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गीतिका की भाभी की बाते सुन कर गीतिका का भाई बोलता है, "तुम्हारा दिमाग तो खराब नह...
अध्याय 24 धना के ‘अपार्टमेंट’ के अंदर ड्राइवर के ड्रेस में कु...
विनाशकारी जन्मदिन भाग 4दाहिने हाथ ज़ंजीर ने वो काली तरल महाशक्ति के पूरे शरीर पर...
अध्याय 5: आर्या और अर्जुन की यात्रा में एक नए मोड़ की शुरुआतआर्या और अर्जुन ने क...
" कहानी मे अब क्रिक और नकचडी की दोस्ती प्रेम मे बदल गई थी। क्रिक को तो यही लगता...
जिसे सून मिहींर,,,,,,,,रूही को ऊपर से नीचे देखते हुए,,,,,अपने डैविल स्माइल से,,,...
अपनी मॉम की बाते सुन कर आर्यन को बहुत ही गुस्सा आता है और वो गुस्से में कमरे में...
---------मनहूस " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ कहानी है। चलती हुई ट्रेन क...
अब तक कहानी में हम ने देखा कि लूसी कुछ बीती यादें भूल गई थी जिसमें रोवन और उसकी...
श्लोक जानवी को ताने मारते हुए मुडकर जाने को हुआ के एकदम सामने से विराट से टकरा ग...
हैदराबाद ........ शाम 5 बजे कोर्ट के बहार ......... एक लड़की रोते हुए एक आदमी से हाथ जोड़कर कुछ कह रही थी "पापा इसमें मेरी कोई गलती नहीं है सब मन्नत ने किया है मुझे वो...
सघन वन में संध्या दोपहर ढलते ही प्रतीत होने लगती है । माधवी ने अपने आश्रम के भीतरी प्रकोष्ठ से गगरी उठाई और वृक्षों की हरीतिमा में छुपी ऊंची नीची ढलानों पर बहती नदी की ओर चल दी । न...
दिल्ली, दोपहर के 3 बजे... एक नौजवान लड़का अपनी hf deluxe बाइक से कहीं जा रहा होता है की तभी उसका ध्यान उसके पीछे चल रही कार पर जाता है। वो नोटिस करता है की वो कार बहुत देर से उस...
इस घर में आज भी सुबह-सुबह नर्म हवा के झोंके पर्दों को थरथराते हैं । आज भी बरामदे में नीचे के बाईं तरफ़ करे नीचे पेड़ों की टहनियों से छनती धूप अपना अक्स बनाती है। आज भी इस घर में डे...
कौन है ये अर्जुन दीक्षित? दिल्ली, दोपहर के 3 बजे... एक नौजवान लड़का अपनी hf deluxe बाइक से कहीं जा रहा होता है की तभी उसका ध्यान उसके पीछे चल रही कार पर जाता है। वो नोटिस करत...
मेघना ने ध्यान दिया कि सुबह से ही घर पर तैयारियां चल रही है। कल देर रात तक भी अभिषेक वैभव और मम्मी पापा किसी विशेष चर्चा में व्यस्त थे पर मेघना को समझ नहीं आया कि क्या बात है? औ...
जिंदगी हर रोज की तरह अपने हिसाब से चल रही थी। सुबह की ताजा ओस पेड़ पौधों के पत्तों को नयी ताजगी का एहसास करा रही थी। पक्षी चहचहाकर सबका मन मोह रहे थे। दूर के जंगलों से ठंडी हवा शहर...
प्रिय वाचक आपने मेरी कविता और कहानीओ को खुब सराहा अब आपके समक्ष ला रही हुं रोमांच से भरपुर एक धारावाहिक कहानी उम्मीद हे अप पसंद करेंगे।इस कहानी के सभी पात्र और घटनाक्रम काल्पनिक है...
नोट - यह कहानी एक औरत की है जो निर्दोष होते हुए भी गलती से चरित्रहीन समझ ली जाती है . मनीष और दीपा दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे . मनीष 12 वीं कक्षा में था और दीपा उस से एक...
आँच अठारह सौ सत्तावन के संघर्ष की पृष्ठभूमि को उकेरता उपन्यास यह उपन्यास ? इक्कीसवीं सदीं का दूसरा दशक। उदारीकरण के बढ़ते क़दम। भारतीय ही नहीं सम्पूर्ण एशियाई बाज़ारों को आच्छादित करन...
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