Best Classic Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Classic Stories in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • दगाबाज

    बाजार में एक चिड़ीमार तीतर बेच रहा था...उसके पास एक बडी जालीदार टोकरी में बहुत सा...

  • સ્વાર્થી હેતુ

    ખરેખર સ્વાર્થી કોણ છે; માણસ કે સમાજ? મને લાગે છે કે માણસ. ના. સમાજ સ્વાર્થી છે....

  • मौत का मुनाफा

    " आप इनको घर ले जाइए देखिये हम इनको ऐसे अस्पताल में नहीं रख सकते आप बात को समझिए...

जीवन की डोर By दिनू

जीवन की डोर ( स्त्री का प्यार सबके नसीब में नहीं होता ) स्त्री का प्यार सबके नसीब में नही होता, वो जीवन में सिर्फ़ एक ही मर्द से , दिल से प्यार कर पाती हैं , वो मर्द उसका प्रेमी हो...

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संयोग - 1 By SWARNIM स्वर्णिम

पंचेबाजा के साथ मैं कर्मघर के प्रांगण में पहुंची। विवाह समाज की एक रस्म है, आज से मैं भी उसी समाज की रस्मों में शामिल महिलाओं के समूह में शामिल हो गयी हूं। नए लोग, नई जगह, नए माहौल...

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दगाबाज By दिनू

बाजार में एक चिड़ीमार तीतर बेच रहा था...उसके पास एक बडी जालीदार टोकरी में बहुत सारे तीतर थे.. !और एक छोटी जालीदार टोकरी में सिर्फ एक ही तीतर था..!एक ग्राहक ने पूछा एक तीतर कितने का...

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સ્વાર્થી હેતુ By SHAMIM MERCHANT

ખરેખર સ્વાર્થી કોણ છે; માણસ કે સમાજ? મને લાગે છે કે માણસ. ના. સમાજ સ્વાર્થી છે. ના. તે સ્ક્રેચ કરો. મને લાગે છે કે વાસ્તવમાં બંને; માણસ અને સમાજ! આ નિરાશાવાદી વિચારો મારા માથામાં ચ...

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मौत का मुनाफा By Sital Kaur

" आप इनको घर ले जाइए देखिये हम इनको ऐसे अस्पताल में नहीं रख सकते आप बात को समझिए "डॉक्टर ने सुरेश को समझाते हुए कहा ।सुरेश कि माँ बहुत बीमार थी ,यहाँ उनकी जाँच के लिए उनको लाया गया...

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सौगन्ध--भाग(८) By Saroj Verma

देवव्रत निरन्तर ही वसुन्धरा के मुँख की ओर निहारे जा रहा था किन्तु उसे कुछ याद नहीं आ रहा था कि उसने पहले उन्हें कहाँ देखा है,वो इसी अन्तर्द्वन्द्व में उलझा हुआ आगें बढ़ गया,जब धर्मश...

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बस अब और नहीं By Sital Kaur

"प्रीति क्या कर रही हो"? मैंने अपनी बेटी से पूछा। "कलर कर रही हूं मम्मा " "होमवर्क हो गया बेटा " " हां मम्मा ""मम्मा आज फिर मेरे दोस्त मुझसे पूछ रहे थे की तेरे पापा कब आएँगे कब हमे...

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व्हेल वॉच By Prabodh Kumar Govil

मैंने पिछले चार महीने से कोई छुट्टी नहीं ली थी। इसलिए एक अजीब सी थकान शरीर पर चस्पां थी। ठीक वैसे ही, जैसे लंबे समय तक आप बस में बैठे रहें तो उतरने के बाद भी बस की गति का भ्रम आपके...

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धर्मी कर्मी By Rohit Kumar Singh

सूरज बाबू घबरा के उठ बैठे,उन्हें भूख भी लग रही थी,और कुछ अजीब सी महक भी आ रही थी,जो उन्हें बरदाश्त नहीं हो रहा था।उनके शरीर से पसीना छूट रहा था,क्योंकि अजीब सा चिपचिपा पदार्थ उन्हे...

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प्यार का दाग - 6 (अन्तिम भाग) By SWARNIM स्वर्णिम

बोतलबंद पानी लेने और रसोई का दरवाजा बंद करने के बाद, मैं उस कमरे में लौट आयी जहाँ वह था। वह फोन पर बात कर रहा था। मैं दूसरे बिस्तर पर गयी और बैठ गयी। जो उस बिस्तर के ठीक सामने था ज...

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नो ड्यूज़ By Prabodh Kumar Govil

देखो ये अनार कितना सुंदर है? कितना लाल, कितना सुनहरा... खिला- खिला। डाइनिंग टेबल पर नाश्ता करते हुए प्रज्ञा ने अनार को हाथ में लेकर फिरकी की तरह घुमाते हुए कहा। - इसे रख लो, कल काम...

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पॉप म्यूज़िक By Prabodh Kumar Govil

रसोई में जाकर सभी डिब्बे एक बार पलट कर देखे और फ़िर लहसुन का एक पापड़ निकाल कर माइक्रोवेव में लगा दिया। पलक झपकते ही पापड़ भुन गया। वे उसे प्लेट में लेकर ड्राइंग रूम में आ गईं। उन्...

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बहू बेटी By Prabodh Kumar Govil

जब से वे सपना की शादी करके मुक्त हुईं तब से हर समय प्रसन्नचित्त दिखाई देती थीं। उनके चेहरे से हमेशा उल्लास टपकता रहता था। महरी से कोई गलती हो जाए, दूध वाला दूध में पानी अधिक मिला क...

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भारत सोने की चिड़िया By Arun Singla

भारत सोने की चिड़िया हिन्दुस्तान पहले सोने की चिडया था, यह कोई कपोल कल्पना नहीं, बल्कि ठोस हकीकत है. परन्तु हिन्दुस्तान हमेशा आपसी धर्म,जात-पात की लड़ाई व् गद्दारों के कारण, जब तब वि...

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चीर हरण By Prabodh Kumar Govil

वो प्रसन्न थे। शिक्षक की नौकरी से हाल ही में सेवा निवृत्त हुए थे। जीवन की सभी जिम्मेदारियां पूरी कर चुके थे। बच्चों को पढ़ा - लिखा कर योग्य बना दिया था और उनके विवाह भी कर दिए थे।...

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हॉर्मोनल फेंसिंग By Prabodh Kumar Govil

डॉ. रसबाला असमंजस में पड़ गईं। उनके इक्कीस साल के कैरियर में अब तक ऐसा कोई केस नहीं आया था। न भारत में, और न ही जमैका में, जहां उनके पति की पोस्टिंग के कारण उन्होंने सात साल रह कर...

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सीरिया का बटुआ By Prabodh Kumar Govil

बस करीब एक घंटा है लेट थी। बस के रुकते ही लगभग कूद कर टेढ़े मेढे रास्ते से घूमती, कीचड़ पानी से बचती बहिनजी जब स्कूल के अहाते में घुसीं, तब जाकर उन्हें चैन आया। कैसी उलझन थी, कोई ग...

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व्यापारी By Rohit Kumar Singh

रवि कुमार सरावगी ग़मगीन बैठा था,अपनी विशालकाय कुर्सी मे अपनी एक हथेली कुर्सी की पुश्त से टिका कर किसी गहरी सोच मे डूबा था,उसकी आंखो से आंसू टपक रहे थे,और चेहरा मायूसी भरा था।अभी उसक...

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Creation - Part 1 By Kishanlal Sharma

"Stop stop. You both have gone mad"She spoke separating them.This story is a century old.The means of transportation and communication were advanced,but not as many today.A ship wa...

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गोखुर By Anand Tripathi

शामू अपने बरामदे में ऐसे तन के बैठा था जैसे की मानो उसको लॉटरी लगी हो। बघिया और हीरा दोनो ही एक खटिया के लिए ऐसे लड़ झगड़ रहे की मानो किसी चुनाव में एक सीट के दो उम्मीद वार। उस दिन...

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द घोस्ट विलेज _ कुलधरा By Gurpreet Singh HR02

हमारे देश में कई ऐसे शहर जो अपने दामन में अनेक रहस्यों को समेटे हुए है। इन शहरों में काफी सालों पहले ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनके रहस्य से आज तक भी पर्दा नहीं उठ पाया हैं। आज हम आपको ए...

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राज-सिंहासन--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

अब अखण्डबली की मृत्यु हो चुकी थी,किन्तु बसन्तसेना की मृत्यु से सहस्त्रबाहु को अत्यधिक आघात पहुँचा था,अब आगें की योजना का कार्यभार उसके काँधों पर आ गया था,यदि बसन्तसेना जीवित होती त...

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हां, मैने ये अपराध किया है। By Rohit Kumar Singh

जौनी ने अपना सर धीरे धीरे उपर उठाया,और अपनी आंखे झुका कर उसने कुबूल किया कि,"हां,मैने ये अपराध किया है"जज़ ने आश्चर्य से उस बूूढे आदमी की ओर देखा,जो कटघरेे मे सर को झुुुकाये खडा था,...

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स्वर्ण मंदिर अमृतसर By Gurpreet Singh HR02

अमृतसर का स्वर्ण मंदिर केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया का मशहूर मंदिर है। ये सिख धर्म के मशहूर तीर्थ स्थलों में से एक है। इस मंदिर का ऊपरी माला 400 किलो सोने से निर्मित है, इसलिए इस...

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Oru Krimiyude Jwala By cherian k joseph

സമർപ്പണംഅട്ടപ്പാടിയിൽകൊല്ലപ്പെട്ടമധുവിന്    ഒരു ക്രിമിയുടെ ജ്വാല   ചെറിയാൻ കെ ജോസഫ് PH 9446538009 മരുത് കുറെയേറെ സമയം ചിന്തിച്ചശേഷം പാറക്കെട്ടിൽ പിടച്ചുകയറി . മഴ പെയ്തിരുന്നെങ്കിലു...

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मै जि़न्दा हूं, चाचा By Rohit Kumar Singh

मेरे जूते के सोल की सिलाई उधड गयी थी,ढूंढते हुये मै एक मोची के पास पहुंचा,और मोल भाव करके जूता उसे सीने को दे दिया,बगल मे उसके एक छोटा सा टेबल पडा था,उसी पर बैठ गया,और उससे बाते कर...

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Mothe and Old Women By JUGAL KISHORE SHARMA

Old Women & Mother   नास्ति मातृसमा छाया नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राणं नास्ति मातृसमा प्रपा।। The interpretation of the nature of the mother is the eternal step of the...

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नीमराना किला By Gurpreet Singh HR02

नीमराना किला भारत उन प्राचीनतम किलो में शामिल हैं जिसे अब होटलो के रूप में इस्तेमाल किया जाता हैं। नीमराना एक ऐतिहासिक फोर्ट के साथ-साथ खूबसूरत फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। जिस कारण...

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बाबा किला By Gurpreet Singh HR02

बाला किला’ किला अर्थ हैं ‘नया किला’ है। यह किला समुद्र तल से 1960 फुट ऊंचाई पर स्थित हैं। जोकि 8 किमी की परिधि में फैला हुआ है। दुश्मन पर गोलियां बरसाने के लिए खास तौर से इसे तैयार...

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ह ला ला या हलाल ? By राज कुमार कांदु

शबाना का शौहर अब्बास जब से बेरोजगार हुआ था मोहल्ले के लम्पट बदमाशों से उसकी दोस्ती गहरी हो गयी थी। उन्हीं में से एक कादिर उसका लंगोटिया यार बन गया था। पढ़ी लिखी शबाना एक फर्म में सह...

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અણહિલપુર-પાટણ By वात्सल्य

#પાટણ ગુજરાત️પાટણ વિશે આ પણ જાણો️ ***********************પાટણમાં વનરાજ ચાવડાના પાટણની સ્થાપના બાદ મિત્ર ચાંપા ભરવાડને વનરાજ ચાવડાએ પાવાગઢ સ્થિત ચંપાનેર વસાવી તેને રાજ્ય સુપ્રત કર્ય...

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അയനം By CHERIAN

                                    അയനം         കുഞ്ഞപ്പ , നിരത്തിനോരത്തു തളംക്കെട്ടിയ നിറം മങ്ങിയ ചെളിവെള്ളം ചവുട്ടിത്തെറിപ്പിച്ചു  നടന്നു . ബസ്‌സ്റ്റോപ്പിൽ പരിചിത മുഖങ്ങൾ  ഒന്നു...

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दुधिया सब संसार By JUGAL KISHORE SHARMA

दुधिया सब संसार भरी दुपहरी मई की तपिष में व्यापारी खिलोने टोपिया के गठर में बांधे पीठ लादा गली मुहल्ले में घूम घूम बेचना चाह रहा था । आदमी तो है थक हार कर बड़ें से बरगद को देख कर सु...

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जीवन की डोर By दिनू

जीवन की डोर ( स्त्री का प्यार सबके नसीब में नहीं होता ) स्त्री का प्यार सबके नसीब में नही होता, वो जीवन में सिर्फ़ एक ही मर्द से , दिल से प्यार कर पाती हैं , वो मर्द उसका प्रेमी हो...

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संयोग - 1 By SWARNIM स्वर्णिम

पंचेबाजा के साथ मैं कर्मघर के प्रांगण में पहुंची। विवाह समाज की एक रस्म है, आज से मैं भी उसी समाज की रस्मों में शामिल महिलाओं के समूह में शामिल हो गयी हूं। नए लोग, नई जगह, नए माहौल...

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दगाबाज By दिनू

बाजार में एक चिड़ीमार तीतर बेच रहा था...उसके पास एक बडी जालीदार टोकरी में बहुत सारे तीतर थे.. !और एक छोटी जालीदार टोकरी में सिर्फ एक ही तीतर था..!एक ग्राहक ने पूछा एक तीतर कितने का...

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સ્વાર્થી હેતુ By SHAMIM MERCHANT

ખરેખર સ્વાર્થી કોણ છે; માણસ કે સમાજ? મને લાગે છે કે માણસ. ના. સમાજ સ્વાર્થી છે. ના. તે સ્ક્રેચ કરો. મને લાગે છે કે વાસ્તવમાં બંને; માણસ અને સમાજ! આ નિરાશાવાદી વિચારો મારા માથામાં ચ...

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मौत का मुनाफा By Sital Kaur

" आप इनको घर ले जाइए देखिये हम इनको ऐसे अस्पताल में नहीं रख सकते आप बात को समझिए "डॉक्टर ने सुरेश को समझाते हुए कहा ।सुरेश कि माँ बहुत बीमार थी ,यहाँ उनकी जाँच के लिए उनको लाया गया...

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सौगन्ध--भाग(८) By Saroj Verma

देवव्रत निरन्तर ही वसुन्धरा के मुँख की ओर निहारे जा रहा था किन्तु उसे कुछ याद नहीं आ रहा था कि उसने पहले उन्हें कहाँ देखा है,वो इसी अन्तर्द्वन्द्व में उलझा हुआ आगें बढ़ गया,जब धर्मश...

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बस अब और नहीं By Sital Kaur

"प्रीति क्या कर रही हो"? मैंने अपनी बेटी से पूछा। "कलर कर रही हूं मम्मा " "होमवर्क हो गया बेटा " " हां मम्मा ""मम्मा आज फिर मेरे दोस्त मुझसे पूछ रहे थे की तेरे पापा कब आएँगे कब हमे...

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व्हेल वॉच By Prabodh Kumar Govil

मैंने पिछले चार महीने से कोई छुट्टी नहीं ली थी। इसलिए एक अजीब सी थकान शरीर पर चस्पां थी। ठीक वैसे ही, जैसे लंबे समय तक आप बस में बैठे रहें तो उतरने के बाद भी बस की गति का भ्रम आपके...

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धर्मी कर्मी By Rohit Kumar Singh

सूरज बाबू घबरा के उठ बैठे,उन्हें भूख भी लग रही थी,और कुछ अजीब सी महक भी आ रही थी,जो उन्हें बरदाश्त नहीं हो रहा था।उनके शरीर से पसीना छूट रहा था,क्योंकि अजीब सा चिपचिपा पदार्थ उन्हे...

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प्यार का दाग - 6 (अन्तिम भाग) By SWARNIM स्वर्णिम

बोतलबंद पानी लेने और रसोई का दरवाजा बंद करने के बाद, मैं उस कमरे में लौट आयी जहाँ वह था। वह फोन पर बात कर रहा था। मैं दूसरे बिस्तर पर गयी और बैठ गयी। जो उस बिस्तर के ठीक सामने था ज...

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देखो ये अनार कितना सुंदर है? कितना लाल, कितना सुनहरा... खिला- खिला। डाइनिंग टेबल पर नाश्ता करते हुए प्रज्ञा ने अनार को हाथ में लेकर फिरकी की तरह घुमाते हुए कहा। - इसे रख लो, कल काम...

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पॉप म्यूज़िक By Prabodh Kumar Govil

रसोई में जाकर सभी डिब्बे एक बार पलट कर देखे और फ़िर लहसुन का एक पापड़ निकाल कर माइक्रोवेव में लगा दिया। पलक झपकते ही पापड़ भुन गया। वे उसे प्लेट में लेकर ड्राइंग रूम में आ गईं। उन्...

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बहू बेटी By Prabodh Kumar Govil

जब से वे सपना की शादी करके मुक्त हुईं तब से हर समय प्रसन्नचित्त दिखाई देती थीं। उनके चेहरे से हमेशा उल्लास टपकता रहता था। महरी से कोई गलती हो जाए, दूध वाला दूध में पानी अधिक मिला क...

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भारत सोने की चिड़िया By Arun Singla

भारत सोने की चिड़िया हिन्दुस्तान पहले सोने की चिडया था, यह कोई कपोल कल्पना नहीं, बल्कि ठोस हकीकत है. परन्तु हिन्दुस्तान हमेशा आपसी धर्म,जात-पात की लड़ाई व् गद्दारों के कारण, जब तब वि...

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चीर हरण By Prabodh Kumar Govil

वो प्रसन्न थे। शिक्षक की नौकरी से हाल ही में सेवा निवृत्त हुए थे। जीवन की सभी जिम्मेदारियां पूरी कर चुके थे। बच्चों को पढ़ा - लिखा कर योग्य बना दिया था और उनके विवाह भी कर दिए थे।...

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हॉर्मोनल फेंसिंग By Prabodh Kumar Govil

डॉ. रसबाला असमंजस में पड़ गईं। उनके इक्कीस साल के कैरियर में अब तक ऐसा कोई केस नहीं आया था। न भारत में, और न ही जमैका में, जहां उनके पति की पोस्टिंग के कारण उन्होंने सात साल रह कर...

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सीरिया का बटुआ By Prabodh Kumar Govil

बस करीब एक घंटा है लेट थी। बस के रुकते ही लगभग कूद कर टेढ़े मेढे रास्ते से घूमती, कीचड़ पानी से बचती बहिनजी जब स्कूल के अहाते में घुसीं, तब जाकर उन्हें चैन आया। कैसी उलझन थी, कोई ग...

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व्यापारी By Rohit Kumar Singh

रवि कुमार सरावगी ग़मगीन बैठा था,अपनी विशालकाय कुर्सी मे अपनी एक हथेली कुर्सी की पुश्त से टिका कर किसी गहरी सोच मे डूबा था,उसकी आंखो से आंसू टपक रहे थे,और चेहरा मायूसी भरा था।अभी उसक...

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गोखुर By Anand Tripathi

शामू अपने बरामदे में ऐसे तन के बैठा था जैसे की मानो उसको लॉटरी लगी हो। बघिया और हीरा दोनो ही एक खटिया के लिए ऐसे लड़ झगड़ रहे की मानो किसी चुनाव में एक सीट के दो उम्मीद वार। उस दिन...

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द घोस्ट विलेज _ कुलधरा By Gurpreet Singh HR02

हमारे देश में कई ऐसे शहर जो अपने दामन में अनेक रहस्यों को समेटे हुए है। इन शहरों में काफी सालों पहले ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनके रहस्य से आज तक भी पर्दा नहीं उठ पाया हैं। आज हम आपको ए...

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राज-सिंहासन--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

अब अखण्डबली की मृत्यु हो चुकी थी,किन्तु बसन्तसेना की मृत्यु से सहस्त्रबाहु को अत्यधिक आघात पहुँचा था,अब आगें की योजना का कार्यभार उसके काँधों पर आ गया था,यदि बसन्तसेना जीवित होती त...

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हां, मैने ये अपराध किया है। By Rohit Kumar Singh

जौनी ने अपना सर धीरे धीरे उपर उठाया,और अपनी आंखे झुका कर उसने कुबूल किया कि,"हां,मैने ये अपराध किया है"जज़ ने आश्चर्य से उस बूूढे आदमी की ओर देखा,जो कटघरेे मे सर को झुुुकाये खडा था,...

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स्वर्ण मंदिर अमृतसर By Gurpreet Singh HR02

अमृतसर का स्वर्ण मंदिर केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया का मशहूर मंदिर है। ये सिख धर्म के मशहूर तीर्थ स्थलों में से एक है। इस मंदिर का ऊपरी माला 400 किलो सोने से निर्मित है, इसलिए इस...

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मै जि़न्दा हूं, चाचा By Rohit Kumar Singh

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Mothe and Old Women By JUGAL KISHORE SHARMA

Old Women & Mother   नास्ति मातृसमा छाया नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राणं नास्ति मातृसमा प्रपा।। The interpretation of the nature of the mother is the eternal step of the...

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नीमराना किला By Gurpreet Singh HR02

नीमराना किला भारत उन प्राचीनतम किलो में शामिल हैं जिसे अब होटलो के रूप में इस्तेमाल किया जाता हैं। नीमराना एक ऐतिहासिक फोर्ट के साथ-साथ खूबसूरत फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। जिस कारण...

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बाबा किला By Gurpreet Singh HR02

बाला किला’ किला अर्थ हैं ‘नया किला’ है। यह किला समुद्र तल से 1960 फुट ऊंचाई पर स्थित हैं। जोकि 8 किमी की परिधि में फैला हुआ है। दुश्मन पर गोलियां बरसाने के लिए खास तौर से इसे तैयार...

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અણહિલપુર-પાટણ By वात्सल्य

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അയനം By CHERIAN

                                    അയനം         കുഞ്ഞപ്പ , നിരത്തിനോരത്തു തളംക്കെട്ടിയ നിറം മങ്ങിയ ചെളിവെള്ളം ചവുട്ടിത്തെറിപ്പിച്ചു  നടന്നു . ബസ്‌സ്റ്റോപ്പിൽ പരിചിത മുഖങ്ങൾ  ഒന്നു...

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दुधिया सब संसार By JUGAL KISHORE SHARMA

दुधिया सब संसार भरी दुपहरी मई की तपिष में व्यापारी खिलोने टोपिया के गठर में बांधे पीठ लादा गली मुहल्ले में घूम घूम बेचना चाह रहा था । आदमी तो है थक हार कर बड़ें से बरगद को देख कर सु...

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