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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Poems in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. They...Read More


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  • काव्यजीत - 1

    खबर नहीं शायद तुम्हेतेरे मेरे प्यार के पल वो अहसास गुजर रहेखबर नहीं तुम्हे शायद...

  • मेरे अनुभव मेरे ऐहसास

    ️️ मेरे अनुभव मेरे एहसास सोचा है मैंने आज.क्यों न... कलम उठकर कर दूं इनका पर्दा...

  • मेरे शब्द मेरी पहचान - 19

    ---- कुछ कहना था जो रह गया ----* क्या कहना था पता नहीं पर कुछ कहना था जो रह गया...

काव्यजीत - 1 By Kavya Soni

खबर नहीं शायद तुम्हेतेरे मेरे प्यार के पल वो अहसास गुजर रहेखबर नहीं तुम्हे शायद मगर ख्वाब प्यार केबिखर रहे हैतुम्हे अहसास नहीं बहुत कुछ बदल रहा हैरहते थे जिस अंदाज हम पहलेशायद मौसम...

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मी आणि माझे अहसास - 74 By Darshita Babubhai Shah

तुम्हाला कोणता सुंदर गुन्हा करायचा आहे? तुम्हाला विश्वाला स्वर्ग बनवायचा आहे का?   प्रत्येकाला तुमच्यासारखेच हृदय आहे असे समजू नका. मित्रा, तुला स्वतःला पराभूत करायचे आहे. &nb...

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HAPPINESS - 78 By Darshita Babubhai Shah

What kind of beautiful crime do you want to commit? Do you want to make the universe a paradise?   Don't consider everyone as having the same heart as you. Friend, you wan...

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હું અને મારા અહસાસ - 82 By Darshita Babubhai Shah

તમે કેવો સુંદર ગુનો કરવા માંગો છો? શું તમે બ્રહ્માંડને સ્વર્ગ બનાવવા માંગો છો?   દરેકને તમારા જેવું જ હૃદય ન ગણો. દોસ્ત, તું તારી જાતને હરાવવા માંગે છે.   ખૂબ જ અપ્રમાણિક...

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में और मेरे अहसास - 88 By Darshita Babubhai Shah

ये कैसा हसीन गुनाह करना चाहते हो l क़ायनात को फिरदौस बनाना चाहते हो ll   सब को अपने जैसा दिल वाला ना समझ l सखी खुद से ही खुद को हराना चाहते हो ll   बड़े बेईमान, पढ़े लिखे...

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गुलदस्ता - 10 By Madhavi Marathe

    ५५ जीवन मतलब कल्पना और वास्तविकता का मिलाफ इन दोनों राहों पर अकेले ही चलना पडता है जनाब ---------------------------------- जीवन एक लोहे के जैसा है उसे मेहनत का परिसस्पर्श मिल ग...

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मेरे अनुभव मेरे ऐहसास By Devaki Ďěvjěěţ Singh

️️ मेरे अनुभव मेरे एहसास सोचा है मैंने आज.क्यों न... कलम उठकर कर दूं इनका पर्दाफाश ️️बस इतना सा जान लो मुझको....दिल की क़लम से लिखते हैं अपने ज़ज्बात....चेहरे पर लिए फिरते हैं ढाई...

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دل تیرے نام By Darshita Babubhai Shah

میں اور میرا کرشن   کرشن کی دیوانہ بانسری آج لوگوں کو دیوانہ بنا رہی ہے۔ کرشن کی آشا میں جنگلوں اور باغوں کو دھنوں سے سجایا جا رہا ہے۔   کچھ زخم پختہ ہو چکے ہیں اور درد ک...

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বউল বাতাস - 5 By Joy Bandyopadhyay

পান পাতার গানতোমার ঘরে ক্যান্ডেল লাইট ডিনার আমার ঘরে শ্মশানের চিতা দাউ দাউ কাদা পায়ে হাটু জলে এক আঁজলা গঙ্গাজল ছাই ঘেঁটে খুঁজে বেড়াই অচেনা নাভি টুকরো টুকরো পুরোনো স্মৃতি হাতড়াই প্র...

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નિંદ્રા આગમન- સ્વ રચિત હાલરડાં સંગ્રહ By Dr.Sarita

વર્તમાન સમયમાં વિસરાતો સાહિત્ય પ્રકાર એટલે હાલરડું માતાના સ્નેહાળ કંઠે ગવાતું સુરીલું ગાન બાળકને મીઠી નીંદરમાં પોઢાડે છે.એવા જ કેટલાક સ્વ રચિત હાલરડાં રચવાનો મારો આ પ્રયાસ છે.હાલરડ...

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क्षणभंगुर प्रेम - पहिला कवितासंग्रह By Durgesh Borse

मैत्री आता उरली नव्हती...आज पुन्हा वाट पाहत होतो तुझी मी,वाटलं अजुन एक कविता ऐकविल मी,माझ्या या अंतरंगातील भरले गेले रंग,तु नाही आली म्हणून ते झाले भंग,विचार करू लागलो मी, का आली न...

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मेरे शब्द मेरी पहचान - 19 By Shruti Sharma

---- कुछ कहना था जो रह गया ----* क्या कहना था पता नहीं पर कुछ कहना था जो रह गया ।समझना बाकी था अभी मेरा कुछ बताना था जो रह गया ।अभी तो जी भर के पढ़ा ही नहीं कुछ लिखना था जो रह गया...

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فتح By Darshita Babubhai Shah

یادوں کے کھنڈرات میں رہتے ہیں میں اور میرا کرشن   کرشن کی دیوانہ بانسری آج لوگوں کو دیوانہ بنا رہی ہے۔ کرشن کی آشا میں جنگلوں اور باغوں کو دھنوں سے سجایا جا رہا ہے۔   کچھ...

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मेरे अल्फाज़ By Desai Pragati

1] प्रकृति प्रकृति को ख़रीद ने चला हे इंसान,जिसकी गोद में बड़ा हुवा उसीका भूल के अहेसान.कुदरत की दी गई चिज़ो पर हक जमाने चला हे,विपता के लिए फिर तैयार रहो जो होगा घमासान.कोई चाँद प...

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MOTHER THE GIVER By Deepankar Sikder

long ago our originator was a fire ballwas a place not suitable for life,The unexpected still happened as after years of cooldown life slowly but gradually began to bloom.Progress...

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ریت کا قلعہ By Darshita Babubhai Shah

ریت کا قلعہ بنایا یہ ایک خوبصورت گھر تھا   ایک ساتھ رہنے کے لئے خواہشات کے ساتھ سجایا   تماشائیوں کو بھی رشک کرنے دو بڑی دلچسپی سے سجایا گیا تھا۔   محبت کی علامت کے...

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Relationship Between Mom And Daughter.... By Aanchal Singh

It felt different, there was a change.The salt seemed to be lesser than usual.I requested my mother for some salt and as I looked at her, I realised the other change.My mother wasn...

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मुक्त हो जाना चाहा मैने By Suman Kumavat

हाँ.. मुक्त हो जाना चाहा मैने सारे स्नेह बंधनो से अपने ही बनाये तमाम घेरो से और तुम्हारे बनाये मर्यादा की चौखटों से मुक्त होकर उड़ जाना चाहती हूँ धुंए की तरह दूर आसमान के अनाम कोनो...

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कविता संग्रह By DINESH KUMAR KEER

1 बिछड़न......... जब अगले साल यही वक़्त आ रहा होगा... ये कौन जानता है कौन किस जगह होगा... तू मेरे सामने बैठा है और मैं सोचता हूँ... के आते लम्हों में जीना भी इक सज़ा होगा... यही जगह...

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शैलेन्द्र बुधौलिया की कवितायेँ - 7 By शैलेंद्र् बुधौलिया

    दोहा   होरी के हुड़दंग में सब यैसे हुरयात ऊँच नीच छोटे बड़े आपस में मिलजात   एक दूजे को परस्पर जब हम रंग लगात मूठा देत गुलाल कौ भेदभाव मिट जात   भुला ईर...

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ગઝલ - એ - ઇશ્ક - 11 By Nency R. Solanki

(૧) દિવાસળીડગલી માંડી જ્યારે એ લાડકી એ,પગલી સમજી મારી એને લાકડીએ!કુતુહલ એને અવનવું જાણે કંઈક,સમાજને ક્યા મંજૂર આંખલડી એ!મરે કુખમાં અને મરે જીવતી જાગતી,દયાને તો જાણે છોડી પાલવડી એ !...

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عزیز By Darshita Babubhai Shah

زندگی پیدائش اور موت کا کھیل ہے۔ سنو انسان خدا کی عبادت کرتا ہے۔   جاتے وقت ہتھیلیاں خالی ہوتی ہیں۔ ہو سکے تو زندگی میں سادگی رکھیں   بہت کچھ پیچھے رہ جاتا ہے ہر لمحہ تاز...

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काव्यजीत - 1 By Kavya Soni

खबर नहीं शायद तुम्हेतेरे मेरे प्यार के पल वो अहसास गुजर रहेखबर नहीं तुम्हे शायद मगर ख्वाब प्यार केबिखर रहे हैतुम्हे अहसास नहीं बहुत कुछ बदल रहा हैरहते थे जिस अंदाज हम पहलेशायद मौसम...

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मी आणि माझे अहसास - 74 By Darshita Babubhai Shah

तुम्हाला कोणता सुंदर गुन्हा करायचा आहे? तुम्हाला विश्वाला स्वर्ग बनवायचा आहे का?   प्रत्येकाला तुमच्यासारखेच हृदय आहे असे समजू नका. मित्रा, तुला स्वतःला पराभूत करायचे आहे. &nb...

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HAPPINESS - 78 By Darshita Babubhai Shah

What kind of beautiful crime do you want to commit? Do you want to make the universe a paradise?   Don't consider everyone as having the same heart as you. Friend, you wan...

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હું અને મારા અહસાસ - 82 By Darshita Babubhai Shah

તમે કેવો સુંદર ગુનો કરવા માંગો છો? શું તમે બ્રહ્માંડને સ્વર્ગ બનાવવા માંગો છો?   દરેકને તમારા જેવું જ હૃદય ન ગણો. દોસ્ત, તું તારી જાતને હરાવવા માંગે છે.   ખૂબ જ અપ્રમાણિક...

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में और मेरे अहसास - 88 By Darshita Babubhai Shah

ये कैसा हसीन गुनाह करना चाहते हो l क़ायनात को फिरदौस बनाना चाहते हो ll   सब को अपने जैसा दिल वाला ना समझ l सखी खुद से ही खुद को हराना चाहते हो ll   बड़े बेईमान, पढ़े लिखे...

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गुलदस्ता - 10 By Madhavi Marathe

    ५५ जीवन मतलब कल्पना और वास्तविकता का मिलाफ इन दोनों राहों पर अकेले ही चलना पडता है जनाब ---------------------------------- जीवन एक लोहे के जैसा है उसे मेहनत का परिसस्पर्श मिल ग...

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मेरे अनुभव मेरे ऐहसास By Devaki Ďěvjěěţ Singh

️️ मेरे अनुभव मेरे एहसास सोचा है मैंने आज.क्यों न... कलम उठकर कर दूं इनका पर्दाफाश ️️बस इतना सा जान लो मुझको....दिल की क़लम से लिखते हैं अपने ज़ज्बात....चेहरे पर लिए फिरते हैं ढाई...

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دل تیرے نام By Darshita Babubhai Shah

میں اور میرا کرشن   کرشن کی دیوانہ بانسری آج لوگوں کو دیوانہ بنا رہی ہے۔ کرشن کی آشا میں جنگلوں اور باغوں کو دھنوں سے سجایا جا رہا ہے۔   کچھ زخم پختہ ہو چکے ہیں اور درد ک...

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বউল বাতাস - 5 By Joy Bandyopadhyay

পান পাতার গানতোমার ঘরে ক্যান্ডেল লাইট ডিনার আমার ঘরে শ্মশানের চিতা দাউ দাউ কাদা পায়ে হাটু জলে এক আঁজলা গঙ্গাজল ছাই ঘেঁটে খুঁজে বেড়াই অচেনা নাভি টুকরো টুকরো পুরোনো স্মৃতি হাতড়াই প্র...

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નિંદ્રા આગમન- સ્વ રચિત હાલરડાં સંગ્રહ By Dr.Sarita

વર્તમાન સમયમાં વિસરાતો સાહિત્ય પ્રકાર એટલે હાલરડું માતાના સ્નેહાળ કંઠે ગવાતું સુરીલું ગાન બાળકને મીઠી નીંદરમાં પોઢાડે છે.એવા જ કેટલાક સ્વ રચિત હાલરડાં રચવાનો મારો આ પ્રયાસ છે.હાલરડ...

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क्षणभंगुर प्रेम - पहिला कवितासंग्रह By Durgesh Borse

मैत्री आता उरली नव्हती...आज पुन्हा वाट पाहत होतो तुझी मी,वाटलं अजुन एक कविता ऐकविल मी,माझ्या या अंतरंगातील भरले गेले रंग,तु नाही आली म्हणून ते झाले भंग,विचार करू लागलो मी, का आली न...

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मेरे शब्द मेरी पहचान - 19 By Shruti Sharma

---- कुछ कहना था जो रह गया ----* क्या कहना था पता नहीं पर कुछ कहना था जो रह गया ।समझना बाकी था अभी मेरा कुछ बताना था जो रह गया ।अभी तो जी भर के पढ़ा ही नहीं कुछ लिखना था जो रह गया...

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فتح By Darshita Babubhai Shah

یادوں کے کھنڈرات میں رہتے ہیں میں اور میرا کرشن   کرشن کی دیوانہ بانسری آج لوگوں کو دیوانہ بنا رہی ہے۔ کرشن کی آشا میں جنگلوں اور باغوں کو دھنوں سے سجایا جا رہا ہے۔   کچھ...

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मेरे अल्फाज़ By Desai Pragati

1] प्रकृति प्रकृति को ख़रीद ने चला हे इंसान,जिसकी गोद में बड़ा हुवा उसीका भूल के अहेसान.कुदरत की दी गई चिज़ो पर हक जमाने चला हे,विपता के लिए फिर तैयार रहो जो होगा घमासान.कोई चाँद प...

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MOTHER THE GIVER By Deepankar Sikder

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ریت کا قلعہ By Darshita Babubhai Shah

ریت کا قلعہ بنایا یہ ایک خوبصورت گھر تھا   ایک ساتھ رہنے کے لئے خواہشات کے ساتھ سجایا   تماشائیوں کو بھی رشک کرنے دو بڑی دلچسپی سے سجایا گیا تھا۔   محبت کی علامت کے...

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Relationship Between Mom And Daughter.... By Aanchal Singh

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मुक्त हो जाना चाहा मैने By Suman Kumavat

हाँ.. मुक्त हो जाना चाहा मैने सारे स्नेह बंधनो से अपने ही बनाये तमाम घेरो से और तुम्हारे बनाये मर्यादा की चौखटों से मुक्त होकर उड़ जाना चाहती हूँ धुंए की तरह दूर आसमान के अनाम कोनो...

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कविता संग्रह By DINESH KUMAR KEER

1 बिछड़न......... जब अगले साल यही वक़्त आ रहा होगा... ये कौन जानता है कौन किस जगह होगा... तू मेरे सामने बैठा है और मैं सोचता हूँ... के आते लम्हों में जीना भी इक सज़ा होगा... यही जगह...

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शैलेन्द्र बुधौलिया की कवितायेँ - 7 By शैलेंद्र् बुधौलिया

    दोहा   होरी के हुड़दंग में सब यैसे हुरयात ऊँच नीच छोटे बड़े आपस में मिलजात   एक दूजे को परस्पर जब हम रंग लगात मूठा देत गुलाल कौ भेदभाव मिट जात   भुला ईर...

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ગઝલ - એ - ઇશ્ક - 11 By Nency R. Solanki

(૧) દિવાસળીડગલી માંડી જ્યારે એ લાડકી એ,પગલી સમજી મારી એને લાકડીએ!કુતુહલ એને અવનવું જાણે કંઈક,સમાજને ક્યા મંજૂર આંખલડી એ!મરે કુખમાં અને મરે જીવતી જાગતી,દયાને તો જાણે છોડી પાલવડી એ !...

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عزیز By Darshita Babubhai Shah

زندگی پیدائش اور موت کا کھیل ہے۔ سنو انسان خدا کی عبادت کرتا ہے۔   جاتے وقت ہتھیلیاں خالی ہوتی ہیں۔ ہو سکے تو زندگی میں سادگی رکھیں   بہت کچھ پیچھے رہ جاتا ہے ہر لمحہ تاز...

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