Sath Sath by Kishanlal Sharma

साथ साथ by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
"अब हमें भी शहर छोड़ देना चाहिएकुलदीप लौटकर आया तो पत्नी से बोला था।"क्यो?"पति की बात सुनकर इवाना बोली थी"शहर खाली होता ज...