hindi Best Children Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Children Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and c...Read More


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नाक ऊँची हो गई By Sneh Goswami

नाक ऊंची हो गई एक दिन अचानक तेज हवाएँ चलने लगी। आँधी में पास पास उगे गेहूं और चने के पौधे बुरी तरह से हिल गये। और अचानक चने का पौधा जा टकराया गेहूं से। तुरंत अपने आप को संभाल...

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जादूगर जंकाल और सोनपरी (9) By राज बोहरे

जादूगर जंकाल और सोनपरी बाल कहानी लेखक.राजनारायण बोहरे 9 इसके बाद आंगन था और आंगन के बीचोंबीच एक अजीब सा चमकदार कमरा बना था जिसमें कही से दरवाजा नहीं था। शिवपाल हैरान था कि इस कि...

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दीवाली का उपहार By Kusum Agarwal

पिया और उसके परिवार को ‘आकाश-गंगा’ सोसाइटी में शिफ्ट हुए एक महीना ही हुआ था। यह सोसाइटी शहर के बाहर बनी एक नई सोसाइटी थी। पिया के पापा ने अपनी कुछ जमा पूंजी तथा बैंक-लोन दोनों पैस...

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निवेदन पत्र... By सिमरन जयेश्वरी

"और ये पूरी ताकत के साथ बंटी ने लगाया सिक्स...!!!!!" छोटे कमेंटेटर बल्लू ने हाथ में पकड़ा हुआ बोटल वाले माइक पर चिल्लाकर कहा। और पूरी बच्चा पार्टी हुर्रे-हुर्रे!!! चिल्लाने लगी। "अर...

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दानी की कहानी - 11 By Pranava Bharti

धरती तो हरी हुई (दानी की कहानी ) ------------------------------- दानी की एक बहुत क़रीबी दोस्त हैं | उनकी दोनों बेटियाँ विदेश में रहती हैं | जब भी उनके बच्चे भारत आते ,यहाँ का प...

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सफाई-मंडली By Kusum Agarwal

जब से छुट्टियां हुईं हैं, बोर हो गया हूं। मन ही नहीं लगता। ऐसा लगता है जैसे बिल्कुल निकम्मा हो गया हूं। करूं तो क्या करूं? मनीष बड़बड़ाता हुआ इधर से उधर घूम रहा था कि मां ने आवाज...

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खाली हाथ नहीं लौटते... By सिमरन जयेश्वरी

खाली हाथ नहीं जाते... . . . . . "काका....???? ओ काका...!!! क्या लाये हो मेरे लिए....!!!" उसने काका के गाल पर उंगली फेरते हुए कहा। "अरे गुड्डे तेरे लिए, ये तो सबके लिए है...!!!!! फि...

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मैं भी हूं खास By Pratima Pandey

प्रतिमा पांडेय आज शाम से ही मिंकी उदास थी। उसे पता चला कि उसकी सबसे प्यारी सहेली श्वेता को स्कॉलरशिप मिली है। बस उसे उदासी ने आ घेरा। मन में सोच रही थी कि श्वेता कितनी इंटेलिजेंट ह...

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हमें बचाओ By Kusum Agarwal

वह फाउंटेन पेन चलता-चलता फिर लड़खड़ा गया और नोटबुक के नाजुक बदन में बड़ी जोर से चुभते हुए रुक गया। रुकते-रुकते उसने अपने बदन में से कुछ इंक नोट बुक के साफ-सुथरे पन्ने पर गिरा दी। य...

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Untitled By r k lal

“सब्जी वाला लड़का” आर 0 के 0 लाल बाबूजी सब्जियां ले लीजिए, सस्ती और हरी सब्जियां ले लीजिए। मोहल्ले की गली में एक लड़का काफी देर से आवाज लगा रहा था । एकांशी किचेन...

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निदिया By Jyoti Prakash Rai

मनुष्य यदि किसी विषय पर चिंतन मनन करने लगे तो वह जरूर परिणाम प्राप्त कर सकता है और यदि कार्य पूरी मेहनत लगन और निष्ठा से किया गया हो तो निष्कर्ष मनुष्य को स्वयं संतुष्ट करने योग्य...

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विकलांग मन By Swati

लगातार दूसरी बार नमन आठवीं में फेल हो गया। उसके पापा ने उसकी डंडे से पिटाई की । माँ ने भी लाड नहीं दिखाया । "पापा बात नहीं समझते, आख़िर मैं पढ़ ही नहीं सकता तो पढ़ाई छुड़...

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जंगल की परी !! By zeba Praveen

बहुत समय पहले की बात हैं, चिंटू नाम का एक छोटा लड़का जो लगभग सात साल का था एक छोटे से घर में रहता था, उसके माँ-बाप नहीं थे, वह अपनी बूढी दादी के साथ रहता था जो हमेशा बीमार रहती थी |...

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नेहा का छाता By Kusum Agarwal

नेहा देखो मैं तुम्हारे लिए एक नया छाता लाई हूं। तुम इसे अपने बस्ते में रख लो ताकि जरूरत पड़ने पर यह तुम्हारे काम आए- माँ ने कहा।नेहा ने ध्यान से उस छाते को देखा। वह नीले रंग का...

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परी लोक का शहद By Pratima Pandey

परी लोक में रानी परी दूर-दूर तक मशहूर थीं। उन्हें परियों के गुरु रोसाव ने थैंक्यू शक्ति दी थी और जादुई तूलिका भी। वह जो चाहतीं, सबकी भलाई में वह कर सकती थीं। वह इसका भरपूर उपयोग...

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अपना घर, सबसे अच्छा ! By zeba Praveen

बहुत समय पहले की बात हैं, मानसरोवर जंगल में चंम्पू नाम का एक छोटा बंदर अपने माता -पिता के साथ रहता था | उस जंगल में किसी भी चीज़ की कमी नहीं थी, सभी जानवर मिल-जुल कर रहते थे, एक दिन...

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कहाँ गईं परियां? By Kusum Agarwal

गति चलो, अब सो जाओ। कल सुबह स्कूल भी जाना है ना। यदि सोने में देरी हो जाएगी तो तुम्हारी नींद पूरी नहीं होगी और तुम सुबह उठने में आनाकानी करोगी। मम्मी ने गति को समझाते हुए कहा और फ...

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प्रवासी पक्षी By Swati

पूरे जंगल में हँसी ख़ुशी का शोर था। चिंकी बंदरिया की शादी सोनू बन्दर के साथ होने वाली थी। दोनों परिवारों की ओर से पूरे जंगल को न्यौता दिया गया था। हम्पी हाथी...

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बकरी और बच्चे - 3 मेव का चूना By Abhinav Bajpai

बकरी और बच्चे (भाग -०३) मेव का चूना जब बकरी ने शेर का पेट अपने सींगो पर लगे तेज, नुकीले चाकू से चीर दिया, तो बहुत दिनों तक शेर के घाव भरे ही नहीं और घाव भर जाने के बाद वह बहुत कमज...

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स्वप्न हो गये बचपन के दिन भी... (19) By Anandvardhan Ojha

स्वप्न हो गये बचपन के दिन भी (19)'शब्द-सहयोग की अनवरत कथा...'पूज्य पिताजी को दिन-रात लिखते-पढ़ते देखकर मैं बड़ा हुआ। मन में आता था कि उन्हीं की तरह कवि-लेखक बनूंगा। बाल्यका...

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अदृश्य गाँव का रहस्य - 3 By Mukesh nagar

वामन गुरु उत्तर की तरफ चले गए थे। वह कुएँ की निचली दीवार पर कभी ध्यान से कुछ देखते तो कभी अपनी अँगुलियों से उसे ठोकते। ऐसा लगता था कुछ खोजने का प्रयास कर रहे थे। नट्टू और बद्री की...

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बाल कथा हीरा मोती By Chaya Agarwal

बालकहानी हीरा-मोती एक गांव में बरगद के दो घने पेड़ घने थे। एक का नाम हीरा था और दूसरे का मोती था। दोनों में गहरी मित्रता थी। वह एक दूसरे के बगैर रहने की कल्पना...

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गुब्बारों की एकता By Kusum Agarwal

रामू गुब्बारे वाले ने गुब्बारे फुलाने शुरू किए। वह एक-एक के बाद एक ढेरों गुब्बारे फुलाता चला गया। फिर वह उन सब गुब्बारों को एक कमरे में बंद करके कुछ देर के लिए बाहर चला गया।रामू के...

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नाक ऊँची हो गई By Sneh Goswami

नाक ऊंची हो गई एक दिन अचानक तेज हवाएँ चलने लगी। आँधी में पास पास उगे गेहूं और चने के पौधे बुरी तरह से हिल गये। और अचानक चने का पौधा जा टकराया गेहूं से। तुरंत अपने आप को संभाल...

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जादूगर जंकाल और सोनपरी (9) By राज बोहरे

जादूगर जंकाल और सोनपरी बाल कहानी लेखक.राजनारायण बोहरे 9 इसके बाद आंगन था और आंगन के बीचोंबीच एक अजीब सा चमकदार कमरा बना था जिसमें कही से दरवाजा नहीं था। शिवपाल हैरान था कि इस कि...

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दीवाली का उपहार By Kusum Agarwal

पिया और उसके परिवार को ‘आकाश-गंगा’ सोसाइटी में शिफ्ट हुए एक महीना ही हुआ था। यह सोसाइटी शहर के बाहर बनी एक नई सोसाइटी थी। पिया के पापा ने अपनी कुछ जमा पूंजी तथा बैंक-लोन दोनों पैस...

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निवेदन पत्र... By सिमरन जयेश्वरी

"और ये पूरी ताकत के साथ बंटी ने लगाया सिक्स...!!!!!" छोटे कमेंटेटर बल्लू ने हाथ में पकड़ा हुआ बोटल वाले माइक पर चिल्लाकर कहा। और पूरी बच्चा पार्टी हुर्रे-हुर्रे!!! चिल्लाने लगी। "अर...

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दानी की कहानी - 11 By Pranava Bharti

धरती तो हरी हुई (दानी की कहानी ) ------------------------------- दानी की एक बहुत क़रीबी दोस्त हैं | उनकी दोनों बेटियाँ विदेश में रहती हैं | जब भी उनके बच्चे भारत आते ,यहाँ का प...

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सफाई-मंडली By Kusum Agarwal

जब से छुट्टियां हुईं हैं, बोर हो गया हूं। मन ही नहीं लगता। ऐसा लगता है जैसे बिल्कुल निकम्मा हो गया हूं। करूं तो क्या करूं? मनीष बड़बड़ाता हुआ इधर से उधर घूम रहा था कि मां ने आवाज...

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खाली हाथ नहीं लौटते... By सिमरन जयेश्वरी

खाली हाथ नहीं जाते... . . . . . "काका....???? ओ काका...!!! क्या लाये हो मेरे लिए....!!!" उसने काका के गाल पर उंगली फेरते हुए कहा। "अरे गुड्डे तेरे लिए, ये तो सबके लिए है...!!!!! फि...

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मैं भी हूं खास By Pratima Pandey

प्रतिमा पांडेय आज शाम से ही मिंकी उदास थी। उसे पता चला कि उसकी सबसे प्यारी सहेली श्वेता को स्कॉलरशिप मिली है। बस उसे उदासी ने आ घेरा। मन में सोच रही थी कि श्वेता कितनी इंटेलिजेंट ह...

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हमें बचाओ By Kusum Agarwal

वह फाउंटेन पेन चलता-चलता फिर लड़खड़ा गया और नोटबुक के नाजुक बदन में बड़ी जोर से चुभते हुए रुक गया। रुकते-रुकते उसने अपने बदन में से कुछ इंक नोट बुक के साफ-सुथरे पन्ने पर गिरा दी। य...

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निदिया By Jyoti Prakash Rai

मनुष्य यदि किसी विषय पर चिंतन मनन करने लगे तो वह जरूर परिणाम प्राप्त कर सकता है और यदि कार्य पूरी मेहनत लगन और निष्ठा से किया गया हो तो निष्कर्ष मनुष्य को स्वयं संतुष्ट करने योग्य...

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विकलांग मन By Swati

लगातार दूसरी बार नमन आठवीं में फेल हो गया। उसके पापा ने उसकी डंडे से पिटाई की । माँ ने भी लाड नहीं दिखाया । "पापा बात नहीं समझते, आख़िर मैं पढ़ ही नहीं सकता तो पढ़ाई छुड़...

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जंगल की परी !! By zeba Praveen

बहुत समय पहले की बात हैं, चिंटू नाम का एक छोटा लड़का जो लगभग सात साल का था एक छोटे से घर में रहता था, उसके माँ-बाप नहीं थे, वह अपनी बूढी दादी के साथ रहता था जो हमेशा बीमार रहती थी |...

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नेहा का छाता By Kusum Agarwal

नेहा देखो मैं तुम्हारे लिए एक नया छाता लाई हूं। तुम इसे अपने बस्ते में रख लो ताकि जरूरत पड़ने पर यह तुम्हारे काम आए- माँ ने कहा।नेहा ने ध्यान से उस छाते को देखा। वह नीले रंग का...

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परी लोक का शहद By Pratima Pandey

परी लोक में रानी परी दूर-दूर तक मशहूर थीं। उन्हें परियों के गुरु रोसाव ने थैंक्यू शक्ति दी थी और जादुई तूलिका भी। वह जो चाहतीं, सबकी भलाई में वह कर सकती थीं। वह इसका भरपूर उपयोग...

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अपना घर, सबसे अच्छा ! By zeba Praveen

बहुत समय पहले की बात हैं, मानसरोवर जंगल में चंम्पू नाम का एक छोटा बंदर अपने माता -पिता के साथ रहता था | उस जंगल में किसी भी चीज़ की कमी नहीं थी, सभी जानवर मिल-जुल कर रहते थे, एक दिन...

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कहाँ गईं परियां? By Kusum Agarwal

गति चलो, अब सो जाओ। कल सुबह स्कूल भी जाना है ना। यदि सोने में देरी हो जाएगी तो तुम्हारी नींद पूरी नहीं होगी और तुम सुबह उठने में आनाकानी करोगी। मम्मी ने गति को समझाते हुए कहा और फ...

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प्रवासी पक्षी By Swati

पूरे जंगल में हँसी ख़ुशी का शोर था। चिंकी बंदरिया की शादी सोनू बन्दर के साथ होने वाली थी। दोनों परिवारों की ओर से पूरे जंगल को न्यौता दिया गया था। हम्पी हाथी...

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बकरी और बच्चे - 3 मेव का चूना By Abhinav Bajpai

बकरी और बच्चे (भाग -०३) मेव का चूना जब बकरी ने शेर का पेट अपने सींगो पर लगे तेज, नुकीले चाकू से चीर दिया, तो बहुत दिनों तक शेर के घाव भरे ही नहीं और घाव भर जाने के बाद वह बहुत कमज...

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स्वप्न हो गये बचपन के दिन भी... (19) By Anandvardhan Ojha

स्वप्न हो गये बचपन के दिन भी (19)'शब्द-सहयोग की अनवरत कथा...'पूज्य पिताजी को दिन-रात लिखते-पढ़ते देखकर मैं बड़ा हुआ। मन में आता था कि उन्हीं की तरह कवि-लेखक बनूंगा। बाल्यका...

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अदृश्य गाँव का रहस्य - 3 By Mukesh nagar

वामन गुरु उत्तर की तरफ चले गए थे। वह कुएँ की निचली दीवार पर कभी ध्यान से कुछ देखते तो कभी अपनी अँगुलियों से उसे ठोकते। ऐसा लगता था कुछ खोजने का प्रयास कर रहे थे। नट्टू और बद्री की...

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बाल कथा हीरा मोती By Chaya Agarwal

बालकहानी हीरा-मोती एक गांव में बरगद के दो घने पेड़ घने थे। एक का नाम हीरा था और दूसरे का मोती था। दोनों में गहरी मित्रता थी। वह एक दूसरे के बगैर रहने की कल्पना...

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गुब्बारों की एकता By Kusum Agarwal

रामू गुब्बारे वाले ने गुब्बारे फुलाने शुरू किए। वह एक-एक के बाद एक ढेरों गुब्बारे फुलाता चला गया। फिर वह उन सब गुब्बारों को एक कमरे में बंद करके कुछ देर के लिए बाहर चला गया।रामू के...

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