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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Classic Stories in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • दो बहने - 6

    Part 6 अब तक अपने देखा की खिमजी ओर पूरे परिवार को घनश्याम जी ने अपने दोस्त को मि...

  • પક્ષી માટે લાગણી

    એક ગામ માં નીલિમા નામ ની ૧૩ વર્ષ ની છોકરી રેહતી હતી.તે ૭ મી કક્ષા માં ભ...

  • सत्य की खोज

    अजीब कशमकश थी गिरीराज के मन में ।रात आधी से ज्यादा बीत चुकी थी पर उसकी आंखों में...

दो बहने - 6 By Mansi

Part 6 अब तक अपने देखा की खिमजी ओर पूरे परिवार को घनश्याम जी ने अपने दोस्त को मिलने के लिए बुलाया निशा ने सोचा अरे ये अब घनश्याम चाचा ने क्यों बुलाया होगा मेरा तो मन ही नहीं है जान...

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A SHORT HISTORY OF THE WORLD - 40 By H. G. Wells

XL THE HUNS AND THE END OF THE WESTERN EMPIRE This appearance of a conquering Mongolian people in Europe may be taken to mark a new stage in human history. Until the last century o...

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पलायन - 2 By राज कुमार कांदु

कोरोना की पहली लहर से सबक न लेते हुए सरकार ने इस बीमारी से लड़ने का कोई कारगर उपाय नहीं किया जिसका नतीजा यह निकला कि गंगा का पानी लाशों से पट गया। गंगा किनारे रेत में गड़े इंसानी जिस...

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कॉलेज कट्टा By Akshata alias shubhadaTirodkar

डी व्हाय कॉलेज मधली आजची संध्याकाळ काही खास होती आज कॉलेज बहरून केलं होत कारण हि तसेच होते माजी विद्यार्थी मेळावा त्या वर्षातील माजी विद्यार्थी उपस्तिथ होते त्या वर्षात एक ग्रुप फे...

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પક્ષી માટે લાગણી By Mansi

એક ગામ માં નીલિમા નામ ની ૧૩ વર્ષ ની છોકરી રેહતી હતી.તે ૭ મી કક્ષા માં ભણતી હતી. તેમને ગામ માં એક નાનું ખેતર હતું,તેના માતા - પિતા રોજ ત્યાં કામ કરવા જતા. નીલિમા માં ને પેહ...

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सत्य की खोज By Poonam Gujrani Surat

अजीब कशमकश थी गिरीराज के मन में ।रात आधी से ज्यादा बीत चुकी थी पर उसकी आंखों में अंश मात्र भी नींद नहीं थी। वो सोच रहा था- क्या कर राहा हूं मैं .... क्या करना चाहिए मुझे....जिन गुत...

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દેશળભગત By મહેશ ઠાકર

- નામ સમરણ ની તાકાત ખવાસ રજપૂત સમાજના દેવ સમાન સંત દેશળભગતઈશ્વરના નામ સમરણમા કેટલી તાકાત હોય છે. તેમનો એક પ્રસંગ આજે કહેવો છે. 80 વર્ષ પહેલાંની વાત છે. ધ્રાંગધ્રા સ્ટેટ સર અજીતસિંહ...

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वेश्या का भाई - (अन्तिम भाग) By Saroj Verma

जब रामजस चुप हो गया तो कुशमा ने उससे कहा... तुम चुप क्यों हो गए? जी! आपने ही तो चुप रहने को कहा मुझसे,रामजस बोला।। अच्छा वो सब छोड़ो पहले ये बताओ तुमने अपनी दवा खाई,कुशमा ने पूछा।।...

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गुलाब का खून By Prabodh Kumar Govil

गुलाब का खून- प्रबोध कुमार गोविल ज़्यादा हरियाली तो अब नहीं बची थी पर जो कुछ भी था, उसे तो बचाना ही था। इसीलिए वो पानी का पाइप हाथ में लेकर लॉन के कौने वाले उस पौधे पर धार छोड़ने म...

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સાતમું આસમાન - 3 By Hetaxi Soni

ગુલમહોરનાં વૃક્ષો અને થોડાં -થોડાં અંતરે લગાવેલી લાકડાંની સફેદ રંગની બેંચિસથી ઘેરાયેલા સાફ-સુથરાં અને હંમેશા શાંત રહેતા 'લાઇફ-કેર' હૉસ્પિટલનાં પ્રાંગણમાં આજે દોડાદોડીનો માહોલ હતો....

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खुल जा सिम सिम By Prabodh Kumar Govil

बाहर गली में बच्चे खेल रहे थे। चौंकिए मत!आप कहेंगे कि बच्चे बाहर कब खेलते हैं, वो तो मोबाइल हाथ में लेकर घर के भीतर ही खेलते हैं। नहीं, ये आज की बात नहीं है। बरसों पुरानी बात है। त...

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മച്ചിൻപുറത്തെ വിശേഷങ്ങൾ By CHERIAN

മച്ചിൻപുറത്തെ വിശേഷങ്ങൾ മച്ചിനു മുകളിൽ കയറിയാൽ രസമാണ് . അയാൾ അവിടെ കുന്തിച്ചിരുന്നു അടുക്കളക്കുമുകളിൽ മച്ചിന്റെഅഴികൾക്കിടയിലൂടെ പടർന്ന കരിംപുകയിൽ കണ്ണുകൾ ഉഴറി ....

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चपरकनाती By Prabodh Kumar Govil

"चपरकनाती"- प्रबोध कुमार गोविल दूरबीन से इधर- उधर देखता हुआ वो सैलानी अपनी छोटी सी मोटरबोट को किनारे ले आया। उसे कुछ मछुआरे दिखे थे। उन्हीं से बात होने लगी। टोकरी से कुछ छोटी मछलिय...

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श्रीलाल शुक्ल By Saumya Jyotsna

साहित्य जगत में ऐसे अनेक नाम हुए हैं, जिन्होंने एक युग की शुरुआत की है। अपने साहित्य सृजन से लोगों को अनेक कृतियां प्रदान की हैं, जिसे पढ़कर पाठक जुड़ाव महसूस करने के साथ-साथ उससे...

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दो बहने - 6 By Mansi

Part 6 अब तक अपने देखा की खिमजी ओर पूरे परिवार को घनश्याम जी ने अपने दोस्त को मिलने के लिए बुलाया निशा ने सोचा अरे ये अब घनश्याम चाचा ने क्यों बुलाया होगा मेरा तो मन ही नहीं है जान...

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A SHORT HISTORY OF THE WORLD - 40 By H. G. Wells

XL THE HUNS AND THE END OF THE WESTERN EMPIRE This appearance of a conquering Mongolian people in Europe may be taken to mark a new stage in human history. Until the last century o...

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पलायन - 2 By राज कुमार कांदु

कोरोना की पहली लहर से सबक न लेते हुए सरकार ने इस बीमारी से लड़ने का कोई कारगर उपाय नहीं किया जिसका नतीजा यह निकला कि गंगा का पानी लाशों से पट गया। गंगा किनारे रेत में गड़े इंसानी जिस...

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कॉलेज कट्टा By Akshata alias shubhadaTirodkar

डी व्हाय कॉलेज मधली आजची संध्याकाळ काही खास होती आज कॉलेज बहरून केलं होत कारण हि तसेच होते माजी विद्यार्थी मेळावा त्या वर्षातील माजी विद्यार्थी उपस्तिथ होते त्या वर्षात एक ग्रुप फे...

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એક ગામ માં નીલિમા નામ ની ૧૩ વર્ષ ની છોકરી રેહતી હતી.તે ૭ મી કક્ષા માં ભણતી હતી. તેમને ગામ માં એક નાનું ખેતર હતું,તેના માતા - પિતા રોજ ત્યાં કામ કરવા જતા. નીલિમા માં ને પેહ...

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अजीब कशमकश थी गिरीराज के मन में ।रात आधी से ज्यादा बीत चुकी थी पर उसकी आंखों में अंश मात्र भी नींद नहीं थी। वो सोच रहा था- क्या कर राहा हूं मैं .... क्या करना चाहिए मुझे....जिन गुत...

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દેશળભગત By મહેશ ઠાકર

- નામ સમરણ ની તાકાત ખવાસ રજપૂત સમાજના દેવ સમાન સંત દેશળભગતઈશ્વરના નામ સમરણમા કેટલી તાકાત હોય છે. તેમનો એક પ્રસંગ આજે કહેવો છે. 80 વર્ષ પહેલાંની વાત છે. ધ્રાંગધ્રા સ્ટેટ સર અજીતસિંહ...

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वेश्या का भाई - (अन्तिम भाग) By Saroj Verma

जब रामजस चुप हो गया तो कुशमा ने उससे कहा... तुम चुप क्यों हो गए? जी! आपने ही तो चुप रहने को कहा मुझसे,रामजस बोला।। अच्छा वो सब छोड़ो पहले ये बताओ तुमने अपनी दवा खाई,कुशमा ने पूछा।।...

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गुलाब का खून By Prabodh Kumar Govil

गुलाब का खून- प्रबोध कुमार गोविल ज़्यादा हरियाली तो अब नहीं बची थी पर जो कुछ भी था, उसे तो बचाना ही था। इसीलिए वो पानी का पाइप हाथ में लेकर लॉन के कौने वाले उस पौधे पर धार छोड़ने म...

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ગુલમહોરનાં વૃક્ષો અને થોડાં -થોડાં અંતરે લગાવેલી લાકડાંની સફેદ રંગની બેંચિસથી ઘેરાયેલા સાફ-સુથરાં અને હંમેશા શાંત રહેતા 'લાઇફ-કેર' હૉસ્પિટલનાં પ્રાંગણમાં આજે દોડાદોડીનો માહોલ હતો....

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खुल जा सिम सिम By Prabodh Kumar Govil

बाहर गली में बच्चे खेल रहे थे। चौंकिए मत!आप कहेंगे कि बच्चे बाहर कब खेलते हैं, वो तो मोबाइल हाथ में लेकर घर के भीतर ही खेलते हैं। नहीं, ये आज की बात नहीं है। बरसों पुरानी बात है। त...

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മച്ചിൻപുറത്തെ വിശേഷങ്ങൾ By CHERIAN

മച്ചിൻപുറത്തെ വിശേഷങ്ങൾ മച്ചിനു മുകളിൽ കയറിയാൽ രസമാണ് . അയാൾ അവിടെ കുന്തിച്ചിരുന്നു അടുക്കളക്കുമുകളിൽ മച്ചിന്റെഅഴികൾക്കിടയിലൂടെ പടർന്ന കരിംപുകയിൽ കണ്ണുകൾ ഉഴറി ....

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चपरकनाती By Prabodh Kumar Govil

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