Manasvi by Dr. Suryapal Singh

मनस्वी by Dr. Suryapal Singh in Hindi Novels
पुरोवाक्'मनस्वी' एक शोकगाथा है एक करुण उपन्यासिका (Elegiac Novelette) । शोकगीत लिखने की परम्परा अँग्रेजी, पर्शिय...
मनस्वी by Dr. Suryapal Singh in Hindi Novels
अनुच्छेद-दो मेरा ऊपर जाने का समय अभी कहाँ हुआ है?           मेडिकल कालेज में दूसरा दिन। मनु आक्सीजन के सहारे अब भी साँस...
मनस्वी by Dr. Suryapal Singh in Hindi Novels
अनुच्छेद- तीन                       दुनिया को ठीक से चलाओ        तीसरा दिन । प्रातः का समय। वार्ड की सफाई में सफाई कर्मी...
मनस्वी by Dr. Suryapal Singh in Hindi Novels
अनुच्छेद-चार                    जिन्दगी पतंग की तरह कट जाए तो ?            अस्पताल में भी एक तरह की अनाशक्ति पनप जाती है...
मनस्वी by Dr. Suryapal Singh in Hindi Novels
अनुच्छेद-पाँच                                 देर करने की आदत छोड़ो भगवान जी !           आपात कक्ष का दरवाजा खुला है। सफ...