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  • राजा और दो पुत्रियाँ

    1. बाल कहानी - अनोखा सिक्काएक राजा के दो पुत्रियाँ थीं । दोनों ही बहुत ही समझदार...

  • डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 76

    अब आगे,राजवीर ने अपनी बात कही ही थी कि अब राजवीर के पी ए दीप को किसी का कॉल आया...

  • उजाले की ओर –संस्मरण

    नमस्कार स्नेही मित्रो आशा है दीपावली का त्योहार सबके लिए रोशनी की जगमगाहट लेकर आ...

  • नफ़रत-ए-इश्क - 6

    अग्निहोत्री इंडस्ट्रीजआसमान को छू ती हुई एक बड़ी सी इमारत के एंट्री गेट पर ब्लैक...

  • My Wife is Student ? - 23

    स्वाति क्लास में आकर जल्दी से हिमांशु सर के नोट्स लिखने लगती है ..माया उसके कानो...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 36

    पिछले भाग में हम ने देखा की फीलिक्स ने वो सारी बातें सुन ली थी जो गुरू जी ने उसे...

  • यादों की अशर्फियाँ - 20 - राज सर का डिजिटल टीचिंग

       राज सर का डिजिटल टीचिंग   सामाजिक विज्ञान से बोरिंग सब्जेक्ट कोई नहीं है। बहु...

  • My Passionate Hubby - 4

    ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –Kaynat को पीछे ना पलटता द...

  • ऑफ्टर लव - 28

    सुबह सुबह त्रिशा महादेव के मंदिर में पूजा कर रही होती है। तभी वहा पुजारी आकार त्...

  • हिरन और चूहा

    1. आज्ञा पालन एक समय की बात है। रेगिस्तान के किनारे स्थित एक गाँव में एक व्यापार...

अवधूत संत काशी बाबा By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

जब-जब मानव धरती पर,अनचाही अव्यवस्थाओं ने अपने पैर पसारे-तब-तब अज्ञात शक्तियों द्वारा उन सभी का निवारण करने संत रुप में अवतरण हुआ है। संतों का जीवन परमार्थ के लिए ही होता है। कहा भी...

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संसार की सर्वश्रेष्ठ ध्यान प्रणालियाँ By Brijmohan sharma

(उपनिषद्, गीता, पातंजल योग, भागवत, वेदांत आदि में वर्णित ध्यान)
उपनिषद् में ध्यान

ब्रम्हज्ञान प्राप्ति की विधि:

उपनिषदों में ब्रम्हज्ञान प्राप्त करने की बड़ी सुंदर साधना बताई...

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ईश्‍वर लीला विज्ञान By ramgopal bhavuk

ईश्‍वर लीला विज्ञान 1 अनन्‍तराम गुप्‍त कवि ईश्‍वर की अनूठी कारीगरी पर मुग्‍ध हैं, और आकाश, अग्नि, पवन, जल एवं पृथ्‍वी के पांच पुराने तत्‍वों का वर्णन आज के वैज्ञानिक सिद्धान्‍तों क...

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अवधूत गौरी शंकर बाबा के किस्से By ramgopal bhavuk

मैं परमश्रद्धेय गुरूदेव स्वामी हरिओम तीर्थ जी के पास एक दो दिन में गुरूनिकेतन जाता रहता हूँ। यह गुरूनिकेतन स्वामी नारायण देव तीर्थजी महाराज की परम्परा का है। उस दिन जब मैं गुरूनिके...

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कन्‍हर पद माल -शास्त्रीय रागों पर आधारित पद By ramgopal bhavuk

हमारे राम चार वर्ष की अवस्‍था से चार वर्ष पिछोर में रहे वहीं विद्या का आरम्‍भ हुआ। दो बार श्री कालिन्‍द्री पर यज्ञ में जनता जनार्दन की सेवा का सौभाग्‍य प्राप्‍त हुआ। पहली बार रघुरा...

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मैं ईश्वर हूँ By Satish Thakur

• 1. (ईश्वर का सम्बोधन) मैं ईश्वर हूँ, में कभी कुछ नही कहता किसी से नहीं कहता बस सुनता हूँ क्योंकि मैं ईश्वर हूँ। मेरा कोई धर्म नहीं न ही कोई जाति, और न कोई देश है, न तो में नर हू...

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आस्था का धाम काशी बाबा By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

जीवन की सार्थकता के लिये,संत-भगवन्त के श्री चरणोंका आश्रय,परम आवष्यक मान

कर, श्री सिद्ध-सिद्द्येश्वर महाराज की तपो भूमि के आँगन मे यशोगान,जीवन तरण-तारण हेतु

अति आवश्यक मानकर...

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परमहंस मस्तराम गैारीशंकर बाबा By रामगोपाल तिवारी (भावुक)

मैं परमश्रद्धेय गुरूदेव स्वामी हरिओम तीर्थ जी के पास एक दो दिन में गुरूनिकेतन जाता रहता हूँ। यह गुरूनिकेतन स्वामी नारायण देव तीर्थजी महाराज की परम्परा का है। उस दिन जब मैं गुरूनिके...

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परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज By रामगोपाल तिवारी

परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 1 एक अजनबी जो अपना सा लगा परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज ....

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पंचकन्या By saurabh dixit manas

#पंचकन्या #भाग_1........#मानस यूँ तो सनातन धर्म में नारी सर्वत्र पूज्यनीय मानी जाती है। कहा जाता है कि यदि किसी यज्ञ को जोड़े में न किया जाय तो वो पूर्ण नहीं माना जाता चाहे वो यज्ञ...

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परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज By रामगोपाल तिवारी

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