hindi Best Children Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Children Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and c...Read More


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शुभि (10) अंतिम भाग By Asha Saraswat

शुभि अंतिम भाग प्रार्थना में प्रधानाध्यापक जी ने बताया कि आज से तीन दिन का स्काउट शिविर लगेगा, जिन बच्चों के नाम बोले जा रहे हैं वह बच्चे मैदान में ही क़तार में खड़े रह...

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अन्तरिक्ष में पाखी By RACHNA ROY

पाखी एक बड़ी ही प्यारी सी चंचल लड़की थी। अपने मम्मी पापा की सबसे प्यारी बेटी। इकलौती संतान थी पर कभी कोई नखरे नहीं थे पाखी के। अपने ही दुनिया में मस्त रहती थी।पाखी को तरह-तरह के चि...

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मीठे अंगूर - खट्टे अंगूर By Sandeep Shrivastava

रघुवन की छोटी पहाड़ी पर जो फूलों की बगिया है, उस पर पेड़ोंपर अंगूर के रसीले गुच्छे लगे हुए थे।अंगूर खाने के लालच में उधर कई जानवरों का आना जाना लगा रहता था। नीलगाओं का झुण्ड भी आया ह...

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मटियाली बकरी के दढ़ियल चाचा By SAMIR GANGULY

झाड़-जंगल में रहने वाली मटियाली बकरी को पत्थर-पहाड़ पर रहने वाले उसके दढ़ियल चाचा ने एक बार एक शीशी शैम्पू भिजवाई और भिजवाई एक चिट्‍ठी. चिट्‍ठी में लिखा था-खुश रहना और खास मौकों पर शै...

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खास हलवा By SAMIR GANGULY

एक थी लड़की, नाम था सोना. एक दिन जब उसका जन्मदिन आया तो वह मां के पास आकर बोली, ‘‘ मां-मां मैं हलवा खाऊंगी.’’वैसे तो वे गरीब लोग थे और हलवा-पूरी या पुलाव-बिरयानी के बारे में कभी नह...

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सोहबत By padma sharma

सोहबत पिताजी की आवाज नीरवता को भंग करती चली गई। वे जोर से चिल्ला रहे थे-"क्या कहा, तू आगे नहीं पढ़ेगा ? पढ़ेगा नहीं तो और क्या करेगा? तू चोरी करेगा? या हराम की खाएगा?" रात गहराने ल...

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दानी की कहानी - 16 By Pranava Bharti

दानी की कहानी(मूल से प्यारा ब्याज़ ) -------------------------------- समय के गुजरने के साथ दानी हमें तो और भी सचेत लगती हैं | मम्मी कहती हैं ; "हमने अपनी दादी-नानी को देखा ,इतनी...

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जुर्रत By padma sharma

जुर्रत कोठी कैम्पस का सन्नाटा बच्चों के शोरगुल से टूट गया। सारे बच्चे मजे करने के लिए कोठी की चहारदीवारी फांद के भीतर जा पहुँचे थेबच्चों की छुट्टियों के दिन थे। परीक्षा की चिन्ता क...

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तहजीब By padma sharma

तहजीब शहर के प्रसिद्ध सिनेमा हॉल के सामने भीड़ जमा थी। सम्पूर्ण देशवासियों के प्रतीक के रूप में हर वर्ग, हर पेशे तथा हर धर्म के लोग यहाँ उपस्थित थे। इतना अधिक जनसमुदाय तो शायद किसी...

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भ्रम का भूत By Asha Saraswat

भ्रम का भूत सीमा का घर गली के अंत में था। जब कभी भी बिजली गुल हो जाती तो घर में बहुत गर्मी लगती ।गर्मियों में घर में बैठना मुश्किल हो जाता ।गली में रास्ता बहुत छोटा ह...

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जीवन का मूलमंत्र By padma sharma

जीवन का मूलमंत्र "ट्यूशन की फीस तो इतनी लेते हैं लेकिन स्कूल की तरह यहाँ भी न तो पूरा कोर्स कराते, न हरेक को ठीक से समझाते हैं।" गुंजन ने कहा और बादलों की गड़गड़ाहट से भरे आसमान की त...

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झूठ घर By SAMIR GANGULY

झूठ घरउस डायरी में लेखक का कहीं भी नाम नहीं है, अन्यथा ‘झूठ घर’ का वह प्रत्यक्षदर्शी, बिन बुलाया मेहमान आज के सफल लेखकों में गिना जाना. लेखक बनना उसका उद्‍देश्य रहा हो, ऐसा भी जान...

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बिना कहानियों वाला शहर By SAMIR GANGULY

उस शहर में एक बार कहानी-कविताओं की बाढ़ आ गई.दूर-पास से,उड़ते-बहते,दौड़ते अनगिनत कहानियां-कविताएं उस तरफ आने लगीं.और एक खाली पड़े तालाब को भरने लगीं.लोग आंखें फैलाकर उस नजारे को देखते...

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भोला की भोलागिरी - 12 - अंतिम भाग (बच्चों के लिए भोला के 20 अजब-गजब किस्से) By SAMIR GANGULY

भोला की भोलागिरी (बच्चों के लिए भोला के 20 अजब-गजब किस्से) कौन है भोला ? भीड़ में भी तुम भोला को पहचान लोगे.उसके उलझे बाल,लहराती चाल,ढीली-ढाली टी-शर...

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पिंकी की चतुराई By RACHNA ROY

राम पुर गांव में सेठ कृष्ण कांत बड़े ही नेक वह सज्जन व्यक्ति थे।इनकी एक बच्ची थी पिंकी बड़ी प्यारी सी गुड़िया जैसी खुबसूरत और बड़ी बहादुर लड़की थी।वो अपने दादी और पापा के साथ रहती...

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धन्यवाद कोरोना By sudha bhargava

बालकहानी धन्यवाद कोरोना/सुधा भार्गव नादान अनारू समझ नहीं पा रहा है माँ को क्या हो गया है। उसके हर काम में देरी करती हैं।उस दिन भरी दुपहरिया में बिजली चली गई । एक...

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संमझदार By Sudha Adesh

समझदारजैसे ही कोरोना वायरस की रोकधाम के लिये प्रधानमंत्री की ओर से लॉक डाउन की घोषणा हुई दिव्यांका ने घर को लॉकअप बनाने की ठान ली । जिससे वायरस तो क्या कोई परिंदा भी पर न मार सके ।...

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स्नो व्हाइट By Neerja Pandey

जब मैं लगभग ग्यारह साल की रही हूंगी मैं अपनी बड़ी बहन के साथ उनकी घनिष्ट सहेली पूनम के घर गई । मैं उनके यहां बहुत जल्दी ऊब जाती थी इसलिए दीदी के साथ जाने को जल्दी तैयार नहीं होती थ...

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अप्पू का हेलमेट By manjari

"कितनी देर से हेलमेट ढूँढ रहा हूँ, कहीं मिल नहीं रहाI" कमरे के अंदर से एक आदमी की आवाज़ सुनाई पड़ी अमरुद के पेड़ पर बैठा हीरु तोता फुर्र से उड़कर खिड़की पर बैठ गया और कमरे के अंदर झाँकन...

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शुभि (10) अंतिम भाग By Asha Saraswat

शुभि अंतिम भाग प्रार्थना में प्रधानाध्यापक जी ने बताया कि आज से तीन दिन का स्काउट शिविर लगेगा, जिन बच्चों के नाम बोले जा रहे हैं वह बच्चे मैदान में ही क़तार में खड़े रह...

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अन्तरिक्ष में पाखी By RACHNA ROY

पाखी एक बड़ी ही प्यारी सी चंचल लड़की थी। अपने मम्मी पापा की सबसे प्यारी बेटी। इकलौती संतान थी पर कभी कोई नखरे नहीं थे पाखी के। अपने ही दुनिया में मस्त रहती थी।पाखी को तरह-तरह के चि...

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मीठे अंगूर - खट्टे अंगूर By Sandeep Shrivastava

रघुवन की छोटी पहाड़ी पर जो फूलों की बगिया है, उस पर पेड़ोंपर अंगूर के रसीले गुच्छे लगे हुए थे।अंगूर खाने के लालच में उधर कई जानवरों का आना जाना लगा रहता था। नीलगाओं का झुण्ड भी आया ह...

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मटियाली बकरी के दढ़ियल चाचा By SAMIR GANGULY

झाड़-जंगल में रहने वाली मटियाली बकरी को पत्थर-पहाड़ पर रहने वाले उसके दढ़ियल चाचा ने एक बार एक शीशी शैम्पू भिजवाई और भिजवाई एक चिट्‍ठी. चिट्‍ठी में लिखा था-खुश रहना और खास मौकों पर शै...

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खास हलवा By SAMIR GANGULY

एक थी लड़की, नाम था सोना. एक दिन जब उसका जन्मदिन आया तो वह मां के पास आकर बोली, ‘‘ मां-मां मैं हलवा खाऊंगी.’’वैसे तो वे गरीब लोग थे और हलवा-पूरी या पुलाव-बिरयानी के बारे में कभी नह...

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सोहबत By padma sharma

सोहबत पिताजी की आवाज नीरवता को भंग करती चली गई। वे जोर से चिल्ला रहे थे-"क्या कहा, तू आगे नहीं पढ़ेगा ? पढ़ेगा नहीं तो और क्या करेगा? तू चोरी करेगा? या हराम की खाएगा?" रात गहराने ल...

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दानी की कहानी - 16 By Pranava Bharti

दानी की कहानी(मूल से प्यारा ब्याज़ ) -------------------------------- समय के गुजरने के साथ दानी हमें तो और भी सचेत लगती हैं | मम्मी कहती हैं ; "हमने अपनी दादी-नानी को देखा ,इतनी...

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जुर्रत By padma sharma

जुर्रत कोठी कैम्पस का सन्नाटा बच्चों के शोरगुल से टूट गया। सारे बच्चे मजे करने के लिए कोठी की चहारदीवारी फांद के भीतर जा पहुँचे थेबच्चों की छुट्टियों के दिन थे। परीक्षा की चिन्ता क...

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तहजीब By padma sharma

तहजीब शहर के प्रसिद्ध सिनेमा हॉल के सामने भीड़ जमा थी। सम्पूर्ण देशवासियों के प्रतीक के रूप में हर वर्ग, हर पेशे तथा हर धर्म के लोग यहाँ उपस्थित थे। इतना अधिक जनसमुदाय तो शायद किसी...

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भ्रम का भूत By Asha Saraswat

भ्रम का भूत सीमा का घर गली के अंत में था। जब कभी भी बिजली गुल हो जाती तो घर में बहुत गर्मी लगती ।गर्मियों में घर में बैठना मुश्किल हो जाता ।गली में रास्ता बहुत छोटा ह...

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जीवन का मूलमंत्र By padma sharma

जीवन का मूलमंत्र "ट्यूशन की फीस तो इतनी लेते हैं लेकिन स्कूल की तरह यहाँ भी न तो पूरा कोर्स कराते, न हरेक को ठीक से समझाते हैं।" गुंजन ने कहा और बादलों की गड़गड़ाहट से भरे आसमान की त...

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झूठ घर By SAMIR GANGULY

झूठ घरउस डायरी में लेखक का कहीं भी नाम नहीं है, अन्यथा ‘झूठ घर’ का वह प्रत्यक्षदर्शी, बिन बुलाया मेहमान आज के सफल लेखकों में गिना जाना. लेखक बनना उसका उद्‍देश्य रहा हो, ऐसा भी जान...

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बिना कहानियों वाला शहर By SAMIR GANGULY

उस शहर में एक बार कहानी-कविताओं की बाढ़ आ गई.दूर-पास से,उड़ते-बहते,दौड़ते अनगिनत कहानियां-कविताएं उस तरफ आने लगीं.और एक खाली पड़े तालाब को भरने लगीं.लोग आंखें फैलाकर उस नजारे को देखते...

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भोला की भोलागिरी - 12 - अंतिम भाग (बच्चों के लिए भोला के 20 अजब-गजब किस्से) By SAMIR GANGULY

भोला की भोलागिरी (बच्चों के लिए भोला के 20 अजब-गजब किस्से) कौन है भोला ? भीड़ में भी तुम भोला को पहचान लोगे.उसके उलझे बाल,लहराती चाल,ढीली-ढाली टी-शर...

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पिंकी की चतुराई By RACHNA ROY

राम पुर गांव में सेठ कृष्ण कांत बड़े ही नेक वह सज्जन व्यक्ति थे।इनकी एक बच्ची थी पिंकी बड़ी प्यारी सी गुड़िया जैसी खुबसूरत और बड़ी बहादुर लड़की थी।वो अपने दादी और पापा के साथ रहती...

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धन्यवाद कोरोना By sudha bhargava

बालकहानी धन्यवाद कोरोना/सुधा भार्गव नादान अनारू समझ नहीं पा रहा है माँ को क्या हो गया है। उसके हर काम में देरी करती हैं।उस दिन भरी दुपहरिया में बिजली चली गई । एक...

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संमझदार By Sudha Adesh

समझदारजैसे ही कोरोना वायरस की रोकधाम के लिये प्रधानमंत्री की ओर से लॉक डाउन की घोषणा हुई दिव्यांका ने घर को लॉकअप बनाने की ठान ली । जिससे वायरस तो क्या कोई परिंदा भी पर न मार सके ।...

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स्नो व्हाइट By Neerja Pandey

जब मैं लगभग ग्यारह साल की रही हूंगी मैं अपनी बड़ी बहन के साथ उनकी घनिष्ट सहेली पूनम के घर गई । मैं उनके यहां बहुत जल्दी ऊब जाती थी इसलिए दीदी के साथ जाने को जल्दी तैयार नहीं होती थ...

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अप्पू का हेलमेट By manjari

"कितनी देर से हेलमेट ढूँढ रहा हूँ, कहीं मिल नहीं रहाI" कमरे के अंदर से एक आदमी की आवाज़ सुनाई पड़ी अमरुद के पेड़ पर बैठा हीरु तोता फुर्र से उड़कर खिड़की पर बैठ गया और कमरे के अंदर झाँकन...

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