hindi Best Children Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Children Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and c...Read More


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  • दुआ में ताक़त

    बाल कहानी- दुआ में ताक़त दुआओं में बहुत ताक़त होती है, दुआओं...

  • विवेक

    बाल कहानी- विवेक एक नदी में मगरमच्छ रहता था, नदी में चारों तरफ़ उछ...

  • दानी की कहानी - 22

    दानी की कहानी --------------- दानी की बातें जैसे मलाई कोफ़्ते ! बड़े ही मस्त...

दुआ में ताक़त By Asha Saraswat

बाल कहानी- दुआ में ताक़त दुआओं में बहुत ताक़त होती है, दुआओं में अनोखी ताक़त होती है दुआओं से मनुष्य की क़िस्मत चमक जाती है,ऐसा कहते हुए हम सब ने बहुत से लोगों क...

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विवेक By Asha Saraswat

बाल कहानी- विवेक एक नदी में मगरमच्छ रहता था, नदी में चारों तरफ़ उछाल भरता। जब उसका आहार मिल जाता तो खाने के बाद नदी में ही पड़ा रहता । शाम होने पर कोई दूसरा शिकार तला...

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दानी की कहानी - 22 By Pranava Bharti

दानी की कहानी --------------- दानी की बातें जैसे मलाई कोफ़्ते ! बड़े ही मस्त ! बच्चे खाने से तो क्या चटकारे लेते होंगे जो दानी की कहानी से चटकारे लेते हैं | उस दिन बारिश बहुत...

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ईद का बकरा By SAMIR GANGULY

सुबह-सवेरे मुसलमानों के गांव कमलिया से चार नौजवान हिन्दुओं के गांव जोगीपुरा में आ पहुंचे. एक दूसरे से सटे हुए गांव थे ये दोनों. और बाहर की दुनिया इन्हें मुसलमानों और हिन्दुओं के गा...

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क्या वे होते हैं? By SAMIR GANGULY

विशाल वृक्ष की तेरहवीं शाखा से उल्टा लटकने वाले ने अचानक पूछा, ‘‘ क्या आदमी होते हैं?’’तुरंत ही कई खोपड़ियां 360 डिग्री घूम गई और उसकी तरफ डर, गुस्से और असंमजस से देखने लगी.सन्नाटा...

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शक्तिमान By Priya pandey

शक्तिमान मैं तुम्हें चिट्ठी लिखना चाहती हूं, लेकिन मुझे तुम्हारे घर का पता नहीं मालूम । तुम्हारे लिए चिट्ठी लिख चुकी हूँ। जब भी खेलने जाती हूं जेब में वह चिट्ठी भी साथ होती है। अगर...

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गप्पी दास  By Ratna Pandey

मधुबन सोसाइटी में रहने वाला बंटी होशियार होने के साथ बड़ा ही नटखट था । पाँच बच्चों की उनकी टोली थी, जिसमें युवान उसका घनिष्ठ मित्र था । टोली के सभी बच्चों से बंटी उम्र में लगभग डेढ...

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गुल्लक  By Ratna Pandey

बोनस, कैसा बोनस? किस बात का बोनस? त्यौहार है, तुम्हें मिठाई दी तो है मैंने और क्या चाहिए?

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छोटा-सा पत्र  By Ratna Pandey

आठ वर्ष की रूहानी बहुत ही चंचल, बहुत ही शैतान, लेकिन उतनी ही संवेदनशील भी थी। वह छोटी-से छोटी बात को भी गहराई तक समझती थी। रूहानी की माँ निराली स्कूल में अध्यापिका थीं। जिस स्कूल...

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चंदा जाए कहाँ रे, चंदा आए कहाँ रे... By Manju Mahima

यह एक बाल कथा है जिसके माध्यम से शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष के बारे में रोचक वर्णन है, साथ ही भाषा की दृष्टि से अनुस्वार और चंद्र बिंदु का अंतर भी बताया गया है. चंदा जाए कहाँ रे, चंद...

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आग की कहानी By Anand Tripathi

जब दुनिया में आदम ने पहली बार कदम रखा। तब प्रत्येक वस्तु का परिवर्तन धीरे धीरे होने की गति पकड़ने लगा। आदम एक ऐसी प्रजाति रही है इस धरती पर। जिसने एक रचना की विश्व को एक नई दिशा। द...

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दोस्ती की मिसाल   By Ratna Pandey

अजय एक दूध की डेरी के मालिक थे, अजय के पास बहुत सी गाय भैंस थीं। नौकर चाकर गाय भैंसों की देखरेख करते, हर सुबह दूध दुहकर वे एकत्रित करते और अजय इस दूध को बेचने से पहले उसमें पानी मि...

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धरती की राखी By Manju Mahima

बच्चो! जैसा कि आप जानते ही हैं कि धरती का अस्तित्व सूर्यदेव से ही है...यदि सूर्य ना होता तो धरती पर शायद हमारा भी अस्तित्व नहीं होता. इस...

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सुलेख की समस्या By Anand M Mishra

कोरोना संकट के बाद विद्यालय खुल गए हैं। बच्चों का आना शुरू हो गया है। एक परिवर्तन जो स्पष्ट दिखाई देता है – वह है उनकी अभ्यास पुस्तिका। बच्चों की अभ्यास पुस्तिका देखने से एक बात...

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मैं नन्हा सा दीपक By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

दीदी--- देखो बच्चों !यह तो आप सभी जानते हैं कि दीपावली का पर्व हिंदुओं का एक पवित्र त्यौहार है। इसे रोशनी या प्रकाश का त्यौहार भी कहा जा सकता है क्योंकि इस दिन सभी अपने घरों में ढे...

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जब ख्वाब बना हकीकत By Rama Sharma Manavi

सुभास एक 16 वर्षीय युवक था,जिंदगी की कठिनाइयों ने उसे इसी उम्र में अत्यंत समझदार एवं जिम्मेदार बना दिया था।जब वह सात वर्ष का था तभी कश्ती पलट जाने से दरिया में डूबने से उनकी...

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वन रक्षक तिकड़ी By SAMIR GANGULY

पलाश वन में अगर किसी घोड़े की पीठ पर बंदर और बंदर के सिर पर कौवा बैठा दिख जाए तो इसका मतलब है कोई मुसीबत में है और यह तिकड़ी उसे बचाने के लिए जा रही है.बरसों पहले टपटप घोड़े, जंपू बंद...

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निडर - 5 By Asha Saraswat

कहानी अब तक गट्टू भाई राजा से मिलते हैं । राजा उनकी बात सुनने के लिए दरबार में लेकर आते हैं और अपने पास बैठने के लिए स्थान देते हैं । अब आगे राजा राज...

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स्कूल की खिड़की By Lalit Rathod

स्कूल पहले अस्पताल हुआ करता था, जिसे बाद में पढ़ने का कक्ष बनाया गया। कुछ लोगों का कहना था की यह कमरा अंग्रेज समय का बना हुआ था। यहां किसी की मृत्यु भी हुई हैं। कई तरह की बातों से...

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दोस्ती में मिठास By SAMIR GANGULY

एक दिन एक बाग में एक फूल पर एक काले चींटे और लाल मधुमक्खी की मुलाकात हुई. दोनों में दोस्ती हो गई. ढेर सारी बातें हुई और जब लौटने का समय आया तो लाल मधुमक्खी ने कहा, ‘‘ चींटे भाई, कु...

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तीन चिड़िया उड़ी By SAMIR GANGULY

शेरसिंह का आदेश सुनकर तीनों पक्षी एकाएक चौंक गए थे.उन्होंने सपने में भी शेरसिंह से ऐसे आदेश की आशा नहीं की थी.चतुर चील, काले जटायु और गंजी चिड़िया तीनों में खुसर-फुसर होने लगी. ये त...

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डरावना ख्वाब By Salim Choudhary

आज ईद की चाँद रात है और कल ईद है हम सब बच्चे कल के लिए बहुत ही ज्यादा खुश है हम लोग इफ्तारी के बाद ईद का चाँद देखने के लिए उपर छत पर जाते है और चाँद देख कर अपनी दादी अम्मी के पास...

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तुम्हारी खातिर By SAMIR GANGULY

वे दोनों भाई-बहन थे. भाई बड़ा था. गोरा-चिट्टा रंग, फूले-फूले गाल और उम्र नौ साल. नाम था बबलू. बहन छोटी थी. सुनहरे बाल और नीली चंचल आंखें चेहरे से नटखटपन साफ छलकता. उम्र सिर्फ़ सात सा...

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नकलची मोनू By RACHNA ROY

मोनू ग्यारह साल का है और कक्षा सात का छात्र है। मोनू में एक खराब आदत है वह सबकी नकल किया करता है। चाहें वो बड़ा हो या छोटा। कभी भी कहीं भी किसी का नकल करने लगता है।घर में दादाजी से...

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चिन्तामणि की आंखें By SAMIR GANGULY

गोल कोटर में धंसी लाल-पीले चकत्तों वाली उसकी आंखें आश्चर्य थी. वे आंखें दस मील, बीस मील, पचास मील और उससे भी आगे देख सकती थी. हवा में पानी में, आग और अंधेरे हर जगह उसकी आंखे सार्थक...

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हिम्मत नहीं हारूंगा By SAMIR GANGULY

‘ छ पा ऽऽक’अंधेरे की भयानकता को लाख गुना बढ़ाता एक शब्द गूंज उठा और साथ ही पिंकू कुंए की गहराई में गिरता चला गया.यह सब अचानक ही हुआ. पिंकू कल ही तो नानी के घर आया है. उसे अभी तो कु...

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पिताजी की कहानी By SAMIR GANGULY

संध्या हिंदी की किताब में से जोर-जोर से रट रही थी-अलंकार वे शब्द होते हैं जो भाषा की सुंदरता बढ़ाते हैं. और पास बैठा किशु, बंशीलाल के बारे में ही सोच रहा था. पिछले कुछ दिनों से किशु...

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तीन अनचाहे दोस्त By SAMIR GANGULY

काफी देर से अन्नू चूहे के पीछे पड़ा हुआ था. उसकी आंखें चूहे की आंखों से मिली तो उसने सोचा-अगर उसे हिप्नोटाइज करना आता तो वह इस पाजी चूहे को आदेश देता कि चुपचाप चूहेदानी में चले आओ...

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छिपी हुई मदद By Sandeep Shrivastava

रघुवन में एक दिन सुबह होते ही एक आदमी और एक छोटी बच्चे प्रवेश करे | दोनों इधर उधर कुछ खोज रहे थे | दोनों कुछ परेशान लग रहे थे | रघुवन में किसी बाहरी का प्रवेश ज्यादा देर तक छिपता न...

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दोस्ती मिलन By Vishnu Dabhi

ऊंचे पहाड़ और वहां से निकल हुई नदिया, बड़े बड़े पेड़ , पौधे से भरा एक जंगल था| पक्षी ओ की मधुर संगीत से भरा वातावरण था| वहा आदिवासी समाज रहती थी| पर सृष्टि का एक...

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दो कहानियाँ- एक मीठा सफ़र और स्कूल भाग गया By SAMIR GANGULY

चींटीटोला की सतरंगी चींटी के उस दिन की शुरूआत गन्ने की फांक से मीठा रस चूसते हुए हुई.यह देख टांयटांय तोता आम के पेड़ को दिखाता हुआ बोला,‘‘ मीठे में आम का जवाब नहीं.’’सतरंगी चींटी बो...

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तोता और आम By Abhinav Bajpai

आंख खुली तो मैं चारपाई पर लेटा हुआ था। और मेरे चारों तरफ परिवार वाले मुझे घेर कर बैठे हुए थे, बाई तरफ चारपाई पर दादी बैठी सिर पर हाथ फेर रही थी, चारपाई के पास ही बाई तरफ कुर्सी पर...

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भूतभूलैय्या By SAMIR GANGULY

वीर के लिए सबसे अच्छा समय होता है शाम का. जब सूरज डूबने और हल्का अंधेरा छाने लगता है. तब वह बाल्कनी में आकर खड़ा हो जाता है. वहां से गली का मोड़ तक दिखाई देता है. वह इंतजार करता है...

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चॉकलेट By SAMIR GANGULY

चॉकलेट की मांग पूरी न होने पर नन्हें गोपू को बड़ा गुस्सा आता और वह अपना पेट फुलाकर गर्दन झटककर कहता-देखना एक दिन चुपके से जंगल में चला जाऊंगा.उसकी बात सुनकर लीना दीदी पूछती, ‘‘ अच्छ...

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एक शेर चाहिए By SAMIR GANGULY

जब पापा की लाडली शिशु का जन्मदिन नजदीक आने लगा तो पापा ने एक दिन उससे पूछा, ‘‘बेटे, जन्मदिन पर तुम्हें क्या चीज चाहिए.’’नटखट शिशु ने आंखें गोल-गोल करके कहा, ‘‘एक शेर चाहिए’’अब पापा...

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पोस्टर पेस्टर By SAMIR GANGULY

एक थर्राती आवाज गूंजी थी, ‘‘ अबे नीचे उतर.’’ अकबर ने पीछे मुड़ कर देखा. एकाएक यकीन न हुआ. पोस्टर का राक्षस सामनेसाक्षात खड़ा था.अकबर के थर-थर कांपने से सीढ़ी डगमगाने लगी थी और हथे...

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कर्मफल By Asha Saraswat

खेत में गेहूं काटने का समय था ।प्रतिदिन खेतों में किसान गेहूं काटते और इकट्ठे करके खेत में ही रख दिया करते ।जब खेत में गेहूं पड़े होते तो चूहे बहुत ही आनंद से खाते और बिलों...

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दुआ में ताक़त By Asha Saraswat

बाल कहानी- दुआ में ताक़त दुआओं में बहुत ताक़त होती है, दुआओं में अनोखी ताक़त होती है दुआओं से मनुष्य की क़िस्मत चमक जाती है,ऐसा कहते हुए हम सब ने बहुत से लोगों क...

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विवेक By Asha Saraswat

बाल कहानी- विवेक एक नदी में मगरमच्छ रहता था, नदी में चारों तरफ़ उछाल भरता। जब उसका आहार मिल जाता तो खाने के बाद नदी में ही पड़ा रहता । शाम होने पर कोई दूसरा शिकार तला...

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दानी की कहानी - 22 By Pranava Bharti

दानी की कहानी --------------- दानी की बातें जैसे मलाई कोफ़्ते ! बड़े ही मस्त ! बच्चे खाने से तो क्या चटकारे लेते होंगे जो दानी की कहानी से चटकारे लेते हैं | उस दिन बारिश बहुत...

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ईद का बकरा By SAMIR GANGULY

सुबह-सवेरे मुसलमानों के गांव कमलिया से चार नौजवान हिन्दुओं के गांव जोगीपुरा में आ पहुंचे. एक दूसरे से सटे हुए गांव थे ये दोनों. और बाहर की दुनिया इन्हें मुसलमानों और हिन्दुओं के गा...

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क्या वे होते हैं? By SAMIR GANGULY

विशाल वृक्ष की तेरहवीं शाखा से उल्टा लटकने वाले ने अचानक पूछा, ‘‘ क्या आदमी होते हैं?’’तुरंत ही कई खोपड़ियां 360 डिग्री घूम गई और उसकी तरफ डर, गुस्से और असंमजस से देखने लगी.सन्नाटा...

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शक्तिमान By Priya pandey

शक्तिमान मैं तुम्हें चिट्ठी लिखना चाहती हूं, लेकिन मुझे तुम्हारे घर का पता नहीं मालूम । तुम्हारे लिए चिट्ठी लिख चुकी हूँ। जब भी खेलने जाती हूं जेब में वह चिट्ठी भी साथ होती है। अगर...

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गप्पी दास  By Ratna Pandey

मधुबन सोसाइटी में रहने वाला बंटी होशियार होने के साथ बड़ा ही नटखट था । पाँच बच्चों की उनकी टोली थी, जिसमें युवान उसका घनिष्ठ मित्र था । टोली के सभी बच्चों से बंटी उम्र में लगभग डेढ...

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गुल्लक  By Ratna Pandey

बोनस, कैसा बोनस? किस बात का बोनस? त्यौहार है, तुम्हें मिठाई दी तो है मैंने और क्या चाहिए?

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छोटा-सा पत्र  By Ratna Pandey

आठ वर्ष की रूहानी बहुत ही चंचल, बहुत ही शैतान, लेकिन उतनी ही संवेदनशील भी थी। वह छोटी-से छोटी बात को भी गहराई तक समझती थी। रूहानी की माँ निराली स्कूल में अध्यापिका थीं। जिस स्कूल...

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चंदा जाए कहाँ रे, चंदा आए कहाँ रे... By Manju Mahima

यह एक बाल कथा है जिसके माध्यम से शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष के बारे में रोचक वर्णन है, साथ ही भाषा की दृष्टि से अनुस्वार और चंद्र बिंदु का अंतर भी बताया गया है. चंदा जाए कहाँ रे, चंद...

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आग की कहानी By Anand Tripathi

जब दुनिया में आदम ने पहली बार कदम रखा। तब प्रत्येक वस्तु का परिवर्तन धीरे धीरे होने की गति पकड़ने लगा। आदम एक ऐसी प्रजाति रही है इस धरती पर। जिसने एक रचना की विश्व को एक नई दिशा। द...

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दोस्ती की मिसाल   By Ratna Pandey

अजय एक दूध की डेरी के मालिक थे, अजय के पास बहुत सी गाय भैंस थीं। नौकर चाकर गाय भैंसों की देखरेख करते, हर सुबह दूध दुहकर वे एकत्रित करते और अजय इस दूध को बेचने से पहले उसमें पानी मि...

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धरती की राखी By Manju Mahima

बच्चो! जैसा कि आप जानते ही हैं कि धरती का अस्तित्व सूर्यदेव से ही है...यदि सूर्य ना होता तो धरती पर शायद हमारा भी अस्तित्व नहीं होता. इस...

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सुलेख की समस्या By Anand M Mishra

कोरोना संकट के बाद विद्यालय खुल गए हैं। बच्चों का आना शुरू हो गया है। एक परिवर्तन जो स्पष्ट दिखाई देता है – वह है उनकी अभ्यास पुस्तिका। बच्चों की अभ्यास पुस्तिका देखने से एक बात...

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मैं नन्हा सा दीपक By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

दीदी--- देखो बच्चों !यह तो आप सभी जानते हैं कि दीपावली का पर्व हिंदुओं का एक पवित्र त्यौहार है। इसे रोशनी या प्रकाश का त्यौहार भी कहा जा सकता है क्योंकि इस दिन सभी अपने घरों में ढे...

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जब ख्वाब बना हकीकत By Rama Sharma Manavi

सुभास एक 16 वर्षीय युवक था,जिंदगी की कठिनाइयों ने उसे इसी उम्र में अत्यंत समझदार एवं जिम्मेदार बना दिया था।जब वह सात वर्ष का था तभी कश्ती पलट जाने से दरिया में डूबने से उनकी...

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वन रक्षक तिकड़ी By SAMIR GANGULY

पलाश वन में अगर किसी घोड़े की पीठ पर बंदर और बंदर के सिर पर कौवा बैठा दिख जाए तो इसका मतलब है कोई मुसीबत में है और यह तिकड़ी उसे बचाने के लिए जा रही है.बरसों पहले टपटप घोड़े, जंपू बंद...

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निडर - 5 By Asha Saraswat

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स्कूल की खिड़की By Lalit Rathod

स्कूल पहले अस्पताल हुआ करता था, जिसे बाद में पढ़ने का कक्ष बनाया गया। कुछ लोगों का कहना था की यह कमरा अंग्रेज समय का बना हुआ था। यहां किसी की मृत्यु भी हुई हैं। कई तरह की बातों से...

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दोस्ती में मिठास By SAMIR GANGULY

एक दिन एक बाग में एक फूल पर एक काले चींटे और लाल मधुमक्खी की मुलाकात हुई. दोनों में दोस्ती हो गई. ढेर सारी बातें हुई और जब लौटने का समय आया तो लाल मधुमक्खी ने कहा, ‘‘ चींटे भाई, कु...

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तीन चिड़िया उड़ी By SAMIR GANGULY

शेरसिंह का आदेश सुनकर तीनों पक्षी एकाएक चौंक गए थे.उन्होंने सपने में भी शेरसिंह से ऐसे आदेश की आशा नहीं की थी.चतुर चील, काले जटायु और गंजी चिड़िया तीनों में खुसर-फुसर होने लगी. ये त...

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डरावना ख्वाब By Salim Choudhary

आज ईद की चाँद रात है और कल ईद है हम सब बच्चे कल के लिए बहुत ही ज्यादा खुश है हम लोग इफ्तारी के बाद ईद का चाँद देखने के लिए उपर छत पर जाते है और चाँद देख कर अपनी दादी अम्मी के पास...

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तुम्हारी खातिर By SAMIR GANGULY

वे दोनों भाई-बहन थे. भाई बड़ा था. गोरा-चिट्टा रंग, फूले-फूले गाल और उम्र नौ साल. नाम था बबलू. बहन छोटी थी. सुनहरे बाल और नीली चंचल आंखें चेहरे से नटखटपन साफ छलकता. उम्र सिर्फ़ सात सा...

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नकलची मोनू By RACHNA ROY

मोनू ग्यारह साल का है और कक्षा सात का छात्र है। मोनू में एक खराब आदत है वह सबकी नकल किया करता है। चाहें वो बड़ा हो या छोटा। कभी भी कहीं भी किसी का नकल करने लगता है।घर में दादाजी से...

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चिन्तामणि की आंखें By SAMIR GANGULY

गोल कोटर में धंसी लाल-पीले चकत्तों वाली उसकी आंखें आश्चर्य थी. वे आंखें दस मील, बीस मील, पचास मील और उससे भी आगे देख सकती थी. हवा में पानी में, आग और अंधेरे हर जगह उसकी आंखे सार्थक...

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हिम्मत नहीं हारूंगा By SAMIR GANGULY

‘ छ पा ऽऽक’अंधेरे की भयानकता को लाख गुना बढ़ाता एक शब्द गूंज उठा और साथ ही पिंकू कुंए की गहराई में गिरता चला गया.यह सब अचानक ही हुआ. पिंकू कल ही तो नानी के घर आया है. उसे अभी तो कु...

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पिताजी की कहानी By SAMIR GANGULY

संध्या हिंदी की किताब में से जोर-जोर से रट रही थी-अलंकार वे शब्द होते हैं जो भाषा की सुंदरता बढ़ाते हैं. और पास बैठा किशु, बंशीलाल के बारे में ही सोच रहा था. पिछले कुछ दिनों से किशु...

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तीन अनचाहे दोस्त By SAMIR GANGULY

काफी देर से अन्नू चूहे के पीछे पड़ा हुआ था. उसकी आंखें चूहे की आंखों से मिली तो उसने सोचा-अगर उसे हिप्नोटाइज करना आता तो वह इस पाजी चूहे को आदेश देता कि चुपचाप चूहेदानी में चले आओ...

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छिपी हुई मदद By Sandeep Shrivastava

रघुवन में एक दिन सुबह होते ही एक आदमी और एक छोटी बच्चे प्रवेश करे | दोनों इधर उधर कुछ खोज रहे थे | दोनों कुछ परेशान लग रहे थे | रघुवन में किसी बाहरी का प्रवेश ज्यादा देर तक छिपता न...

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दोस्ती मिलन By Vishnu Dabhi

ऊंचे पहाड़ और वहां से निकल हुई नदिया, बड़े बड़े पेड़ , पौधे से भरा एक जंगल था| पक्षी ओ की मधुर संगीत से भरा वातावरण था| वहा आदिवासी समाज रहती थी| पर सृष्टि का एक...

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दो कहानियाँ- एक मीठा सफ़र और स्कूल भाग गया By SAMIR GANGULY

चींटीटोला की सतरंगी चींटी के उस दिन की शुरूआत गन्ने की फांक से मीठा रस चूसते हुए हुई.यह देख टांयटांय तोता आम के पेड़ को दिखाता हुआ बोला,‘‘ मीठे में आम का जवाब नहीं.’’सतरंगी चींटी बो...

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तोता और आम By Abhinav Bajpai

आंख खुली तो मैं चारपाई पर लेटा हुआ था। और मेरे चारों तरफ परिवार वाले मुझे घेर कर बैठे हुए थे, बाई तरफ चारपाई पर दादी बैठी सिर पर हाथ फेर रही थी, चारपाई के पास ही बाई तरफ कुर्सी पर...

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भूतभूलैय्या By SAMIR GANGULY

वीर के लिए सबसे अच्छा समय होता है शाम का. जब सूरज डूबने और हल्का अंधेरा छाने लगता है. तब वह बाल्कनी में आकर खड़ा हो जाता है. वहां से गली का मोड़ तक दिखाई देता है. वह इंतजार करता है...

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चॉकलेट By SAMIR GANGULY

चॉकलेट की मांग पूरी न होने पर नन्हें गोपू को बड़ा गुस्सा आता और वह अपना पेट फुलाकर गर्दन झटककर कहता-देखना एक दिन चुपके से जंगल में चला जाऊंगा.उसकी बात सुनकर लीना दीदी पूछती, ‘‘ अच्छ...

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एक शेर चाहिए By SAMIR GANGULY

जब पापा की लाडली शिशु का जन्मदिन नजदीक आने लगा तो पापा ने एक दिन उससे पूछा, ‘‘बेटे, जन्मदिन पर तुम्हें क्या चीज चाहिए.’’नटखट शिशु ने आंखें गोल-गोल करके कहा, ‘‘एक शेर चाहिए’’अब पापा...

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पोस्टर पेस्टर By SAMIR GANGULY

एक थर्राती आवाज गूंजी थी, ‘‘ अबे नीचे उतर.’’ अकबर ने पीछे मुड़ कर देखा. एकाएक यकीन न हुआ. पोस्टर का राक्षस सामनेसाक्षात खड़ा था.अकबर के थर-थर कांपने से सीढ़ी डगमगाने लगी थी और हथे...

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कर्मफल By Asha Saraswat

खेत में गेहूं काटने का समय था ।प्रतिदिन खेतों में किसान गेहूं काटते और इकट्ठे करके खेत में ही रख दिया करते ।जब खेत में गेहूं पड़े होते तो चूहे बहुत ही आनंद से खाते और बिलों...

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