Shri Chaitanya Mahaprabhu book and story is written by Charu Mittal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Shri Chaitanya Mahaprabhu is also popular in Spiritual Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. श्री चैतन्य महाप्रभु - Novels by Charu Mittal in Hindi Spiritual Stories 33 40.5k Downloads 71.2k Views 6 Likes Writen by Charu Mittal Read Full Story Download on Mobile Novels Description लगभग 527 वर्ष पूर्व की बात है। उस समय भारतवर्ष पर मुसलमानों का राज्य था। हिन्दुओं पर अनेक प्रकार के अत्याचार हो रहे थे और वे निर्भीक रूप से अपने धर्म का पालन नहीं कर पाते थे। किन्तु उससे भी अधिक दयनीय अवस्था वैष्णव-धर्म की थी, क्योंकि मुसलमानों के साथ-साथ पाखण्डी हिन्दु लोग भी वैष्णवों के घोर विरोधी हो गये थे। मुसलमानों का सङ्ग करते-करते उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी थी तथा उनका आचरण मुसलमानों के जैसा ही हो गया था। वैसे तो उस समय वैष्णव ही गिने-चुने रह गये थे तथा जो थे भी, वे पाखण्डी लोगों द्वारा उपहास तथा अपमान किये जाने के कारण छिपकर ही भजन करते थे। यदि लोगों को पता चल जाता कि यह व्यक्ति वैष्णव है, तो सभी लोग उससे घृणा करते थे तथा समाज से उसका बहिष्कार कर देते थे। उस समय पूर्व भारत में भगवती भागीरथी के सुन्दर तट पर बसा हुआ नवद्वीप-धाम विद्या का प्रधान केन्द्र था। नवद्वीप में विद्या अध्ययन कर लोग स्वयं को धन्य मानते थे। वहाँपर बड़े-बड़े वैदान्तिक तथा नैयायिक पण्डित रहा करते थे, जो गीता-भागवत-पुराण-वेद आदि शास्त्रों के ज्ञाता थे। वे नित्यप्रति भागवत एवं गीता इत्यादि का पाठ करते थे। श्रीमद्भागवत वेदरूप कल्पवृक्ष का रसमय परिपक्व ( पका हुआ) फल है तथा रसिक भक्त उसका आस्वादनकर सदा सर्वदा प्रेम में मत्त रहते हैं, परन्तु आश्चर्य की बात तो यह थी कि नवद्वीप के पण्डित लोग इसकी व्याख्या करते समय कहते कि मुक्ति ही गीता और श्रीमद्भागवत का चरम फल है। यद्यपि सभी शास्त्रों का उद्देश्य भगवद्-भक्ति है, परन्तु वे लोग अपनी व्याख्याओं में कहते कि शास्त्र हमें कर्म, ज्ञान एवं योग की शिक्षा ही प्रदान करते हैं। इस प्रकार भक्ति का विचार प्रायः लुप्त हो चुका था। भक्ति के नाम पर लोग नाक-भौंह सिकोड़ते थे। More Interesting Options Short Stories Spiritual Stories Fiction Stories Motivational Stories Classic Stories Children Stories Comedy stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Moral Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Thriller Science-Fiction Business Sports Animals Astrology Science Anything Crime Stories Load More Best Novels of 2024 Best Novels of 2024 Best Novels of January 2024 Best Novels of February 2024 Best Novels of March 2024 Best Novels of April 2024 Best Novels of May 2024 Best Novels of June 2024 Best Novels of July 2024 Best Novels of August 2024 Best Novels of September 2024 Best Novels of October 2024 Best Novels of November 2024 Best Novels of December 2024 Best Novels of 2023 Best Novels of 2023 Best Novels of January 2023 Best Novels of February 2023 Best Novels of March 2023 Best Novels of April 2023 Best Novels of May 2023 Best Novels of June 2023 Best Novels of July 2023 Best Novels of August 2023 Best Novels of September 2023 Best Novels of October 2023 Best Novels of November 2023 Best Novels of December 2023 //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?> Full Novel Episodes Novels श्री चैतन्य महाप्रभु - 1 New लगभग 527 वर्ष पूर्व की बात है। उस समय भारतवर्ष परमुसलमानों का राज्य था। हिन्दुओं पर अनेक प्रकार के अत्याचार हो रहे थे और... Read Free Novels श्री चैतन्य महाप्रभु - 2 New जन्म-लीलानवद्वीप नगर में समस्त गुणों से विभूषित परम भक्तिमान एक ब्राह्मण निवास करते थे। उनका नाम श्री जगन्नाथ मिश्र था।... Read Free Novels श्री चैतन्य महाप्रभु - 3 New दो चोरों पर कृपाअब तो निमाइ ने चलना भी सीख लिया था। इसलिए सारा दिन दूसरे बच्चों के साथ यहाँ-वहाँ घूमते हुए शरारतें करने... Read Free Novels श्री चैतन्य महाप्रभु - 4 New तैर्थिक ब्राह्मण पर कृपाएक दिन एक ब्राह्मण तीर्थों में भ्रमण करता हुआ नवद्वीप नगर में उपस्थित हुआ। वह गोपाल मन्त्र के द्... Read Free Novels श्री चैतन्य महाप्रभु - 5 New भक्ति विमुख एवं वैष्णव-विद्वेषी ब्राह्मणों को दण्डअब निमाइ कुछ बड़े हो चुके थे, अतः मिश्र ने उन्हें विद्या अध्ययन के लिए... Read Free Read all episodes on App //= $best_novels_links; ?> //= $best_novels_prev_links; ?> //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?>