Best Short Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultur...Read More


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  • अधांतर

    सकाळचे साडेदहा वाजत आले होते नुकतीच ती होस्टेल  बाहेर पडली आणि झप झप बस कडे चालु...

  • बृजलाल की ज़िद

    छूत के डर से घर वालों ने मां को छत वाला कमरा दे रखा था । हम नीचे वालों को इस कड़...

  • સોલમેટસ - 4

    આગળના ભાગમાં તમે જોયું કે રુશી પાસે અદિતિની ડાયરી હોઈ છે. આરવને ડાયરી જોતા જ અદિ...

हैवनली हेल By Neelam Kulshreshtha

स्वर्ग नर्क के बीच चुनौती देती व जीतती स्त्री स्वर्गीय चंद्रमौलेश्वर प्रसाद, हैदराबाद स्त्री विमर्श पर आजकल कई लेखिकाएं कलम चला रही हैं जिनमें नीलम कुलश्रेष्ठ का नाम अग्रणी रचनाकार...

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You Are My Choice - 44 By Butterfly

आकाश तकरीबन दस बजे घर में आया। तब तक सब डिनर कर चुके थे। आकाश ने सबसे अपनी मां के रूम में देखा तो वह भी सो चुकी थी। कुछ दिनों से वह बहुत व्यस्त था अपने काम में, जिस वजह से उनसे ठीक...

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दरियादिली By Deepak sharma

“चार नंबर की यह पेशंट आज आई?” नाइट ड्यूटी का चार्ज अपने सहयोगी डाक्टर से लेते समय मैं ने पूछा ।  “हां,इसके स्पाइनल टैप ने बताया,यह बैक्टीरियल मैनिनजाइटस का क...

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જીવન ની કાયા કલ્પ - ભાગ 1 By Rohan Joshi

પ્રસ્થાવના            આજના હરિફાઈના સમય માં એવી ફરિયાદો રહે છે. કે, અમે મહેનત તો ઘણી કરીએ છીએ પણ સફળ થતા નથી તો આનો અર્થ એવો થાય કે, કાતો મહેનત ખોટી દિશામાં થાય છે અથવાતો યોગ્ય માર...

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मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ - 17 By राज कुमार कांदु

  लघुकथा क्रमांक : 45  चिर युवा - गाँधी राष्ट्रपिता की प्रतिमा के समक्ष कुछ झुकते हुए वह स्वयंघोषित महामानव बुदबुदाया, "खुद पर और ना इतराना ! झुका तो मैं अपने गुरु के पाँ...

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विचित्र संख्या By उषा जरवाल

    भारत विश्वगुरु कहलाता था | आध्यात्म, शिक्षा, चिकित्सा, विज्ञान कोई भी क्षेत्र हो भारत हर क्षेत्र में अग्रणी ही था | जिन चीजों का आविष्कार आज के वैज्ञानिक कर रहे हैं वो भारत के...

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दोस्तों, मदद मीठी होती हैं. By Piyush Goel

मेरे एक मित्र हैं जिनका नाम पीयूष गोयल हैं जो करीब ५७ साल के हैं,मेरी उम्र करीब ३५ साल की हैं, मैं अक्सर पीयूष जी के पास १-२ घंटे जरूर बैठता हूँ,मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता ह...

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अधांतर By Vrishali Gotkhindikar

सकाळचे साडेदहा वाजत आले होते नुकतीच ती होस्टेल  बाहेर पडली आणि झप झप बस कडे चालु लागली अगदी एक मिनिटाच्या वळणा वर होता बस स्टॉप तीचा ...तिथे पोचताच तिला बस दिसली आणि थोडे धावत तिने...

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वह बुद्धू लड़का By S Sinha

                                                             वह बुद्धू लड़का      हीरापुर  गाँव में ज्यादातर गरीब किसान रहते थे  .  गाँव न  ज्यादा छोटा न ज्यादा बड़ा था  . करीब 800 ल...

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स्वप्न बसेरा ... हुआ मेरा By उषा जरवाल

दो साल पहले की बात है, जब  हमने गुरुग्राम में अपना नया घर लिया था | हमारा बजट अधिकतम 80 – 90 लाख का ही था लेकिन जब घर खरीदने निकले तो गुरुग्राम जैसी जगह पर इतने बजट में घर तो खूब म...

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बृजलाल की ज़िद By Deepak sharma

छूत के डर से घर वालों ने मां को छत वाला कमरा दे रखा था । हम नीचे वालों को इस कड़े आदेश के साथ,ऊपर अब कोई नहीं जाएगा । मां के पास केवल बहन बनी रहती थीॅ । वह हम पांचों भाइयों से बड़ी...

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आदत By Aditya Kori

हम सभी को कभी न कभी किसी न किसी की आदत जरूर लगी होगी फिर वो चाहे आदत चीजों की हो या फिर इंसानों की पर हम ये भूल जाते है कि ये आदतें अंत में हमारे ही दुख का कारण बन जाती है तो ऐसी ह...

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The Wall By S Sinha

                                                        The Wall   One day Meera Devi called her daughter and said “ Ragini Beta , Suresh is pressuring me to partition our house ....

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माकर संक्रांत आणि तिळाचा हलवा By Vrishali Gotkhindikar

मकर संक्रान्त आणि तिळाचा काटेरी हलवा मकर संक्रांतीला तिळगुळ घ्या गोड बोला असे म्हणून आपण एकमेकांना तिळगुळ देतो .आपापसातील प्रेम जागृत राहावे कधी चुकून मतभेद झाले तरी ते विसरले जावे...

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ભરોસાની કિંમત By R D Digital

કહાની: ભરોસાની કિંમત ગુજરાત રાજ્યના મહેસાણા શહેરમાં દિવ્યરાજ નામનો એક યુવાન રહેતો હતો. દિવ્યરાજ એક મહેનતી અને મહત્ત્વાકાંક્ષી છોકરો હતો. એનું સપનું હતું કે તે યુરોપ જઈને પોતાની કાર...

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The Guards on a Thief By Kishore Sharma Saraswat

The Guards on a Thief   Pandey Ji had a small family, consisting of himself, his wife, and their two sons. Every day in the morning, everyone had to go out of the house. The elder...

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అనుకోకుండా ఒక రోజు By Bk swan and lotus translators

అనుకోకుండా ఒక రోజురచన - బీకే. సాయి శ్యాం మనోహర్సూర్యనారాయణ పురం, విజయవాడ ఓంశాంతి నా పేరు బీకే సాయి శ్యాం మనోహర్ కనగాల. డిగ్రీ వరకూ చదువుకున్నాను.వయసు ముప్పైఆరు.నా స్నేహితుల్లో చాలా...

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સોલમેટસ - 4 By Priyanka

આગળના ભાગમાં તમે જોયું કે રુશી પાસે અદિતિની ડાયરી હોઈ છે. આરવને ડાયરી જોતા જ અદિતિ સાથે ગાળેલો સમય યાદ આવી જાય છે અને રુશીને રીક્વેસ્ટ કરે છે કે તે ડાયરી પોલીસને સોપે એના કરતા એને...

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देवी अन्नपूर्णा आणि इतर आठवणी By Vrishali Gotkhindikar

देवी अन्नपूर्णा आणि आणि आठवणी मध्यंतरी एका हॉटेलमध्ये गेले तेव्हा अन्नपूर्णेची एक दुर्मिळ तस्वीर दिसली फोटो पाहून मन अतिशय प्रसन्न झालेलगेच तो मोबाईल मध्ये कैद केला   अन्नपूर्णा या...

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શેડ્સ ઓફ પિડિયા- લાગણીઓનો દરિયો - 20 - ડૉક્ટર વિરુદ્ધ ડૉક્ટર By Herat Virendra Udavat

ડૉક્ટર વિરુદ્ધ ડૉક્ટર ગવર્નમેન્ટ હોસ્પિટલમાં રેસીડેન્સી કરવી અને પ્રાઇવેટ હોસ્પિટલને ચલાવવી એ બંને વસ્તુમાં હાથી ઘોડાનો અંતર રહેલો છે. સરકારી દવાખાનામાં તમારી ઉપર કન્સલ્ટન્ટ તબીબ અ...

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અશોક સુંદરી By Jaypandya Pandyajay

અશોક સુંદરી  ભગવાન શ્રી મહાદેવ વિશે આપણે સૌ જાણીએ છીએ. તથા તેમના પરિવારમાં માતા પાર્વતી, પુત્ર ગણેશ અને કાર્તિકે છે. શું તમે જાણો છો કે આ સિવાય પણ ભગવાન શંકરને એક દીકરી છે? હા ભગવા...

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સુધા મૂર્તિ (મનની વાત) માંથી By Tanu Kadri

ભારતભરની બધી જ ભાષાઓમાં સંસ્કૃતના એક બહુ જ वाज्यनु लाषांतर थधुं छे, यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवतां (१४- પૂજાય છે, ત્યાં દેવતાઓનો વાસ થાય છે.) ભારત દેશમાં સ્ત્રીઓની જોત...

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रक्षण By Deepak sharma

मेरी नींद नए आए यात्रियों ने तोड़ी।  “देखो तो यह सवारी कैसे मुंह ढांप कर सो रही है।” “जब कि अभी शाम के आठ ही तो बजे हैं।” दोनों पुरुष स्वर थे। निष्ठुर...

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माहेरची साडी By Vrishali Gotkhindikar

माहेर ची साडी ..**************बँकेत काम करताना जसे काम जबाबदारीचे असते तसेच रुटीन मध्ये काही गमती जमती पण घडत असतात .कामे तर चालूच असतात पण आपण पण त्या गमतींचा आनंद घ्यायचा असतो अस...

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True Love By Misha Nayra

Hello everyone this is a short story so, please give me ratings about this because I am not good in writing short stories. A girl name Ashika and Aman is in relationship but Ashika...

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પિતા By darshana desai kakadiya

   ‍"માઁ " વિશે તો કાયમ સાંભળતા જ હોઈએ છીએ આજે આપણે વાત કરીએ એક પિતા ની કે જેનું જીવન કેટલું મુશ્કેલી ભર્યું હોય છે. એમ કેહવાય છે કે જે માત્ર ને માત્ર પોતાના સંતાન માટેજ જીવે છે.  ...

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चैत्रगौर हळदी कुंकू By Vrishali Gotkhindikar

#चैत्र#गौरीची_तीज #चैत्रगौरीचे_हळदी_कुंकूचैत्र गौरींचे हळदी कुंकू हा चैत्र महिन्यात मराठी स्त्रिया साजरा करीत असलेला एक पारंपरिक सोहळा आहे. स्त्रिया आपापल्या घरी हा समारंभ साजरा कर...

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Grandpa By Kishore Sharma Saraswat

 Grandpa Grandpa was very generous and kind-hearted. But the dignity of his glowing face told a different story. He was having a very strong and healthy body, big mustaches on the...

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हरतालिका By Vrishali Gotkhindikar

हरतालिका व्रत करून पार्वतीने शिव शंकराला प्रसन्न करून घेतले होते .माझ्या माहेरी हरतालिकेचा उपास कडक नव्हता .आई खिचडी, दुध फळे असे काही खाऊन उपास करीत असे .मी अगदी हट्टाने अगदी निर्...

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આદતો By Harshad Kanaiyalal Ashodiya

लोभात्क्रोधः प्रभवति लोभात्कामः प्रजायते ।लोभान्मोहश्च नाशश्च लोभः पापस्य कारणम् ।।(हितोपदेश, मित्रलाभ, २७)એટલે કે લોભમાંથી ક્રોધની ભાવના ઉત્પન્ન થાય છે, લોભમાંથી કામના કે ઈચ્છા ઉત...

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जंगल, पेड़ और बाज By DINESH KUMAR KEER

  मृत्यु से बड़ा भयजंगल में एक पेड़ पर दो बाज प्रेमपूर्वक रहते थे। दोनों शिकार की तलाश में निकलते और जो भी हाथ लगता शाम को उसे मिल बांटकर खाते। लंबे काल-खंड से यही क्रम चल रहा था। ए...

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भूखे मरने की नौबत By LOTUS

पूरे देश योजना प्राणी संगतों ने बांग्लादेश में धार्मिकथाको करने, प्रति करने, हिंदू बहू-बेटियों की संपतीतों पर कल्यण करने मंदिरों की करके पैरों से कुचलने जैसी बढ़ती वारदातों से आज ल...

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बांग्लादेश के खिलाफ गुस्सा By LOTUS

बा वर्ष में भारी नाराजगी देखी जा रही है। भारत का हर राष्ट्रभक्तमें इस हो निव को इदुर सोम पर टक ही चार नक र नाएस्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ पूरे भारत खफा है। लगभग...

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I BET YOU NEVER THOUGHT THIS By Shreeya Desai

Gen Z has made childhood trauma, absent parents issues a trend, apparently flexing that they have those issues, I hate the one to break it to you but if one really has issues they...

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डाकखाने में By Deepak sharma

 उन्नीस सौ बानवे के जिन दिनों कस्बापुर के एक पुराने डाकखाने में जब मैं सब पोस्ट मास्टर के पद पर नियुक्त हुआ था,तो मैं नहीं जानता था अस्सी वर्षीय मणिराम मेेरे डाकखाने पर रोज़ क...

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उसकी यादों की तस्वीर By R B Chavda

सर्द सुबह का मौसम था। कमरे में हल्की सी ठंडक थी, लेकिन दिल में एक गर्मी थी, जो उसे याद करने से पैदा हो रही थी। सूरज की हल्की किरणें खिड़की से छनकर कमरे में आ रही थीं, पर मेरे दिल क...

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उत्तराधिकारी By DINESH KUMAR KEER

 राजा का उत्तराधिकारी एक बार की बात है। एक राज्य में नंदाराम नाम का एक राजा हुआ करता था। वह बहुत ईमानदार और साहसी था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था। उसके राज्य में सभी लोग उससे ख...

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मज़बूत बनकर लौटा समन्दर By LOTUS

भा आह के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेकरसतीष करता पार्टी के कुशल रणनीतिकार देवेंद्र फडणवीस ने यह प्रमाणित कर दिया कि महाराष्ट्र के असली चाणक्य यही हैं। बाकी भी अपने को चा...

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सार्वजनिक शौचालय By LOTUS

नमस्कार ! मैं एक टॉयलेट बोल रहा हूँ। जी हाँ, वही टॉयलेट जिसे संडास, पाखाना और शिष्ट भाषा में शौचालय के नाम से जाना जाता है, मैं वही चार दीवारों वाला शौचालय बोल रहा हूँ। वैसे मेरी ज...

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पाठशाला By Kishore Sharma Saraswat

पाठशालाअंग्रेजों का जमाना था। अशिक्षा, गरीबी और मूढ़ता का बोलबाला था। गाँव में जब कभी बाहर से कोई चिट्ठी या पत्र आ जाता तो उसे बाँचने वाला कोई न था। ऐसे में फिर पुरोहित व पाधा के घर...

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प्रबोध By Deepak sharma

  सन उन्नीस सौ पचास का वह दशक साल दर साल नया पन लाता रहा था। हमारी कस्बापुर रोड पर यदि किसी साल बर्फ़ का नया कारखाना खुला तो दूसरे साल कपास से धागा बनाने का। और यदि तीसरे...

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प्यार और विश्वास By DINESH KUMAR KEER

 गजराज और मूषकराज की दोस्तीएक बार की बात है, किसी नदी के किनारे एक शहर बसा हुआ था। एक बार वहां बहुत बारिश हुई, जिससे नदी ने अपना रास्ता बदल लिया। इससे शहर में पानी की कमी होने लगी,...

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वडील By Vrishali Gotkhindikar

पुण्यस्मरण  वडिलांचे आजच्या तिथीला वडिलांचे निधन झाले .आम्ही त्यांना काका म्हणायचो ...वडील निस्सीम गणपती भक्त होते .या तिथीलाच त्यांचा मृत्यू होणे हा एक योगायोगच ..त्यांचे नाव लक्ष...

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हैवनली हेल By Neelam Kulshreshtha

स्वर्ग नर्क के बीच चुनौती देती व जीतती स्त्री स्वर्गीय चंद्रमौलेश्वर प्रसाद, हैदराबाद स्त्री विमर्श पर आजकल कई लेखिकाएं कलम चला रही हैं जिनमें नीलम कुलश्रेष्ठ का नाम अग्रणी रचनाकार...

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You Are My Choice - 44 By Butterfly

आकाश तकरीबन दस बजे घर में आया। तब तक सब डिनर कर चुके थे। आकाश ने सबसे अपनी मां के रूम में देखा तो वह भी सो चुकी थी। कुछ दिनों से वह बहुत व्यस्त था अपने काम में, जिस वजह से उनसे ठीक...

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दरियादिली By Deepak sharma

“चार नंबर की यह पेशंट आज आई?” नाइट ड्यूटी का चार्ज अपने सहयोगी डाक्टर से लेते समय मैं ने पूछा ।  “हां,इसके स्पाइनल टैप ने बताया,यह बैक्टीरियल मैनिनजाइटस का क...

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જીવન ની કાયા કલ્પ - ભાગ 1 By Rohan Joshi

પ્રસ્થાવના            આજના હરિફાઈના સમય માં એવી ફરિયાદો રહે છે. કે, અમે મહેનત તો ઘણી કરીએ છીએ પણ સફળ થતા નથી તો આનો અર્થ એવો થાય કે, કાતો મહેનત ખોટી દિશામાં થાય છે અથવાતો યોગ્ય માર...

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मेरी चुनिंदा लघुकथाएँ - 17 By राज कुमार कांदु

  लघुकथा क्रमांक : 45  चिर युवा - गाँधी राष्ट्रपिता की प्रतिमा के समक्ष कुछ झुकते हुए वह स्वयंघोषित महामानव बुदबुदाया, "खुद पर और ना इतराना ! झुका तो मैं अपने गुरु के पाँ...

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विचित्र संख्या By उषा जरवाल

    भारत विश्वगुरु कहलाता था | आध्यात्म, शिक्षा, चिकित्सा, विज्ञान कोई भी क्षेत्र हो भारत हर क्षेत्र में अग्रणी ही था | जिन चीजों का आविष्कार आज के वैज्ञानिक कर रहे हैं वो भारत के...

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दोस्तों, मदद मीठी होती हैं. By Piyush Goel

मेरे एक मित्र हैं जिनका नाम पीयूष गोयल हैं जो करीब ५७ साल के हैं,मेरी उम्र करीब ३५ साल की हैं, मैं अक्सर पीयूष जी के पास १-२ घंटे जरूर बैठता हूँ,मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता ह...

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अधांतर By Vrishali Gotkhindikar

सकाळचे साडेदहा वाजत आले होते नुकतीच ती होस्टेल  बाहेर पडली आणि झप झप बस कडे चालु लागली अगदी एक मिनिटाच्या वळणा वर होता बस स्टॉप तीचा ...तिथे पोचताच तिला बस दिसली आणि थोडे धावत तिने...

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वह बुद्धू लड़का By S Sinha

                                                             वह बुद्धू लड़का      हीरापुर  गाँव में ज्यादातर गरीब किसान रहते थे  .  गाँव न  ज्यादा छोटा न ज्यादा बड़ा था  . करीब 800 ल...

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स्वप्न बसेरा ... हुआ मेरा By उषा जरवाल

दो साल पहले की बात है, जब  हमने गुरुग्राम में अपना नया घर लिया था | हमारा बजट अधिकतम 80 – 90 लाख का ही था लेकिन जब घर खरीदने निकले तो गुरुग्राम जैसी जगह पर इतने बजट में घर तो खूब म...

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बृजलाल की ज़िद By Deepak sharma

छूत के डर से घर वालों ने मां को छत वाला कमरा दे रखा था । हम नीचे वालों को इस कड़े आदेश के साथ,ऊपर अब कोई नहीं जाएगा । मां के पास केवल बहन बनी रहती थीॅ । वह हम पांचों भाइयों से बड़ी...

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आदत By Aditya Kori

हम सभी को कभी न कभी किसी न किसी की आदत जरूर लगी होगी फिर वो चाहे आदत चीजों की हो या फिर इंसानों की पर हम ये भूल जाते है कि ये आदतें अंत में हमारे ही दुख का कारण बन जाती है तो ऐसी ह...

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The Wall By S Sinha

                                                        The Wall   One day Meera Devi called her daughter and said “ Ragini Beta , Suresh is pressuring me to partition our house ....

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माकर संक्रांत आणि तिळाचा हलवा By Vrishali Gotkhindikar

मकर संक्रान्त आणि तिळाचा काटेरी हलवा मकर संक्रांतीला तिळगुळ घ्या गोड बोला असे म्हणून आपण एकमेकांना तिळगुळ देतो .आपापसातील प्रेम जागृत राहावे कधी चुकून मतभेद झाले तरी ते विसरले जावे...

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ભરોસાની કિંમત By R D Digital

કહાની: ભરોસાની કિંમત ગુજરાત રાજ્યના મહેસાણા શહેરમાં દિવ્યરાજ નામનો એક યુવાન રહેતો હતો. દિવ્યરાજ એક મહેનતી અને મહત્ત્વાકાંક્ષી છોકરો હતો. એનું સપનું હતું કે તે યુરોપ જઈને પોતાની કાર...

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The Guards on a Thief By Kishore Sharma Saraswat

The Guards on a Thief   Pandey Ji had a small family, consisting of himself, his wife, and their two sons. Every day in the morning, everyone had to go out of the house. The elder...

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అనుకోకుండా ఒక రోజు By Bk swan and lotus translators

అనుకోకుండా ఒక రోజురచన - బీకే. సాయి శ్యాం మనోహర్సూర్యనారాయణ పురం, విజయవాడ ఓంశాంతి నా పేరు బీకే సాయి శ్యాం మనోహర్ కనగాల. డిగ్రీ వరకూ చదువుకున్నాను.వయసు ముప్పైఆరు.నా స్నేహితుల్లో చాలా...

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સોલમેટસ - 4 By Priyanka

આગળના ભાગમાં તમે જોયું કે રુશી પાસે અદિતિની ડાયરી હોઈ છે. આરવને ડાયરી જોતા જ અદિતિ સાથે ગાળેલો સમય યાદ આવી જાય છે અને રુશીને રીક્વેસ્ટ કરે છે કે તે ડાયરી પોલીસને સોપે એના કરતા એને...

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देवी अन्नपूर्णा आणि इतर आठवणी By Vrishali Gotkhindikar

देवी अन्नपूर्णा आणि आणि आठवणी मध्यंतरी एका हॉटेलमध्ये गेले तेव्हा अन्नपूर्णेची एक दुर्मिळ तस्वीर दिसली फोटो पाहून मन अतिशय प्रसन्न झालेलगेच तो मोबाईल मध्ये कैद केला   अन्नपूर्णा या...

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શેડ્સ ઓફ પિડિયા- લાગણીઓનો દરિયો - 20 - ડૉક્ટર વિરુદ્ધ ડૉક્ટર By Herat Virendra Udavat

ડૉક્ટર વિરુદ્ધ ડૉક્ટર ગવર્નમેન્ટ હોસ્પિટલમાં રેસીડેન્સી કરવી અને પ્રાઇવેટ હોસ્પિટલને ચલાવવી એ બંને વસ્તુમાં હાથી ઘોડાનો અંતર રહેલો છે. સરકારી દવાખાનામાં તમારી ઉપર કન્સલ્ટન્ટ તબીબ અ...

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અશોક સુંદરી By Jaypandya Pandyajay

અશોક સુંદરી  ભગવાન શ્રી મહાદેવ વિશે આપણે સૌ જાણીએ છીએ. તથા તેમના પરિવારમાં માતા પાર્વતી, પુત્ર ગણેશ અને કાર્તિકે છે. શું તમે જાણો છો કે આ સિવાય પણ ભગવાન શંકરને એક દીકરી છે? હા ભગવા...

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સુધા મૂર્તિ (મનની વાત) માંથી By Tanu Kadri

ભારતભરની બધી જ ભાષાઓમાં સંસ્કૃતના એક બહુ જ वाज्यनु लाषांतर थधुं छे, यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवतां (१४- પૂજાય છે, ત્યાં દેવતાઓનો વાસ થાય છે.) ભારત દેશમાં સ્ત્રીઓની જોત...

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रक्षण By Deepak sharma

मेरी नींद नए आए यात्रियों ने तोड़ी।  “देखो तो यह सवारी कैसे मुंह ढांप कर सो रही है।” “जब कि अभी शाम के आठ ही तो बजे हैं।” दोनों पुरुष स्वर थे। निष्ठुर...

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माहेरची साडी By Vrishali Gotkhindikar

माहेर ची साडी ..**************बँकेत काम करताना जसे काम जबाबदारीचे असते तसेच रुटीन मध्ये काही गमती जमती पण घडत असतात .कामे तर चालूच असतात पण आपण पण त्या गमतींचा आनंद घ्यायचा असतो अस...

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True Love By Misha Nayra

Hello everyone this is a short story so, please give me ratings about this because I am not good in writing short stories. A girl name Ashika and Aman is in relationship but Ashika...

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પિતા By darshana desai kakadiya

   ‍"માઁ " વિશે તો કાયમ સાંભળતા જ હોઈએ છીએ આજે આપણે વાત કરીએ એક પિતા ની કે જેનું જીવન કેટલું મુશ્કેલી ભર્યું હોય છે. એમ કેહવાય છે કે જે માત્ર ને માત્ર પોતાના સંતાન માટેજ જીવે છે.  ...

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चैत्रगौर हळदी कुंकू By Vrishali Gotkhindikar

#चैत्र#गौरीची_तीज #चैत्रगौरीचे_हळदी_कुंकूचैत्र गौरींचे हळदी कुंकू हा चैत्र महिन्यात मराठी स्त्रिया साजरा करीत असलेला एक पारंपरिक सोहळा आहे. स्त्रिया आपापल्या घरी हा समारंभ साजरा कर...

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Grandpa By Kishore Sharma Saraswat

 Grandpa Grandpa was very generous and kind-hearted. But the dignity of his glowing face told a different story. He was having a very strong and healthy body, big mustaches on the...

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हरतालिका By Vrishali Gotkhindikar

हरतालिका व्रत करून पार्वतीने शिव शंकराला प्रसन्न करून घेतले होते .माझ्या माहेरी हरतालिकेचा उपास कडक नव्हता .आई खिचडी, दुध फळे असे काही खाऊन उपास करीत असे .मी अगदी हट्टाने अगदी निर्...

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આદતો By Harshad Kanaiyalal Ashodiya

लोभात्क्रोधः प्रभवति लोभात्कामः प्रजायते ।लोभान्मोहश्च नाशश्च लोभः पापस्य कारणम् ।।(हितोपदेश, मित्रलाभ, २७)એટલે કે લોભમાંથી ક્રોધની ભાવના ઉત્પન્ન થાય છે, લોભમાંથી કામના કે ઈચ્છા ઉત...

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जंगल, पेड़ और बाज By DINESH KUMAR KEER

  मृत्यु से बड़ा भयजंगल में एक पेड़ पर दो बाज प्रेमपूर्वक रहते थे। दोनों शिकार की तलाश में निकलते और जो भी हाथ लगता शाम को उसे मिल बांटकर खाते। लंबे काल-खंड से यही क्रम चल रहा था। ए...

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भूखे मरने की नौबत By LOTUS

पूरे देश योजना प्राणी संगतों ने बांग्लादेश में धार्मिकथाको करने, प्रति करने, हिंदू बहू-बेटियों की संपतीतों पर कल्यण करने मंदिरों की करके पैरों से कुचलने जैसी बढ़ती वारदातों से आज ल...

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बांग्लादेश के खिलाफ गुस्सा By LOTUS

बा वर्ष में भारी नाराजगी देखी जा रही है। भारत का हर राष्ट्रभक्तमें इस हो निव को इदुर सोम पर टक ही चार नक र नाएस्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ पूरे भारत खफा है। लगभग...

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I BET YOU NEVER THOUGHT THIS By Shreeya Desai

Gen Z has made childhood trauma, absent parents issues a trend, apparently flexing that they have those issues, I hate the one to break it to you but if one really has issues they...

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डाकखाने में By Deepak sharma

 उन्नीस सौ बानवे के जिन दिनों कस्बापुर के एक पुराने डाकखाने में जब मैं सब पोस्ट मास्टर के पद पर नियुक्त हुआ था,तो मैं नहीं जानता था अस्सी वर्षीय मणिराम मेेरे डाकखाने पर रोज़ क...

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उसकी यादों की तस्वीर By R B Chavda

सर्द सुबह का मौसम था। कमरे में हल्की सी ठंडक थी, लेकिन दिल में एक गर्मी थी, जो उसे याद करने से पैदा हो रही थी। सूरज की हल्की किरणें खिड़की से छनकर कमरे में आ रही थीं, पर मेरे दिल क...

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उत्तराधिकारी By DINESH KUMAR KEER

 राजा का उत्तराधिकारी एक बार की बात है। एक राज्य में नंदाराम नाम का एक राजा हुआ करता था। वह बहुत ईमानदार और साहसी था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था। उसके राज्य में सभी लोग उससे ख...

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मज़बूत बनकर लौटा समन्दर By LOTUS

भा आह के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेकरसतीष करता पार्टी के कुशल रणनीतिकार देवेंद्र फडणवीस ने यह प्रमाणित कर दिया कि महाराष्ट्र के असली चाणक्य यही हैं। बाकी भी अपने को चा...

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सार्वजनिक शौचालय By LOTUS

नमस्कार ! मैं एक टॉयलेट बोल रहा हूँ। जी हाँ, वही टॉयलेट जिसे संडास, पाखाना और शिष्ट भाषा में शौचालय के नाम से जाना जाता है, मैं वही चार दीवारों वाला शौचालय बोल रहा हूँ। वैसे मेरी ज...

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पाठशाला By Kishore Sharma Saraswat

पाठशालाअंग्रेजों का जमाना था। अशिक्षा, गरीबी और मूढ़ता का बोलबाला था। गाँव में जब कभी बाहर से कोई चिट्ठी या पत्र आ जाता तो उसे बाँचने वाला कोई न था। ऐसे में फिर पुरोहित व पाधा के घर...

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प्रबोध By Deepak sharma

  सन उन्नीस सौ पचास का वह दशक साल दर साल नया पन लाता रहा था। हमारी कस्बापुर रोड पर यदि किसी साल बर्फ़ का नया कारखाना खुला तो दूसरे साल कपास से धागा बनाने का। और यदि तीसरे...

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प्यार और विश्वास By DINESH KUMAR KEER

 गजराज और मूषकराज की दोस्तीएक बार की बात है, किसी नदी के किनारे एक शहर बसा हुआ था। एक बार वहां बहुत बारिश हुई, जिससे नदी ने अपना रास्ता बदल लिया। इससे शहर में पानी की कमी होने लगी,...

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वडील By Vrishali Gotkhindikar

पुण्यस्मरण  वडिलांचे आजच्या तिथीला वडिलांचे निधन झाले .आम्ही त्यांना काका म्हणायचो ...वडील निस्सीम गणपती भक्त होते .या तिथीलाच त्यांचा मृत्यू होणे हा एक योगायोगच ..त्यांचे नाव लक्ष...

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