Dil na Janeya by दुःखी आत्मा जलीभूनी

दिल ना जानेया by दुःखी आत्मा जलीभूनी in Hindi Novels
दिल ना जानेया (प्रोमो) दिल्ली की सड़कों पर नील अवस्थी गुस्से में गाड़ी चलाए जा रहा था। उसके कानों में चारु की कही बातें...
दिल ना जानेया by दुःखी आत्मा जलीभूनी in Hindi Novels
अवस्थी हाउस, दिल्ली सुबह के 8:00 बज रहे थे। घर के मुखिया नवीन अवस्थी इस वक्त पूजा करने में लगे हुए थे। पूजा के मंत्र पढ़...