Najayaz Rishte book and story is written by Gurwinder sidhu in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Najayaz Rishte is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
नजायज रिश्ते - Novels
by Gurwinder sidhu
in
Hindi Love Stories
पोह की कड़कड़ाती ठंड में पसीना बहाती प्रीत प्यासी निगाहों से कमल की ओर ताक रही थी। कमरे में जलती मोमबत्ती भी शर्मा कर अपने आप बुझने लगी थी। कमल का हाथ पकड़ कर प्रीत अभी भी कमल से बिना शर्त प्यार की तलाश में थी। शादी के बाद कमल और प्रीत की पहली मुलाकात थी। प्रीत की आँखों में एक अलग ही चमक थी और उसके होठों से प्यार की आवाज़ पूरे कमरे में फैल रही थी। प्रीत ने अपना तन-मन सब कमल को समर्पित कर दिया था, वह आज प्रीत का जितना चाहता था उतना मजा ले रहा था। कमरे में उन दोनों के बिना हवा चल रही थी, जो दूर से शरमाती हुई वापस जा रही थी। कमल के चेहरे का पसीना प्रीत के होठों पर गिर रहा था और प्रीत की आत्मा और भी खुश हो रही थी। बादलों की गड़गड़ाहट के साथ आकाश में बिजली चमकी तो प्रीत ने कमल को और भी कस कर गले से लगा लिया और अपने पास ले आई। कमल के हाथों के स्पर्श से प्रीत का गोरा बदनओर भी लाल हो गया।
(ਨਜਾਇਜ ਰਿਸ਼ਤੇ)पोह की कड़कड़ाती ठंड में पसीना बहाती प्रीत प्यासी निगाहों से कमल की ओर ताक रही थी। कमरे में जलती मोमबत्ती भी शर्मा कर अपने आप बुझने लगी थी। कमल का हाथ पकड़ कर प्रीत अभी भी कमल ...Read Moreबिना शर्त प्यार की तलाश में थी। शादी के बाद कमल और प्रीत की पहली मुलाकात थी। प्रीत की आँखों में एक अलग ही चमक थी और उसके होठों से प्यार की आवाज़ पूरे कमरे में फैल रही थी। प्रीत ने अपना तन-मन सब कमल को समर्पित कर दिया था, वह आज प्रीत का जितना चाहता था उतना मजा ले
कमल भी रोज की तरह बस से कॉलेज आ रहा था और प्रीत भी उसी बस में थी। बस में भी काफी भीड़ थी। वे आपस में धक्का-मुक्की कर रहे थे। प्रीत भी अपने बैग लेकर जा रही थी। ...Read Moreप्रीत को भीड़ में खड़ा होना और भी मुश्किल हो रहा था।कमल भी प्रीत से थोड़ा आगे खड़ा था। जब कमल की नजर प्रीत पर पड़ी तो कमल को प्रीत के चेहरे पर काफी मायूसी नजर आ रही थी।कमल ने एक-दो लोगों को हटवा दिया और प्रीत के खड़े होने के लिए थोड़ी सी जगह बना दी। उसने प्रीत की
सभी एक दूसरे को धक्का-मुक्की कर खड़े होने की जगह बना रहे थे। उस वक्त प्रीत को आराम से खड़े होने में भी दिक्कत हो रही थी। लेकिन भीड़ बहुत ज्यादा थी। प्रीत ठीक से खड़ी भी नहीं हो ...Read Moreथी। वह एक टांग पर खड़ी थी और जल्द ही शहर आने का इंतजार कर रही थी। प्रीत की पीठ में रखे बैग ने प्रीत के सूट को प्रीत की कमर से और भी कस कर खींच लिया। जिसे प्रीत के जिस्म की बनावट सूट के बाहर दिखाई देने लगी थी। प्रीत की नाभी और गोरे बदन को सूट के
बहुत सी निगाहों ने तुम्हें देखा होगाआपकी सुंदरता और सादगी पर पहरा रहेगाआपके होठों से निकले शब्द कभी भी प्रेम के शब्द नहीं होतेकाली भँवरों ने रात में तुम्हारे चेहरे से परदा उठा दिया होगाप्रीत के दिमाग में अभी ...Read Moreएक सवाल बड़ी तेजी से घूम रहा था कि आखिर यह कोन है। जब सब चुपचाप बैठे थे तो इसने मेरे लिए गुंडों से कियू लड़ाई की। प्रीत के मन में कई सवाल थे। बस शहर पहुंची। यात्री एक-एक कर बस से उतरने लगे। प्रीत भी बस से उतर गई। आज बस लेट थी। जिससे प्रीत के दोस्त पहले से
लेकिन कमल का फोकस पढ़ाई पर था। अब प्रीत रोज लाइब्रेरी आने लगी। इसी बहाने कमल को उससे मिलने का मौका मिल जाता था। हालांकि प्रीत और कमल ने कभी एक-दूसरे से बात नहीं की थी, लेकिन कमल को ...Read Moreसे देखकर प्रीत की आत्मा को शांति मिलती थी। फेर प्रीत और कमल थोड़ी बहुत बातें करने लगे। और एक दूसरे के करीब आने लगे। कमल के लिए प्रीत एक दोस्त की तरह थी। लेकिन कमल को नहीं पता था कि प्रीत के दिल में क्या है। धीरे-धीरे प्रीत और कमल अच्छे दोस्त बन गए। कभी पढ़ाई से दूर रहने