The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.
Following the events of the first film, Stree leave Chanderi. Years later, Chand...
जिसे सुन डॉक्टर अनिरुद्ध को ऊपर से नीचे देखते हुए ,,,,,,कुछ देर कुछ सोच अपने सर...
સમયના વહેણ સાથે બાળપણ પણ બદલાતુ જાય ને બાળપણની આ મિત્રતા વધુ ગાઢ બનતી ગઈ. સમયની...
"पता है मीरा, तुम यक़ीन नहीं करोगी!! चाचाजी मेरा एडमिशन कनाडा के सबसे जाने-माने...
It's a story of my life's best part Summary A girl that she never intere...
देर रात हो चुकी थी। जिस तरह आसमान तारों से जगमगा रहा था उसी तरह से शहर भी रंग-बि...
નોંધ: આ સ્ટોરી માત્ર કોમેડી પર્પસ માટે લખી છે વાસ્તવિકતા સાથે આને એટલા જ લેવા -દ...
सुबह का समय, फातिमा हॉस्पिटल, सिद्धांत और लक्ष्मी की नोंक झोंक देख कर यश...
સિંહાસન સિરીઝ સિદ્ધાર્થ છાયા Disclaimer: સિંહાસન સિરીઝની તમામ કથાઓ તેમાં દર્શાવે...
Some information for eye health while using smartphone:- Sleep for about 8 hours...
दो तीन रोज़ से तय्यारे स्याह उक़ाबों की तरह पर फुलाए ख़ामोश फ़िज़ा में मंडला रहे थे। जैसे वो किसी शिकार की जुस्तुजू में हों सुर्ख़ आंधियां वक़तन फ़वक़तन किसी आने वाली ख़ूनी हादिसे का पैग़ाम...
ઘણી વાર આપણેઅમુક લાગણીઓને અંદરજ છુપાવી રાખતા હોઈએ છીએ પણ મારા માટે આ લાગણીઓ બહાર આવે તો મન હલકું લાગે છે.મારી એક એવીજ લાગણી ને અહીં રજુ કરું છું.. અજનબી ... મને અચાનક ક્યારેક મળતો...
सन इकत्तीस के शुरू होने में सिर्फ़ रात के चंद बरफ़ाए हुए घंटे बाक़ी थे। वो लिहाफ़ में सर्दी की शिद्दत के बाइस काँप रहा था। पतलून और कोट समेत लेटा था, लेकिन इस के बावजूद सर्दी की लहरें...
नाज़िम जब बांद्रा में मुंतक़िल हुआ तो उसे ख़ुशक़िसमती से किराए वाली बिल्डिंग में तीन कमरे मिल गए। इस बिल्डिंग में जो बंबई की ज़बान में चाली कहलाती है, निचले दर्जे के लोग रहते थे। छोटी...
दिन भर की थकी माँदी वो अभी अभी अपने बिस्तर पर लेटी थी और लेटते ही सो गई। म्युनिसिपल कमेटी का दारोगा सफ़ाई, जिसे वो सेठ जी के नाम से पुकारा करती थी। अभी अभी उस की हड्डियां पसलियां झ...
ये 1919-ई- की बात है भाई जान जब रौलट ऐक्ट के ख़िलाफ़ सारे पंजाब में एजीटेशन होरही थी। मैं अमृतसर की बात कररहा हूँ। सर माईकल ओडवायर ने डीफ़ैंस आफ़ इंडिया रूल्ज़ के मातहत गांधी जी का दाख़...
“मेरी तो आप ने ज़िंदगी हराम कर रखी है…. ख़ुदा करे मैं मर जाऊं।” “अपने मरने की दुआएं क्यों मांगती हो। मैं मर जाऊं तो सारा क़िस्सा पाक हो जाएगा...... कहो तो मैं अभी ख़ुदकुशी करने के लि...
कोंढाजी फर्जंद सिद्दी खैरत खानने किल्ले जंजिराच्या अभेद्य तटावरून...किनाऱ्यावर अगदी तुच्छपणे नजर टाकली..मोठ्या डौलाने फडकणारा भगवा त्याच्या नजरेला पडत होता आणि आसपास जंज...
अहमदाबाद हाइवे, फोर लेन, speed के दीवानोकी भाषामें बोले तो इकदम मखखन रोड. और उसी ऱोड पर इक जगह बहुत भयानक turn आता हैं.accident होने का खतरा :इक धंटे में एक तो होता ही है. मानो अैस...
તાલુકા મથકે સ્ટેશન ની બાજુમાં જ આવેલી શાળા આશરે 1200 બાળકો ના કલરવ થી ગુંજતી હતી. શાળા ના આચાર્ય બિલકુલ સરળ અને ઉમદા વ્યક્તિત્વ ધરાવનાર, સ્ટાફ ના બધા જ (પંદરે પંદર) શિક્ષકો મ...
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
Copyright © 2024, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser