hindi Best Travel stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Travel stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cul...Read More


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चन्देरी, झांसी-ओरछा और ग्वालियर की सैर 3 By राज बोहरे

चन्देरी, झांसी-ओरछा और ग्वालियर की सैर 3 chanderi-jhansi-orchha-gwalior ki sair 3...

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उज्जैन के महाकाल:- एक अद्भुत अनुभव By RISHABH PANDEY

बात आज से कुछ वर्ष 2012-13 की है प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हुए मुझे बहुत अधिक समय व्यतीत हो चुका था। मैं अब तैयारी के उस मुकाम पर था कि किसी भी परीक्षा में बेहतर स्कोर कर...

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ऊटी ( साउथ गुजरात से साउथ इंडिया तक्) By Yayawargi (Divangi Joshi)

ये कहानी है तीन साल पेहले की 2017 की... यायावर चला था एक नये सफ़र मे जिसकी दास्ता आपको बतानी है... गुजरात कि एक लडकी निकली थी अपने माता-पिता के साथ,दो बस्ते लिए हाथ, रैल थी यशवंन्त...

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वंचित By rajendra shrivastava

कहानी-- वंचित राजेन्‍द्र कुमार श्रवास्‍तव, ‘’यही ऑफिस है.......शायद कॉलोनाइजर का!’’ ‘’हेल्‍लो, दानेश्‍वरजी।‘’ ‘’हॉं.....। आपको मेरा नाम?...

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यूँ ही राह चलते चलते - 31 - अंतिम भाग By Alka Pramod

यूँ ही राह चलते चलते -31- आज यात्रा अपने किनारे पर आ चुकी थी, सब को वापस जाना था । अन्तिम रात्रि को फेयरवेल डिनर था जहाँ सब की एक आलीशान पार्टी थी। इस पार्टी का वातावरण अद्भुत था ।...

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बरसात की एक रात By Medha Jha

बरसात की एक रात 'हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन कि जिसपे बादलो की पालकी उड़ा रहा पवन दिशाएं देखो रंग भरी, चमक रहीं उमंग भरी ये किसने फूल फूल पे किया श्रृंगार है ये कौन चित्...

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सफर और Suffer By Narendra Rajput

सफर और Suffer यह कहानी गुजरात के एक व्यापारी के सफर से शुरु होती है। व्यापारी का नाम था करसनदास, वह जब भी विमान यात्रा करते भगवान से प्रार्थना करके ही घर से निकलते थे। उनको भगवान म...

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बादलों की धुंध में. By Lalit Rathod

बादलों में बनी हुई आकृति उसे नकाब पहनी हुई लगती है। नकाब हमें नया बना देता है। जिसे लोगों ने कभी नहीं देखा। उसी तरह जब वह स्कूल में कृिश का नकाब लगाकार अपना चेहरा छिता लेता। बादल भ...

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दो दिन By Lalit Rathod

बच्चे रोड़ से नीचे नहर में छलांग लगाने लगे। नीचे पानी में जाते ही गिरने की आवाज आती और बच्चे कहीं गायब हो जाते। वह रूक कर पानी में उनकी उपस्थित को तलाश लगता। उन बच्चों को देख ऐसा...

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पहली हवाई यात्रा - 2 By Lalit Rathod

मुम्बई टू रायपुर- भाग दो खिड़की वाली जगह पाकर जितनी खुशी हुई थी, उतनी दो घंटे में मुंम्बई पहुंचने पर भी नही हुई...मन कह रहा था थोड़ी देर ऊपर से ही मुंबई शहर घुमा देता तो क्या हो जा...

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कहानी मेरी कामयाबी की... By Singh Srishti

कामयाबी के सपने बुनते हुए मैं नए सफर की ओर बढ़ रही थी। बाहर के दृश्य को रोचकता से देखते हुए मैं बस में खिड़की किनारे से सिर टिकाए बैठी थी। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए मैं अपना शहर छो...

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तिरूपति--मेरी पहली दक्षिण यात्रा By Kishanlal Sharma

"तिरूपति चले"चालीस साल रेलवे मे सेेवा के दौरान दक्षिण यात्रा का संयोग नही बन पाया।एक बार नागपुर तक जरूर जा आया था।उस समय भी नही जा पाया।जब मेरे सालेे का जबलपुर से चैैैनई तबादला...

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द मोस्ट लक्जरियस ट्रेन - महाराजा एक्सप्रेस By S Sinha

आलेख - द मोस्ट लक्जरियस ट्रेन - महाराजा एक्सप्रेस आमतौर पर भारतीय रेलगाड़ियों में बहुत भीड़ होती है सिवाय अपर वातानुकूलित क्लासेज के . इसके विपरीत...

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अपना जाबांज पंजाब By Radheshyam Kesari

पंजाबहुत ही संयोग के बाद 18 जनवरी 2020 को पंजाब प्रांत को नजदीक से देखने का अवसर प्राप्त हुआ यह संभव हो पाया अमूल्या हर्ब्स के टूर के बदौलत। हमने वहां के खेतों में लहलहाती गेंहू,गन...

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मेरी सफर By Pandya Ravi

मेरी सफर इस बार बहुत दिन पहले ही तय हो चुकी थी बस उस दिन का इंतजार था दिनो को गिनता था फिर वो दिन आ ही गया! मेरी सफर राजकोट से शुरू हुई थी और माया नगरी (मुंबई ) तक की थी! जब राजको...

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प्रीति सेनगुप्ता की उत्तरी ध्रुव की यात्रा By Neelam Kulshreshtha

विश्व की अकेले यात्रा करने वाली तृतीय महिला यात्री प्रीति सेनगुप्ता की उत्तरी ध्रुव की यात्रा प्रस्तुति - नीलम कुलश्रेष्ठ [ परिचय -- न्यूयॉर्क में रहने वाली प्रीति सेनगुप्ता, भारत...

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लेना क्या ? - देना क्या ? By Narendra Rajput

लेना क्या ? - देना क्या ? हमें यह पता चल जाए की जीवन में कब कहाँ से क्या लेना है और कहाँ क्या देना है तो यह धरती स्वर्ग समान लगे। आज कल जप-तप करना इतना आसान नहीं है पर हाँ अच्छे वि...

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चन्देरी, झांसी-ओरछा और ग्वालियर की सैर 3 By राज बोहरे

चन्देरी, झांसी-ओरछा और ग्वालियर की सैर 3 chanderi-jhansi-orchha-gwalior ki sair 3...

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उज्जैन के महाकाल:- एक अद्भुत अनुभव By RISHABH PANDEY

बात आज से कुछ वर्ष 2012-13 की है प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हुए मुझे बहुत अधिक समय व्यतीत हो चुका था। मैं अब तैयारी के उस मुकाम पर था कि किसी भी परीक्षा में बेहतर स्कोर कर...

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ऊटी ( साउथ गुजरात से साउथ इंडिया तक्) By Yayawargi (Divangi Joshi)

ये कहानी है तीन साल पेहले की 2017 की... यायावर चला था एक नये सफ़र मे जिसकी दास्ता आपको बतानी है... गुजरात कि एक लडकी निकली थी अपने माता-पिता के साथ,दो बस्ते लिए हाथ, रैल थी यशवंन्त...

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वंचित By rajendra shrivastava

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यूँ ही राह चलते चलते - 31 - अंतिम भाग By Alka Pramod

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बरसात की एक रात By Medha Jha

बरसात की एक रात 'हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन कि जिसपे बादलो की पालकी उड़ा रहा पवन दिशाएं देखो रंग भरी, चमक रहीं उमंग भरी ये किसने फूल फूल पे किया श्रृंगार है ये कौन चित्...

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सफर और Suffer यह कहानी गुजरात के एक व्यापारी के सफर से शुरु होती है। व्यापारी का नाम था करसनदास, वह जब भी विमान यात्रा करते भगवान से प्रार्थना करके ही घर से निकलते थे। उनको भगवान म...

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बादलों की धुंध में. By Lalit Rathod

बादलों में बनी हुई आकृति उसे नकाब पहनी हुई लगती है। नकाब हमें नया बना देता है। जिसे लोगों ने कभी नहीं देखा। उसी तरह जब वह स्कूल में कृिश का नकाब लगाकार अपना चेहरा छिता लेता। बादल भ...

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दो दिन By Lalit Rathod

बच्चे रोड़ से नीचे नहर में छलांग लगाने लगे। नीचे पानी में जाते ही गिरने की आवाज आती और बच्चे कहीं गायब हो जाते। वह रूक कर पानी में उनकी उपस्थित को तलाश लगता। उन बच्चों को देख ऐसा...

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पहली हवाई यात्रा - 2 By Lalit Rathod

मुम्बई टू रायपुर- भाग दो खिड़की वाली जगह पाकर जितनी खुशी हुई थी, उतनी दो घंटे में मुंम्बई पहुंचने पर भी नही हुई...मन कह रहा था थोड़ी देर ऊपर से ही मुंबई शहर घुमा देता तो क्या हो जा...

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द मोस्ट लक्जरियस ट्रेन - महाराजा एक्सप्रेस By S Sinha

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मेरी सफर By Pandya Ravi

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प्रीति सेनगुप्ता की उत्तरी ध्रुव की यात्रा By Neelam Kulshreshtha

विश्व की अकेले यात्रा करने वाली तृतीय महिला यात्री प्रीति सेनगुप्ता की उत्तरी ध्रुव की यात्रा प्रस्तुति - नीलम कुलश्रेष्ठ [ परिचय -- न्यूयॉर्क में रहने वाली प्रीति सेनगुप्ता, भारत...

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लेना क्या ? - देना क्या ? By Narendra Rajput

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