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  • આજનો ભારતીય યુવાન ...

    આજનો ભારતીય યુવાન ..... ("શિક્ષિત પણ બેરોજગાર,બેજવાબદાર અને દેવાદાર ભારતીય યુવાન...

  • मंजिले - भाग 4

                       मंजिले ----   ( देश की सेवा ) मंजिले कहानी संगरे मे कुछ अटूट...

  • पाठशाला

    पाठशाला    अंग्रेजों का जमाना था। अशिक्षा, गरीबी और मूढ़ता का बोलबाला था। गाँव मे...

  • Love at First Slight - 30

    Radha's Day in IndiaThe sun shone brightly in India, and Radha stood in fron...

  • ज्वार या भाटा - भाग 1

    "ज्वार या भाटा" भूमिकाकहानी ज्वार या भाटा हमारे उन वयोवृद्ध योद्धाओं की है जो अप...

  • जर ती असती - 4

    समर ने स्वराला बेडवर नेऊन झोपवलं आणि पटकन विनोदला फोन करून बोलवून घेतलं....श्रीध...

  • બંધારણ દિવસ

                        બંધારણ દિવસ (સંવિધાન દિવસ )                      ભારતનું બંધ...

  • एक अनकही दास्तान

    कॉलेज का पहला दिन था। मैं हमेशा की तरह सबसे आगे की बेंच पर जाकर बैठ गया। यही मेर...

  • Trembling Shadows - 7

    Trembling Shadows A romantic, psychological thriller Kotra Siva Rama Krishna “As...

  • તારી લીલા અપરંપાર.....

    આજે આપણે ઉચ્ચ ટેકનોલોજી અને વિજ્ઞાનના વિકાસ યુગમાં જીવી રહ્યા છે જ્યાં માનવીની જ...

ગઝલ-એક પ્રેમ By Nency R. Solanki

#(૧) નથી હું....#


નથી હું ત્રસ્ત,
છું થોડો ધ્વસ્ત!

નથી ઉગતો હું,
પળવારમાં છું અસ્ત!

આથમે ને ઉગે એનું,
નજરાણું છે મસ્ત !

ખરતા એક તારા માફક,
નથી થતો હું નષ્ટ!

ચિ...

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ભયાનક ઘર By Jaydeepsinh Vaghela

એક દિવસ ની વાત છે.જયારે એક ખેતરમાં ઘર હતું પણ ઘણા વર્ષો થી તે ખાલી હતું કોઈ ત્યાં રેહવા માટે આવતું ન હતું, તે ઘર 3 માડ નું હતું, અને તે ઘરમાં કોઈ રેવા માટે 10 દિવસ પણ વધારે હતા,એટલ...

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डेफोड़िल्स ! By Pranava Bharti

डेफोड़िल्स ! - 1

तेरे झरने से पहले



समर्पित

नेह को, स्नेह को

डेफोड़िल्स ही क्यों ?

यह प्रश्न अवश्य मस्तिष्क में आया होगा दिलो-दिमाग को सताया होगा आख़िर जब इतने खूबस...

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संयोग By SWARNIM स्वर्णिम

पंचेबाजा के साथ मैं कर्मघर के प्रांगण में पहुंची। विवाह समाज की एक रस्म है, आज से मैं भी उसी समाज की रस्मों में शामिल महिलाओं के समूह में शामिल हो गयी हूं। नए लोग, नई जगह, नए माहौल...

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हाँ, मैं भागी हुई स्त्री हूँ By Ranjana Jaiswal

भारतीय समाज में मान्यता है कि स्त्री की डोली पिता के घर से उठती है तो फिर पति के घर से उसकी अर्थी ही निकलनी चाहिए।ससुराल में चाहें जैसी भी असहय स्थितियां हो,चाहे उसकी हत्या का षड्य...

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Amazing benifits of Curcumin By Dr. Bhairavsinh Raol

Turmeric is a flowering plant, Curcuma longa, of the ginger family, Zingiberaceae, the rhizomes of which are used in cooking.The plant is a perennial, rhizomatous, herbaceous plant...

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પિંક પર્સ By Jaydeepsinh Vaghela

વાર્તા નું ટાઇટલ જોઈ ને ખબર પડી ગઈ હશે કે... આ એક પર્સ ની વાર્તા છે એટલે કે એક આલિયા નામની છોકરી નાં પર્સ ની વાર્તા જે કંઈ જેવું તેવું પર્સ નથી ..તે પર્સ જાદુઈ એટલે કે એક અલગ પ્રકા...

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बहुत करीब मंजिल By Sunita Bishnolia

‘‘वाह! बहनजी, बहुत ही खूबसूरत कढ़ाई की है इन चुन्नियों पर। अब ये सारी चुन्नियाँ सीधी फिल्मों के सेट पर जाएँगी। इन चुन्नियों को फिल्मों की हिरोइनें अपनी फिल्मों में ओढ़ेंगी।’’...

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नि:शब्द के शब्द By Sharovan

अगर आप विश्वास करते हैं कि, आत्माएं होती हैं और वे भटकती हैं तो यह कहानी आपको बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करेगी. यदि आप भटकी हुई आत्माओं और बे-बस, मजबूर और अपने प्यार की तलाश में परेशा...

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गुंतागुंत By Dilip Bhide

नारायण रघुनाथ मोकाशी. पुण्यातल्या एका सहकारी बँकेत ऑफिसर. नेहमी प्रमाणे सकाळची धावपळ सुरू होती. बँकेत वेळेवर जायची घाई होती. अशातच डबा भरता, भरता करुणाला, म्हणजे नारायणच्या बायकोल...

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નથી હું ત્રસ્ત,
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નથી ઉગતો હું,
પળવારમાં છું અસ્ત!

આથમે ને ઉગે એનું,
નજરાણું છે મસ્ત !

ખરતા એક તારા માફક,
નથી થતો હું નષ્ટ!

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डेफोड़िल्स ! By Pranava Bharti

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