hindi Best Human Science Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Human Science in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 16 - कजरी की कहानी 02 By Captain Dharnidhar

केतकी की मा संतोष.. कजरी की बातें सुन कर इमोशनल हो रही थी .. उसी समय कजरी मा ने कजरी की पोल खोल दी ..कजरी चुलबुली है यह सब जानते थे किंतु कजरी का यह नया रूप संतोष की समझ से बाहर था...

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कर्जा माफ़ – किसान हेरान – सरकार परेशान By Arun Singla

हरिराम के उम्र पेंतीस आगे निकल चुकी थी, उसके दो लड़के थे, बड़ा राजू दस वर्ष का था, व् छटी क्लास में और छोटा अक्षय आठ वर्ष का चोथी क्लास में गाँव के सरकारी स्कूल में पड़ते थे, जहां उनक...

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जादुई मन - 5 - भविष्य की घटना देख लेना By Captain Dharnidhar

अध्याय 4 के आगे - मन का पूरे शरीर पर नियंत्रण – ईश्वर के बाद मन को ही अधिक शक्तिशाली मान सकते हैं क्योंकि मन का पूरे शरीर पर नियंत्रण होता है । यह मन ही है जो ज्ञानेन्द्रियों व कर्...

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कठपुतलियाँ By Ranjana Jaiswal

मैं उस समय कक्षा में बच्चों को पढ़ा रही थी, जब दाई ने आकर कहा-बड़ी प्रिंसिपल बुला रही हैं। मैं अन्दर ही अन्दर काँप गई- हे ईश्वर, फिर बुलावा! अब कौन- सा तूफान आने वाला हैं? थोड़ी देर प...

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साहित्य के अंधेरे उजेले  By Ranjana Jaiswal

लेखन की दुनिया बड़ी जटिल है |इस दुनिया में सबकी अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाएँ हैं |सबके अपने लक्ष्य हैं |सब नंबर वन पर आना चाहते हैं ,जिसके लिए वे कई प्रकार का खेल खेलते हैं ,गोटियाँ चल...

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नौकरानी की बेटी - 50 - अंतिम भाग By RACHNA ROY

आज आनंदी बहुत ही खुश हैं वो इसलिए कि अन्वेशा, चेतन, रीतू, शैलेश,शना सभी वापस आ रहे है।वो भी अन्वेशा की शादी होने वाली है।।अन्वेशा की एम डी की पढ़ाई पूरी हो गई और वो भी गोल्ड मेडल क...

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निजी स्कूलों के अध्यापकों का दर्द - एक नजर  By Ranjana Jaiswal

वर्तमान समाज में यदि कोई सबसे दयनीय प्राणी है तो वह है अध्यापक |और अगर वह किसी निजी स्कूल का हुआ तो और भी |वह इतना दबाव झेलता है कि क्या कहें ?एक तो स्कूल प्रबंधन का दबाव ,दूसरे अभ...

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वह अजीब सी लड़की By Ranjana Jaiswal

कुछ महीने वह मेरे घर रही थी |उसके अम्मी-अब्बू के रिक्वेस्ट करने पर मैंने उसे अपने घर रख लिया था |सोचा था अकेली लड़की शहर में पढ़ने आई है .....साथ रह लेगी तो मुझे भी अच्छा ही लगेगा |उ...

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दैनिक जीवन चर्चायाम् -अपेक्षितः श्लोकाः By ramgopal bhavuk

दैनिक जीवन चर्चायाम् अपेक्षितः श्लोकाः सूक्तियश्च। रामगोपाल...

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साधन By Kishanlal Sharma

जब मैं समझदार हुआ तब मेरा ध्यान सड़क किनारे बैलगाड़ी पर छप्पर ताने लोगो पर गया।तब मुझे पता चला।ये गड़रिया लुहार है।महाराणा प्रताप को महलों को छोड़कर जंगलो में रहना पड़ा था।ये उसी परम्प...

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जीवन के उजाले - भविष्य में भूतकाल By राकेश सोहम्

भविष्य में भूतकालउपलब्ध साधनों के जरिए ही आपदाओं से निपटना पड़ता है । कई बार इनसे निपटने को साधन कम पड़ जाते हैं । कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पूरी दुनिया ने यह देखा । संसाधनों की...

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मन By amit kumar mall

सुरसतिया अपने माता पिता की चौथी संतान थी । चारो बच्चो में 3 लड़कियां थी और एक लड़का ।परिवार में कोई जमीन नही थी । मिट्टी के दीवार पर फूस का छप्पर था । भाई को छोड़कर घर के सभी लोग खेत...

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कलाकारों की दुनिया By Anand M Mishra

कलाकारों की अपनी ही दुनिया होती है। वे आम जनों की तरह पाना जीवन नहीं जीते हैं। मन में जो आ गया – सो आ गया। उसे बदलना आसान नहीं होता है। कितने कलाकारों के बारे में सुना है कि वे ट...

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महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 16 - कजरी की कहानी 02 By Captain Dharnidhar

केतकी की मा संतोष.. कजरी की बातें सुन कर इमोशनल हो रही थी .. उसी समय कजरी मा ने कजरी की पोल खोल दी ..कजरी चुलबुली है यह सब जानते थे किंतु कजरी का यह नया रूप संतोष की समझ से बाहर था...

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कर्जा माफ़ – किसान हेरान – सरकार परेशान By Arun Singla

हरिराम के उम्र पेंतीस आगे निकल चुकी थी, उसके दो लड़के थे, बड़ा राजू दस वर्ष का था, व् छटी क्लास में और छोटा अक्षय आठ वर्ष का चोथी क्लास में गाँव के सरकारी स्कूल में पड़ते थे, जहां उनक...

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जादुई मन - 5 - भविष्य की घटना देख लेना By Captain Dharnidhar

अध्याय 4 के आगे - मन का पूरे शरीर पर नियंत्रण – ईश्वर के बाद मन को ही अधिक शक्तिशाली मान सकते हैं क्योंकि मन का पूरे शरीर पर नियंत्रण होता है । यह मन ही है जो ज्ञानेन्द्रियों व कर्...

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कठपुतलियाँ By Ranjana Jaiswal

मैं उस समय कक्षा में बच्चों को पढ़ा रही थी, जब दाई ने आकर कहा-बड़ी प्रिंसिपल बुला रही हैं। मैं अन्दर ही अन्दर काँप गई- हे ईश्वर, फिर बुलावा! अब कौन- सा तूफान आने वाला हैं? थोड़ी देर प...

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साहित्य के अंधेरे उजेले  By Ranjana Jaiswal

लेखन की दुनिया बड़ी जटिल है |इस दुनिया में सबकी अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाएँ हैं |सबके अपने लक्ष्य हैं |सब नंबर वन पर आना चाहते हैं ,जिसके लिए वे कई प्रकार का खेल खेलते हैं ,गोटियाँ चल...

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नौकरानी की बेटी - 50 - अंतिम भाग By RACHNA ROY

आज आनंदी बहुत ही खुश हैं वो इसलिए कि अन्वेशा, चेतन, रीतू, शैलेश,शना सभी वापस आ रहे है।वो भी अन्वेशा की शादी होने वाली है।।अन्वेशा की एम डी की पढ़ाई पूरी हो गई और वो भी गोल्ड मेडल क...

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निजी स्कूलों के अध्यापकों का दर्द - एक नजर  By Ranjana Jaiswal

वर्तमान समाज में यदि कोई सबसे दयनीय प्राणी है तो वह है अध्यापक |और अगर वह किसी निजी स्कूल का हुआ तो और भी |वह इतना दबाव झेलता है कि क्या कहें ?एक तो स्कूल प्रबंधन का दबाव ,दूसरे अभ...

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वह अजीब सी लड़की By Ranjana Jaiswal

कुछ महीने वह मेरे घर रही थी |उसके अम्मी-अब्बू के रिक्वेस्ट करने पर मैंने उसे अपने घर रख लिया था |सोचा था अकेली लड़की शहर में पढ़ने आई है .....साथ रह लेगी तो मुझे भी अच्छा ही लगेगा |उ...

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जीवन के उजाले - भविष्य में भूतकाल By राकेश सोहम्

भविष्य में भूतकालउपलब्ध साधनों के जरिए ही आपदाओं से निपटना पड़ता है । कई बार इनसे निपटने को साधन कम पड़ जाते हैं । कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पूरी दुनिया ने यह देखा । संसाधनों की...

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सुरसतिया अपने माता पिता की चौथी संतान थी । चारो बच्चो में 3 लड़कियां थी और एक लड़का ।परिवार में कोई जमीन नही थी । मिट्टी के दीवार पर फूस का छप्पर था । भाई को छोड़कर घर के सभी लोग खेत...

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कलाकारों की दुनिया By Anand M Mishra

कलाकारों की अपनी ही दुनिया होती है। वे आम जनों की तरह पाना जीवन नहीं जीते हैं। मन में जो आ गया – सो आ गया। उसे बदलना आसान नहीं होता है। कितने कलाकारों के बारे में सुना है कि वे ट...

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