hindi Best Classic Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Classic Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


Languages
Categories
Featured Books
  • मददगारों के बीच

    रास्ता बहुत ही ऊबड़ - खाबड़ था। बड़े - बड़े पत्थरों से तो फिर भी किसी तरह बचते -...

  • सपाट अक्स

    वह पिछले कई बरस से इस नौकरी में था। उसके रिटायरमेंट में अभी तीन - चार बरस का समय...

  • वितंडी

    - सर, मुझसे ये सब सहन नहीं होता। - सहनशीलता... टॉलरेंस, ये एक गुण है। ये जन्मजात...

मददगारों के बीच By Prabodh Kumar Govil

रास्ता बहुत ही ऊबड़ - खाबड़ था। बड़े - बड़े पत्थरों से तो फिर भी किसी तरह बचते - बचाते जिप्सी बढ़ रही थी किंतु जगह- जगह सूखे बबूलों की जो टहनियां पड़ी थीं उनके कांटे बड़े खतरनाक थे...

Read Free

रोहित.... - 2 By Lotus

में चाहता तो अपने पापा की सहकारी नौकरी BHEL में कर सकता था मगर मे नहीं कर सकता क्योंकि मे आजाद ज़िन्दगी जीना चाहता हूं अपने मॉ बाप का एकलोता हू और वो जितना कर के गये हैं मेरे लिए म...

Read Free

सपाट अक्स By Prabodh Kumar Govil

वह पिछले कई बरस से इस नौकरी में था। उसके रिटायरमेंट में अभी तीन - चार बरस का समय और भी बाकी था। यह पहली जगह थी जहां जमकर वह इतने अर्से तक टिका था। वरना इससे पहले तो हर दो - तीन साल...

Read Free

महाराणा प्रताप और अकबर की वो मुलाकात By Mohit Trendster

ध्यान दें - ये उस कालखंड और तब हुई घटनाओं के अनुसार लिखी एक काल्पनिक कहानी (Historical Fiction) है।  पराक्रम से गूंजा ये गगन,थर-थर कांपे जिससे दुश्मन,सिंह के पंजों में तड़पे जैसे भु...

Read Free

वितंडी By Prabodh Kumar Govil

- सर, मुझसे ये सब सहन नहीं होता। - सहनशीलता... टॉलरेंस, ये एक गुण है। ये जन्मजात भी हो सकता है और इसे विकसित भी किया जा सकता है। हर व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व निर्माण के लिए ऐसा कर...

Read Free

जवानों के भी दिल होते हैं By Jatin Tyagi

जहाँ खुफिया एजेंसी से सिर्फ 4-5 आतंकवादियों के सीमा पार से कश्मीर के एक गांव में छुपने की खबर मिली थी, तो श्रीनगर आर्मी बेस के ब्रिगेडियर साहब ने भी मेजर के नेतृत्व में 8 सैनिकों क...

Read Free

अंतर By Prabodh Kumar Govil

- आप समझने की कोशिश कीजिए मिस्टर, इस तरह बचपना करके आप एक नहीं बल्कि दो- दो जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। डॉ. तिवारी ने कहा। - पर डॉक्टर, मैं कैसे समझाऊं आपको कि मानसिक तौर...

Read Free

अंकल का मज़ाक By Prabodh Kumar Govil

चेतन घर में घुसा तो कुछ मायूस था। मुझे अजीब सा लगा। क्या बात हो सकती है? अभी- अभी अपनी साइकिल उठा कर बाहर गया था तब तो बड़ा चहक रहा था। घड़ी भर में ही पस्त सा वापस लौटा है। होगा कु...

Read Free

अब नहीं आयेंगे वे By Prabodh Kumar Govil

- गौरा, ओ गौरा... अम्मा ने चिल्लाकर आवाज़ लगाई। जाने कहां मर गई, इसे तो जब देखो तब बाहर ही भागने की लगी रहती है, जरा काम से फुर्सत मिली और निकल भागी। अब जरा जरा से काम के लिए चिल्ल...

Read Free

अपाहिज By Prabodh Kumar Govil

पिछले कुछ सालों में उसकी उम्र ने कुछ ज़्यादा ही रफ़्तार से फासले तय किए हैं। सब कुछ ऐसे गुजरता चला गया है कि जैसे समय बहुत ही कम हो और होनी की घटना - श्रृंखलाएं बहुत अधिक। इसीलिए ह...

Read Free

आत्म विवाह - 4 - (लिव-इन रिलेशनशिप) By r k lal

आत्म विवाह भाग- 4(लिव-इन रिलेशनशिप)आर ० के ० लालचित्रा ने आगे बताया कि एक दिन मेरी रूममेट रेखा जिसे मैंने भगा दिया था अचानक घर पर आ गई, उसके हाथ में एक सूटकेस था। आते ही वह रोने लग...

Read Free

अशोक बिंदुसार मौर्य से चक्रवर्ती सम्राट अशोक तक का सफार By Jatin Tyagi

सम्राट अशोक भारतीय इतिहास के एक ऐसे महान शासक थे, जिसकी तुलना विश्व में किसी से नहीं की जा सकती। वह भारत में मौर्य साम्राज्य के तीसरे शासक थे जिन्होंने 269 ईसापूर्व से 232 ईसापूर्व...

Read Free

दो बहने - 14 By Mansi

Part 14 अब तक आपने देखा कि शादी बस शुरू होने वाली है दोनो जोड़ी ने माला पहना दी थी अब आगे की कहानी देखते है। फार्म हाउस में बहुत अच्छे से सब बंदोबस्त किया गया था सबकी जरूरतों को ध्...

Read Free

चाणक्य एक दिव्यात्मा By Jatin Tyagi

आचार्य चाणक्य जो कि विष्णुगुप्त और कौटिल्य के नाम से प्रसिद्ध हैं। वे एक महान दार्शनिक, अर्थशास्त्री और राजनेता थे उन्होंने भारतीय राजनीतिक ग्रंथ, ‘ द अर्थशास्त्र’ लिखा था। इस ग्रं...

Read Free

बड़ों को चरण स्पर्श और छोटों को प्यार By r k lal

बड़ों को चरण स्पर्श और छोटों को प्यार आर0 के0 लाल आज रमेश के कॉलेज का वार्षिकोत्सव था पूरा ऑडिटोरियम खचाखच भरा हुआ था उसमें स्टूडेंट्स के साथ उनके पेरेंट्स ग्रैंडपेरेंट्स भी उपस्थित...

Read Free

दूसरे की बीवी By r k lal

दूसरे की बीवी आर0 के0 लाल अशोक ने चहकते हुए अपनी पत्नी उमा को आवाज लगायी, "अजी सुनती हो बच्चों की बुआ नीलम की देवरानी सन्नो के लड़के चिरंजीव अमिताभ की शादी का निमंत्रण आया है। देखो...

Read Free

स्वेटर के फंदे By Poonam Gujrani Surat

कहानीस्वेटर के फंदेसूरज अस्ताचल की ओर बढ़ते हुए अपनी लालीमा के निशान नीलगगन पर छोड़ रहा था। ऐसा लग रहा था मानो किसी सुहागिन के हाथ से सिंदूर की भर्ती हुई डिबिया छूट गई हो। पंछियों...

Read Free

कंक्रीट के महल By Dakshal Kumar Vyas

बरसो से चल रहा कार्य आज तेज हो गया । गांव जाते समय देखा ट्रेन में से क्या था क्या हो गया । नदी , नाले ,तालाब , जंगल , गांव । जहा 60 इंच तक बरसात में नदी नाले नही भरा करते थे और आज...

Read Free

पलायन - 2 By राज कुमार कांदु

कोरोना की पहली लहर से सबक न लेते हुए सरकार ने इस बीमारी से लड़ने का कोई कारगर उपाय नहीं किया जिसका नतीजा यह निकला कि गंगा का पानी लाशों से पट गया। गंगा किनारे रेत में गड़े इंसानी जिस...

Read Free

सत्य की खोज By Poonam Gujrani Surat

अजीब कशमकश थी गिरीराज के मन में ।रात आधी से ज्यादा बीत चुकी थी पर उसकी आंखों में अंश मात्र भी नींद नहीं थी। वो सोच रहा था- क्या कर राहा हूं मैं .... क्या करना चाहिए मुझे....जिन गुत...

Read Free

वेश्या का भाई - (अन्तिम भाग) By Saroj Verma

जब रामजस चुप हो गया तो कुशमा ने उससे कहा... तुम चुप क्यों हो गए? जी! आपने ही तो चुप रहने को कहा मुझसे,रामजस बोला।। अच्छा वो सब छोड़ो पहले ये बताओ तुमने अपनी दवा खाई,कुशमा ने पूछा।।...

Read Free

गुलाब का खून By Prabodh Kumar Govil

गुलाब का खून- प्रबोध कुमार गोविल ज़्यादा हरियाली तो अब नहीं बची थी पर जो कुछ भी था, उसे तो बचाना ही था। इसीलिए वो पानी का पाइप हाथ में लेकर लॉन के कौने वाले उस पौधे पर धार छोड़ने म...

Read Free

खुल जा सिम सिम By Prabodh Kumar Govil

बाहर गली में बच्चे खेल रहे थे। चौंकिए मत!आप कहेंगे कि बच्चे बाहर कब खेलते हैं, वो तो मोबाइल हाथ में लेकर घर के भीतर ही खेलते हैं। नहीं, ये आज की बात नहीं है। बरसों पुरानी बात है। त...

Read Free

चपरकनाती By Prabodh Kumar Govil

"चपरकनाती"- प्रबोध कुमार गोविल दूरबीन से इधर- उधर देखता हुआ वो सैलानी अपनी छोटी सी मोटरबोट को किनारे ले आया। उसे कुछ मछुआरे दिखे थे। उन्हीं से बात होने लगी। टोकरी से कुछ छोटी मछलिय...

Read Free

मददगारों के बीच By Prabodh Kumar Govil

रास्ता बहुत ही ऊबड़ - खाबड़ था। बड़े - बड़े पत्थरों से तो फिर भी किसी तरह बचते - बचाते जिप्सी बढ़ रही थी किंतु जगह- जगह सूखे बबूलों की जो टहनियां पड़ी थीं उनके कांटे बड़े खतरनाक थे...

Read Free

रोहित.... - 2 By Lotus

में चाहता तो अपने पापा की सहकारी नौकरी BHEL में कर सकता था मगर मे नहीं कर सकता क्योंकि मे आजाद ज़िन्दगी जीना चाहता हूं अपने मॉ बाप का एकलोता हू और वो जितना कर के गये हैं मेरे लिए म...

Read Free

सपाट अक्स By Prabodh Kumar Govil

वह पिछले कई बरस से इस नौकरी में था। उसके रिटायरमेंट में अभी तीन - चार बरस का समय और भी बाकी था। यह पहली जगह थी जहां जमकर वह इतने अर्से तक टिका था। वरना इससे पहले तो हर दो - तीन साल...

Read Free

महाराणा प्रताप और अकबर की वो मुलाकात By Mohit Trendster

ध्यान दें - ये उस कालखंड और तब हुई घटनाओं के अनुसार लिखी एक काल्पनिक कहानी (Historical Fiction) है।  पराक्रम से गूंजा ये गगन,थर-थर कांपे जिससे दुश्मन,सिंह के पंजों में तड़पे जैसे भु...

Read Free

वितंडी By Prabodh Kumar Govil

- सर, मुझसे ये सब सहन नहीं होता। - सहनशीलता... टॉलरेंस, ये एक गुण है। ये जन्मजात भी हो सकता है और इसे विकसित भी किया जा सकता है। हर व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व निर्माण के लिए ऐसा कर...

Read Free

जवानों के भी दिल होते हैं By Jatin Tyagi

जहाँ खुफिया एजेंसी से सिर्फ 4-5 आतंकवादियों के सीमा पार से कश्मीर के एक गांव में छुपने की खबर मिली थी, तो श्रीनगर आर्मी बेस के ब्रिगेडियर साहब ने भी मेजर के नेतृत्व में 8 सैनिकों क...

Read Free

अंतर By Prabodh Kumar Govil

- आप समझने की कोशिश कीजिए मिस्टर, इस तरह बचपना करके आप एक नहीं बल्कि दो- दो जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। डॉ. तिवारी ने कहा। - पर डॉक्टर, मैं कैसे समझाऊं आपको कि मानसिक तौर...

Read Free

अंकल का मज़ाक By Prabodh Kumar Govil

चेतन घर में घुसा तो कुछ मायूस था। मुझे अजीब सा लगा। क्या बात हो सकती है? अभी- अभी अपनी साइकिल उठा कर बाहर गया था तब तो बड़ा चहक रहा था। घड़ी भर में ही पस्त सा वापस लौटा है। होगा कु...

Read Free

अब नहीं आयेंगे वे By Prabodh Kumar Govil

- गौरा, ओ गौरा... अम्मा ने चिल्लाकर आवाज़ लगाई। जाने कहां मर गई, इसे तो जब देखो तब बाहर ही भागने की लगी रहती है, जरा काम से फुर्सत मिली और निकल भागी। अब जरा जरा से काम के लिए चिल्ल...

Read Free

अपाहिज By Prabodh Kumar Govil

पिछले कुछ सालों में उसकी उम्र ने कुछ ज़्यादा ही रफ़्तार से फासले तय किए हैं। सब कुछ ऐसे गुजरता चला गया है कि जैसे समय बहुत ही कम हो और होनी की घटना - श्रृंखलाएं बहुत अधिक। इसीलिए ह...

Read Free

आत्म विवाह - 4 - (लिव-इन रिलेशनशिप) By r k lal

आत्म विवाह भाग- 4(लिव-इन रिलेशनशिप)आर ० के ० लालचित्रा ने आगे बताया कि एक दिन मेरी रूममेट रेखा जिसे मैंने भगा दिया था अचानक घर पर आ गई, उसके हाथ में एक सूटकेस था। आते ही वह रोने लग...

Read Free

अशोक बिंदुसार मौर्य से चक्रवर्ती सम्राट अशोक तक का सफार By Jatin Tyagi

सम्राट अशोक भारतीय इतिहास के एक ऐसे महान शासक थे, जिसकी तुलना विश्व में किसी से नहीं की जा सकती। वह भारत में मौर्य साम्राज्य के तीसरे शासक थे जिन्होंने 269 ईसापूर्व से 232 ईसापूर्व...

Read Free

दो बहने - 14 By Mansi

Part 14 अब तक आपने देखा कि शादी बस शुरू होने वाली है दोनो जोड़ी ने माला पहना दी थी अब आगे की कहानी देखते है। फार्म हाउस में बहुत अच्छे से सब बंदोबस्त किया गया था सबकी जरूरतों को ध्...

Read Free

चाणक्य एक दिव्यात्मा By Jatin Tyagi

आचार्य चाणक्य जो कि विष्णुगुप्त और कौटिल्य के नाम से प्रसिद्ध हैं। वे एक महान दार्शनिक, अर्थशास्त्री और राजनेता थे उन्होंने भारतीय राजनीतिक ग्रंथ, ‘ द अर्थशास्त्र’ लिखा था। इस ग्रं...

Read Free

बड़ों को चरण स्पर्श और छोटों को प्यार By r k lal

बड़ों को चरण स्पर्श और छोटों को प्यार आर0 के0 लाल आज रमेश के कॉलेज का वार्षिकोत्सव था पूरा ऑडिटोरियम खचाखच भरा हुआ था उसमें स्टूडेंट्स के साथ उनके पेरेंट्स ग्रैंडपेरेंट्स भी उपस्थित...

Read Free

दूसरे की बीवी By r k lal

दूसरे की बीवी आर0 के0 लाल अशोक ने चहकते हुए अपनी पत्नी उमा को आवाज लगायी, "अजी सुनती हो बच्चों की बुआ नीलम की देवरानी सन्नो के लड़के चिरंजीव अमिताभ की शादी का निमंत्रण आया है। देखो...

Read Free

स्वेटर के फंदे By Poonam Gujrani Surat

कहानीस्वेटर के फंदेसूरज अस्ताचल की ओर बढ़ते हुए अपनी लालीमा के निशान नीलगगन पर छोड़ रहा था। ऐसा लग रहा था मानो किसी सुहागिन के हाथ से सिंदूर की भर्ती हुई डिबिया छूट गई हो। पंछियों...

Read Free

कंक्रीट के महल By Dakshal Kumar Vyas

बरसो से चल रहा कार्य आज तेज हो गया । गांव जाते समय देखा ट्रेन में से क्या था क्या हो गया । नदी , नाले ,तालाब , जंगल , गांव । जहा 60 इंच तक बरसात में नदी नाले नही भरा करते थे और आज...

Read Free

पलायन - 2 By राज कुमार कांदु

कोरोना की पहली लहर से सबक न लेते हुए सरकार ने इस बीमारी से लड़ने का कोई कारगर उपाय नहीं किया जिसका नतीजा यह निकला कि गंगा का पानी लाशों से पट गया। गंगा किनारे रेत में गड़े इंसानी जिस...

Read Free

सत्य की खोज By Poonam Gujrani Surat

अजीब कशमकश थी गिरीराज के मन में ।रात आधी से ज्यादा बीत चुकी थी पर उसकी आंखों में अंश मात्र भी नींद नहीं थी। वो सोच रहा था- क्या कर राहा हूं मैं .... क्या करना चाहिए मुझे....जिन गुत...

Read Free

वेश्या का भाई - (अन्तिम भाग) By Saroj Verma

जब रामजस चुप हो गया तो कुशमा ने उससे कहा... तुम चुप क्यों हो गए? जी! आपने ही तो चुप रहने को कहा मुझसे,रामजस बोला।। अच्छा वो सब छोड़ो पहले ये बताओ तुमने अपनी दवा खाई,कुशमा ने पूछा।।...

Read Free

गुलाब का खून By Prabodh Kumar Govil

गुलाब का खून- प्रबोध कुमार गोविल ज़्यादा हरियाली तो अब नहीं बची थी पर जो कुछ भी था, उसे तो बचाना ही था। इसीलिए वो पानी का पाइप हाथ में लेकर लॉन के कौने वाले उस पौधे पर धार छोड़ने म...

Read Free

खुल जा सिम सिम By Prabodh Kumar Govil

बाहर गली में बच्चे खेल रहे थे। चौंकिए मत!आप कहेंगे कि बच्चे बाहर कब खेलते हैं, वो तो मोबाइल हाथ में लेकर घर के भीतर ही खेलते हैं। नहीं, ये आज की बात नहीं है। बरसों पुरानी बात है। त...

Read Free

चपरकनाती By Prabodh Kumar Govil

"चपरकनाती"- प्रबोध कुमार गोविल दूरबीन से इधर- उधर देखता हुआ वो सैलानी अपनी छोटी सी मोटरबोट को किनारे ले आया। उसे कुछ मछुआरे दिखे थे। उन्हीं से बात होने लगी। टोकरी से कुछ छोटी मछलिय...

Read Free