Nafrat e Ishq by Umashankar Ji

Nafrat e Ishq by Umashankar Ji in Hindi Novels
चिड़िया की चहचहाहट सुनाई देती है। सुबह के 5:00 बज रहे हैं। दिल्ली का एक शांत मोहल्ला, जहां सुबह की ताजगी हवा में बसी है।...
Nafrat e Ishq by Umashankar Ji in Hindi Novels
नए मैनेजर के आने से पहले, सहदेव ने खुद को सकारात्मकता से भर लिया। वह जानता था कि उसकी मेहनत और लगन उसे आगे ले जाएगी, और...
Nafrat e Ishq by Umashankar Ji in Hindi Novels
जैसे ही मनीषा ने अपने अंदर की उथल-पुथल को काबू में करने की कोशिश की, उसके दिल में एक नई उम्मीद जाग उठी। उसे महसूस हुआ कि...
Nafrat e Ishq by Umashankar Ji in Hindi Novels
फोन कॉल खत्म करके मनीषा ने अपने विचारों को संयत किया और अपने केबिन में गहरी सांस लेते हुए बैठ गई। “क्या मुझे इस नई शुरुआ...
Nafrat e Ishq by Umashankar Ji in Hindi Novels
अंधेरे में डूबी हुई सड़क पर एक काली BMW तेजी से हॉस्पिटल की ओर बढ़ रही थी। अचानक ब्रेक लगने की आवाज से माहौल में एक अस्थ...