Ishq to hona hi tha book and story is written by Manshi K in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ishq to hona hi tha is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
इश्क तो होना ही था - Novels
by Manshi K
in
Hindi Love Stories
डिस्क्लेमर : यह मेरी रचना पूर्ण रूप से काल्पनिक है । इसमें सभी किरदार भी काल्पनिक है । इसका सम्बन्ध किसी व्यक्ति , स्थान , जाती , धर्म से संबंधित नहीं है
अगर आपको लगता है की संबंध है तो ये सिर्फ एक संयोग
होगा मात्र ।
आरोही ... आरोही ..... तुम रुक जाओ मेरी बात तो सुनो बेटा , मैं तुम्हारे भले के लिए ही सोच रहा हूं।
तुम घर छोड़ कर मत जाओ , एक बार अपने पापा के कहने पर उस लड़के से मिल कर तो देखो ।
नही पापा .... मैं आज नही रुकने वाली , चाहे आज तूफान ही न क्यों आ जाए आरोही बिना दूसरी ओर पलटे जवाब देती है।।
बेटा प्लीज रुक जाओ देखो बाहर कितना मौसम खराब है लगता है बारिश भी आने वाली है ।
मेरे खातिर रुक जाओ ।।।
अपना बैग लिए आगे बढ़ती जा रही थी जो कपड़ों और कुछ जरूरत के सामानों से भरे पड़े थे ।
मैं जानती आप मेरी शादी की बात करने के लिए हॉस्टल से बुला रहे हैं तो कल घर आती ही नहीं ।।
डिस्क्लेमर : यह मेरी रचना पूर्ण रूप से काल्पनिक है । इसमें सभी किरदार भी काल्पनिक है । इसका सम्बन्ध किसी व्यक्ति , स्थान , जाती , धर्म से संबंधित नहीं है अगर आपको लगता है की संबंध है ...Read Moreये सिर्फ एक संयोग होगा मात्र । आरोही ... आरोही ..... तुम रुक जाओ मेरी बात तो सुनो बेटा , मैं तुम्हारे भले के लिए ही सोच रहा हूं। तुम घर छोड़ कर मत जाओ , एक बार अपने पापा के कहने पर उस लड़के से मिल कर तो देखो । नही पापा .... मैं आज नही रुकने वाली ,
Dr को आभास हुआ कोई उनकी और शर्मा जी की बातें सुन रहा है तो उन्होंने कहा " कौन है ? कौन है वहां पर्दे के पीछे दरवाजे के तरफ देखते हुए बोले । पर्दा सामने से हटा एक ...Read Moreकरीब उसकी उम्र 23 से 24 के बीच रही होगी । अंकल मैं अगस्त्य आपने ही तो मुझे बुलाया था । शर्मा जी : हां अगस्त्य बेटा मैंने ही आपको बुलाया था .... आपसे मुझे कुछ जरुरी बात करनी थी धीरे से बोले । अगस्त्य शर्मा जी के दोस्त अमेंद्र वर्मा का बेटा था जो अभी अपने पिता का कारोबार