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શંકરસિંહ શૈલેન્દ્રનું યોગદાન બોલીવુડના શોમેન રાજ કપૂરને તેમના અભિનયની સાથે તેમણે...
74उत्सव काशी में बस गया था। काशी को अत्यंत निकट से उसने देखा - परखा। उसके भीतर ए...
*!! लालच बुरी बला है !!*~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~*एक बार एक बुढ्ढा आदमी तीन ग...
व्हिक्टोरिया 405भाग 2 ....भाग 2तपकीरी रंगाचा मातीचा रस्ता कापत गाडी वीस पंचवीस म...
अब आगे रूही रूद्र को गुस्से में देख रही थी रूद्र रूही के इस तरह देखने से घबराकर...
અમારો આખો પરિવાર પોતપોતાના રૂમમાં ઊંઘવા માટે જતો રહ્યો હતો. હું તેજો અને મુક્તાર...
Predicament of a Girl A romantic and sentimental thriller Kotra Siva Rama Krishn...
संघर्ष का आरम्भ कॉर्पोरेट जीवन की चुनौतियाँ अब गहराई तक जाने लगी थीं। कार्य और व...
" હા, તેને જોઈ શકાય છે. સામાન્ય રીતે રેડ કોલંબસ મંકી માનવ જાતિ પર હુમલો કરતા નથી...
(11)इंस्पेक्टर आकाश ने फौरन सब इंस्पेक्टर राशिद को फोन किया। सब इंस्पेक्...
Comrade मतलब सहयोगी, वह दोस्त जो हमेशा बिना किसी वजह से हमारा साथ दे लड़े सबसे ! यह कहानी है समाज में जी रहे वह कॉमरेड जो एक राम है तो दूसरा रावण है ! इस कहानी से अगर किसी कि भ...
उदास इंद्रधनुष ************ रात के दस बजने वाले थे। कोमल सोने की तैयारी में लगी थी । सिरहाने पानी की बोतल रख, कमरे की बत्...
પાંચેક વર્ષના એક બાળકને વિદેશની એક મોટી હૉસ્પિટલમાં દાખલ કરવામાં આવ્યો . બાળકને પેટનો દુઃખાવો ઊપડ્યો હતો . શરૂઆતમાં ઘરનાં બધાંએ એ દુઃખાવાનેસામાન્ય ગણીને ફેમિલી ડૉ...
સમય અને સંજોગ માણસ ને જીવન ની વાસ્તવિકતાઓ થી દૂર લઇ જવા ને અરે હોઈ ત્યારે માણસ ને વાસ્તવિકતાઓ ની સમજણ એવી અત્યંત જરૂરી છે, માણસ પોતાની ધરોહર ને પામવા વલખા મારે છે પણ છેક મૃત્યુ ને...
नन्दपुर गाँव___ ओ..बेला की माँ !जरा सम्भालों तो अपने लाल को देखो तो बस,रोए ही जा रहा है, दयाशंकर ने अपनी पत्नी मंगला से कहा।। आती हूँ जी! तुम्हारा ही तो काम कर रही थीं, तुम्हा...
चीड़ के पेड़ों की टहनियां तेज हवा के दबाव से जोरां से हिलती हैं सायं-सायं के कनफोडू षोर से काँंप उठती हूँ। इन चीड़ों से ढेर सूखी पिरूल भी लगातार झर रही है। ऊपर चढ़ने की कोशिश करते पाँव...
सुबह सवेरे गर्मियों में मन करता था कि थोड़ी देर और सो लिया जाए क्योंकि सुबह की ठंडी हवा मन को इतनी अच्छी लगती कि मन प्रफुल्लित हो जाता था । बड़े से ऑंगन में सभी की...
‘आठ हज़ार तो आप अब दे दीजिए और बाकी के आठ हज़ार आख़िरी सुनवाई से पहले दे देना.’’ कल शाम से यह वाक्य उसके दिमाग़ पर हथौड़े की तरह बज रहा था. कहाँ से लाए वह आठ हज़ार रुपए? उस जैसे पन्द...
आज फिर से स्वाति को नींद नहीं आ रही थी, वो बैचेनी से अपने बिस्तर पर करवटे बदलते बदलते थक गई तो, अपने बेड की साइड की लाइट को ऑन कर दी और उठ कर पानी का गिलास एक ही घूँट में खत्म कर द...
सुबह होगी थी शायद में बस बिस्तर पर लेटी थी थोड़ा सा उदासी सी थी दिल में एक अजीब सा जैसे दर्द सा लग रहा था जैसे किसी का दिल दुखा दिया हो मेरा फोन आज बहुत( vibrate)कर रहा था बस आख़...
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