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प्रतिशोध.. By Kishanlal Sharma

शाम होने को थी।रानी हड़बड़ाकर उठी।।उसने कपडे निकाले औऱ आदमकद शीशे के सामने आकर खड़ी हो गयी।उसने मैक्सी पहन रखी थी।उसने मेकशी उतारी।मैक्सी के नीचे उसने कुछ नही पहना था।मैक्सी खोलते ही...

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કભી ખુશી કભી ગમ By PANKAJ BHATT

એનાઉન્સમેન્ટ બાદ પડદો ખુલે છે સ્ટેજ ઉપર લાઈટ આવે છે બોલીવુડ સોંગ ચાલુ છે નીલમ અને પરમ ડાન્સ કરી રહ્યા છે “તેરી બાતો મેં એસા ઉલજા જીયા “ વીણા બેન ડાઇનિંગ ટેબલ પર બેઠા શાક કાપી રહ્ય...

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प्यार बेशुमार By Aarushi Thakur

टन तना कोमल सुन्दर से तैयार हो कर वाशरूम से बाहर आयी । उसने बाहर आ कर कहा," कैसी लग रही हु मै? " गोरा रंग, सुन्दर नैन नक्श, काली आंखे, प्यारी सी मुस्कान, बाल कंधो तक उम्र 2...

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Devil I Hate You By aruhi

यह कहानी है जानवी की ,,,,,,जो बहुत ही प्यारी है,,,और अपने घरवालों की लाडली है,,,,,,और साथ में बहुत जिद्दी भी।,,,,,,जो काम एक बार थान ले,,,,,,वो कर के ही रहती है।,,,,,,वो कर बैठी है...

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अजून ही बरसात आहे ..... By Dhanashree Pisal

राधा .....एक पंचवीस वर्षाची तरुणी ......हो ....तरुणीचं........कारण तिची स्वप्ने ही अजून तरूनच होती ...... नेहमी हसतमुख असणारी ....ओठांवर हसू ....आणी डोळ्यात एक अनोखी चमक ......सडपा...

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खामोशी का रहस्य By Kishanlal Sharma

सीट पर बैठते ही दीपेन की नजर खिड़की के पास बैठी युवती पर पड़ी थी।उसे वह पहली बार देख रहा था।खिड़की के पास वह गुमसुम ,खामोश और चुपचाप बैठी थी।दीपेन ने उसे ध्यान से देखा था।
रूखे उलझे...

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Devil se Mohhabat By aruhi

यह कहानी है अंजलि और विराज की जो उलझे हुए हैं परिवार की दुश्मनी सेजिससे विराज अपने दुश्मनी में कर लेता है अंजलि को अपने मेंशन में कैद

और वहीं दूसरी तरफ विधि जो अपने परिवार की दु...

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पुस्तक समीक्षा By Yashvant Kothari

पागल खाना पर पाठकीय प्रतिक्रिया याने समय का एक नपुंसक विद्रोह यशवंत कोठारी राजकमल ने ज्ञान चतुर्वेदी का पागलखाना छापा है.२७१ पन्नों का ५९५रु. का उपन्या...

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મારા જીવનના અનુભવો By પરમાર ક્રિપાલ સિંહ

જય માતાજી મહાનુભાવો વડીલો સ્નેહી મિત્ર જનો હું પરમાર ક્રિપાલસિંહ આજે તા. 9-10-24 સમય 7:30 આશો નવરાત્રિના સાતમા દિવસે. આજે મારે લખવું છે મારા જીવન ના અનુભવો વિશે હું કોઈ લેખક નથી પણ...

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बुजुर्गो का आशिष By Ashish

बुजुर्गो ने मुझे बहुत सी कहानियाँ सुनाई है उसमें से कुछ....

आशिष / आशीर्वाद

*!! समस्या रूपी बंदर !!

*एक बार स्वामी विवेकानंद को बंदरों का सामना करना पड़ा था। वह इस आप बी...

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प्रतिशोध.. By Kishanlal Sharma

शाम होने को थी।रानी हड़बड़ाकर उठी।।उसने कपडे निकाले औऱ आदमकद शीशे के सामने आकर खड़ी हो गयी।उसने मैक्सी पहन रखी थी।उसने मेकशी उतारी।मैक्सी के नीचे उसने कुछ नही पहना था।मैक्सी खोलते ही...

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કભી ખુશી કભી ગમ By PANKAJ BHATT

એનાઉન્સમેન્ટ બાદ પડદો ખુલે છે સ્ટેજ ઉપર લાઈટ આવે છે બોલીવુડ સોંગ ચાલુ છે નીલમ અને પરમ ડાન્સ કરી રહ્યા છે “તેરી બાતો મેં એસા ઉલજા જીયા “ વીણા બેન ડાઇનિંગ ટેબલ પર બેઠા શાક કાપી રહ્ય...

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प्यार बेशुमार By Aarushi Thakur

टन तना कोमल सुन्दर से तैयार हो कर वाशरूम से बाहर आयी । उसने बाहर आ कर कहा," कैसी लग रही हु मै? " गोरा रंग, सुन्दर नैन नक्श, काली आंखे, प्यारी सी मुस्कान, बाल कंधो तक उम्र 2...

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Devil I Hate You By aruhi

यह कहानी है जानवी की ,,,,,,जो बहुत ही प्यारी है,,,और अपने घरवालों की लाडली है,,,,,,और साथ में बहुत जिद्दी भी।,,,,,,जो काम एक बार थान ले,,,,,,वो कर के ही रहती है।,,,,,,वो कर बैठी है...

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अजून ही बरसात आहे ..... By Dhanashree Pisal

राधा .....एक पंचवीस वर्षाची तरुणी ......हो ....तरुणीचं........कारण तिची स्वप्ने ही अजून तरूनच होती ...... नेहमी हसतमुख असणारी ....ओठांवर हसू ....आणी डोळ्यात एक अनोखी चमक ......सडपा...

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खामोशी का रहस्य By Kishanlal Sharma

सीट पर बैठते ही दीपेन की नजर खिड़की के पास बैठी युवती पर पड़ी थी।उसे वह पहली बार देख रहा था।खिड़की के पास वह गुमसुम ,खामोश और चुपचाप बैठी थी।दीपेन ने उसे ध्यान से देखा था।
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Devil se Mohhabat By aruhi

यह कहानी है अंजलि और विराज की जो उलझे हुए हैं परिवार की दुश्मनी सेजिससे विराज अपने दुश्मनी में कर लेता है अंजलि को अपने मेंशन में कैद

और वहीं दूसरी तरफ विधि जो अपने परिवार की दु...

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पुस्तक समीक्षा By Yashvant Kothari

पागल खाना पर पाठकीय प्रतिक्रिया याने समय का एक नपुंसक विद्रोह यशवंत कोठारी राजकमल ने ज्ञान चतुर्वेदी का पागलखाना छापा है.२७१ पन्नों का ५९५रु. का उपन्या...

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મારા જીવનના અનુભવો By પરમાર ક્રિપાલ સિંહ

જય માતાજી મહાનુભાવો વડીલો સ્નેહી મિત્ર જનો હું પરમાર ક્રિપાલસિંહ આજે તા. 9-10-24 સમય 7:30 આશો નવરાત્રિના સાતમા દિવસે. આજે મારે લખવું છે મારા જીવન ના અનુભવો વિશે હું કોઈ લેખક નથી પણ...

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बुजुर्गो का आशिष By Ashish

बुजुर्गो ने मुझे बहुत सी कहानियाँ सुनाई है उसमें से कुछ....

आशिष / आशीर्वाद

*!! समस्या रूपी बंदर !!

*एक बार स्वामी विवेकानंद को बंदरों का सामना करना पड़ा था। वह इस आप बी...

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