Pichhal Pari by भूपेंद्र सिंह

पिछल परी by भूपेंद्र सिंह in Hindi Novels
रात का वक्त है। आसमान में कुछ कुछ तारे टिमटिमाते हुए नज़र आ रहे हैं जो काले आसमान में जल रहे दिए जैसे लग रहे हैं। रात हो...
पिछल परी by भूपेंद्र सिंह in Hindi Novels
नानी की नज़र अचानक से ही दरवाजे पर पड़ गई जिस जगह खड़ा होकर रॉकी सारी बातें चुपचाप सुन रहा था। नानी को अपनी और देखकर रॉक...