बेजुबान इश्क़ by Kartik Arya in Hindi Novels
एक लड़का जो खिड़की से बाहर की ओर झाँके जा रहा है। उसके चेहरो पर मुस्कुराहट सज रहा है। सजे भी क्यों न आज जो उसका 10th के...
बेजुबान इश्क़ by Kartik Arya in Hindi Novels
सुबह हो चुकी थी। धूप निकल आया था। लोग अपने अपने काम पर जा चुके थे। परंतु सूरज अब तक सो रहा था शायद उसे पता ही न हो कि सु...