ABHAGA... book and story is written by Akassh Yadav Dev in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. ABHAGA... is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
अभागा... - Novels
by Akassh Yadav Dev
in
Hindi Classic Stories
पूरे मुहल्ले से अगर यह पूछा जाए की- "एरिये भर में सबसे ज्यादा शैतान और उपद्रवी लड़का कौन है?"
तो सर्वसम्मति से सभी यही नाम बताएंगे ।
नागे के पिता भोला नाथ महतो शहर में एक ठेकेदार के यहां मुंशी थे,इसीलिए खाने पहनने की कभी दिक्कत नही हुई।
थोड़ी बहुत जमीन भोला नाथ के पिता छोड़ कर मरे थे और कुछ बीघे जमीन बगीचे और कई तलाबें स्वयं भोलानाथ की स्वयं की अर्जित की हुई थी,इसीलिए बड़ी इज्जत थी उनकी पूरे गांव भर में ।
कहते हैं नागे जब अपनी माँ के पेट मे था तब भोला का आना जाना एक नाचने वाली के कोठे पर शुरू हुआ ,कोठे वाली का नाम सुमन बाई था।
पूरे शहर भर में उसके रूप और सौंदर्य की चर्चा थी,यौवन की देवी ने यौवन की वर्षा भी उस पर पूरे मन से की थी।
सुमन बाई के पास लुटाने के लिए सौंदर्य और यौवन था तो भोला महतो के पास भी धन की कोई कमी नही थी ।
नागे...!!! पूरे मुहल्ले से अगर यह पूछा जाए की- "एरिये भर में सबसे ज्यादा शैतान और उपद्रवी लड़का कौन है?" तो सर्वसम्मति से सभी यही नाम बताएंगे । नागे के पिता भोला नाथ महतो शहर में एक ठेकेदार के ...Read Moreमुंशी थे,इसीलिए खाने पहनने की कभी दिक्कत नही हुई। थोड़ी बहुत जमीन भोला नाथ के पिता छोड़ कर मरे थे और कुछ बीघे जमीन बगीचे और कई तलाबें स्वयं भोलानाथ की स्वयं की अर्जित की हुई थी,इसीलिए बड़ी इज्जत थी उनकी पूरे गांव भर में । कहते हैं नागे जब अपनी माँ के पेट मे था तब भोला का आना