hindi Best Adventure Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Adventure Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and...Read More


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  • अस्थि-कलश

    कुछ सालों पहले की बात है,तब मेरी शादी नहीं हुई थी,मैं आगरा से झाँसी अपने घर जा र...

  • जमानत

    "वकील साहब आप ही मुझे बचा सकते है,"गबरू नौजवान मेरे पैर पकड़कर गिड़गिड़ाया,"आपका बह...

  • वो बिल्ली...

    ये बात कोई दस पन्द्रह साल पुरानी है,तब मेरी उम्र यही कोई तीस पैंतीस साल रही होगी...

दूरी न रहे कोई (अंतिम क़िस्त) By Kishanlal Sharma

"तुमने अपने बारे मे सब कुछ तो बता दीया था।फिर और क्या जानने के लिए रह गया था?"इला की बात सुनकर राजन बोला।"मैने तुम्हे जो बताया वो झूठ भी तो हो सकता था।तुम्हे इसकी जांच करनी चाहिए थ...

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रक्षक - 3 By Kayal King

रेमो का कवच का भेद रेवन ने राजा से पूछा की आपकी बेटी को मतलब राजकुमारी को जो उठाकर ले गया है । उसकी सुरक्षा क्या है ???राजा ने बताया की उसकी सुरक्षा के बारे में मैं नही...

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पिनाक By Rajeev Kumar

दिसंबर की भयंकर सर्दियां पड़ रही थी। २० दिसंबर की सुबह वातावरण में अन्य दिनों की भांति बहुत ज्यादा सर्दी थी और कोहरा भी घना था।रुस्तम भाई का नियम था कि वह सुबह छः बजे अपना बिस्तर...

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अस्थि-कलश By Saroj Verma

कुछ सालों पहले की बात है,तब मेरी शादी नहीं हुई थी,मैं आगरा से झाँसी अपने घर जा रहा था,चूँकि मैं आगरा मैं एक प्राइवेट कम्पनी में जाँब करता था,दशहरे की छुट्टियाँ हुईं तो मैने सोचा आग...

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जमानत By Kishanlal Sharma

"वकील साहब आप ही मुझे बचा सकते है,"गबरू नौजवान मेरे पैर पकड़कर गिड़गिड़ाया,"आपका बहुत नाम है।लोगों की सलाह पर ही मैं आपके पास आया हूँ।""पहले मुझे बताओ तो माजरा क्या है?""मेेेरी माँ ने...

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काला जादू.... By Saroj Verma

कस्बे से बाहर एक तालाब था, वहां आए दिन आत्महत्या की वारदातें होतीं रहतीं थीं, क्योंकि तालाब बहुत गहरा था,जो भी उसमें मरने के लिए कूदता वो फिर कभी भी उबर नहीं पाता था,सब कहते थे कि...

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वो बिल्ली... By Saroj Verma

ये बात कोई दस पन्द्रह साल पुरानी है,तब मेरी उम्र यही कोई तीस पैंतीस साल रही होगी, मैं सरकारी अस्पताल में गायनोलोजिस्ट थी,मेरा उस कस्बे में नया नया तबादला हुआ था,एक ही दो महीने हुए...

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नेट की कल्पना By Vijay Tiwari Kislay

नेट की कल्पना राघव ग्रेजुएशन, कंप्यूटर के अनेक कोर्स और प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के बाद भी अब तक बेरोजगार ही है। ऐसा नहीं है कि वह अपना रिज्यूमे लेकर कंपनी दर कंपनी...

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प्यार भी इंकार भी (अंतिम भाग) By Kishanlal Sharma

"क्या प्यार का मतलब सिर्फ शादी ही है?"चारुलता ने प्रश्न किया था।"प्यार को सामाजिक सम्मान प्रदान करने के लिए शादी का प्रावधान है।विवाह मर्द और औरत को प्यार करने की स्वतंत्रता प्रदान...

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अप्सराएं या परियां By Shakti Singh Negi

अप्सराओं का बंदी कुछ समय पहले की बात है. यह उत्तराखंड के एक गांव की बात है. उत्तराखंड के किसी गांव में एक बहुत कुशल संगीतकार रहता था. उसके संगीत और वादन की धूम दूर-दूर तक थी. एक...

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वो ख़्वाब था या हक़ीक़त...... By Saroj Verma

कभी कभी वो रात और वो मंज़र याद आता है तो मेरा दिल दहल उठता है आखिर वो क्या था?वो मह़ज मेरा कोई ख्वाब था या हक़ीक़त ,जिसे मैं आज तक भूल नहीं सका,जब कभी वो वाक्या मेरा सामने आता है त...

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टकटक (केवल प्रबुद्ध वयस्कों के लिए) By Pawan Kumar

Story Title: Taktak WITH PAWAN KUMAR टक टक{केवल प्रबुद्ध वयस्कों के लिए}******* जैसे जैसे ज़हर का नील मेरे लहू में घुलता जा रहा था,...

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भूख--एक औरत की व्यथा(अंतिम भाग) By Kishanlal Sharma

थोड़ा सा बदलाव उसकी जिंदगी में आया था।सेठ ने उसे छ महीने तक रखैल बनाकर रखा और उससे जी भर जाने पर उसे बेच दिया था।वह एक आदमी से दूसरे आदमी को बिककर एक शहर से दूसरे शहर जाने लगी थी।ज...

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पार - महेश कटारे - 4 - अंतिम भाग By राज बोहरे

महेश कटारे - कहानी–पार 4 बादल छँट जाने से सप्तमी का चन्द्रमा उग आया था। पार के किनारे धुँधले–से दिखाई देने लगे थे। तीनों उघाड़े होकर पानी में ऊपर गए। कमर तक पानी मे...

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सजा---एक अनोखी प्रेम कथा By Kishanlal Sharma

दरोगा अनवर तैयार होकर थाने के लिए निकल पड़ा।घर से थाने तक का रास्ता सड़क से होकर लम्बा था।लेकिन एक छोटा रास्ता भी था,जो सुनसान जंगल के बीच से जाता था।यह रास्ता कच्चा था।इस रास्ते से...

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भूत बंगला - भाग 3 By Shakti Singh Negi

दिव्य तलवार के मेरे हाथ में आते ही मेरे सब घाव अपने आप ठीक हो गए और मेरे शरीर में नया बल और उत्साह आ गया। मैंने तलवार से चुड़ैल के दोनों पैर भी काट दिए। चुड़ैल पीड़ा से तड़पने लग...

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प्रायश्चित - भाग-21 By Saroj Prajapati

किरण ने अपनी उखडती हुई सांसो को फिर से समेटा और शिवानी की ओर देखते हुए बोली "आपने मुझे जीवन का नया नजरिया दिया। मुझमें आशा का संचार किया। आपके साथ-साथ मैं तो मांजी की भी शुक्रगुजार...

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रंभाला का रहस्य - भाग 1 By Shakti Singh Negi

प्रताप अपनी स्टडी में बैठकर एक दुर्लभ पुस्तक का अध्ययन कर रहे थे। उनकी पत्नी उनके द्वारा कही गई बातों को कंप्यूटर पर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड पर टाइप कर रही थी। अचानक उनके मोबाइल की घं...

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जोरावर गढ़ - भाग 3 By Shakti Singh Negi

यहां सभी लोग बहुत संपन्न थे। परंतु 40% लोग बहुत गरीब थे। अर्थात 8 लाख लोग बहुत गरीब थे। हालांकि अब यह भारत की प्रजा थे। परंतु ये लोग अभी भी प्रिया को अपनी महारानी मानते थे। म...

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नागमणी (संस्मरण ) - अंतिम भाग By राज कुमार कांदु

रात के लगभग दो बजे मैं अपने घर पहुंचा । घर में किसी को भी इस घटना के बारे में जानकारी ना हो इसलिए मैंने वह पात्र रखने और संभालने का जिम्मा अपने मित्र को ही दे दिया था । जाते जाते उ...

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अघोरी का शाप - अंतिम By नवीन एकाकी

समय के साथ साथ वो सब भूल गयी। बाबा के पिता ने भी उसे कुछ भी न बताया और वो भी अपनी गृहस्थी में रमने की कोशिश करने लगा। उस अघोरी को वो कभी नही भूला था और न ही उसकी कही बातों को। वो ह...

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इत्तफाक- By Kishanlal Sharma

"अरे आप? राजन बस की क्यू मे लगा,तो अपने आगे लगी युवती को देखकर चोंका था,"कल आप मेट्रो में मिली थीं और आजराजन की बात सुनकर वह युवती मुस्करायी लेकिन बोली नही"मेरा नाम राजन है।पुणे म...

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मेरी पागल बहना By Asawari Deo

हमें किसी नियम के तहत जीवन क्यों जीना है? हम अपनी किस्मत क्यों नहीं बदल सकते? हमें हमेशा वह सब क्यों स्वीकार करना पड़ता है जो भगवान ने लिखा है? आपको मेरी जीवन कहानी लिखने की अनुमति...

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रात को जगाने वाली आत्मा - 1 ( 2 Pm) असली भुतिया कहानी By HDR Creations

दोस्तो ये कहानी जो आज मै आप को सुनाने जा रहा हूँ | ये एक दम रियल और डरावनी है | इस कहानी को मै स्वयं (खुद) आप के साथ शेयर करने जा रहा हूँ | क्युकी ये घटना मेरे ही साथ घटित हुई है |...

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अतीत के गलियारें से By कलम की रानी

नींद कोसों दूर हैं आज, अतीत के गलियारे मै खड़ी जो हूँ, अतीत के पल चाँदनी रात मै आँखो के सामने नृत्य कर रहे हैं... और मै मूक दर्शक की भाँति खड़ी हूँ l आज का सारा मंजर मुझे अतीत की ग...

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दूरी न रहे कोई (अंतिम क़िस्त) By Kishanlal Sharma

"तुमने अपने बारे मे सब कुछ तो बता दीया था।फिर और क्या जानने के लिए रह गया था?"इला की बात सुनकर राजन बोला।"मैने तुम्हे जो बताया वो झूठ भी तो हो सकता था।तुम्हे इसकी जांच करनी चाहिए थ...

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रक्षक - 3 By Kayal King

रेमो का कवच का भेद रेवन ने राजा से पूछा की आपकी बेटी को मतलब राजकुमारी को जो उठाकर ले गया है । उसकी सुरक्षा क्या है ???राजा ने बताया की उसकी सुरक्षा के बारे में मैं नही...

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पिनाक By Rajeev Kumar

दिसंबर की भयंकर सर्दियां पड़ रही थी। २० दिसंबर की सुबह वातावरण में अन्य दिनों की भांति बहुत ज्यादा सर्दी थी और कोहरा भी घना था।रुस्तम भाई का नियम था कि वह सुबह छः बजे अपना बिस्तर...

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अस्थि-कलश By Saroj Verma

कुछ सालों पहले की बात है,तब मेरी शादी नहीं हुई थी,मैं आगरा से झाँसी अपने घर जा रहा था,चूँकि मैं आगरा मैं एक प्राइवेट कम्पनी में जाँब करता था,दशहरे की छुट्टियाँ हुईं तो मैने सोचा आग...

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जमानत By Kishanlal Sharma

"वकील साहब आप ही मुझे बचा सकते है,"गबरू नौजवान मेरे पैर पकड़कर गिड़गिड़ाया,"आपका बहुत नाम है।लोगों की सलाह पर ही मैं आपके पास आया हूँ।""पहले मुझे बताओ तो माजरा क्या है?""मेेेरी माँ ने...

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काला जादू.... By Saroj Verma

कस्बे से बाहर एक तालाब था, वहां आए दिन आत्महत्या की वारदातें होतीं रहतीं थीं, क्योंकि तालाब बहुत गहरा था,जो भी उसमें मरने के लिए कूदता वो फिर कभी भी उबर नहीं पाता था,सब कहते थे कि...

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वो बिल्ली... By Saroj Verma

ये बात कोई दस पन्द्रह साल पुरानी है,तब मेरी उम्र यही कोई तीस पैंतीस साल रही होगी, मैं सरकारी अस्पताल में गायनोलोजिस्ट थी,मेरा उस कस्बे में नया नया तबादला हुआ था,एक ही दो महीने हुए...

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नेट की कल्पना By Vijay Tiwari Kislay

नेट की कल्पना राघव ग्रेजुएशन, कंप्यूटर के अनेक कोर्स और प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के बाद भी अब तक बेरोजगार ही है। ऐसा नहीं है कि वह अपना रिज्यूमे लेकर कंपनी दर कंपनी...

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प्यार भी इंकार भी (अंतिम भाग) By Kishanlal Sharma

"क्या प्यार का मतलब सिर्फ शादी ही है?"चारुलता ने प्रश्न किया था।"प्यार को सामाजिक सम्मान प्रदान करने के लिए शादी का प्रावधान है।विवाह मर्द और औरत को प्यार करने की स्वतंत्रता प्रदान...

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अप्सराएं या परियां By Shakti Singh Negi

अप्सराओं का बंदी कुछ समय पहले की बात है. यह उत्तराखंड के एक गांव की बात है. उत्तराखंड के किसी गांव में एक बहुत कुशल संगीतकार रहता था. उसके संगीत और वादन की धूम दूर-दूर तक थी. एक...

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वो ख़्वाब था या हक़ीक़त...... By Saroj Verma

कभी कभी वो रात और वो मंज़र याद आता है तो मेरा दिल दहल उठता है आखिर वो क्या था?वो मह़ज मेरा कोई ख्वाब था या हक़ीक़त ,जिसे मैं आज तक भूल नहीं सका,जब कभी वो वाक्या मेरा सामने आता है त...

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टकटक (केवल प्रबुद्ध वयस्कों के लिए) By Pawan Kumar

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थोड़ा सा बदलाव उसकी जिंदगी में आया था।सेठ ने उसे छ महीने तक रखैल बनाकर रखा और उससे जी भर जाने पर उसे बेच दिया था।वह एक आदमी से दूसरे आदमी को बिककर एक शहर से दूसरे शहर जाने लगी थी।ज...

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पार - महेश कटारे - 4 - अंतिम भाग By राज बोहरे

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भूत बंगला - भाग 3 By Shakti Singh Negi

दिव्य तलवार के मेरे हाथ में आते ही मेरे सब घाव अपने आप ठीक हो गए और मेरे शरीर में नया बल और उत्साह आ गया। मैंने तलवार से चुड़ैल के दोनों पैर भी काट दिए। चुड़ैल पीड़ा से तड़पने लग...

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प्रायश्चित - भाग-21 By Saroj Prajapati

किरण ने अपनी उखडती हुई सांसो को फिर से समेटा और शिवानी की ओर देखते हुए बोली "आपने मुझे जीवन का नया नजरिया दिया। मुझमें आशा का संचार किया। आपके साथ-साथ मैं तो मांजी की भी शुक्रगुजार...

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रंभाला का रहस्य - भाग 1 By Shakti Singh Negi

प्रताप अपनी स्टडी में बैठकर एक दुर्लभ पुस्तक का अध्ययन कर रहे थे। उनकी पत्नी उनके द्वारा कही गई बातों को कंप्यूटर पर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड पर टाइप कर रही थी। अचानक उनके मोबाइल की घं...

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जोरावर गढ़ - भाग 3 By Shakti Singh Negi

यहां सभी लोग बहुत संपन्न थे। परंतु 40% लोग बहुत गरीब थे। अर्थात 8 लाख लोग बहुत गरीब थे। हालांकि अब यह भारत की प्रजा थे। परंतु ये लोग अभी भी प्रिया को अपनी महारानी मानते थे। म...

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नागमणी (संस्मरण ) - अंतिम भाग By राज कुमार कांदु

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अघोरी का शाप - अंतिम By नवीन एकाकी

समय के साथ साथ वो सब भूल गयी। बाबा के पिता ने भी उसे कुछ भी न बताया और वो भी अपनी गृहस्थी में रमने की कोशिश करने लगा। उस अघोरी को वो कभी नही भूला था और न ही उसकी कही बातों को। वो ह...

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इत्तफाक- By Kishanlal Sharma

"अरे आप? राजन बस की क्यू मे लगा,तो अपने आगे लगी युवती को देखकर चोंका था,"कल आप मेट्रो में मिली थीं और आजराजन की बात सुनकर वह युवती मुस्करायी लेकिन बोली नही"मेरा नाम राजन है।पुणे म...

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मेरी पागल बहना By Asawari Deo

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रात को जगाने वाली आत्मा - 1 ( 2 Pm) असली भुतिया कहानी By HDR Creations

दोस्तो ये कहानी जो आज मै आप को सुनाने जा रहा हूँ | ये एक दम रियल और डरावनी है | इस कहानी को मै स्वयं (खुद) आप के साथ शेयर करने जा रहा हूँ | क्युकी ये घटना मेरे ही साथ घटित हुई है |...

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अतीत के गलियारें से By कलम की रानी

नींद कोसों दूर हैं आज, अतीत के गलियारे मै खड़ी जो हूँ, अतीत के पल चाँदनी रात मै आँखो के सामने नृत्य कर रहे हैं... और मै मूक दर्शक की भाँति खड़ी हूँ l आज का सारा मंजर मुझे अतीत की ग...

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