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    72दोनों ने अदृश्य ध्वनि की आज्ञा का पालन किया। जिस बिंदु पर दोनों ने दृष्टि रखी...

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    अशोक एक मध्यम वर्गीय आम आदमी था, जो कर्नाटक के एक छोटे से कस्बे में फैक्ट्री में...

  • आई कैन सी यू - 40

    अब तक हम ने पढ़ा की रोवन और लूसी की रिसेपशन खत्म हुई और वो दोनो लूसी के मायके आए...

  • Ryuichi Naito: the quiet boy

    **Chapter 1: The Quiet Boy** --- The bell rang, its shrill tone reverberating th...

  • क्रीपि फाईलज - खरी दृष्य भीतीची ... - सीजन 1 - भाग 1

    व्हिक्टोरिया 405 भाग 1 भाग 1] कथेवाटे कोणत्याही धर्माला गालबोट लावल गेलं नाही! म...

  • जंगल - भाग 9

    ---"शुरुआत कही से भी कर, लालच खत्म कर ही देता है। "कहने पे मत जाना, कुछ जीवन मे...

  • ഡ്രാക്കുള

    കഥ കേൾക്കുവാനായി വീഡിയോ ക്ലിക്ക് ചെയ്യുക ബ്രാം സ്റ്റോക്കറുടെ ഭീകരനോവലിന്റെ കഥ മല...

  • My Devil Hubby Rebirth Love - 52

    अब आगे वाइफी तुम्हारा रोना रूही गुस्से में चिल्लाई झूठ बोल रहे हो तुम तुम्हें अच...

  • ક્ષમા વીરસ્ય ભુશણમ

      क्षमा बलमशक्तानाम् शक्तानाम् भूषणम् क्षमा।  क्षमा वशीकृते लोके क्षमयाः किम् न...

  • अनोळखी हनिमून

                                                               " अनोळखी हनिमून " रात...

सेकेण्ड वाइफ़ By Pradeep Shrivastava

नवंबर का दूसरा सप्ताह बस जाने ही वाला था। मौसम बहुत सुहावना हो रहा था। लेकिन मेरा मन बड़ा अशांत था। थका-थका सा, अपना स्ट्रॉली बैग खींचता हुआ ट्रेन की एक बोगी में चढ़ गया। कई सीटों पर...

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पश्चाताप.. By Ankush Shingade

'पश्चाताप' ही माझी सत्यान्नववी पुस्तक. एका कादंबरीच्या रुपानं ही पुस्तक वाचक वर्गापर्यंत पोहोचवतांना तेवढा आनंद नाही. कारण ही पुस्तक पाहिजे त्या प्रमाणात सरस बनली नसेल, असं...

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नुसरत By Pradeep Shrivastava

नुसरत मिठाई का डिब्बा लिए हुए के.पी. साहब के चैंबर के सामने पहुँची। अर्दली कुर्सी पर बैठा मोबाईल में व्यस्त था। नुसरत ने उससे पूछा, “साहब बैठे हैं क्या?”

अर्दली ने एक दृष्टि मि...

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लागा चुनरी में दाग By Saroj Verma

शहर का सबसे बड़ा वृद्धाश्रम जिसका नाम कुटुम्ब है,जहाँ बहुत से वृद्धजन रहते हैं,उनमें महिलाएंँ और पुरुष दोनों ही शामिल हैं,सभी हँसी खुशी उस आश्रम में रहते हैं,किसी वृद्ध महिला को उसक...

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આત્મજા By Mausam

" નહીં..નહીં..! મારે હોસ્પિટલ નથી જવું. ના..મને હોસ્પિટલ ન લઈ જા...પ્લીઝ પ્રદીપ..! તમે તો મને સમજવાની કોશિશ કરો..!" બેડરૂમના એક ખૂણે ટૂંટિયુંવાળીને બેઠેલી નંદિની રડે જતી હત...

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रिश्तो की कश्मकश By Naaz Zehra

जल्दी करो बहुत देर हो रही है पाता नहीं सुबह से क्या कर रहे थे जो अब इतना समय लग रहा है अरे आज ही हमें बारात लेकर निकलना है,,, और कितना समय लगाओगे जल्दी करो सुबह समझा रहीं हूं अपनी...

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ब्रुन्धा-एक रुदाली By Saroj Verma

इन्सान सरलता से झूठी हंँसी हँस तो सकता है, लेकिन बिना बात के बड़े बड़े आंँसुओं के साथ उसके लिए रोना लगभग कठिन सा हो जाता है,अगर आपसे कोई कहे कि अब रोने लगो, तो शायद आपके लिए ऐसा कर प...

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मेरा भाई By Naaz Zehra

मेरी यह कहानी में एक बहन आपने भाई के खातिर अपनी पुरी जिंदगी कुर्बान कर देती है तो शुरू करते हैंएक छोटा सा गांव जिसका नाम है ( सोन पुर ) वही एक घर है जो मिट्टी से बना हुआ था उसी घर...

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गुलाबो By Neerja Pandey

दूर से आती लाठी की ठक ठक की आवाज सुनकर रज्जो और गुलाबो चौकन्नी हो गई। दोनों ऊपर छत पर से पड़ोसी की बहू के संग अपना अपना दुखड़ा एक दूसरे से साझा कर रही थी। जैसे ही लाठी की आवाज कान...

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છપ્પર પગી By Rajesh Kariya

મેલો ઘેલો સફેદ સાડલો, ડોક ઢંકાય ત્યાં સુધી લાજ કાઢેલ હળવેથી ડૂસકાં ભરતી એક સ્ત્રી મુંબઈ તરફ જતી ટ્રેનનાં જનરલ ડબ્બામાં જઈ રહી હતી. લાજ કાઢેલ એટલે મોઢાનાં કોઈ હાવભાવ સ્પષ્ટ વરતાય એવ...

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नुसरत By Pradeep Shrivastava

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इन्सान सरलता से झूठी हंँसी हँस तो सकता है, लेकिन बिना बात के बड़े बड़े आंँसुओं के साथ उसके लिए रोना लगभग कठिन सा हो जाता है,अगर आपसे कोई कहे कि अब रोने लगो, तो शायद आपके लिए ऐसा कर प...

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