hindi Best Human Science Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Human Science in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


Languages
Categories
Featured Books

जाको राखे साइया By S Sinha

                                                  जाको राखे साइयां  एक कहावत है - ‘ जाको राखे साइयां मार सके न कोई ‘ जो बिल्कुल  सही है . ऊपर वाले की मर्जी के बिना कोई मौत के मुंह...

Read Free

जब मुर्दे जी उठे By S Sinha

                                               जब मुर्दे जी उठे      कुछ ऐसी घटनाओं की चर्चा है जिनमें व्यक्ति अपनी मौत के बाद पुनः जीवित हो उठे  ….   दुर्भाग्यवश मृत्यु जीवन के अं...

Read Free

लोग मर के भी कैसे जिंदा हो जाते हैं By S Sinha

                                   लोग मर के भी कैसे जिंदा हो जाते हैं         किसी व्यक्ति को मृत दो कारणों से घोषित किया जा सकता है  .  क्लीनिकल डेथ - जब किसी व्यक्ति के  पल्स ,...

Read Free

घन्टा मन्दिर का नहीै आपका बज रहा है By Review wala

कोई मन्दिर मे घण्टा बजाए और देश की समस्याएं को भूल जाएकोई मन्दिर मे घण्टा बजाए, और देवता से प्रार्थना करेकि देश की समस्याएं दूर हो जाएं, और शांति और खुशी बरसेकोई मन्दिर मे घण्टा बज...

Read Free

चोटिल चोटिल कहने से काम नहीं चलेगा भैया By Review wala

हैलो effect का मतलब है किसी व्यक्ति या वस्तु के एक गुण के आधार पर उसके अन्य सभी गुणों का अनुमान लगाना⁵। यह एक प्रकार का संज्ञानात्मक पक्षपात है, जो हमारे प्रतिक्रिया, निर्णय और मूल...

Read Free

बियर चिकन की दुनिया.. वाह By Review wala

( न बियर न चिकन वालों से क्षमा याचना करते हुए य़ह कविता पेश किया है, पर मैं मदिरा पान के खिलाफ हूं, य़ह शुद्ध मनोरंजन के लिए ही है बस) बियर, चिकन और आपकी कंपनी पर एक  कविता पेश है:...

Read Free

मस्त राम की कुकिंग डायरी By Review wala

मस्त राम की किचन मे राम प्यारी की ट्रेनिंग "यह मस्त राम ,अजी वही जो सामने वाले फ्लैट में रहता है , अजीब मिट्टी का बना है। इसकी किचन से क्या क्या खुशबू निकलती है पर न तो बुलाता है म...

Read Free

यस सर से येस बट तक By Review wala

यस सर से येस बट तक मैं एक काल्पनिक स्थिति का वर्णन करूंगा जिसमें एक कर्मचारी अपने बॉस के आदेशों का पालन करता है और कभी-कभी "नो सर" कहने की स्थिति में होता है।कर्मचारी जीवन में, बॉस...

Read Free

विवाह और उसके प्रकार... By Abhishek Chaturvedi

क्या आप जानते हैं कि हिन्दू विवाह ८ प्रकार के होते हैं ? ब्राह्मण विवाह से पिशाच विवाह - हिन्दू धर्म आठ मुख्य प्रकार के विवाहों को मान्यता देता है, जिनमें सबसे ऊंचा ब्राह्मण विवाह...

Read Free

संग विज्ञान का - रंग अध्यात्म का - 5 By Jitendra Patwari

5: मूलाधार चक्र – चक्र व्यवस्था का आधारस्तंभ   किसी भी प्रकार की साधना जाने-अनजाने में हो रही चक्रयात्रा ही है। तो चले इस यात्रा पर ... आरंभ करते हैं मूलाधार चक्र से। चक्रयात्रा का...

Read Free

बढ़ते तलाक और उसके दुष्परिणाम By S Sinha

                                                                  बढ़ते तलाक और उसके दुष्परिणाम                                          आजकल दुनिया में तलाक के मामले  बढ़ते जा रहे ...

Read Free

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 102 By Captain Dharnidhar

शान्त बैठी महिला ने आगे कहा ..हम जैनियों में आत्म शुद्धि के लिए संथारा किया जाता है । संसार में रहने से कुछ पाप कलमष आत्मा पर चढ जाते हैं तो उनका निस्तारण संथारा से होजाता है । मनु...

Read Free

जादुई मन - 15 By Captain Dharnidhar

जैसे जाते हुए किसी व्यक्ति की गर्दन पर नजर जमाकर भावना करना कि वह पीछे मुड़कर देखे । ऐसा करते रहने से कुछ देर बाद वह पीछे मुड़कर देखने लग जाता है । ऐसे ही बैठे हुए को खड़े होने को...

Read Free

उसके आंसू By Sudhir Srivastava

संस्मरण उसके आँसू************ पिछले माह 07अप्रैल' 2024 को गोरखपुर के अपने ही एक अग्रज सरीखे साहित्यिक मित्र (जो अपने वादे के अनुसार गोरखपुर से बस्ती केवल मुझे साथ ले जाने के लि...

Read Free

गाँव की बात निराली By DINESH KUMAR KEER

गाँव की बात निरालीगाँव में सुबह - सुबह चार - पांच बजे ही चिडियों की चहचाहट, गाय - भैंसों के रमभाने की आवाज शुरू हो जाती है। घर के बड़े बुजुर्ग जाग कर कुल्ला - मंजन करके बिस्तर पर ब...

Read Free

नदी और लोकजीवन By ramgopal bhavuk

आलेख                                           नदी और लोक-जीवन                                                                 रामगोपाल भावुक                           नदियाँ केवल...

Read Free

मित्रता By संदीप सिंह (ईशू)

मित्रता "जो मित्र सुख-दुख की घड़ी में साथ रहता हो, वही सच्चा मित्र है। " चाणक्य कहते हैं कि सच्चे मित्र की पहचान संकट की घड़ी में होती है।जब बुरा वक्त आता है तो सबसे पहले स्वार्थी...

Read Free

शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु नवचिन्तन By संदीप सिंह (ईशू)

शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु नवचिन्तन अधिक उपयोगी शिक्षा का गुणात्मक ह्रास आज चिंता का विषय है । शिक्षा व्यक्ति , समाज एवं राष्ट्र के विकास में नही सिद्ध हो पा रही है । शिक्षा मन...

Read Free

 मेरी पहचान By bhagirath

 मेरी पहचान    मेरा नाम मेरी पहचान है। लोग मुझे मेरे नाम से पहचानते हैं। जो लोग मुझे आते-जाते देखते हैं और जो मेरा नाम नहीं जानते वे मुझे मेरे चेहरे से पहचानते हैं। चेहरा ही मेरी प...

Read Free

समता मूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 1 By संदीप सिंह (ईशू)

समता मूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 1 समतामूलक से तात्पर्य है कि जिसमें शोषण ना हो। भारत दुनिया का सबसे बड़ा जनतन्त्र है जनसंख्या की दृष्टि से भी विश्व में दूसरे स्थान पर है ।अरबों...

Read Free

सत्यनिष्ठा ईमानदारी समर्पण By संदीप सिंह (ईशू)

सत्यनिष्ठा ईमानदारी समर्पण डायरी के पन्नों से एक सामाजिक लेख कोरोना काल 1.0 के दौरान लिखे लेख को प्रतिलिपि पर प्रस्तुत करना चाहूँगा उत्तर प्रदेश में आए दिन वारदातों का सिलसला सा चल...

Read Free

उद्देश्य ,लक्ष्य ध्येय By नंदलाल मणि त्रिपाठी

उद्देश्य, लक्ष्य, ध्येय -उद्देश्य, लक्ष्य ,ध्येय मानव जीवन के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है जिस मनुष्य के जीवन मे कोई उद्देश्य नही वह मनुष्य दिशा दृष्टि विहीन होता है जीवन का बिना उद...

Read Free

सेक्स: एक शुद्ध ऊर्जा By Nirmal Rathod

हमारे तथागतित पंडित पुरोहितों और हमारे समाज ने जिसको ईश्वर का दर्जा दिया है वह माता - पिता के कारण समाज में ब्रह्मचर्यकी नपुंसकता का फैलाव हुआ है, हर मनुष्य का जन्म सेक्स पर आधारित...

Read Free

तंत्र-योग By Anil Sainger

बीज से पौधा, पौधे से पेड़, पेड़ से फल और फिर, फल से बीज बनता है ये आज का विज्ञान कहता है और आध्यात्म पहले से कहता आ रहा है | धरती या हमारा सौरमंडल क्योंकि इस ब्रह्माण्ड का हिस्सा हैं...

Read Free

दतिया धाम - वृन्दावन By विनोद मिश्र सुरमणि

दतिया की संस्कृति और इतिहास विनोद मिश्र की यह किताब ‘दतिया धाम : वृंदावन’ दतिया के बारे में उनकी चिंताओं उनके अध्ययन और अनुशीलन को प्रकट करती है। वे आलेख जो उन्होंने खासतौर पर दतिय...

Read Free

हिंदी सतसई परंपरा - 4 By शैलेंद्र् बुधौलिया

विषय के अनुसार या संख्या की दृष्टि से सौ या अधिक मुक्तकों के संग्रह होते आए हैं ,हिंदी का सतसई शब्द संस्कृत के सप्तशती का ही तद्भव या विकृत रूप है, अतएव हिंदी में सतसई वह रचना है इ...

Read Free

जाको राखे साइया By S Sinha

                                                  जाको राखे साइयां  एक कहावत है - ‘ जाको राखे साइयां मार सके न कोई ‘ जो बिल्कुल  सही है . ऊपर वाले की मर्जी के बिना कोई मौत के मुंह...

Read Free

जब मुर्दे जी उठे By S Sinha

                                               जब मुर्दे जी उठे      कुछ ऐसी घटनाओं की चर्चा है जिनमें व्यक्ति अपनी मौत के बाद पुनः जीवित हो उठे  ….   दुर्भाग्यवश मृत्यु जीवन के अं...

Read Free

लोग मर के भी कैसे जिंदा हो जाते हैं By S Sinha

                                   लोग मर के भी कैसे जिंदा हो जाते हैं         किसी व्यक्ति को मृत दो कारणों से घोषित किया जा सकता है  .  क्लीनिकल डेथ - जब किसी व्यक्ति के  पल्स ,...

Read Free

घन्टा मन्दिर का नहीै आपका बज रहा है By Review wala

कोई मन्दिर मे घण्टा बजाए और देश की समस्याएं को भूल जाएकोई मन्दिर मे घण्टा बजाए, और देवता से प्रार्थना करेकि देश की समस्याएं दूर हो जाएं, और शांति और खुशी बरसेकोई मन्दिर मे घण्टा बज...

Read Free

चोटिल चोटिल कहने से काम नहीं चलेगा भैया By Review wala

हैलो effect का मतलब है किसी व्यक्ति या वस्तु के एक गुण के आधार पर उसके अन्य सभी गुणों का अनुमान लगाना⁵। यह एक प्रकार का संज्ञानात्मक पक्षपात है, जो हमारे प्रतिक्रिया, निर्णय और मूल...

Read Free

बियर चिकन की दुनिया.. वाह By Review wala

( न बियर न चिकन वालों से क्षमा याचना करते हुए य़ह कविता पेश किया है, पर मैं मदिरा पान के खिलाफ हूं, य़ह शुद्ध मनोरंजन के लिए ही है बस) बियर, चिकन और आपकी कंपनी पर एक  कविता पेश है:...

Read Free

मस्त राम की कुकिंग डायरी By Review wala

मस्त राम की किचन मे राम प्यारी की ट्रेनिंग "यह मस्त राम ,अजी वही जो सामने वाले फ्लैट में रहता है , अजीब मिट्टी का बना है। इसकी किचन से क्या क्या खुशबू निकलती है पर न तो बुलाता है म...

Read Free

यस सर से येस बट तक By Review wala

यस सर से येस बट तक मैं एक काल्पनिक स्थिति का वर्णन करूंगा जिसमें एक कर्मचारी अपने बॉस के आदेशों का पालन करता है और कभी-कभी "नो सर" कहने की स्थिति में होता है।कर्मचारी जीवन में, बॉस...

Read Free

विवाह और उसके प्रकार... By Abhishek Chaturvedi

क्या आप जानते हैं कि हिन्दू विवाह ८ प्रकार के होते हैं ? ब्राह्मण विवाह से पिशाच विवाह - हिन्दू धर्म आठ मुख्य प्रकार के विवाहों को मान्यता देता है, जिनमें सबसे ऊंचा ब्राह्मण विवाह...

Read Free

संग विज्ञान का - रंग अध्यात्म का - 5 By Jitendra Patwari

5: मूलाधार चक्र – चक्र व्यवस्था का आधारस्तंभ   किसी भी प्रकार की साधना जाने-अनजाने में हो रही चक्रयात्रा ही है। तो चले इस यात्रा पर ... आरंभ करते हैं मूलाधार चक्र से। चक्रयात्रा का...

Read Free

बढ़ते तलाक और उसके दुष्परिणाम By S Sinha

                                                                  बढ़ते तलाक और उसके दुष्परिणाम                                          आजकल दुनिया में तलाक के मामले  बढ़ते जा रहे ...

Read Free

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 102 By Captain Dharnidhar

शान्त बैठी महिला ने आगे कहा ..हम जैनियों में आत्म शुद्धि के लिए संथारा किया जाता है । संसार में रहने से कुछ पाप कलमष आत्मा पर चढ जाते हैं तो उनका निस्तारण संथारा से होजाता है । मनु...

Read Free

जादुई मन - 15 By Captain Dharnidhar

जैसे जाते हुए किसी व्यक्ति की गर्दन पर नजर जमाकर भावना करना कि वह पीछे मुड़कर देखे । ऐसा करते रहने से कुछ देर बाद वह पीछे मुड़कर देखने लग जाता है । ऐसे ही बैठे हुए को खड़े होने को...

Read Free

उसके आंसू By Sudhir Srivastava

संस्मरण उसके आँसू************ पिछले माह 07अप्रैल' 2024 को गोरखपुर के अपने ही एक अग्रज सरीखे साहित्यिक मित्र (जो अपने वादे के अनुसार गोरखपुर से बस्ती केवल मुझे साथ ले जाने के लि...

Read Free

गाँव की बात निराली By DINESH KUMAR KEER

गाँव की बात निरालीगाँव में सुबह - सुबह चार - पांच बजे ही चिडियों की चहचाहट, गाय - भैंसों के रमभाने की आवाज शुरू हो जाती है। घर के बड़े बुजुर्ग जाग कर कुल्ला - मंजन करके बिस्तर पर ब...

Read Free

नदी और लोकजीवन By ramgopal bhavuk

आलेख                                           नदी और लोक-जीवन                                                                 रामगोपाल भावुक                           नदियाँ केवल...

Read Free

मित्रता By संदीप सिंह (ईशू)

मित्रता "जो मित्र सुख-दुख की घड़ी में साथ रहता हो, वही सच्चा मित्र है। " चाणक्य कहते हैं कि सच्चे मित्र की पहचान संकट की घड़ी में होती है।जब बुरा वक्त आता है तो सबसे पहले स्वार्थी...

Read Free

शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु नवचिन्तन By संदीप सिंह (ईशू)

शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु नवचिन्तन अधिक उपयोगी शिक्षा का गुणात्मक ह्रास आज चिंता का विषय है । शिक्षा व्यक्ति , समाज एवं राष्ट्र के विकास में नही सिद्ध हो पा रही है । शिक्षा मन...

Read Free

 मेरी पहचान By bhagirath

 मेरी पहचान    मेरा नाम मेरी पहचान है। लोग मुझे मेरे नाम से पहचानते हैं। जो लोग मुझे आते-जाते देखते हैं और जो मेरा नाम नहीं जानते वे मुझे मेरे चेहरे से पहचानते हैं। चेहरा ही मेरी प...

Read Free

समता मूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 1 By संदीप सिंह (ईशू)

समता मूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 1 समतामूलक से तात्पर्य है कि जिसमें शोषण ना हो। भारत दुनिया का सबसे बड़ा जनतन्त्र है जनसंख्या की दृष्टि से भी विश्व में दूसरे स्थान पर है ।अरबों...

Read Free

सत्यनिष्ठा ईमानदारी समर्पण By संदीप सिंह (ईशू)

सत्यनिष्ठा ईमानदारी समर्पण डायरी के पन्नों से एक सामाजिक लेख कोरोना काल 1.0 के दौरान लिखे लेख को प्रतिलिपि पर प्रस्तुत करना चाहूँगा उत्तर प्रदेश में आए दिन वारदातों का सिलसला सा चल...

Read Free

उद्देश्य ,लक्ष्य ध्येय By नंदलाल मणि त्रिपाठी

उद्देश्य, लक्ष्य, ध्येय -उद्देश्य, लक्ष्य ,ध्येय मानव जीवन के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है जिस मनुष्य के जीवन मे कोई उद्देश्य नही वह मनुष्य दिशा दृष्टि विहीन होता है जीवन का बिना उद...

Read Free

सेक्स: एक शुद्ध ऊर्जा By Nirmal Rathod

हमारे तथागतित पंडित पुरोहितों और हमारे समाज ने जिसको ईश्वर का दर्जा दिया है वह माता - पिता के कारण समाज में ब्रह्मचर्यकी नपुंसकता का फैलाव हुआ है, हर मनुष्य का जन्म सेक्स पर आधारित...

Read Free

तंत्र-योग By Anil Sainger

बीज से पौधा, पौधे से पेड़, पेड़ से फल और फिर, फल से बीज बनता है ये आज का विज्ञान कहता है और आध्यात्म पहले से कहता आ रहा है | धरती या हमारा सौरमंडल क्योंकि इस ब्रह्माण्ड का हिस्सा हैं...

Read Free

दतिया धाम - वृन्दावन By विनोद मिश्र सुरमणि

दतिया की संस्कृति और इतिहास विनोद मिश्र की यह किताब ‘दतिया धाम : वृंदावन’ दतिया के बारे में उनकी चिंताओं उनके अध्ययन और अनुशीलन को प्रकट करती है। वे आलेख जो उन्होंने खासतौर पर दतिय...

Read Free

हिंदी सतसई परंपरा - 4 By शैलेंद्र् बुधौलिया

विषय के अनुसार या संख्या की दृष्टि से सौ या अधिक मुक्तकों के संग्रह होते आए हैं ,हिंदी का सतसई शब्द संस्कृत के सप्तशती का ही तद्भव या विकृत रूप है, अतएव हिंदी में सतसई वह रचना है इ...

Read Free