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Featured Books
  • ऑफ्टर लव - 27

    विवेक अपने ऑफिस में बैठे हुए होता है, तभी टीवी में चल रहे न्यूज देख कर वो एक दम...

  • जिंदगी के रंग हजार - 14

    आंकड़े और महंगाईअरहर या तूर की दाल 180 रु किलोउडद की दाल 160 रु किलीचने 100 रु कि...

  • गृहलक्ष्मी

    1.     गृहलक्ष्मी एक बार मुझे दोस्त के बेटे के विवाह के रिसेप्शन में जाने का मौक...

  • बुजुर्गो का आशिष - 11

    पटारा मैं अभी तो पूरी एक नोट बुक निकली जिसमे क्रमांनुसार कहानियाँ लिखो हुई थी......

  • नफ़रत-ए-इश्क - 5

     विराट अपने आंखों को तपस्या की आंखों से हटाकर उसके कांप ते होठों पर डाल देता है।...

  • अपराध ही अपराध - भाग 4

    अध्याय 4   “मैंने तो शुरू में ही बोल दिया… हम किसी भी बात के ल...

  • My Wife is Student ? - 22

    आदित्य की बात सुनकर स्वाति इधर उधर देखन लगती हैं.. ओर उसे सोरी सर कहते हुए बैठ ज...

  • आखेट महल - 5 - 1

    पाँचपुलिस का आखेट महल रोड के पेट्रोल पम्प पर तैनात सिपाही उस रात गौरांबर को कोठी...

  • द्वारावती - 72

    72दोनों ने अदृश्य ध्वनि की आज्ञा का पालन किया। जिस बिंदु पर दोनों ने दृष्टि रखी...

मूलपूंजी By Shwet Kumar Sinha

दोपहर के दो बजे। तेज धूप और उमस भरी गर्मी। आग की भांति तपता दिल्ली रेलवे स्टेशन का वह प्लेटफॉर्म, जहाँ मुसाफिरो की निगाहें ट्रेन के इंतज़ार में सूने पडे ट्रैक पर टिकी थी। तभी पटरियो...

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सफर के लिए हमसफ़र By Mehul Pasaya

तो चलो चले एक बार ओर मिलके चले कही दुर कही दुर जहा सिर्फ हम ओर सिर्फ तुम हो ओर कोई नही

तुम्हे पता हे दिया जब ना हम ने आपको बोला था कि एक बार तो कही जायेंगे सो आज ये मौका मिला हे...

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थाई निरेमित यानि थाईलैंड का जादू By Neelam Kulshreshtha

अहमदाबाद से दिल्ली, दिल्ली से बैंकॉक यात्रा समाप्ति पर है, नीचे ज़मीन पर दिखायी दे रहा हैं पीली रोशनियों के बीच रेगती लाल बत्तियां. -एक के पीछे एक. बस लग रहा है कि केलिडो स्कोप की त...

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कुछ चित्र मन के कैनवास से By Sudha Adesh

1-कुछ चित्र मन के कैनवास से नभचर जलथर की तरह थलचर के अनेकानेक प्राणियों में से एक मनुष्य भी एक यायावर प्राणी है । एक जगह बैठना तो मानो उसने सीखा ही नहीं हैं। यात्राएं उसकी जिजीविष...

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कैलाश मानसरोवर - वे अद्भुत अविस्मरणीय 16 दिन By Anagha Joglekar

वे अद्भुत, अविस्मरणीय 16 दिन लेखिका अनघा जोगलेकर अपनी बात यूँ लगा जैसे मैंने कोई बहुत ही मनोरम स्वप्न देखा हो। पिछले 20 वर्षों से मन में पल रही एक मनोकामना यकायक फलीभूत हो उठी। हाँ...

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लंदन टूर की यादें By S Sinha

पेरिस से लंदन यूरोस्टार ट्रेन से सफर बहुत अच्छा रहा….
कुछ वर्ष पूर्व मुझे पेरिस जाने का मौका मिला था. उन दिनों मेरी बेटी पेरिस के पास एक अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्ध बिजनेस स्कूल में...

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चन्देरी, झांसी-ओरछा और ग्वालियर की सैर By राज बोहरे

चन्देरी, झांसी-ओरछा और ग्वालियर की सैर यात्रा वृत्तांत...

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एक पाँव रेल में -यात्रा वृत्तान्त By रामगोपाल तिवारी

एक पाँव रेल में: यात्रा वृत्तान्त 1 देशाटन रामगोपाल भावुक सम्पर्क -कमलेश्वर कालोनी (डबरा) भवभूति नगर जि0 ग्वालियर, म0 प्र0 475110 मो0 9425715707 , 8770554097...

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यूँ ही राह चलते चलते By Alka Pramod

चाय की चुस्की लेते हुए रजत बोले ’’ अगर तुम मुझे पाँच लाख रुपये दो तो मैं तुम्हें एक सरप्राइज दे सकता हूँ। ‘‘

’’ ये कौन सा सरप्राइज है जिसकी कीमत पाँच लाख है?‘‘

’’घाटे में नही...

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आमची मुम्बई By Santosh Srivastav

मेरे बचपन की यादों में जिस तरह अलीबाबा, सिंदबाद, अलादीन, पंचतंत्र की कहानियाँ और अलिफ़ लैला के संग शहर बगदाद आज भी ज़िंदा है उसी प्रकार पिछले सैंतीस वर्षों से मुम्बई मेरे खून में रच...

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दोपहर के दो बजे। तेज धूप और उमस भरी गर्मी। आग की भांति तपता दिल्ली रेलवे स्टेशन का वह प्लेटफॉर्म, जहाँ मुसाफिरो की निगाहें ट्रेन के इंतज़ार में सूने पडे ट्रैक पर टिकी थी। तभी पटरियो...

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मेरे बचपन की यादों में जिस तरह अलीबाबा, सिंदबाद, अलादीन, पंचतंत्र की कहानियाँ और अलिफ़ लैला के संग शहर बगदाद आज भी ज़िंदा है उसी प्रकार पिछले सैंतीस वर्षों से मुम्बई मेरे खून में रच...

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