Revati by Suresh Chaudhary

रेवती by Suresh Chaudhary in Hindi Novels
आज फिर से रोज सुबह की तरह रेवती नहा धो कर चाय के इंतजार में अपने बिस्तर पर बैठी हुई बार बार कमरे के बाहर देखती रही। रेवत...
रेवती by Suresh Chaudhary in Hindi Novels
ओल्ड एज होम मे आ कर बहु की प्रताड़ना तो खत्म हो गई, लेकिन पति को याद कर कर के आंखो में आंसुओ ने डेरा डाल लिया। रह रह कर...