hindi Best Fiction Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


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  • पथरीले कंटीले रास्ते - 16

      पथरीले कंटीले रास्ते    16   खाने में आज कढी चावल बने थे । सबको चावल के साथ ती...

  • द्वारावती - 23

    23एक नूतन प्रभात जन्म ले रहा था। केशव समुद्र की तरफ़ चलने लगा। उस कंदरा तक जा रह...

  • नक़ल या अक्ल - 9

    9 एडमिट कार्ड    अब निहाल ने अम्मा बापू को समझाते  हुए कहा,  “वैसे  भैया, ठीक कह...

फागुन के मौसम - भाग 17 By शिखा श्रीवास्तव

वैदेही और तारा जब उस बिल्डिंग में पहुँचे जहाँ अब वैदेही रहने वाली थी तब तारा को पता चला कि शारदा जी ने एक ही फ्लोर पर आमने-सामने के दो फ्लैट रेंट पर लिए थे। एक फ्लैट में वैदेही अके...

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पथरीले कंटीले रास्ते - 16 By Sneh Goswami

  पथरीले कंटीले रास्ते    16   खाने में आज कढी चावल बने थे । सबको चावल के साथ तीन तीन रोटी मिली । बाकी कैदी बाहर को चले तो वह भी रोटी डलवा कर बाहर पेङ के नीचे आ गया । पेङ की पत्तिय...

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उन्हीं रास्तों से गुज़रते हुए - भाग 7 By Neerja Hemendra

भाग 7 यही तो हमारे समाज की परम्परा है। यही तो शिक्षा देता है हमारा समाज? हमारे माता- पिता भी तो बचपन से यही बात स्मरण कराते रहते हैं कि तुम लड़की हो, तुम्हें तोे व्याह कर एक दिन अपन...

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द्वारावती - 23 By Vrajesh Shashikant Dave

23एक नूतन प्रभात जन्म ले रहा था। केशव समुद्र की तरफ़ चलने लगा। उस कंदरा तक जा रहे चरणों में एक उत्साह था तो मन में अनेक विचार जो चलते चरणों से भी अधिक तेज गति से चल रहे थे। चरणों स...

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नक़ल या अक्ल - 9 By Swati

9 एडमिट कार्ड    अब निहाल ने अम्मा बापू को समझाते  हुए कहा,  “वैसे  भैया, ठीक कह रहें है I”  उसके अम्मा बापू भी उसकी तरफ देखने लगेI  “हाँ बापू,  दिवाली से पहले घर में लक्ष्मी का आन...

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प्यार हुआ चुपके से - भाग 22 By Kavita Verma

रति,लक्ष्मी के साथ मंदिर पहुंची,तो वहां आज रोज़ से कुछ ज़्यादा ही चहल-पहल थी। मंदिर में अजय अपनी मां के साथ खड़ा, पंडितजी से कुछ बातें कर रहा था। "बिटिया तू मंदिर में जा, मैं ज़रा...

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फादर्स डे - 71 By Praful Shah

लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 71 मंगलवार 31/08/2004 अमित चंद्रकान्त सोनावणे केस में सुनाई गई फांसी की सजा और संकेत सूर्यकान्त भांडेपाटील केस में उम्र कैद के खिलाफ लहूकुमार रामचन्द्र ढेकणे...

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अमावस्या में खिला चाँद - 21 (अंतिम भाग) By Lajpat Rai Garg

- 21 -         ‘उठाले’ से एक दिन पूर्व मुक्ता को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। ‘उठाले’ की रस्म पूरी होने के बाद सुबह से शाम तक के लिए एक...

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मैं तो ओढ चुनरिया - 55 By Sneh Goswami

55 घर और शहर पीछे छूट गया था और एक नया शहर मेरा इंतजार कर रहा था या सीधे सीधे कहूँ तो शहर का मैं इंतजार कर रही थी । थोङी थोङी देर में कोई स्टेशन आता तो बराती वहाँ उतर जाते , चाय ले...

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शोहरत का घमंड - 83 By shama parveen

तब आलिया बोलती है, "आपका दिमाग तो ठीक है आप ये क्या बोल रहे हैं, एक महीने के लिए शादी, ऐसा कोन करता है"।तब आर्यन बोलता है, "तुम इतना चोक क्यो रही हो एक महीने की शादी का सुन कर, तुम...

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स्वयंवधू - 4 By Sayant

अभी तक वृषाली का अपहरण किए उसे कैद में रख, उसका जीवन सामान्य ही चल रहा है लेकिन मासिकधर्म एक लड़की के लिए काफी मुश्किल समय होता है खासकर जब उसके पास उसका मानसिक चैन ना हो और जो पक्...

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हक है सिर्फ मेरा - 5 By simran

आहुति जेसे ही पीछे मुड़ कर देखती है तो वहा पर एक लड़का खड़ा था । जो काफी हैंडसम था । उसने इस वक्त डार्क ग्रे कलर का थ्री पीस सूट पहना था ।उसका फेयर कलर , मस्कुलर बॉडी , चेहरे पर हल...

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Falling for my Heart Criminal - 6 By simran

मन्नत जेसे ही शावर लेकर आती है तो उसने आज ब्लैक कलर का सूट पहना था ! वो थोड़ा ओवरसाइज्ड लग रहा था! मन्नत जेसे ही अपने आप को मिरर में देखती है तो गहरी सांस लेते हुए : कितनी पतली हो...

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फागुन के मौसम - भाग 17 By शिखा श्रीवास्तव

वैदेही और तारा जब उस बिल्डिंग में पहुँचे जहाँ अब वैदेही रहने वाली थी तब तारा को पता चला कि शारदा जी ने एक ही फ्लोर पर आमने-सामने के दो फ्लैट रेंट पर लिए थे। एक फ्लैट में वैदेही अके...

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पथरीले कंटीले रास्ते - 16 By Sneh Goswami

  पथरीले कंटीले रास्ते    16   खाने में आज कढी चावल बने थे । सबको चावल के साथ तीन तीन रोटी मिली । बाकी कैदी बाहर को चले तो वह भी रोटी डलवा कर बाहर पेङ के नीचे आ गया । पेङ की पत्तिय...

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भाग 7 यही तो हमारे समाज की परम्परा है। यही तो शिक्षा देता है हमारा समाज? हमारे माता- पिता भी तो बचपन से यही बात स्मरण कराते रहते हैं कि तुम लड़की हो, तुम्हें तोे व्याह कर एक दिन अपन...

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23एक नूतन प्रभात जन्म ले रहा था। केशव समुद्र की तरफ़ चलने लगा। उस कंदरा तक जा रहे चरणों में एक उत्साह था तो मन में अनेक विचार जो चलते चरणों से भी अधिक तेज गति से चल रहे थे। चरणों स...

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9 एडमिट कार्ड    अब निहाल ने अम्मा बापू को समझाते  हुए कहा,  “वैसे  भैया, ठीक कह रहें है I”  उसके अम्मा बापू भी उसकी तरफ देखने लगेI  “हाँ बापू,  दिवाली से पहले घर में लक्ष्मी का आन...

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फादर्स डे - 71 By Praful Shah

लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 71 मंगलवार 31/08/2004 अमित चंद्रकान्त सोनावणे केस में सुनाई गई फांसी की सजा और संकेत सूर्यकान्त भांडेपाटील केस में उम्र कैद के खिलाफ लहूकुमार रामचन्द्र ढेकणे...

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मन्नत जेसे ही शावर लेकर आती है तो उसने आज ब्लैक कलर का सूट पहना था ! वो थोड़ा ओवरसाइज्ड लग रहा था! मन्नत जेसे ही अपने आप को मिरर में देखती है तो गहरी सांस लेते हुए : कितनी पतली हो...

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