Best Spiritual Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Spiritual Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and...Read More


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  • नानी बाई रो मायरो

    नानी बाई रो मायरोनानी बाई ने (मायरा) भात भरने के लिए नरसी जी को बुलाया। नरसी जी...

  • मेरे प्रभु श्री राम आए हैं ......

    22 जनवरी का अत्यंत खुशियों से भरा दिन था, जिसका इंतजार अनेक वर्षों से भारत का प्...

  • ईश्वर या धन?

    ईश्वर या धन? आप क्या चाहते हैं?एक बार एक नगर के राजा के यहाँ पुत्र पैदा हुआ। इस...

अखा भगत By Renu

अखा भगत गुजराती भाषा के प्राचीन कवियों में महत्त्वपूर्ण स्थान है। वे अपने समय के सर्वोत्तम प्रतिभा संपन्न कवि थे। उनका समय 1592 से 1673 ई. तक माना जाता है। वृत्ति की दृष्टि से वे स...

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भाव का भूखा By DINESH KUMAR KEER

भाव का भूखा एक अमीर आदमी बहुत ही संकट में था । उसे लाखों - करोड़ों का नुकसान जो हुआ था, और सारी जीवन की कमाई डूबने के करीब थी ! जीवन की नाव डगमगा रही थी । वह कभी मंदिर नहीं गया था,...

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श्रीधर स्वामी By Renu

श्रीधर स्वामी के विषय में प्रामाणिक सामग्री तो उपलब्ध नहीं है, जो किंवदन्तियां हैं, उन्‍हीं के आधार पर कुछ जानकारी है। महापुरुषों के जीवन के सत्‍य को ऐसी किंवदन्तियां ही बहुत कुछ प...

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नानी बाई रो मायरो By DINESH KUMAR KEER

नानी बाई रो मायरोनानी बाई ने (मायरा) भात भरने के लिए नरसी जी को बुलाया। नरसी जी के पास भात भरने के लिए कुछ नहीं था. वह निर्धन थे लेकिन भगवन की भक्ति का खजाना भरपूर था. वो कहते थे क...

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चोखा मेला By Renu

चोखा मेला महार जाति के थे। मंगलवेढ़ा नामक स्‍थान में रहते थे। बस्‍ती से मरे हुए जानवर उठा ले जाना ही इनका धंधा था। बचपन से ही ये बड़े सरल और धर्मभीरु थे। श्रीविट्ठल जी के दर्शनों क...

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विसोबा सराफ By Renu

पण्‍ढरपुर से पचास कोस की दूरी पर औंढ़िया नागनाथ एक प्रसिद्ध शिवक्षेत्र है। यहीं पर यजुर्वेदी ब्राह्मण कुल में विसोबा का जन्‍म हुआ था। सराफी का काम करने के कारण ये 'सराफ' कह...

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प्रभु श्रीराम By DINESH KUMAR KEER

प्रभु श्रीराम सालों बाद आज अयोध्या नगरी में प्रभु श्रीराम आए हैं ।सूनी आँखों ने आज प्रभु श्रीराम के दर्शन पाए हैं ।बालक - वृद्ध, नर - नारी सभी जश्न मनाते हैं ।देवगण, ऋषिगण - मुनिगण...

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नाम जप साधना - भाग 18 By Charu Mittal

भगवन्नाम महिमाहरिनामपरा ये च घोरे कलियुगे नराः ।त एव कृतकृत्याप्चश्न कलिर्बाधिते हि तान् ॥ “घोर कलियुग में जो मनुष्य हरिनाम परायण हैं वे ही कृतकृत्य हैं। कलियुग उन्हें बाधा नहीं पह...

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श्री नामदेव जी By Renu

जल-थल और अग्नि आदि में सर्वत्र अपने इष्ट का ही दर्शन करूंगा — यह प्रतिज्ञा श्री नामदेव जी की उसी प्रकार निभी, जैसे कि त्रेतायुग में नरसिंह भगवान् के दास श्री प्रह्लाद जी की निभी थी...

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मेरे प्रभु श्री राम आए हैं ...... By Purnima Kaushik

22 जनवरी का अत्यंत खुशियों से भरा दिन था, जिसका इंतजार अनेक वर्षों से भारत का प्रत्येक नागरिक कर रहा था। इस शुभ अवसर का इंतजार न जाने कितने वर्षों से सभी राम भक्त कर रहे थे। हमारे...

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ईश्वर या धन? By Diyac

ईश्वर या धन? आप क्या चाहते हैं?एक बार एक नगर के राजा के यहाँ पुत्र पैदा हुआ। इस खुशी में राजा ने पूरे नगर में घोषणा करवा दी कि कल पूरी जनता के लिए राजदरबार खोल दिया जायेगा। जो व्यक...

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ईश्वर तू ही अन्नदाता है By Diyac

ईश्वर तू ही अन्नदाता हैकिसी राज्य में एक प्रतापी राज्य हुआ करता था। वो राजा रोज सुबह उठकर पूजा पाठ करता और गरीबों को दान देता। अपने इस उदार व्यवहार और दया की भावना की वजह से राजा प...

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एक बोरी गेहूँ By Diyac

एक बोरी गेहूँचंपक बाल कहानीप्रतापनगर एक बहुत ही संपन्न राज्य था। वहाँ के राजा बहुत ही प्रतापी थे और प्रजा का पूरा ख्याल रखते थे। राजा ने पूरे जीवन प्रजा की मन से सेवा की थी लेकिन अ...

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श्रीमद्भगवद्गीता मेरी समझ में - अध्याय 8 By Ashish Kumar Trivedi

अध्याय 8 अक्षर ब्रह्म योगअध्याय सात में ईश्वर के व्यापक रूप का वर्णन किया गया था। अब अर्जुन के मन में कई सारे प्रश्न उठ रहे थे। उसने श्रीकृष्ण के समक्ष अपने प्रश्न रख दिए। अर्जुन न...

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एक फकीर हुआ, अगस्तीन By SR Daily

एक फकीर हुआ, अगस्तीन।एक फकीर हुआ, अगस्तीन। कोई तीस वर्षों से परमात्मा की खोज में था।भूखा और प्यासा, रोता और चिल्लाता और प्रार्थना करता। एक क्षण का विश्राम न लेता। जीवन का कोई भरोसा...

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बजरंग बाण से अद्भुत लाभ By Captain Dharnidhar

गायत्री मंत्र को दुनिया का सबसे प्रभावी मंत्र माना जाता है लेकिन गायत्री मंत्र की तरह और भी प्रभावशाली मंत्र एवं पाठ है । जैसे - हनुमान चालीसा, बजरंग बाण। हनुमान जी एक ऐसे देवता है...

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चंद्रिका - 1 By Sonali Rawat

नीले पहाड़ों के पीछे एक राज्य था जो सुख और समृद्धि से भरा हुआ था जिसके लोग एक दूसरे की मदद करते थे और सभी के बीच बहुत बर्फ थी जिसके कारण सभी लोग राजा और उसके परिवार का बहुत सम्मान...

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विक्रम और बेताल - 6 - लड़की किसको मिलनी चाहिए? By Your Dreams

लड़की किसको मिलनी चाहिए? उज्जैन में महाबल नाम का एक राजा रहता था। उसके हरिदास नाम का एक दूत था जिसके महादेवी नाम की बड़ी सुन्दर कन्या थी। जब वह विवाह योग्य हुई तो हरिदास को बहुत चि...

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लोक कथा - 2 By Sonali Rawat

समझदार किसान और जादुई बीजएक समय की बात है, हरे-भरे खेतों के बीच बसे एक शांतिपूर्ण गाँव में, राम नाम का एक बुद्धिमान किसान रहता था। राम को उनकी कड़ी मेहनत के लिए जाना जाता था, लेकिन...

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कुछ अंजान जिंदगी की कहानियां - 3 By Your Dreams

द्रुपद का पुत्रेष्टि यज्ञ प्राचीन भारत में पुत्रेष्टि यज्ञ के द्वारा तेजस्वी पुत्र प्राप्त करने की प्रथा थी| जब किसी बहुत बड़े नृपति को संतान का अभाव दुख देता था, तो वह ऋषियों और...

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शिवलिंग By Jay Dave

शिवलिंग पर चढाये जल को लाँघा नही जाता और शिवलिंग की परिक्रमा आधी की जाती है. शिवलिंग पर अर्पित नैवेद्य भी नहीं खाया जाता उसे गऊ वंश को खिला दिया जाता है क्योंकि उनमें ही इसकी शक्ति...

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गायत्री मंत्र से बदलते हैं विचार By Captain Dharnidhar

गायत्री मंत्र को महामंत्र कहा जाता है ,क्योंकि गायत्री मंत्र अपने आप में ही महामंत्र है , गायत्री मंत्र को मंत्रो का मंत्र कहा जाता है ,गायत्री मंत्र के हर अक्षर में बीज मंत्र है अ...

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सब कुछ तुम्हारे हाथ में है! By Your Dreams

सब कुछ तुम्हारे हाथ में है!एक आदमी रेगिस्तान से गुजरते वक़्त बुदबुदा रहा था, “कितनी बेकार जगह है ये, बिलकुल भी हरियाली नहीं है…और हो भी कैसे सकती है यहाँ तो पानी का नामो-निशान भी नह...

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एक योगी की आत्मकथा - 40 By Ira

मेरा भारत लौटनाअत्यंत आनन्द के साथ मैं भारत की पवित्र हवा में फिर एक बार श्वास ले रहा था । हमारा जहाज “राजपूताना” २२ अगस्त १९३५ को मुंबई के विशाल बन्दरगाह में आकर खड़ा हो गया। जहाज...

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राम नाम की ओषधि काटत सभी क्लेश By prabha pareek

         राम नाम की औषघि काटे सभी कलेश गौस्वामी तुलसी दास जी कहते हैं कि मनुष्य का तन शरीर खेत है ओर मन ,वचन, कर्म किसान है। जैसे किसान बीज बोता है वैसे ही हम मन, वचन और कर्म से बी...

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गायत्री जप कभी निष्फल नही जाता By Captain Dharnidhar

हिंदू धर्म मे गायत्री मंत्र बहुत शक्तिशाली मंत्र है इसकी मदद से हम अपनी जिंदगी से जुड़ी हर समस्या का हल कर सकते हैं ।गायत्री मंत्र का जाप करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. सांस...

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हनुमान जी की उड़ने की गति  By Binal Jay Thumbar

बचपन में जब हमारे बड़े हमें रामायण की कहानियां सुनाया करते थे तब हमें लक्ष्मण जी के बेहोश होने पर हनुमान जी का संजीवनी बूटी लेने जाना व जाने का किस्सा सुनाया जाता था जिसमे संजीवनी...

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भक्त राजा श्रीकुलशेखर जी By Renu

कोल्लिनगर (केरल) के राजा दृढव्रत बड़े धर्मात्मा थे, किंतु उनके कोई सन्तान न थी। उन्होंने पुत्र के लिये तप किया और भगवान् नारायण की कृपा से द्वादशी के दिन पुनर्वसु नक्षत्रमें उनके घ...

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सेवा और सहिष्णुता के उपासक संत तुकाराम - 11 By Charu Mittal

शिवाजी महाराज को उपदेशतुकाराम महाराज कोरे भजनानंदी नहीं थे, वरन् नैतिक, सामाजिक कर्तव्यों का भी उनको पूरा ज्ञान था। वे सच्चे त्यागी और आत्मज्ञानी थे, इसलिए सभी विषयों में मूल तथ्य...

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भक्त सुधन्वा By Renu

चम्पकपुरीके राजा हंसध्वज बड़े ही धर्मात्मा, प्रजापालक, शूरवीर और भगवद्भक्त थे। उनके राज्यकी यह विशेषता थी कि राजकुल तथा प्रजाके सभी पुरुष 'एकपत्नीव्रत' का पालन करते थे। जो...

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अखा भगत By Renu

अखा भगत गुजराती भाषा के प्राचीन कवियों में महत्त्वपूर्ण स्थान है। वे अपने समय के सर्वोत्तम प्रतिभा संपन्न कवि थे। उनका समय 1592 से 1673 ई. तक माना जाता है। वृत्ति की दृष्टि से वे स...

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भाव का भूखा By DINESH KUMAR KEER

भाव का भूखा एक अमीर आदमी बहुत ही संकट में था । उसे लाखों - करोड़ों का नुकसान जो हुआ था, और सारी जीवन की कमाई डूबने के करीब थी ! जीवन की नाव डगमगा रही थी । वह कभी मंदिर नहीं गया था,...

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श्रीधर स्वामी By Renu

श्रीधर स्वामी के विषय में प्रामाणिक सामग्री तो उपलब्ध नहीं है, जो किंवदन्तियां हैं, उन्‍हीं के आधार पर कुछ जानकारी है। महापुरुषों के जीवन के सत्‍य को ऐसी किंवदन्तियां ही बहुत कुछ प...

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नानी बाई रो मायरो By DINESH KUMAR KEER

नानी बाई रो मायरोनानी बाई ने (मायरा) भात भरने के लिए नरसी जी को बुलाया। नरसी जी के पास भात भरने के लिए कुछ नहीं था. वह निर्धन थे लेकिन भगवन की भक्ति का खजाना भरपूर था. वो कहते थे क...

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चोखा मेला By Renu

चोखा मेला महार जाति के थे। मंगलवेढ़ा नामक स्‍थान में रहते थे। बस्‍ती से मरे हुए जानवर उठा ले जाना ही इनका धंधा था। बचपन से ही ये बड़े सरल और धर्मभीरु थे। श्रीविट्ठल जी के दर्शनों क...

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विसोबा सराफ By Renu

पण्‍ढरपुर से पचास कोस की दूरी पर औंढ़िया नागनाथ एक प्रसिद्ध शिवक्षेत्र है। यहीं पर यजुर्वेदी ब्राह्मण कुल में विसोबा का जन्‍म हुआ था। सराफी का काम करने के कारण ये 'सराफ' कह...

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प्रभु श्रीराम By DINESH KUMAR KEER

प्रभु श्रीराम सालों बाद आज अयोध्या नगरी में प्रभु श्रीराम आए हैं ।सूनी आँखों ने आज प्रभु श्रीराम के दर्शन पाए हैं ।बालक - वृद्ध, नर - नारी सभी जश्न मनाते हैं ।देवगण, ऋषिगण - मुनिगण...

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नाम जप साधना - भाग 18 By Charu Mittal

भगवन्नाम महिमाहरिनामपरा ये च घोरे कलियुगे नराः ।त एव कृतकृत्याप्चश्न कलिर्बाधिते हि तान् ॥ “घोर कलियुग में जो मनुष्य हरिनाम परायण हैं वे ही कृतकृत्य हैं। कलियुग उन्हें बाधा नहीं पह...

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श्री नामदेव जी By Renu

जल-थल और अग्नि आदि में सर्वत्र अपने इष्ट का ही दर्शन करूंगा — यह प्रतिज्ञा श्री नामदेव जी की उसी प्रकार निभी, जैसे कि त्रेतायुग में नरसिंह भगवान् के दास श्री प्रह्लाद जी की निभी थी...

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मेरे प्रभु श्री राम आए हैं ...... By Purnima Kaushik

22 जनवरी का अत्यंत खुशियों से भरा दिन था, जिसका इंतजार अनेक वर्षों से भारत का प्रत्येक नागरिक कर रहा था। इस शुभ अवसर का इंतजार न जाने कितने वर्षों से सभी राम भक्त कर रहे थे। हमारे...

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ईश्वर या धन? By Diyac

ईश्वर या धन? आप क्या चाहते हैं?एक बार एक नगर के राजा के यहाँ पुत्र पैदा हुआ। इस खुशी में राजा ने पूरे नगर में घोषणा करवा दी कि कल पूरी जनता के लिए राजदरबार खोल दिया जायेगा। जो व्यक...

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ईश्वर तू ही अन्नदाता है By Diyac

ईश्वर तू ही अन्नदाता हैकिसी राज्य में एक प्रतापी राज्य हुआ करता था। वो राजा रोज सुबह उठकर पूजा पाठ करता और गरीबों को दान देता। अपने इस उदार व्यवहार और दया की भावना की वजह से राजा प...

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एक बोरी गेहूँ By Diyac

एक बोरी गेहूँचंपक बाल कहानीप्रतापनगर एक बहुत ही संपन्न राज्य था। वहाँ के राजा बहुत ही प्रतापी थे और प्रजा का पूरा ख्याल रखते थे। राजा ने पूरे जीवन प्रजा की मन से सेवा की थी लेकिन अ...

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श्रीमद्भगवद्गीता मेरी समझ में - अध्याय 8 By Ashish Kumar Trivedi

अध्याय 8 अक्षर ब्रह्म योगअध्याय सात में ईश्वर के व्यापक रूप का वर्णन किया गया था। अब अर्जुन के मन में कई सारे प्रश्न उठ रहे थे। उसने श्रीकृष्ण के समक्ष अपने प्रश्न रख दिए। अर्जुन न...

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एक फकीर हुआ, अगस्तीन By SR Daily

एक फकीर हुआ, अगस्तीन।एक फकीर हुआ, अगस्तीन। कोई तीस वर्षों से परमात्मा की खोज में था।भूखा और प्यासा, रोता और चिल्लाता और प्रार्थना करता। एक क्षण का विश्राम न लेता। जीवन का कोई भरोसा...

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बजरंग बाण से अद्भुत लाभ By Captain Dharnidhar

गायत्री मंत्र को दुनिया का सबसे प्रभावी मंत्र माना जाता है लेकिन गायत्री मंत्र की तरह और भी प्रभावशाली मंत्र एवं पाठ है । जैसे - हनुमान चालीसा, बजरंग बाण। हनुमान जी एक ऐसे देवता है...

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चंद्रिका - 1 By Sonali Rawat

नीले पहाड़ों के पीछे एक राज्य था जो सुख और समृद्धि से भरा हुआ था जिसके लोग एक दूसरे की मदद करते थे और सभी के बीच बहुत बर्फ थी जिसके कारण सभी लोग राजा और उसके परिवार का बहुत सम्मान...

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विक्रम और बेताल - 6 - लड़की किसको मिलनी चाहिए? By Your Dreams

लड़की किसको मिलनी चाहिए? उज्जैन में महाबल नाम का एक राजा रहता था। उसके हरिदास नाम का एक दूत था जिसके महादेवी नाम की बड़ी सुन्दर कन्या थी। जब वह विवाह योग्य हुई तो हरिदास को बहुत चि...

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लोक कथा - 2 By Sonali Rawat

समझदार किसान और जादुई बीजएक समय की बात है, हरे-भरे खेतों के बीच बसे एक शांतिपूर्ण गाँव में, राम नाम का एक बुद्धिमान किसान रहता था। राम को उनकी कड़ी मेहनत के लिए जाना जाता था, लेकिन...

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कुछ अंजान जिंदगी की कहानियां - 3 By Your Dreams

द्रुपद का पुत्रेष्टि यज्ञ प्राचीन भारत में पुत्रेष्टि यज्ञ के द्वारा तेजस्वी पुत्र प्राप्त करने की प्रथा थी| जब किसी बहुत बड़े नृपति को संतान का अभाव दुख देता था, तो वह ऋषियों और...

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शिवलिंग By Jay Dave

शिवलिंग पर चढाये जल को लाँघा नही जाता और शिवलिंग की परिक्रमा आधी की जाती है. शिवलिंग पर अर्पित नैवेद्य भी नहीं खाया जाता उसे गऊ वंश को खिला दिया जाता है क्योंकि उनमें ही इसकी शक्ति...

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गायत्री मंत्र से बदलते हैं विचार By Captain Dharnidhar

गायत्री मंत्र को महामंत्र कहा जाता है ,क्योंकि गायत्री मंत्र अपने आप में ही महामंत्र है , गायत्री मंत्र को मंत्रो का मंत्र कहा जाता है ,गायत्री मंत्र के हर अक्षर में बीज मंत्र है अ...

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सब कुछ तुम्हारे हाथ में है! By Your Dreams

सब कुछ तुम्हारे हाथ में है!एक आदमी रेगिस्तान से गुजरते वक़्त बुदबुदा रहा था, “कितनी बेकार जगह है ये, बिलकुल भी हरियाली नहीं है…और हो भी कैसे सकती है यहाँ तो पानी का नामो-निशान भी नह...

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एक योगी की आत्मकथा - 40 By Ira

मेरा भारत लौटनाअत्यंत आनन्द के साथ मैं भारत की पवित्र हवा में फिर एक बार श्वास ले रहा था । हमारा जहाज “राजपूताना” २२ अगस्त १९३५ को मुंबई के विशाल बन्दरगाह में आकर खड़ा हो गया। जहाज...

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राम नाम की ओषधि काटत सभी क्लेश By prabha pareek

         राम नाम की औषघि काटे सभी कलेश गौस्वामी तुलसी दास जी कहते हैं कि मनुष्य का तन शरीर खेत है ओर मन ,वचन, कर्म किसान है। जैसे किसान बीज बोता है वैसे ही हम मन, वचन और कर्म से बी...

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गायत्री जप कभी निष्फल नही जाता By Captain Dharnidhar

हिंदू धर्म मे गायत्री मंत्र बहुत शक्तिशाली मंत्र है इसकी मदद से हम अपनी जिंदगी से जुड़ी हर समस्या का हल कर सकते हैं ।गायत्री मंत्र का जाप करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. सांस...

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हनुमान जी की उड़ने की गति  By Binal Jay Thumbar

बचपन में जब हमारे बड़े हमें रामायण की कहानियां सुनाया करते थे तब हमें लक्ष्मण जी के बेहोश होने पर हनुमान जी का संजीवनी बूटी लेने जाना व जाने का किस्सा सुनाया जाता था जिसमे संजीवनी...

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भक्त राजा श्रीकुलशेखर जी By Renu

कोल्लिनगर (केरल) के राजा दृढव्रत बड़े धर्मात्मा थे, किंतु उनके कोई सन्तान न थी। उन्होंने पुत्र के लिये तप किया और भगवान् नारायण की कृपा से द्वादशी के दिन पुनर्वसु नक्षत्रमें उनके घ...

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सेवा और सहिष्णुता के उपासक संत तुकाराम - 11 By Charu Mittal

शिवाजी महाराज को उपदेशतुकाराम महाराज कोरे भजनानंदी नहीं थे, वरन् नैतिक, सामाजिक कर्तव्यों का भी उनको पूरा ज्ञान था। वे सच्चे त्यागी और आत्मज्ञानी थे, इसलिए सभी विषयों में मूल तथ्य...

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भक्त सुधन्वा By Renu

चम्पकपुरीके राजा हंसध्वज बड़े ही धर्मात्मा, प्रजापालक, शूरवीर और भगवद्भक्त थे। उनके राज्यकी यह विशेषता थी कि राजकुल तथा प्रजाके सभी पुरुष 'एकपत्नीव्रत' का पालन करते थे। जो...

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