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  • प्यार तो होना ही था - 2

    डॉक्टर  को आभास हुआ कोई उनकी और मिश्रा  जी की बातें सुन रहा है तो उन्होंने कहा "...

  • Devil I Hate You - 24

    जिसे सुन रुही ,,,,,आयुष की तरफ देखते हुए ,,,,,,,ठीक है ,,,,,,,मैं इस शहर से और,,...

  • शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 36

    "शुभम -  कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -३६)ज्योति जी,जो ऐन जी ओ की हेड है,वह शुभ...

  • नफ़रत-ए-इश्क - 21

    तपस्या विराट के यादों में खोई हुई रिमोट उठा कर म्यूजिक सिस्टम ऑन कर खुद को मिरर...

  • मेरी गुड़िया सयानी हो गई .....

    'तेरी मेरी बने नहीं और तेरे बिना कटे नहीं' कुछ ऐसा ही है मनु और जागृति क...

  • सर्द हवाएं

    लेख-सर्द हवाएं*******""       यूं तो सर्दियों के मौसम में जब  सूर्य की पृथ्वी से...

  • इश्क दा मारा - 45

    यूवी गीतिका का हाथ पकड़ कर ले जा रहा होता है तभी गीतिका बोलती है, "तुम मुझे कहा...

  • लल्लन जी की अद्भुत नौकरी

    गाँव के एक छोटे से कस्बे में रहते थे लल्लन जी। उनका नाम ही उनकी कहानी बयान करता...

  • चुप्पी - भाग - 2

    क्रांति की हॉकी खेलने की चाह को महसूस करके और उसकी ज़िद को हद से ज़्यादा बढ़ता देखक...

  • छिनार

    बसंत बाबू, ये ही बोलते थे लोग, 23 साल का खूबसूरत युवक, 6 फिट लंबा, तगड़ा बदन, सां...

टापुओं पर पिकनिक By Prabodh Kumar Govil

आर्यन तेरह साल का हो गया। कल उसका बर्थडे था। इस जन्मदिन को लेकर वो न जाने कब से इंतजार कर रहा था। वो बेहद एक्साइटेड था। होता भी क्यों नहीं, आख़िर ये बर्थडे उसके लिए बेहद ख़ास था। उ...

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दो रास्ते By S Sinha

“ आज मौसम बहुत अच्छा है , छुट्टी का दिन भी है . क्या आपको कभी बाहर घूमने का मन नहीं करता है ? दिन रात घर में घुस कर बैठे रहते हैं . आपके सारे दोस्तों का भी यही कहना है . “ एक...

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एहसास प्यार का खूबसूरत सा By ARUANDHATEE GARG मीठी

अरनव ( खुशी को संभालते हुए ) - आराम से बैठो आप यहां पर ....., और खुद का खयाल रखा करो ।

खुशी - मुझे क्या जरूरत खुद का खयाल रखने की , आप तो हैं न मेरा खयाल रखने के लिए ।

अरनव...

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जलपरी और वृक्ष मानव By Shakti Singh Negi

अकरोमा की मां एक जलपरी थी। अकरोमा ने दो हजार साल तक घने जंगलों में कठोर तपस्या की। अकरोमा की जटाएं और दाढ़ी - मूंछ पैरों तक बढ़ गये। सारे शरीर पर दीमक की बांबी चढ़ गई। आखिर ब्रह्मा...

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वह अब भी वहीं है By Pradeep Shrivastava

समीना तुमसे बिछुड़े हुए तीन बरस से ज़्यादा होने जा रहा है। मगर ऐसा लग रहा है मानो अभी तुम इस रमानी हाउस के किसी कमरे से जोर-जोर से मुझे पुकारती हुई सामने आ खड़ी होगी और मुझे डपटते हु...

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प्यार के इन्द्रधुनष By Lajpat Rai Garg

आज मनमोहन को मन मारकर कार्यालय आना पड़ा था। उसके बॉस का सख़्त आदेश न होता तो इस समय वह आने वाली मीटिंग की फाइल तैयार करने की बजाय अपनी पत्नी रेनु के पास अस्पताल में होता। आज सुबह ज...

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तेरे सुर और मेरे गीत By S Sinha

सुनील सैन फ्रांसिस्को से हवाई द्वीप के क्रूज शिप पर इंजीनियर था . सैन फ्रांसिस्को पोर्ट से निकलने के बाद करीब 18 दिन बाद हवाई द्वीप से वह वापस आया करता था . सैन फ्रांसिस्को से...

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बेपनाह By Seema Saxena

“शुभी सुनो, कहाँ हो तुम ? आओ यहाँ मेरे पास आकर बैठो ।” मम्मी की हल्की सी आवाज उसके कानों में पड़ी।

हुंह ! बुलाने दो मम्मी को, मैं नहीं जा रही । शुभी मन ही मन बड़बड़ाई ।

“शुभी आओ...

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अपूर्व. एक जिद्दी निर्णायक... By NR Omprakash Saini

इस भाग में आप अपूर्व, उसके दोस्त कॉलेज और गांव के बारे में परिचय पाओगे... आगे की कहानी जानने के लिए आपको अगले भाग का इंतजार करना पड़ेगा....

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स्वर्ण मुद्रा और बिजनेसमैन By Shakti Singh Negi

बहुत समय पहले की बात है. मेरी नई - नई शादी हुई थी. कुछ समय बाद हमें पैसे की कमी पडने बैठ गई. मेरी पत्नी ने एक छोटी सी कंपनी ज्वाइन कर ली और मैं कमाने के लिए बाहर चला गया. वहां मैंन...

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