ...... नेहमी हसतमुख असणारी ....ओठांवर हसू ....आणी डोळ्यात एक अनोखी चमक ......सडपा...

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पुस्तक समीक्षा By Yashvant Kothari

पागल खाना पर पाठकीय प्रतिक्रिया याने समय का एक नपुंसक विद्रोह यशवंत कोठारी राजकमल ने ज्ञान चतुर्वेदी का पागलखाना छापा है.२७१ पन्नों का ५९५रु. का उपन्या...

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હમસફર By Jadeja Hinaba

શું વિચારો છો ? સર આ સાંભળીને અમન વિચાર માંથી જાણે બહાર આવી ગયો અને પી.એ ની સામે જોવે છે. અને જવાબ આપે છે. કંઈ ખાસ નહીં બસ એમ જ તમે કહો મિટીંગ માં કેટલી વાર છે.

પી .એ - અડધી કલ...

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तिलिस्मी कमल By Vikrant Kumar

चन्दनगढ़ पहाड़ की हसीन वादियों के बीच बसा एक छोटा सा राज्य था । जिसके राजा जयदेव सिंह थे जो अपने प्रजा को अपने पुत्र की तरह चाहते थे । राजा जयदेव सिंह के राज्य में प्रजा अपने अच्छे स...

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महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? By Captain Dharnidhar

आपने एक खेल कभी अपने बचपन मे खेला होगा दो दल बच्चो के बनाये जाते है एक दल घोड़ी बन जाता है दूसरे दल वाले उनकी पीठ पर बैठ जाते हैं फिर एक बच्चा पूछता है "धींगा ऊपर कौन चढ़ा ? चढ...

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నులి వెచ్చని వెన్నెల By sivaramakrishna kotra

ఈ నవల పూర్తిగా రచయిత యొక్క స్వంత ఆలోచనలతో వ్రాయబడినటువంటిది. ఏ ఇతర రచయిత యొక్క రచనకి అనువాదం కానీ, అనుకరణ కానీ కాదు. ఈ నవల ఎవరినీ ఉద్దేశించి వ్రాయబడినది కాదు. అలాగే ఏ సంఘటన తోటి ప్...

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हीर... By रितेश एम. भटनागर... शब्दकार

डिस्क्लेमर - ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है, इस कहानी का किसी भी तरह से किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है... कहानी को वास्तविक रंग देने के लिये कहानी की जरूरत के...

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अपराधबोध By Gajendra Kudmate

प्रेमाला उपमा नहीं हे देवाघरचे देणे हे देवाघरचे देणे, रेडिओवर हे सुरीले गीत सुरु होते आणि सारंश हा स्वतःतच मग्न होऊं ते ऐकत बसला होता. तेवढ्यात त्याचा कानावर पैंजन वाजण्याचा आवाज आ...

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भय का कहर.. By Abhishek Chaturvedi

गॉंव के किनारे पर स्थित एक प्राचीन हवेली थी, जिसे लोग "अन्धकार का किला" कहते थे। यह हवेली घने जंगल के बीचोबीच स्थित थी, जहां दिन में भी सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती थी। इस हव...

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तिलिस्मी कमल By Vikrant Kumar

चन्दनगढ़ पहाड़ की हसीन वादियों के बीच बसा एक छोटा सा राज्य था । जिसके राजा जयदेव सिंह थे जो अपने प्रजा को अपने पुत्र की तरह चाहते थे । राजा जयदेव सिंह के राज्य में प्रजा अपने अच्छे स...

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गॉंव के किनारे पर स्थित एक प्राचीन हवेली थी, जिसे लोग "अन्धकार का किला" कहते थे। यह हवेली घने जंगल के बीचोबीच स्थित थी, जहां दिन में भी सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती थी। इस हव...

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