Travel stories Books and Novels are free to read and download

You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.


Languages
Categories
Featured Books

Exploring east india and Bhutan... By Arun Singla

दिल्ली: सफर की शुरुआत आज नई दिल्ली हवाई अड्डा टर्मिनल 3 से हुई । मेरे साथ मेरी हमसफर है। मेरा इरादा ईस्ट इंडिया में सिक्किम, वेस्ट बंगाल घूम कर भूटान जाने का है। मेने 3 महीने पहले...

Read Free

नक्षत्र कैलाश के By Madhavi Marathe

हमारी सॄष्टी एक असीम नैसर्गिक और परा नैसर्गिक शक्तियों का सागर हैं। अगर उन शक्तियों को जानना हो, महसूस करना हो, तो उनके सान्निध्य में जाना अत्यंत आवश्यक हैं। केवल कल्पनासे हम उन शक...

Read Free

हम पर हुआ हमला By Sangeeta Choudhary

प्रातकाल नहा धोकर मैं तैयार होकर स्कूल की तरफ निकल चुकी थी स्कूल में मॉर्निंग की प्रार्थना हो गई थी हम सभी अपनी-अपनी क्लासों में बैठ चुके थे आज हमारा टेस्ट था फिर अचानक मेरी बड़ी द...

Read Free

रांगड कोल्हापूर By Dr.Swati More

"कवा आलासां ? " "आज सकाळी आलो.. महालक्ष्मी एक्स्प्रेस ने.."रातच्याला घरी या ..."नाही अहो, आजच मुंबईला परत निघायचं आहे, तिकीट आहे रात्रीच्या ट्रेनचे"यायला ला...

Read Free

દુબઈ પ્રવાસ By SUNIL ANJARIA

દુબઈ આ વાંચનારા ઘણાખરા જઈ આવ્યા હશે. હું પહેલી વાર ગયો. વળી અહીથી ટ્રાવેલવાળા ગ્રુપ બુકિંગ કરી લઈ જાય તે અને પોતે ખાલી સાડા ચાર માણસોનું કુટુંબ જાતે જઈએ એમાં બધી વસ્તુઓનો ફેર પડે....

Read Free

सफर का अंत By Mehul Pasaya

नमस्ते मित्रो हम आपके लिए एक अनोखी कहानी लेकर आए है। सो चलो शुरू करते है। सबसे पहले मिल लेते है। फैमिली वालो को फैमिली में सबसे पहले आपको मिलवाते है रुद्र से। रुद्र एक कंपनी में जॉ...

Read Free

धुक्यात हरवलेलं माथेरान... By Dr.Swati More

विजांच्या कडकडाटने अचानक जाग आली.. मोबाईल बघितला, तर पहाटेचे साडेतीन वाजले होते..
थोड्याच वेळात आम्हाला माथेरानसाठी निघायचं होतं..

तसा मी सव्वा चारचा गजर लावला होता पण "दाम...

Read Free

चलो, कहीं सैर हो जाए... By राज कुमार कांदु

रोज एक ही माहौल में रहते हुए कभी-कभी जिंदगी बोझिल सी होने लगती है । ऐसे में अंतर्मन पुकार उठता है……चलो कहीं सैर हो जाये
घूमने फिरने के कई फायदे भी हैं ।नया माहौल, नए लोग, नयी जानक...

Read Free

भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें By सीमा जैन 'भारत'

मेरी बात यात्रा मेरे जीवन में एक नया उत्साह, रंग भर देती है। मैंने देश-विदेश की कईं यात्राएँ की हैं। कुछ परिवार के साथ, कुछ बड़े समूह में। मैं जब भी किसी यात्रा से लौट रही होती, तो...

Read Free

मूलपूंजी By Shwet Kumar Sinha

दोपहर के दो बजे। तेज धूप और उमस भरी गर्मी। आग की भांति तपता दिल्ली रेलवे स्टेशन का वह प्लेटफॉर्म, जहाँ मुसाफिरो की निगाहें ट्रेन के इंतज़ार में सूने पडे ट्रैक पर टिकी थी। तभी पटरियो...

Read Free

Exploring east india and Bhutan... By Arun Singla

दिल्ली: सफर की शुरुआत आज नई दिल्ली हवाई अड्डा टर्मिनल 3 से हुई । मेरे साथ मेरी हमसफर है। मेरा इरादा ईस्ट इंडिया में सिक्किम, वेस्ट बंगाल घूम कर भूटान जाने का है। मेने 3 महीने पहले...

Read Free

नक्षत्र कैलाश के By Madhavi Marathe

हमारी सॄष्टी एक असीम नैसर्गिक और परा नैसर्गिक शक्तियों का सागर हैं। अगर उन शक्तियों को जानना हो, महसूस करना हो, तो उनके सान्निध्य में जाना अत्यंत आवश्यक हैं। केवल कल्पनासे हम उन शक...

Read Free

हम पर हुआ हमला By Sangeeta Choudhary

प्रातकाल नहा धोकर मैं तैयार होकर स्कूल की तरफ निकल चुकी थी स्कूल में मॉर्निंग की प्रार्थना हो गई थी हम सभी अपनी-अपनी क्लासों में बैठ चुके थे आज हमारा टेस्ट था फिर अचानक मेरी बड़ी द...

Read Free

रांगड कोल्हापूर By Dr.Swati More

"कवा आलासां ? " "आज सकाळी आलो.. महालक्ष्मी एक्स्प्रेस ने.."रातच्याला घरी या ..."नाही अहो, आजच मुंबईला परत निघायचं आहे, तिकीट आहे रात्रीच्या ट्रेनचे"यायला ला...

Read Free

દુબઈ પ્રવાસ By SUNIL ANJARIA

દુબઈ આ વાંચનારા ઘણાખરા જઈ આવ્યા હશે. હું પહેલી વાર ગયો. વળી અહીથી ટ્રાવેલવાળા ગ્રુપ બુકિંગ કરી લઈ જાય તે અને પોતે ખાલી સાડા ચાર માણસોનું કુટુંબ જાતે જઈએ એમાં બધી વસ્તુઓનો ફેર પડે....

Read Free

सफर का अंत By Mehul Pasaya

नमस्ते मित्रो हम आपके लिए एक अनोखी कहानी लेकर आए है। सो चलो शुरू करते है। सबसे पहले मिल लेते है। फैमिली वालो को फैमिली में सबसे पहले आपको मिलवाते है रुद्र से। रुद्र एक कंपनी में जॉ...

Read Free

धुक्यात हरवलेलं माथेरान... By Dr.Swati More

विजांच्या कडकडाटने अचानक जाग आली.. मोबाईल बघितला, तर पहाटेचे साडेतीन वाजले होते..
थोड्याच वेळात आम्हाला माथेरानसाठी निघायचं होतं..

तसा मी सव्वा चारचा गजर लावला होता पण "दाम...

Read Free

चलो, कहीं सैर हो जाए... By राज कुमार कांदु

रोज एक ही माहौल में रहते हुए कभी-कभी जिंदगी बोझिल सी होने लगती है । ऐसे में अंतर्मन पुकार उठता है……चलो कहीं सैर हो जाये
घूमने फिरने के कई फायदे भी हैं ।नया माहौल, नए लोग, नयी जानक...

Read Free

भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें By सीमा जैन 'भारत'

मेरी बात यात्रा मेरे जीवन में एक नया उत्साह, रंग भर देती है। मैंने देश-विदेश की कईं यात्राएँ की हैं। कुछ परिवार के साथ, कुछ बड़े समूह में। मैं जब भी किसी यात्रा से लौट रही होती, तो...

Read Free

मूलपूंजी By Shwet Kumar Sinha

दोपहर के दो बजे। तेज धूप और उमस भरी गर्मी। आग की भांति तपता दिल्ली रेलवे स्टेशन का वह प्लेटफॉर्म, जहाँ मुसाफिरो की निगाहें ट्रेन के इंतज़ार में सूने पडे ट्रैक पर टिकी थी। तभी पटरियो...

Read Free