Bhayanak Yatra book and story is written by नंदी in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Bhayanak Yatra is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
भयानक यात्रा - Novels
by नंदी
in
Hindi Horror Stories
उसका शरीर शिथिल हो चुका था, आंखो में डर और बोलने की ताकत भी नही रही थी।
सतीश ने जूली को देखा तो हक्काबक्का रह गया,बिंदास रहने वाली लड़की अचानक से ऐसी हालत में देख के इसके मन में बहुत से सवाल आ रहे थे।
डिंपल देख यार तुझे तो आना ही पड़ेगा , वैसे भी 2 साल हो चुके है हमे मिले हुए और अभी सबको 3 दिन की छुट्टियां है सब मिल रहे है हम कुछ प्लान कर रहे है,बर्मन ने कहा।
डिंपल ने बोला देख यार मेरा बॉस ना छुट्टियां वाले दिन भी काम करवाता है लेकिन कोशिश करूंगी की में सबके साथ आ पाऊं।
हां लेकिन कैसे भी तुझे तो आना ही है -बर्मन ने कहा।
सतीश, जूली,बर्मन,डिंपल,विवान और हितेश कॉलेज के ऐसे दोस्त जिससे हर कोई परिचित था। क्यू ना हो टॉपर्स भी वो और बैकबेंचर्स भी,कॉलेज का नाम रोशन करने वाले भी वो और कॉलेज में मस्तियां करने वाले भी वो।
4 साल पहले सबकी कॉलेज पूरी होने के बाद सबको कही न कही अच्छी जॉब लग चुकी थी।
उसका शरीर शिथिल हो चुका था, आंखो में डर और बोलने की ताकत भी नही रही थी। सतीश ने जूली को देखा तो हक्काबक्का रह गया,बिंदास रहने वाली लड़की अचानक से ऐसी हालत में देख के इसके मन में ...Read Moreसे सवाल आ रहे थे। डिंपल देख यार तुझे तो आना ही पड़ेगा , वैसे भी 2 साल हो चुके है हमे मिले हुए और अभी सबको 3 दिन की छुट्टियां है सब मिल रहे है हम कुछ प्लान कर रहे है,बर्मन ने कहा। डिंपल ने बोला देख यार मेरा बॉस ना छुट्टियां वाले दिन भी काम करवाता है लेकिन
हमने देखा की बर्मन अचानक से चाय की टपरी से वाशरूम जाने के बाद वापिस नही आया तो सब बर्मन को ढूंढ ने लग गए,फिर भी बर्मन का कोई अता पता नही था,बर्मन कहीं चला गया था या बर्मन ...Read Moreकर रहा था!!?? अब आगे,,,,, डिंपल और जूली बहुत ही ज्यादा परेशान थे,सब फिर से वही चाय की टपरी के पास जाके देखा लेकिन बर्मन वहां नही था। चाय की टपरी का मालिक प्रेमसिंह सबको परेशानी में देख के पूछा ,क्या हुआ साहेब??? अरे,,अरे हमारा दोस्त बर्मन,,अभी यहां था वाशरूम करने गया था आभितक वापिस नही लौटा।प्रेमसिंह ने कहा साहेब
हमने देखा की प्रेमसिंह अपने बच्चो की गायब हो जाने की कहानी बता रहा था,,, रमनसिंह चार्ज लेते हुए ही प्रेमसिंह के बच्चो को ढूंढने को तैयार थे,,,,, रमनसिंह ने रिपोर्ट पढ़के समझ लिया था की मामला क्या है,उसने ...Read Moreको किल्ले की तरफ जाने के लिए तैयार रहने कहा,,, अब आगे,,,, ******************************* गोखले,तुम्हे रात से खबर मिली है बच्चों की गायब होने की हमे रात को ही आगाह कर देते तुम तो अच्छा रहता–रमनसिंह ने कहा। सर रात को भी आपको बता भी देता तो हम वहा जा नही सकते थे,हमे ऊपर से ऑर्डर है की वो किल्ले के
हमने देखा की चरणसिंह और विद्यासिंह किल्ले के अंदर कोई मानव आकृति का पीछा करते हुए जा रहे थे तब वो आकृति कही अंधेरे में गायब हो गई उसके बाद चरणसिंह और विद्यासिंह को एक थैला मिला जिसमें खून ...Read Moreहुए था, दूसरी ओर गोखले ने आके रमनसिंह को कुछ कहा जिससे रमनसिंह प्रेमसिंह को देखे अफसोस व्यक्त कर रहा था ।ऐसा तो क्या कहा था गोखले ने रमनसिंह से प्रेमसिंह के बारे में जिससे रमनसिंह थोड़ा प्रेमसिंह को लेके गंभीर हो गया था। अब आगे....... ******************************* रमनसिंह ने एक नजर प्रेमसिंह की तरफ देखा और गोखले को बोला– प्रेमसिंह
पिछले भाग में हमने देखा की प्रेमसिंह की पत्नी को पैरालिसिस हो जाता है और ये खबर गोखले रमनसिंह को बताता है, प्रेमसिंह को अस्पताल ले जाया जाता है, वहां वो अपनी पत्नी की हालत देख के टूट जाता ...Read Moreवो बच्चो के मृत्यु के बारे में अपनी पत्नी को बताता है और कुछ उसको हौसला देने की कोशिश भी करता है । अब आगे.... ******************************* रमनसिंह किल्ले के पीछे भाग की तरफ तहकिकात कर रहा होता है ,ठंड सा मौसम है और वहां ठंडे से पवन के साथ साथ कुछ विचार रमनसिंह के दिमाग को खाए जा रहे है।