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    छ:शंभूसिंह के साथ गौरांबर उस दिन उसके गाँव में क्या आया, उसका तो मानो दूसरा जन्म...

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    तीन दिन बीत चुके थे, लेकिन मनोज और आदित्य की चोटों की कसक अब भी सहदेव के ज़हन मे...

  • जिंदगी के रंग हजार - 15

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  • मोमल : डायरी की गहराई - 37

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  • शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 23

    "शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -२३)डॉक्टर शुभम युक्ति के भाई रवि के साथ ब...

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                            (-----11------)जितना सोचा था, कही उनसे जेयादा लहरों का उ...

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  • द्वारावती - 74

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  • दादीमा की कहानियाँ - 4

     *!! लालच बुरी बला है !!*~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~*एक बार एक बुढ्ढा आदमी तीन ग...

बोलती गुड़िया By Asha Saraswat

जिस दिन मैंने पहली पहली बार शीतल को देखा, उसे देख कर मन वात्सल्य भाव से भर गया। वह पहला दिन, मेरी शादी के बादससुराल का था ।मैंने जैसे ही अपनी ससुराल में उसे देखा तो प्यार करने के ल...

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मृग मरीचिका By श्रुत कीर्ति अग्रवाल

शतरंज की बिछी हुई बिसात पर सबको मोहरा बना कर खेलती हुई प्रकृति कितनी निष्ठुर हो उठी होगी जब उसने मानव मन के अंदर 'प्यास' के अंकुर रोपे होंगे कि अपनी स्थिति से सदैव असंतुष्ट...

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आइडेंटिटी क्राईसिस By Manish Gode

“सॉरी, इस वक्त मैं कुछ भी कहने के मुड में नहीं हुँ।“ उसने कहा।

“क्यों क्या हुआ? सब ठिक तो है ना?” मैंने साशंकित होते हुए पुछा।

“मैंने कहा ना, अभी कुछ भी नहीं, बस!” उसने भडकते...

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मेज़बान By Ashish Kumar Trivedi

किशोर की मीटिंग बहुत अच्छी गई थी। उसने अपनी सारी बातें बहुत अच्छी तरह से पेश की थीं। क्लाइंट्स ने अभी कुछ कहा नहीं था लेकिन उनके हाव भाव से लग रहा था कि उन्हें उसका प्रपोज़ल अच्छा...

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स्वतन्त्र सक्सेना की कहानियां - बद्री विशाल By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

स्वतन्त्र सक्सेना एक परिपक्व और विचारशील रचनाकार हैं, वे निबन्ध लेखक और कहानीकार हैं। उनकी कहानी जमीन से जुड़ी रहती हैं जो रोचक और विश्वसनीय भी होती हैं। भाषा पर उनका असाधारण अधिका...

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कुछ अल्फाज खामोश क्यों?. By Bushra Hashmi

वह केवल एक राज़ था जिसे मैं जानना चाहती थी मेरे अंदर जो छिपा था । मैं खुद अपने अंदर के बदलाव से दंग थी ना जाने कैसी असमंजस थी वो जिससे निकालना मेरे लिए मुश्किल सा होता जा रहा था ।श...

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चेहरे पर चेहरा By Kishanlal Sharma

"कल मौसाजी के बेटे के एट होम में गए थे।वहां डॉक्टर ईश्वर भी सपरिवार आये थे।हमने उनका लड़का देख लिया था।"जगदीश मेरे से बोला,"लड़का सेल्सटैक्स इंस्पेक्टर है।सूंदर है।गुड़िया...

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मेरी मिट्टी मेरा खेत By ARUANDHATEE GARG मीठी

ये कहानी है एक किसान की , उसके संघर्ष की , उसके सब्र की और उसके इम्तिहानों की .…....।

गांव से कुछ किलोमीटर की दूरी में पांच एकड़ का खेत था , जो कि रामलाल का था । खेत में बैठा रा...

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मार्क्स - Season-1 By ARUANDHATEE GARG मीठी

मैथ्स टीचर एक स्टूडेंट को पूरी क्लास के सामने बुरी तरह से डांटते हुए ।

सोहन सर ( मैथ्स टीचर ) - ये क्या है नादिर.....???? तुम्हें समझ नहीं आता, कि ये क्लास 12th है । अभी तक तुमन...

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मुझे बचाओ !! By Brijmohan sharma

( एक खूबसूरत शर्मीले अध्यापक को उसके स्टाफ व छात्राओं द्वारा परेशान किए जाने की मनोरंजक दास्तान )

१ उसके अनुसार सारे दुखों की जड़ विवाह ही है ।

वह सोचता था - पहले गा बजाकर शाद...

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बोलती गुड़िया By Asha Saraswat

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मार्क्स - Season-1 By ARUANDHATEE GARG मीठी

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