hindi Best Children Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Children Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and c...Read More


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  • ख़ूब नहाए पर झाग न झाए

    गोविंदाभाई झिंगोरानी रातोरात महान कैसे हो गए और नौसेना पुलिस में जेलर सेसाबुनों...

  • यह कैसी सीख

    मणि ने सब्जी का थैला एक ओर रखा. मां को पैसे लौटाने के लिए जेब में हाथ डाला. फिर...

  • शेर के साथ स्कूल तक

    किसी भी काम को सही ढंग से नहीं करता था चिंटू. बहुत ही शरारती था.ऐसा एक भी दिन...

ख़ूब नहाए पर झाग न झाए By SAMIR GANGULY

गोविंदाभाई झिंगोरानी रातोरात महान कैसे हो गए और नौसेना पुलिस में जेलर सेसाबुनों के आविष्कार कैसे हो गए, यह एक लंबी रहस्यभरी कहानी है.पर हां, इतना सच है कि जगतप्रिय साबुन फैक्टरी के...

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मोबाइल में गाँव - 10 - हर साँप जहरीला नहीं होता By Sudha Adesh

हर साँप जहरीला नहीं होता-10 सुनयना ने बाहर आकर साँप के बारे में बताया तो ममा तो घबड़ा ही गईं वहीं चाची ननकू को डाँटने लगीं । तब उसने यह कहते हुये ननकू का बचाव किया कि ननकू अंक...

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यह कैसी सीख By SAMIR GANGULY

मणि ने सब्जी का थैला एक ओर रखा. मां को पैसे लौटाने के लिए जेब में हाथ डाला. फिर एक ही सांस में सारी जेबें टटोल डाली.‘‘ क्या हुआ?’’ मां ने पूछा.‘‘ मां, पांच का नोट शायद कहीं गिर गया...

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शेर के साथ स्कूल तक By SAMIR GANGULY

किसी भी काम को सही ढंग से नहीं करता था चिंटू. बहुत ही शरारती था.ऐसा एक भी दिन न होता, जब चिंटू के कारण उसकी मां को दो चार शिकायतें न सुनती पड़ती. स्कूल गांव से दूर था. फिर भी सारे...

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विदुषी By Asha Saraswat

आज आपको छोटी सी गुड़िया विदुषी की बातें बताते हैं जो कि अपनी स्कूल अध्यापिका से बहुत लगाव रखती है ।बात उन दिनों की है जब हर घर में मोबाइल या लैंडलाइन नहीं हुआ करते थे।विद्यालय में...

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भावनाएं सब में होती हैं By शक्ति

" तो क्या पेड़ - पौधे भी हमें सुन सकते हैं दादाजी!!?" सात साल के शुभ ने अपने दादाजी से पूँछा। " डॉ मनमोहन श्रीवास्तव" शुभ के दादाजी, एक सफल वनस्पति-वैज्ञानिक । वे दोनों ही अपने घर क...

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नन्ही गुड़िया By Asha Saraswat

पहली बार जब छोटे बच्चे स्कूल जाते है,रो-रो कर पूरा घर ही सिर पर उठा लेते है।सुबह उठने से लेकर स्कूल जाने तक की प्रक्रिया में वह घर के सदस्यों को परेशान कर दे...

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बाल कहानी - समझदार By Asha Saraswat

नानी के घर जाना सब बच्चों को बहुत ही अच्छा लगता है,सुनयना को भी अपनी नानी के घर जाने में बहुत अच्छा लगता था ।वह अपने भाई-बहिनों में सबसे छोटी थी,सबकी प्यारी थी।जब गर्मी की छुट्टियो...

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जिराफ चला अपनी तलाश में By SAMIR GANGULY

दो चित्र कथाएँपहली कहानीजिराफ चला अपनी तलाश मेंसजधज कर लंबू जिराफ निकला घर से.स्केटिंग करता आया बंदर,पूछा-कहां चले?जिराफ चलते-चलते बोला-यह ढूंढने कि मैं चाहता क्या हूं?बंदर बोला- द...

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झागवाला साबुन By SAMIR GANGULY

दोस्तो! आज हम तुम्हें एक नया खेल सिखाते हैं. खेल दिमाग का है और खेल का नाम है-बुनो कहानी.कोई भी दो लोग मिलकर इसे खेल सकते हैं. खेलने के लिए चाहिए सिर्फ़ एक कॉपी और कलम.खेल में एक ब...

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आओ बुने कहानी By SAMIR GANGULY

दोस्तो! आज हम तुम्हें एक नया खेल सिखाते हैं. खेल दिमाग का है और खेल का नाम है-बुनो कहानी.कोई भी दो लोग मिलकर इसे खेल सकते हैं. खेलने के लिए चाहिए सिर्फ़ एक कॉपी और कलम.खेल में एक ब...

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बाल कहानी - राजा भैया By Asha Saraswat

राजू भैया को हर समय खेलना बहुत पसंद था।वैसे तो नाम उनका राजकुमार था लेकिन कभी-कभी राजा और अधिकतर उन्हें सब राजू भैया ही बोलते थे।राजू भैया खेलने में ही अपना पूरा समय बिताते थे ,मम्...

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आँखों देखी,कानों सुनी By SAMIR GANGULY

पहले गजब हुआ.और फिर हुआ हंगामा.नैना जोशी का स्कूल में अध्यापिका के रूप में पहला दिन. कक्षा 3 में पहली क्लास.पता नहीं कैसे उसका हाथ उस लड़की पल्लवी के कान तक पहुंच गया.क्या उसने उसका...

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जादुई पौधा By Rama Sharma Manavi

राजकुमार आदित्य राजगढ़ का राजकुमार था, महाराज, महारानी की इकलौती संतान।सात साल का राजकुमार अत्यंत कुशाग्र बुद्धि ,सुंदर शक्ल-सूरत का बालक था।माता-पिता के साथ पूरे महल के लोग,सेवक...

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चिंटू की चतुराई... By निशा शर्मा

एक बार एक गाँव में एक लड़का अपने पापा और मम्मी के साथ रहता था जिसका नाम था,चिंटू!चिंटू की उम्र ग्यारह साल थी और वो पाँचवी कक्षा में पढ़ता था।चिंटू एक बड़ा ही समझदार बच्चा था।वो पढ़ाई म...

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मूर्ति का रहस्य - 10 - समाप्त By रामगोपाल तिवारी (भावुक)

मूर्ति का रहस्य दस: त्यागी और रामदास को मोहरों की तरफ ताकता देख, वहाँ से खिसकने के मनसूबे से रमजान और चंद्रावती तलघर से बाहर निकलने के लिये, सीढ़ियों की तरफ मुड़े। इसी...

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एक तितली मनचली एक नटखट तितली By SAMIR GANGULY

नाम था टमाटर बाग.मगर वहां तरह-तरह के फूलों के पौधे भी थे.लाल-पीले-हरे टमाटरों के बीच सफेद-नीले-नारंगी रंग के फूल भी खिले थे.इनके बीच एक बैंगन का पौधा भी उग आया था. कांटेदार पौधा....

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कांच का आदमी By SAMIR GANGULY

हमारी इलेक्ट्रानिक जीप रेगिस्तान के गर्म सीने में तेजी से दौड़ रही थी. आज चौथा दिन था और हम उत्तर पश्चिमी दिशा में घूम रहे थे. राडार का पर्दा कहीं प्राणी होने का कोई संकेत नहीं दे र...

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सलोनी By RACHNA ROY

सलोनी बहुत प्यारी सी गुड़िया जैसी बच्ची है और वह अपने दादा-दादी के साथ रहती है , दुर्भाग्यवश उसके माता-पिता कि एक दुर्घटना में मौत हो चुकी है। सलोनी को उसके दादा दादी बड़े नाजों से...

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नाॉटीबॉय और शरारती तारा By SAMIR GANGULY

आकाशगंगा के नेबो ग्रह के फ्लैश बोर्ड पर उभरा-नॉटी बॉय अपने मिनी यान के साथ बाउंड्री पार जा रहा है.‘रोको उसे,यान पर स्पीड रिड्‍यूसर मिसाइल दागो’ ग्रह के सिक्योरिटी चीफ का आदेश फ्लैश...

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नीला सितारा By SAMIR GANGULY

नई बात यह नहीं थी कि पहाड़ी पर बर्फ पड़नी शुरू हो गई थी. नई बात यह भी नहीं थी कि बच्चों के लाल-पीले कोट बाहर निकल आए थे. नई बात तो यह थी कि बच्चों की टोली खाली हाथ लौट आई थी. निर...

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बरसात का गीत By SAMIR GANGULY

गायक झींगुर को लंबी बरसात ने दुखी कर डाला था. कई महीनों से लगातार गाई जा रही एक ही गाने की धुन-‘जम के बरसों बरखा रानी...’ अब भला किस को अच्छी लगती? बरसात से पहले जो पशुपक्षी इस गीत...

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मुर्गाबाद में हमला By SAMIR GANGULY

तार की जाली से घिरा और टीन की चादरों से ढका हुआ एक बहुत बड़ा मुर्गीखाना था. उस के आसपास मकई की खेती थी. थोड़ी दूर से एक पहाड़ी नदी बहती थी. मुर्गीखाने में मुर्गे, मुर्गियां और चूजे थ...

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भोला बन्दर और नटखट चुहिया By RACHNA ROY

चंपक वन में सभी जानवर खुशी से मिल -जुल कर रहते थे, कि एक दिन अचानक एक साल बाद नितु चुहिया शहर से वन में रहने आ गई। चंपक वन के हर जानवर उसे देख रहे थे। सर पर लाल टोपी, आंखो में च...

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नया साल, नयी सुबह By SAMIR GANGULY

उस दिन भी पहले पूरब दिशा लाल हुयी और तब नए साल का सूरज उग आया. हरी मखमली घास पर फैला कोहरा सूखने लगा और काफी देर जब सर्दी काफी कम हो गयी तो मोटा मेंढक टर्र अपने गर्म घर को छोड़कर...

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असली चोर By SAMIR GANGULY

सभी खिलौने हैरान थे. आज से पहले उनमें से किसी ने भी रिकी को गुस्से में नहीं देखा था.आज किटू खरगोश ने साफ देखा था कि रिकी का मुंह लाल हो गया था. माथे पर पसीना छलक आया था. उसने सभी...

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तिलचिट्टा जो मौत से डरता था By SAMIR GANGULY

एक तिलचिट्टा था जिसे पैदा होते ही बता दिया गया था कि एक दिन उसे मार डाला जाएगा. क्योंकि तिलचिट्टों के दुश्मन हजार होते हैं और सभी तिलचिट्टे एक न एक दिन मार दिए जाते हैं. तिलचिट्ट...

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मेंढक का पैसा By SAMIR GANGULY

एक मेंढक था जिसकी पीठ पर लाल धारी थी और गांठ में तांबे का एक गोल पैसा था जो खन-खन बजता था और उसकी जान का जंजाल था.जान का जंजाल इसलिए क्योंकि मेंढक उस पैसे को खर्च नहीं करना चाहता थ...

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बूद्धू चूहा पलटू By SAMIR GANGULY

- एक था नन्हा सा नटखट चूहा, नाम था उसका पलटू. पलटू की दादी का नाम था लोहाचबाई. ऐसा अजीब नाम इसलिए था क्योंकि वह लोहे के मजबूत जालों को अपने तेज दांतों से चबाकर काट डालती थी. लेकिन...

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फूलों की खोज By SAMIR GANGULY

एक घने जंगल में बूढ़ा चौकीदार अपनी पत्नी और नन्ही बेटी सोना के साथ रहा करता था. चौकीदार शिकारियों और लकड़हारों से वन के पशु-पक्षियों और पेड़-पौधों की रक्षा करता. इसकी पत्नी सारा दिन...

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ऊंचे लोग, नीचे लोग By SAMIR GANGULY

पार्क किनारे एक इमली का पेड़ था. विशाल पेड़ के तने में कोटर बनाकर बिरजूगिलहरी का परिवार रहता था. और पेड़ की जड़ में मिट्‍टी का बिल बनाकर मूषक चूहें का परिवार रहता था.दोनों परिवारों मे...

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उसकी भूमिका By SAMIR GANGULY

3.उसे उम्मीद न ती कि ऐसा होगा. ऐन मौके पर जाने कहां से संतू टपक पड़ा औरऐलान कर बैठा कि अपना पार्ट मैं ही करूंगा.बस हो गई चंदर की छुट्टी. ज़िन्दगी में पहली बार स्कूल के ड्रामे में पा...

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ख़ूब नहाए पर झाग न झाए By SAMIR GANGULY

गोविंदाभाई झिंगोरानी रातोरात महान कैसे हो गए और नौसेना पुलिस में जेलर सेसाबुनों के आविष्कार कैसे हो गए, यह एक लंबी रहस्यभरी कहानी है.पर हां, इतना सच है कि जगतप्रिय साबुन फैक्टरी के...

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मोबाइल में गाँव - 10 - हर साँप जहरीला नहीं होता By Sudha Adesh

हर साँप जहरीला नहीं होता-10 सुनयना ने बाहर आकर साँप के बारे में बताया तो ममा तो घबड़ा ही गईं वहीं चाची ननकू को डाँटने लगीं । तब उसने यह कहते हुये ननकू का बचाव किया कि ननकू अंक...

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यह कैसी सीख By SAMIR GANGULY

मणि ने सब्जी का थैला एक ओर रखा. मां को पैसे लौटाने के लिए जेब में हाथ डाला. फिर एक ही सांस में सारी जेबें टटोल डाली.‘‘ क्या हुआ?’’ मां ने पूछा.‘‘ मां, पांच का नोट शायद कहीं गिर गया...

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शेर के साथ स्कूल तक By SAMIR GANGULY

किसी भी काम को सही ढंग से नहीं करता था चिंटू. बहुत ही शरारती था.ऐसा एक भी दिन न होता, जब चिंटू के कारण उसकी मां को दो चार शिकायतें न सुनती पड़ती. स्कूल गांव से दूर था. फिर भी सारे...

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विदुषी By Asha Saraswat

आज आपको छोटी सी गुड़िया विदुषी की बातें बताते हैं जो कि अपनी स्कूल अध्यापिका से बहुत लगाव रखती है ।बात उन दिनों की है जब हर घर में मोबाइल या लैंडलाइन नहीं हुआ करते थे।विद्यालय में...

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भावनाएं सब में होती हैं By शक्ति

" तो क्या पेड़ - पौधे भी हमें सुन सकते हैं दादाजी!!?" सात साल के शुभ ने अपने दादाजी से पूँछा। " डॉ मनमोहन श्रीवास्तव" शुभ के दादाजी, एक सफल वनस्पति-वैज्ञानिक । वे दोनों ही अपने घर क...

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नन्ही गुड़िया By Asha Saraswat

पहली बार जब छोटे बच्चे स्कूल जाते है,रो-रो कर पूरा घर ही सिर पर उठा लेते है।सुबह उठने से लेकर स्कूल जाने तक की प्रक्रिया में वह घर के सदस्यों को परेशान कर दे...

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बाल कहानी - समझदार By Asha Saraswat

नानी के घर जाना सब बच्चों को बहुत ही अच्छा लगता है,सुनयना को भी अपनी नानी के घर जाने में बहुत अच्छा लगता था ।वह अपने भाई-बहिनों में सबसे छोटी थी,सबकी प्यारी थी।जब गर्मी की छुट्टियो...

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जिराफ चला अपनी तलाश में By SAMIR GANGULY

दो चित्र कथाएँपहली कहानीजिराफ चला अपनी तलाश मेंसजधज कर लंबू जिराफ निकला घर से.स्केटिंग करता आया बंदर,पूछा-कहां चले?जिराफ चलते-चलते बोला-यह ढूंढने कि मैं चाहता क्या हूं?बंदर बोला- द...

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झागवाला साबुन By SAMIR GANGULY

दोस्तो! आज हम तुम्हें एक नया खेल सिखाते हैं. खेल दिमाग का है और खेल का नाम है-बुनो कहानी.कोई भी दो लोग मिलकर इसे खेल सकते हैं. खेलने के लिए चाहिए सिर्फ़ एक कॉपी और कलम.खेल में एक ब...

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आओ बुने कहानी By SAMIR GANGULY

दोस्तो! आज हम तुम्हें एक नया खेल सिखाते हैं. खेल दिमाग का है और खेल का नाम है-बुनो कहानी.कोई भी दो लोग मिलकर इसे खेल सकते हैं. खेलने के लिए चाहिए सिर्फ़ एक कॉपी और कलम.खेल में एक ब...

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बाल कहानी - राजा भैया By Asha Saraswat

राजू भैया को हर समय खेलना बहुत पसंद था।वैसे तो नाम उनका राजकुमार था लेकिन कभी-कभी राजा और अधिकतर उन्हें सब राजू भैया ही बोलते थे।राजू भैया खेलने में ही अपना पूरा समय बिताते थे ,मम्...

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आँखों देखी,कानों सुनी By SAMIR GANGULY

पहले गजब हुआ.और फिर हुआ हंगामा.नैना जोशी का स्कूल में अध्यापिका के रूप में पहला दिन. कक्षा 3 में पहली क्लास.पता नहीं कैसे उसका हाथ उस लड़की पल्लवी के कान तक पहुंच गया.क्या उसने उसका...

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जादुई पौधा By Rama Sharma Manavi

राजकुमार आदित्य राजगढ़ का राजकुमार था, महाराज, महारानी की इकलौती संतान।सात साल का राजकुमार अत्यंत कुशाग्र बुद्धि ,सुंदर शक्ल-सूरत का बालक था।माता-पिता के साथ पूरे महल के लोग,सेवक...

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चिंटू की चतुराई... By निशा शर्मा

एक बार एक गाँव में एक लड़का अपने पापा और मम्मी के साथ रहता था जिसका नाम था,चिंटू!चिंटू की उम्र ग्यारह साल थी और वो पाँचवी कक्षा में पढ़ता था।चिंटू एक बड़ा ही समझदार बच्चा था।वो पढ़ाई म...

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मूर्ति का रहस्य - 10 - समाप्त By रामगोपाल तिवारी (भावुक)

मूर्ति का रहस्य दस: त्यागी और रामदास को मोहरों की तरफ ताकता देख, वहाँ से खिसकने के मनसूबे से रमजान और चंद्रावती तलघर से बाहर निकलने के लिये, सीढ़ियों की तरफ मुड़े। इसी...

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एक तितली मनचली एक नटखट तितली By SAMIR GANGULY

नाम था टमाटर बाग.मगर वहां तरह-तरह के फूलों के पौधे भी थे.लाल-पीले-हरे टमाटरों के बीच सफेद-नीले-नारंगी रंग के फूल भी खिले थे.इनके बीच एक बैंगन का पौधा भी उग आया था. कांटेदार पौधा....

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कांच का आदमी By SAMIR GANGULY

हमारी इलेक्ट्रानिक जीप रेगिस्तान के गर्म सीने में तेजी से दौड़ रही थी. आज चौथा दिन था और हम उत्तर पश्चिमी दिशा में घूम रहे थे. राडार का पर्दा कहीं प्राणी होने का कोई संकेत नहीं दे र...

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सलोनी By RACHNA ROY

सलोनी बहुत प्यारी सी गुड़िया जैसी बच्ची है और वह अपने दादा-दादी के साथ रहती है , दुर्भाग्यवश उसके माता-पिता कि एक दुर्घटना में मौत हो चुकी है। सलोनी को उसके दादा दादी बड़े नाजों से...

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नाॉटीबॉय और शरारती तारा By SAMIR GANGULY

आकाशगंगा के नेबो ग्रह के फ्लैश बोर्ड पर उभरा-नॉटी बॉय अपने मिनी यान के साथ बाउंड्री पार जा रहा है.‘रोको उसे,यान पर स्पीड रिड्‍यूसर मिसाइल दागो’ ग्रह के सिक्योरिटी चीफ का आदेश फ्लैश...

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नीला सितारा By SAMIR GANGULY

नई बात यह नहीं थी कि पहाड़ी पर बर्फ पड़नी शुरू हो गई थी. नई बात यह भी नहीं थी कि बच्चों के लाल-पीले कोट बाहर निकल आए थे. नई बात तो यह थी कि बच्चों की टोली खाली हाथ लौट आई थी. निर...

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बरसात का गीत By SAMIR GANGULY

गायक झींगुर को लंबी बरसात ने दुखी कर डाला था. कई महीनों से लगातार गाई जा रही एक ही गाने की धुन-‘जम के बरसों बरखा रानी...’ अब भला किस को अच्छी लगती? बरसात से पहले जो पशुपक्षी इस गीत...

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मुर्गाबाद में हमला By SAMIR GANGULY

तार की जाली से घिरा और टीन की चादरों से ढका हुआ एक बहुत बड़ा मुर्गीखाना था. उस के आसपास मकई की खेती थी. थोड़ी दूर से एक पहाड़ी नदी बहती थी. मुर्गीखाने में मुर्गे, मुर्गियां और चूजे थ...

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भोला बन्दर और नटखट चुहिया By RACHNA ROY

चंपक वन में सभी जानवर खुशी से मिल -जुल कर रहते थे, कि एक दिन अचानक एक साल बाद नितु चुहिया शहर से वन में रहने आ गई। चंपक वन के हर जानवर उसे देख रहे थे। सर पर लाल टोपी, आंखो में च...

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नया साल, नयी सुबह By SAMIR GANGULY

उस दिन भी पहले पूरब दिशा लाल हुयी और तब नए साल का सूरज उग आया. हरी मखमली घास पर फैला कोहरा सूखने लगा और काफी देर जब सर्दी काफी कम हो गयी तो मोटा मेंढक टर्र अपने गर्म घर को छोड़कर...

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असली चोर By SAMIR GANGULY

सभी खिलौने हैरान थे. आज से पहले उनमें से किसी ने भी रिकी को गुस्से में नहीं देखा था.आज किटू खरगोश ने साफ देखा था कि रिकी का मुंह लाल हो गया था. माथे पर पसीना छलक आया था. उसने सभी...

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तिलचिट्टा जो मौत से डरता था By SAMIR GANGULY

एक तिलचिट्टा था जिसे पैदा होते ही बता दिया गया था कि एक दिन उसे मार डाला जाएगा. क्योंकि तिलचिट्टों के दुश्मन हजार होते हैं और सभी तिलचिट्टे एक न एक दिन मार दिए जाते हैं. तिलचिट्ट...

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मेंढक का पैसा By SAMIR GANGULY

एक मेंढक था जिसकी पीठ पर लाल धारी थी और गांठ में तांबे का एक गोल पैसा था जो खन-खन बजता था और उसकी जान का जंजाल था.जान का जंजाल इसलिए क्योंकि मेंढक उस पैसे को खर्च नहीं करना चाहता थ...

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बूद्धू चूहा पलटू By SAMIR GANGULY

- एक था नन्हा सा नटखट चूहा, नाम था उसका पलटू. पलटू की दादी का नाम था लोहाचबाई. ऐसा अजीब नाम इसलिए था क्योंकि वह लोहे के मजबूत जालों को अपने तेज दांतों से चबाकर काट डालती थी. लेकिन...

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फूलों की खोज By SAMIR GANGULY

एक घने जंगल में बूढ़ा चौकीदार अपनी पत्नी और नन्ही बेटी सोना के साथ रहा करता था. चौकीदार शिकारियों और लकड़हारों से वन के पशु-पक्षियों और पेड़-पौधों की रक्षा करता. इसकी पत्नी सारा दिन...

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ऊंचे लोग, नीचे लोग By SAMIR GANGULY

पार्क किनारे एक इमली का पेड़ था. विशाल पेड़ के तने में कोटर बनाकर बिरजूगिलहरी का परिवार रहता था. और पेड़ की जड़ में मिट्‍टी का बिल बनाकर मूषक चूहें का परिवार रहता था.दोनों परिवारों मे...

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उसकी भूमिका By SAMIR GANGULY

3.उसे उम्मीद न ती कि ऐसा होगा. ऐन मौके पर जाने कहां से संतू टपक पड़ा औरऐलान कर बैठा कि अपना पार्ट मैं ही करूंगा.बस हो गई चंदर की छुट्टी. ज़िन्दगी में पहली बार स्कूल के ड्रामे में पा...

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