Vyadhi by Naresh Bokan Gurjar

व्याधि by Naresh Bokan Gurjar in Hindi Novels
व्याधि भाग 1जिंदगी हर रोज की तरह अपने हिसाब से चल रही थी। सुबह की ताजा ओस पेड़ पौधों के पत्तों को नयी ताजगी का एहसास करा...
व्याधि by Naresh Bokan Gurjar in Hindi Novels
व्याधि भाग 2 रमेश और कोमल कस्बे वाले घर में पहुँच चुके थे। यह जगह वाकई बहुत खुबसुरत, शांत और पहाड़ो से घिरी हुई थी। लंबे...