Best Moral Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultur...Read More


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  • पर्दाफाश - भाग - 7

    पत्र पढ़ने के बाद वंदना ने उसे अपने पास रख लिया। इस समय उसे कुछ भी समझ में नहीं आ...

  • सन्यासी -- भाग - 14

    लच्छू को रोता हुआ देखकर लखनलाल घबरा गया और उसने उसके पास जाकर उसे झकझोरते हुए पू...

  • હું અને મારા એ

    'હું અને મારા એ'( વાર્તા છે એક પતિ અને પત્નીની..કપરા સંજોગોમાં પણ ખુશ રહ...

शोहरत का घमंड - 92 By shama parveen

तभी आलिया के पापा बोलते हैं, "साहब आप ये कैसी बात कर रहे हैं मेरी बेटी के बारे में, देखिए हम गरीब ज़रूर है, मगर गिरे हुए नही है जो इस तरह की गिरी हुई हरकते करेंगे"।तब आर्यन के डैड...

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ख्वाहिश,,,,कत्ल उम्मीदों का - भाग 3 By Paramjeet Kaur

भाग 3सुखविंदर जी अलका जी को समझा कर और हिम्मत रखने का बोल कर खुद पुलिस स्टेशन के लिए निकल गये थे। अलका जी ने सुखविंदर जी को तो बोल दिया था कि वह हिम्मत से काम लेंगी,,पर उनके लिए खु...

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पर्दाफाश - भाग - 7 By Ratna Pandey

पत्र पढ़ने के बाद वंदना ने उसे अपने पास रख लिया। इस समय उसे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था मानो उसका दिमाग शून्य में चला गया था। तभी द्वार पर दस्तक हुई, वंदना अपनी आंखों के आंसुओं को...

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लोकतंत्र का उत्सव By DINESH KUMAR KEER

1. लोकतंत्र का उत्सवएक छोटे से गाँव में एक साधारण - सा परिवार रहता था । परिवार में सभी लोग एक - दूसरे को बहुत ही प्यार करते थे और बहुत ही प्यार से रहते थे । उस परिवार में दो बेटे थ...

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मला स्पेस हवी पर्व १ - भाग ६२ By Meenakshi Vaidya

मला स्पेस हवी पर्व १ भाग 62   त्यादिवशी दुपारी अनुराधा नेहाचं जेवण आटोपून समोरच्या खोलीत गेली. त्यानंतर नेहा झोपण्याचा प्रयत्न करत असतानाच तिचा फोन वाजला फोनवर सुधीर नाव दिसता...

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सन्यासी -- भाग - 14 By Saroj Verma

लच्छू को रोता हुआ देखकर लखनलाल घबरा गया और उसने उसके पास जाकर उसे झकझोरते हुए पूछा... "का हुआ हमारी फागुनिया को,तू कुछ बोलता काहे नहीं है", "अब मैं क्या बोलूँ लखन! तू खुद ही चलकर द...

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હું અને મારા એ By Kaushik Dave

'હું અને મારા એ'( વાર્તા છે એક પતિ અને પત્નીની..કપરા સંજોગોમાં પણ ખુશ રહેવાની કોશિશ કરે છે. પતિ કમાવવા માટે શહેરમાં જવાની તૈયારી કરવાનો હોય છે પણ પત્નીને જણાવતો નથી. પતિ અન...

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તારી પીડાનો હું અનુભવી - ભાગ 13 By Dada Bhagwan

હવેની મીટિંગ કોઈ એવી જગ્યાએ હોય જ્યાં એ સંપૂર્ણપણે પોતાનું મન ખાલી કરી શકે. ત્યાર બાદ એ ભૂતકાળ એની પાસે પીડારૂપે નહીં પણ ફક્ત એક તારણરૂપે રહે, જે એને આગળની જિંદગીમાં ફરી એવી ભૂલો ક...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

-------------------------------------- क्या होगा दोस्तों मुँह फुलाकर? जीवन में प्रेम की अलौकिक छटा को महसूस करके जब चेहरे पर मुस्कान खिल जाती है तब पूरा जीवन ही प्रेममय हो जाता है।...

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दिनेश (एक साधारण लड़का) By DINESH KUMAR KEER

1. दिनेश (एक साधारण लड़का) दिनेश गाँव में एक बहुत ही सीधा - साधा लड़का था। वह अपने माँ - बाप के साथ गाँव में रहता था। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद में उसने नौकरी करने की सोची। कुछ द...

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गुलकंद - पार्ट 10 (अंतिम भाग) By श्रुत कीर्ति अग्रवाल

गुलकंद पार्ट - 10 अंतिम भाग अनरसे वाकई बहुत अच्छे बने थे। भौंचक खड़ा वीरेश देख रहा था कि उत्साह से भरी अम्मा बड़े प्यार से तीनों के टिफिन में ठूंस-ठूंस कर भर रही थीं... गुलकंद भरे...

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अनोखी मित्रता By DINESH KUMAR KEER

अनोखी मित्रताराजा रोमपाद अयोध्या के चक्रवर्ती राजा दशरथ के बहुत ही घनिष्ठ मित्र थे। राजा रोमपाद के कोई सन्तान नहीं थी। एक बार राजा रोमपाद अपने मित्र से मिलने अयोध्या पहुँचे। राजा द...

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આકાશી વીજળી સામે સુરક્ષા By Jagruti Vakil

આકાશી વીજળી સામે સુરક્ષા વર્ષારૂતુ આમ તો ઋતુઓની રાણી કહેવાય અને આ દિવસોમાં કુદરતનો વૈભવ કઈક અલગ જ હોય છે..પણ વરસાદ પહેલા કે વરસાદ સાથે પડતી વીજળીને કુદરતનું રૌદ્રસ્વરૂપ કહેવાય છે....

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येरा गबाळ्याचे काम नोहे By श्रीराम विनायक काळे

येरा गबाळ्याचे काम नोहे ....... आम्ही लास्ट इयरला असताना गोगटे कॉलेजमध्ये इंग्रजी प्रिन्सिपल ला विद्यार्थ्यांच्या संख्येचं रेकॉर्ड झालं. एरव्ही शिकस्तीने 6 ते 8 एवढीच मुलं असायची....

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પ્રોફેસર યશપાલ સ્મરણઅંજલિ By Jagruti Vakil

અંધશ્રદ્ધામાં લપેટાયેલી ભારતીય પ્રજાની રુચિ વિજ્ઞાાન તરફ કઈરીતે વાળવી. આ દિશામાં સઘન કામ કરનારા કેટલાક બુદ્ધિજીવીઓમાં, કેટલાક શિક્ષકોમાં અને વિજ્ઞાાનીઓમાં પ્રોફેસર યશપાલનું નામ આગળ...

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ગુરુપૂર્ણિમા By Ashish

**ગુરુપૂર્ણિમા**: ગુરુપૂર્ણિમા હિંદુ ધર્મના મહત્વના તહેવારોમાંનો એક છે, જે ગુરુઓને શ્રદ્ધાંજલિ અને સન્માન આપવાનું મહત્વ ધરાવે છે. ગુજરાતમાં, આ તહેવાર ધૂમધામથી ઉજવાય છે અને ગુરુ-શિષ...

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కూతురు అంటే తండ్రికి చెప్పలేనంత ప్రేమ.  By Yamini

కుమార్తె వ్యక్తిత్వంపై తండ్రి పాత్ర.. కూతురు ఉన్న ప్రతీ వ్యక్తి చదవాల్సిన స్టోరీ ఇది. కూతురు అంటే తండ్రికి చెప్పలేనంత ప్రేమ. అయితే కుమార్తెను చాలా స్ట్రాంగ్‌గా చేసేందుకు తండ్రి పాత...

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रानभूल By श्रीराम विनायक काळे

मिरगाची शितडी पडली आणि पाऊस खराच झाला. पुढच्या चार दिवसात हरोहार दमदार सरी पडल्या नी सड्याशिवराची कळा परतली. काळ्या करंद कातळावर खाचाखोचातून व्हावटीचं पाणी साठल्यावर चार दिवसा गवता...

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मां से ही बच्चों की दुनियां होती हैं .... By Purnima Kaushik

मां एक ऐसा शब्द है, जिसे कभी भी किसी भी परिभाषा में आंका जाना संभव नहीं है। मां तो अपने में समस्त संसार को समेटे हुए है। जिनके होने से कभी अकेला महसूस नहीं होता और न ही कभी डर भी ल...

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Reality of Quota Policy By Khandaker Sakib Farhad

Quota policy has been present in Southeast Asia since its independence in 1947 and after that, it has been followed in every organization of every country of this continent. Now, t...

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घरोघरी मातीच्या चुली पळसाला पाने तीन By Kalyani Deshpande

शब्दशः(अक्षरशः) अर्थ:- सगळीकडे मातीच्याच चुली असतात कोणाकडे लाकडाची कोणाकडे लोखंडाची असे नसते. किंवा कुठेही गेलं तरी पळसाला तीनच पानं असतात. लाक्षणिक अर्थ(गर्भितार्थ):- इथून तिथून...

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दूसरे के जीवन में घुसपैठ By bhagirath

दूसरे के जीवन में घुसपैठ   कामना बड़ी जिद्दी लड़की थी। वह बचपन से ही ऐसी थी, कोई चीज चाहिए तो बस चाहिए, जब तक नहीं मिलती रोती रहती और मुंह फुलाकर बैठी रहती। हर बार पिता को उसकी जिद्द...

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शोहरत का घमंड - 92 By shama parveen

तभी आलिया के पापा बोलते हैं, "साहब आप ये कैसी बात कर रहे हैं मेरी बेटी के बारे में, देखिए हम गरीब ज़रूर है, मगर गिरे हुए नही है जो इस तरह की गिरी हुई हरकते करेंगे"।तब आर्यन के डैड...

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ख्वाहिश,,,,कत्ल उम्मीदों का - भाग 3 By Paramjeet Kaur

भाग 3सुखविंदर जी अलका जी को समझा कर और हिम्मत रखने का बोल कर खुद पुलिस स्टेशन के लिए निकल गये थे। अलका जी ने सुखविंदर जी को तो बोल दिया था कि वह हिम्मत से काम लेंगी,,पर उनके लिए खु...

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पर्दाफाश - भाग - 7 By Ratna Pandey

पत्र पढ़ने के बाद वंदना ने उसे अपने पास रख लिया। इस समय उसे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था मानो उसका दिमाग शून्य में चला गया था। तभी द्वार पर दस्तक हुई, वंदना अपनी आंखों के आंसुओं को...

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लोकतंत्र का उत्सव By DINESH KUMAR KEER

1. लोकतंत्र का उत्सवएक छोटे से गाँव में एक साधारण - सा परिवार रहता था । परिवार में सभी लोग एक - दूसरे को बहुत ही प्यार करते थे और बहुत ही प्यार से रहते थे । उस परिवार में दो बेटे थ...

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मला स्पेस हवी पर्व १ - भाग ६२ By Meenakshi Vaidya

मला स्पेस हवी पर्व १ भाग 62   त्यादिवशी दुपारी अनुराधा नेहाचं जेवण आटोपून समोरच्या खोलीत गेली. त्यानंतर नेहा झोपण्याचा प्रयत्न करत असतानाच तिचा फोन वाजला फोनवर सुधीर नाव दिसता...

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सन्यासी -- भाग - 14 By Saroj Verma

लच्छू को रोता हुआ देखकर लखनलाल घबरा गया और उसने उसके पास जाकर उसे झकझोरते हुए पूछा... "का हुआ हमारी फागुनिया को,तू कुछ बोलता काहे नहीं है", "अब मैं क्या बोलूँ लखन! तू खुद ही चलकर द...

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હું અને મારા એ By Kaushik Dave

'હું અને મારા એ'( વાર્તા છે એક પતિ અને પત્નીની..કપરા સંજોગોમાં પણ ખુશ રહેવાની કોશિશ કરે છે. પતિ કમાવવા માટે શહેરમાં જવાની તૈયારી કરવાનો હોય છે પણ પત્નીને જણાવતો નથી. પતિ અન...

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તારી પીડાનો હું અનુભવી - ભાગ 13 By Dada Bhagwan

હવેની મીટિંગ કોઈ એવી જગ્યાએ હોય જ્યાં એ સંપૂર્ણપણે પોતાનું મન ખાલી કરી શકે. ત્યાર બાદ એ ભૂતકાળ એની પાસે પીડારૂપે નહીં પણ ફક્ત એક તારણરૂપે રહે, જે એને આગળની જિંદગીમાં ફરી એવી ભૂલો ક...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

-------------------------------------- क्या होगा दोस्तों मुँह फुलाकर? जीवन में प्रेम की अलौकिक छटा को महसूस करके जब चेहरे पर मुस्कान खिल जाती है तब पूरा जीवन ही प्रेममय हो जाता है।...

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दिनेश (एक साधारण लड़का) By DINESH KUMAR KEER

1. दिनेश (एक साधारण लड़का) दिनेश गाँव में एक बहुत ही सीधा - साधा लड़का था। वह अपने माँ - बाप के साथ गाँव में रहता था। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद में उसने नौकरी करने की सोची। कुछ द...

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गुलकंद - पार्ट 10 (अंतिम भाग) By श्रुत कीर्ति अग्रवाल

गुलकंद पार्ट - 10 अंतिम भाग अनरसे वाकई बहुत अच्छे बने थे। भौंचक खड़ा वीरेश देख रहा था कि उत्साह से भरी अम्मा बड़े प्यार से तीनों के टिफिन में ठूंस-ठूंस कर भर रही थीं... गुलकंद भरे...

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अनोखी मित्रता By DINESH KUMAR KEER

अनोखी मित्रताराजा रोमपाद अयोध्या के चक्रवर्ती राजा दशरथ के बहुत ही घनिष्ठ मित्र थे। राजा रोमपाद के कोई सन्तान नहीं थी। एक बार राजा रोमपाद अपने मित्र से मिलने अयोध्या पहुँचे। राजा द...

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આકાશી વીજળી સામે સુરક્ષા By Jagruti Vakil

આકાશી વીજળી સામે સુરક્ષા વર્ષારૂતુ આમ તો ઋતુઓની રાણી કહેવાય અને આ દિવસોમાં કુદરતનો વૈભવ કઈક અલગ જ હોય છે..પણ વરસાદ પહેલા કે વરસાદ સાથે પડતી વીજળીને કુદરતનું રૌદ્રસ્વરૂપ કહેવાય છે....

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येरा गबाळ्याचे काम नोहे By श्रीराम विनायक काळे

येरा गबाळ्याचे काम नोहे ....... आम्ही लास्ट इयरला असताना गोगटे कॉलेजमध्ये इंग्रजी प्रिन्सिपल ला विद्यार्थ्यांच्या संख्येचं रेकॉर्ड झालं. एरव्ही शिकस्तीने 6 ते 8 एवढीच मुलं असायची....

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પ્રોફેસર યશપાલ સ્મરણઅંજલિ By Jagruti Vakil

અંધશ્રદ્ધામાં લપેટાયેલી ભારતીય પ્રજાની રુચિ વિજ્ઞાાન તરફ કઈરીતે વાળવી. આ દિશામાં સઘન કામ કરનારા કેટલાક બુદ્ધિજીવીઓમાં, કેટલાક શિક્ષકોમાં અને વિજ્ઞાાનીઓમાં પ્રોફેસર યશપાલનું નામ આગળ...

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ગુરુપૂર્ણિમા By Ashish

**ગુરુપૂર્ણિમા**: ગુરુપૂર્ણિમા હિંદુ ધર્મના મહત્વના તહેવારોમાંનો એક છે, જે ગુરુઓને શ્રદ્ધાંજલિ અને સન્માન આપવાનું મહત્વ ધરાવે છે. ગુજરાતમાં, આ તહેવાર ધૂમધામથી ઉજવાય છે અને ગુરુ-શિષ...

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కూతురు అంటే తండ్రికి చెప్పలేనంత ప్రేమ.  By Yamini

కుమార్తె వ్యక్తిత్వంపై తండ్రి పాత్ర.. కూతురు ఉన్న ప్రతీ వ్యక్తి చదవాల్సిన స్టోరీ ఇది. కూతురు అంటే తండ్రికి చెప్పలేనంత ప్రేమ. అయితే కుమార్తెను చాలా స్ట్రాంగ్‌గా చేసేందుకు తండ్రి పాత...

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रानभूल By श्रीराम विनायक काळे

मिरगाची शितडी पडली आणि पाऊस खराच झाला. पुढच्या चार दिवसात हरोहार दमदार सरी पडल्या नी सड्याशिवराची कळा परतली. काळ्या करंद कातळावर खाचाखोचातून व्हावटीचं पाणी साठल्यावर चार दिवसा गवता...

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मां से ही बच्चों की दुनियां होती हैं .... By Purnima Kaushik

मां एक ऐसा शब्द है, जिसे कभी भी किसी भी परिभाषा में आंका जाना संभव नहीं है। मां तो अपने में समस्त संसार को समेटे हुए है। जिनके होने से कभी अकेला महसूस नहीं होता और न ही कभी डर भी ल...

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Reality of Quota Policy By Khandaker Sakib Farhad

Quota policy has been present in Southeast Asia since its independence in 1947 and after that, it has been followed in every organization of every country of this continent. Now, t...

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घरोघरी मातीच्या चुली पळसाला पाने तीन By Kalyani Deshpande

शब्दशः(अक्षरशः) अर्थ:- सगळीकडे मातीच्याच चुली असतात कोणाकडे लाकडाची कोणाकडे लोखंडाची असे नसते. किंवा कुठेही गेलं तरी पळसाला तीनच पानं असतात. लाक्षणिक अर्थ(गर्भितार्थ):- इथून तिथून...

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दूसरे के जीवन में घुसपैठ By bhagirath

दूसरे के जीवन में घुसपैठ   कामना बड़ी जिद्दी लड़की थी। वह बचपन से ही ऐसी थी, कोई चीज चाहिए तो बस चाहिए, जब तक नहीं मिलती रोती रहती और मुंह फुलाकर बैठी रहती। हर बार पिता को उसकी जिद्द...

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