Best Moral Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultur...Read More


Languages
Categories
Featured Books

સવાઈ માતા - ભાગ 63 By Alpa Bhatt Purohit

સર્જક : અલ્પા ભટ્ટ પુરોહિત, વડોદરાલેખન તારીખ :૨૮-૦૪-૨૦૨૪,રવિવારમેવાએ તેનાં રખડુ ભાઈબંધો સાથે ફરતાં આ મોલ બહારથી જરૂર જોયો હતો પણ તેનો વેશ તેને અહીં પ્રવેશવા દે તેવો જરાય ન હતો. માટ...

Read Free

સીમાંકન - 5 By મૃગતૃષ્ણા mrigtrushna"

નોંધ: કેટલાક વ્યક્તિગત કારણોસર પ્રકરણ નિશ્ચિત સમયાંતરે લખી નથી શકતી એ માટે દિલગીર છું. સર્વે વાચકમિત્રોનો ખૂબ ખૂબ આભાર માનુ છુ ધૈર્ય રાખવા બદલ.--------------------------------"આજે...

Read Free

कंचन मृग - 20. यह युद्ध नहीं युद्धों की श्रृंखला थी By Dr. Suryapal Singh

20. यह युद्ध नहीं युद्धों की श्रृंखला थी- चाहमान नरेश का अंतरंग सभा कक्ष, जिसमें मन्त्रिगण एवं मुख्य सामन्त आसीन हैं। महाराज पृथ्वीराज के प्रवेश करते ही सभी लोगों ने खड़े होकर महारा...

Read Free

उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

=================== नमस्कार मित्रो जीवन के अनुभवों से हम न जाने कितना कितना सीखते हैं। एक दिन में न जाने...

Read Free

તારી પીડાનો હું અનુભવી - ભાગ 1 By Dada Bhagwan

બહાર ખૂબ ઉકળાટ હતો. ગરમીમાંથી છુટકારો મળે અને મેઘરાજાની મહેર વરસે એવી આશ દરેક મનુષ્યમાં જ નહીં પણ મૂંગા પશુઓમાં પણ દેખાતી હતી. વાદળ ઘેરાયેલા હતા. બફારાથી બધા કંટાળેલા હતા. હા, હું...

Read Free

मला स्पेस हवी पर्व १ - भाग १९ By Meenakshi Vaidya

मला स्पेस हवी पर्व १ भाग १९ मागील भागात आपण बघीतलं की सुधीरने आई बाबांना नेहाच्या बंगलोरला जाण्यामागचं खरं कारण सांगितलं. आता नेहा बंगलोरला काय करतेय ते बघू.नेहाला बंगलोरला येऊन सा...

Read Free

વૈષ્ણવોને વ્હાલાં વલ્લભાચાર્ય By Jagruti Vakil

વલ્લભાચાર્ય જયંતિ જેમણે રચેલું અધરમ મધુરમ વદનમ મધુરમ’ પંક્તિઓ વાળું મધુરાષ્ટકમ અતિ પ્રસિદ્ધ છે. તેવા વૈષ્ણવજનના વહાલા, પુષ્ટિમાર્ગના પથપ્રદર્શક અને ‘બ્રહ્મ સંબંધ’થી જીવને પ્રભુ સાથ...

Read Free

शोहरत का घमंड - 65 By shama parveen

सारी बाते सुन कर आलिया के पापा के सर में दर्द होने लगता है तभी वो बोलते हैं, "बस करिए आप सब अब, मेरी तबियत ठीक नहीं लग रही है, इसलिए आप सब चुप चाप बैठ कर खाना खाइए"।उसके बाद सब आरा...

Read Free

हरसिंगार By Bharati babbar

डॉक्टर के चले जाने के बाद भी आभा देर तक बरामदे में ही बैठी रही।मेज़ पर चाय की जूठी प्यालियों के नीचे मेडिकल रिपोर्ट के पन्ने फड़फड़ाते रहे।कमरे से टीवी चलने की आवाज़ आ रही थी लेकिन आभा...

Read Free

सर्कस - 9 By Madhavi Marathe

                                                                                                 सर्कस : ९             आज दिल्ली में हमारा आखरी शो था। तीन दिन के बाद यहाँ से दुसरी...

Read Free

कलयुग के श्रवण कुमार - 9 By संदीप सिंह (ईशू)

कलयुग के श्रवण कुमार........ मनोहर ने मुरली से पूछा था- "क्या हो गया था मुरली ।" कुछ नही मनोहर काका.. (सुबकते हुये) मैं खेत से लौटा था, तबियत ठीक नही लग रही थी बुखार था कल दोपहर से...

Read Free

मरीमाय - भाग 1 By Sanjay Yerne

मरीमाय भाग १      अंगणात कोंबडी पचकन हागली. तसाच शामराव तिच्या पिवळ्या-पातळ हगवणीकडे पहात विचारात गढला गेला होता. समध्या अंगणात कोंबड्या पचपच हागून चिचळ्यानं अंगण सप्पा भरवून ठेवलं...

Read Free

કોમી એકતા ના પ્રતીક હાજીપીર By Jagruti Vakil

કોમી એકતાના પ્રતિક હાજીપીર ભારતના ગુજરાત રાજ્યના કચ્છ જિલ્લામાં હાજીપીર આવેલી એક દરગાહ છે.આ દરગાહ એક મુસ્લિમ સંત હાજીપીરને સમર્પિત છે. હાજીપીરનું મૂળ નામ અલી અકબર હતુ.તેઓ દિલ્હીના...

Read Free

बन्धन प्यार का - 24 By Kishanlal Sharma

और उस दिन तो नगमा चली गयी थी।लेकिन जफर और नगमा निकाह का मन बना चुके थे।सलमा ने यह बात अपने फोन करके अब्बू को बताई थी।अब्बू बोले,"तुम ही समझा सकती हो।अगर मान जाए तो लेकिन जफर कह...

Read Free

ધૂપ-છાઁવ - 136 By Jasmina Shah

એ દિવસે અચાનક તેની નજર ટેબલ ઉપર પડેલા એ સમાચાર પત્ર ઉપર સ્થિર થઈ હતી... તે સ્તબ્ધ થઈ ગઈ.... તેમાં દાઢી વધારેલા માણસનો ફોટો હતો... જે લોહી લુહાણ હાલતમાં જમીન ઉપર ફસડાયેલો પડેલો હતો....

Read Free

ભૂખ લાયગી.. By જાગૃતિ ઝંખના 'મીરાં'..

ડિસેમ્બર આખો તેનો મુળ મિજાજ બતાવવા તત્પર હતો. તેમાં પણ આજે તો ૩૧ ડિસેમ્બર! લોકો ૨૦૨૦ અને ૨૦૨૧ બંનેનાં વધતાં-ઓછાં અંશે ભોગવેલાં સોશિયલ ડિસ્ટન્સથી છૂટેલાં આઝાદ પરિંદા જેવાં બની ચૂક્ય...

Read Free

किस्से - कहानियां By DINESH KUMAR KEER

1. गांठ रिश्तों की "पापा! ताईजी को शायद कैंसर है!" बेटा धड़धड़ाते हुए कमरे में घुसा."कहां से चले आ रहे हो रिपोर्टर बने हुए? पता भी है क्या बोल रहे हो..?" मैंने महसूस किया कि दिसंबर...

Read Free

एडोप्टेड फैमिली By bhagirath

“जानते हो पापा आजकल किसी के चक्कर में फंस गए है।”                                                                 “अच्छा! किसके चक्कर में?” “कोई बाल बच्चेदार महिला है, उससे फेसबुक...

Read Free

प्यारी बेटी By DINESH KUMAR KEER

प्यारी बेटी (बेटी है तो कल है) किसी गाँव में एक परिवार रहता था। उस परिवार में गणेश अपनी पत्नी रेखा, छोटा बेटा दिनेश, बहू विमला, पौत्री अनन्या के साथ रहता था। गणेश का बड़ा बेटा विका...

Read Free

MY HERO - 7 By shama parveen

Hello Everyone...... केसे है आप सब, उम्मीद करती हूं की अच्छे होंगे।आज हर कोई डिजिटल या कहे इंटरनेट की दुनिया में जी रहा है, वैसे मैं सच कहूं तो इससे जिंदगी काफ़ी आसान हो गई है, मगर...

Read Free

वर्तमान का सिख पंथ ही क्षत्रिय रुपरेखा By Ritin Pundir

क्या आपको मालूम है कि पहला खालसा राज स्थापित करने वाले बाबा बंदा सिंघ बहादर जी राजपूत थे, आधुनिक खालिस्तान मूवमेंट के संस्थापक जगजीत सिंघ चौहान जी राजपूत थे, बब्बर खालसा इंटरनेशनल...

Read Free

कौन थे प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह By Ritin Pundir

10 नवंबर 1990 को कार्यभार संभालने के 12 दिनों के ही भीतर चंद्रशेखर पांचवे सार्क शिखर सम्मेलन में भाग लेने माले मालदीव गए. वहाँ उन्होंने ठेठ हिंदी औऱ अपनी मातृभाषा भोजपुरी में ज़बर्...

Read Free

वाचन By संदिप खुरुद

             जगामधील कोणत्याही थोर व्यक्तींना डोळयासमोर धरुन पहा. त्या सर्वांना वाचनाची आवड होती. वाचनाने त्यांचे विचार प्रगल्भ झाले. वाचनानेच त्यांना ज्ञान प्राप्त झाले. कोणताच मा...

Read Free

સવાઈ માતા - ભાગ 63 By Alpa Bhatt Purohit

સર્જક : અલ્પા ભટ્ટ પુરોહિત, વડોદરાલેખન તારીખ :૨૮-૦૪-૨૦૨૪,રવિવારમેવાએ તેનાં રખડુ ભાઈબંધો સાથે ફરતાં આ મોલ બહારથી જરૂર જોયો હતો પણ તેનો વેશ તેને અહીં પ્રવેશવા દે તેવો જરાય ન હતો. માટ...

Read Free

સીમાંકન - 5 By મૃગતૃષ્ણા mrigtrushna"

નોંધ: કેટલાક વ્યક્તિગત કારણોસર પ્રકરણ નિશ્ચિત સમયાંતરે લખી નથી શકતી એ માટે દિલગીર છું. સર્વે વાચકમિત્રોનો ખૂબ ખૂબ આભાર માનુ છુ ધૈર્ય રાખવા બદલ.--------------------------------"આજે...

Read Free

कंचन मृग - 20. यह युद्ध नहीं युद्धों की श्रृंखला थी By Dr. Suryapal Singh

20. यह युद्ध नहीं युद्धों की श्रृंखला थी- चाहमान नरेश का अंतरंग सभा कक्ष, जिसमें मन्त्रिगण एवं मुख्य सामन्त आसीन हैं। महाराज पृथ्वीराज के प्रवेश करते ही सभी लोगों ने खड़े होकर महारा...

Read Free

उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

=================== नमस्कार मित्रो जीवन के अनुभवों से हम न जाने कितना कितना सीखते हैं। एक दिन में न जाने...

Read Free

તારી પીડાનો હું અનુભવી - ભાગ 1 By Dada Bhagwan

બહાર ખૂબ ઉકળાટ હતો. ગરમીમાંથી છુટકારો મળે અને મેઘરાજાની મહેર વરસે એવી આશ દરેક મનુષ્યમાં જ નહીં પણ મૂંગા પશુઓમાં પણ દેખાતી હતી. વાદળ ઘેરાયેલા હતા. બફારાથી બધા કંટાળેલા હતા. હા, હું...

Read Free

मला स्पेस हवी पर्व १ - भाग १९ By Meenakshi Vaidya

मला स्पेस हवी पर्व १ भाग १९ मागील भागात आपण बघीतलं की सुधीरने आई बाबांना नेहाच्या बंगलोरला जाण्यामागचं खरं कारण सांगितलं. आता नेहा बंगलोरला काय करतेय ते बघू.नेहाला बंगलोरला येऊन सा...

Read Free

વૈષ્ણવોને વ્હાલાં વલ્લભાચાર્ય By Jagruti Vakil

વલ્લભાચાર્ય જયંતિ જેમણે રચેલું અધરમ મધુરમ વદનમ મધુરમ’ પંક્તિઓ વાળું મધુરાષ્ટકમ અતિ પ્રસિદ્ધ છે. તેવા વૈષ્ણવજનના વહાલા, પુષ્ટિમાર્ગના પથપ્રદર્શક અને ‘બ્રહ્મ સંબંધ’થી જીવને પ્રભુ સાથ...

Read Free

शोहरत का घमंड - 65 By shama parveen

सारी बाते सुन कर आलिया के पापा के सर में दर्द होने लगता है तभी वो बोलते हैं, "बस करिए आप सब अब, मेरी तबियत ठीक नहीं लग रही है, इसलिए आप सब चुप चाप बैठ कर खाना खाइए"।उसके बाद सब आरा...

Read Free

हरसिंगार By Bharati babbar

डॉक्टर के चले जाने के बाद भी आभा देर तक बरामदे में ही बैठी रही।मेज़ पर चाय की जूठी प्यालियों के नीचे मेडिकल रिपोर्ट के पन्ने फड़फड़ाते रहे।कमरे से टीवी चलने की आवाज़ आ रही थी लेकिन आभा...

Read Free

सर्कस - 9 By Madhavi Marathe

                                                                                                 सर्कस : ९             आज दिल्ली में हमारा आखरी शो था। तीन दिन के बाद यहाँ से दुसरी...

Read Free

कलयुग के श्रवण कुमार - 9 By संदीप सिंह (ईशू)

कलयुग के श्रवण कुमार........ मनोहर ने मुरली से पूछा था- "क्या हो गया था मुरली ।" कुछ नही मनोहर काका.. (सुबकते हुये) मैं खेत से लौटा था, तबियत ठीक नही लग रही थी बुखार था कल दोपहर से...

Read Free

मरीमाय - भाग 1 By Sanjay Yerne

मरीमाय भाग १      अंगणात कोंबडी पचकन हागली. तसाच शामराव तिच्या पिवळ्या-पातळ हगवणीकडे पहात विचारात गढला गेला होता. समध्या अंगणात कोंबड्या पचपच हागून चिचळ्यानं अंगण सप्पा भरवून ठेवलं...

Read Free

કોમી એકતા ના પ્રતીક હાજીપીર By Jagruti Vakil

કોમી એકતાના પ્રતિક હાજીપીર ભારતના ગુજરાત રાજ્યના કચ્છ જિલ્લામાં હાજીપીર આવેલી એક દરગાહ છે.આ દરગાહ એક મુસ્લિમ સંત હાજીપીરને સમર્પિત છે. હાજીપીરનું મૂળ નામ અલી અકબર હતુ.તેઓ દિલ્હીના...

Read Free

बन्धन प्यार का - 24 By Kishanlal Sharma

और उस दिन तो नगमा चली गयी थी।लेकिन जफर और नगमा निकाह का मन बना चुके थे।सलमा ने यह बात अपने फोन करके अब्बू को बताई थी।अब्बू बोले,"तुम ही समझा सकती हो।अगर मान जाए तो लेकिन जफर कह...

Read Free

ધૂપ-છાઁવ - 136 By Jasmina Shah

એ દિવસે અચાનક તેની નજર ટેબલ ઉપર પડેલા એ સમાચાર પત્ર ઉપર સ્થિર થઈ હતી... તે સ્તબ્ધ થઈ ગઈ.... તેમાં દાઢી વધારેલા માણસનો ફોટો હતો... જે લોહી લુહાણ હાલતમાં જમીન ઉપર ફસડાયેલો પડેલો હતો....

Read Free

ભૂખ લાયગી.. By જાગૃતિ ઝંખના 'મીરાં'..

ડિસેમ્બર આખો તેનો મુળ મિજાજ બતાવવા તત્પર હતો. તેમાં પણ આજે તો ૩૧ ડિસેમ્બર! લોકો ૨૦૨૦ અને ૨૦૨૧ બંનેનાં વધતાં-ઓછાં અંશે ભોગવેલાં સોશિયલ ડિસ્ટન્સથી છૂટેલાં આઝાદ પરિંદા જેવાં બની ચૂક્ય...

Read Free

किस्से - कहानियां By DINESH KUMAR KEER

1. गांठ रिश्तों की "पापा! ताईजी को शायद कैंसर है!" बेटा धड़धड़ाते हुए कमरे में घुसा."कहां से चले आ रहे हो रिपोर्टर बने हुए? पता भी है क्या बोल रहे हो..?" मैंने महसूस किया कि दिसंबर...

Read Free

एडोप्टेड फैमिली By bhagirath

“जानते हो पापा आजकल किसी के चक्कर में फंस गए है।”                                                                 “अच्छा! किसके चक्कर में?” “कोई बाल बच्चेदार महिला है, उससे फेसबुक...

Read Free

प्यारी बेटी By DINESH KUMAR KEER

प्यारी बेटी (बेटी है तो कल है) किसी गाँव में एक परिवार रहता था। उस परिवार में गणेश अपनी पत्नी रेखा, छोटा बेटा दिनेश, बहू विमला, पौत्री अनन्या के साथ रहता था। गणेश का बड़ा बेटा विका...

Read Free

MY HERO - 7 By shama parveen

Hello Everyone...... केसे है आप सब, उम्मीद करती हूं की अच्छे होंगे।आज हर कोई डिजिटल या कहे इंटरनेट की दुनिया में जी रहा है, वैसे मैं सच कहूं तो इससे जिंदगी काफ़ी आसान हो गई है, मगर...

Read Free

वर्तमान का सिख पंथ ही क्षत्रिय रुपरेखा By Ritin Pundir

क्या आपको मालूम है कि पहला खालसा राज स्थापित करने वाले बाबा बंदा सिंघ बहादर जी राजपूत थे, आधुनिक खालिस्तान मूवमेंट के संस्थापक जगजीत सिंघ चौहान जी राजपूत थे, बब्बर खालसा इंटरनेशनल...

Read Free

कौन थे प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह By Ritin Pundir

10 नवंबर 1990 को कार्यभार संभालने के 12 दिनों के ही भीतर चंद्रशेखर पांचवे सार्क शिखर सम्मेलन में भाग लेने माले मालदीव गए. वहाँ उन्होंने ठेठ हिंदी औऱ अपनी मातृभाषा भोजपुरी में ज़बर्...

Read Free

वाचन By संदिप खुरुद

             जगामधील कोणत्याही थोर व्यक्तींना डोळयासमोर धरुन पहा. त्या सर्वांना वाचनाची आवड होती. वाचनाने त्यांचे विचार प्रगल्भ झाले. वाचनानेच त्यांना ज्ञान प्राप्त झाले. कोणताच मा...

Read Free