Ansuni Yatraon ki Nayikaye book and story is written by Pradeep Shrivastava in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ansuni Yatraon ki Nayikaye is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अनसुनी यात्राओं की नायिकाएं - Novels by Pradeep Shrivastava in Hindi Fiction Stories 37 13.3k Downloads 27.4k Views 2 Likes Writen by Pradeep Shrivastava Read Full Story Download on Mobile Novels Description ढेरों रंग-गुलाल से भरी होली एकदम सामने अठखेलियां करने लगी थी. फाल्गुन में फगुनहट जोर-शोर से बह रही थी. पेशे से तेज़-तर्रार वकील, मेरे एक पारिवारिक मित्र 'दरभंगा' से वापस 'लखनऊ' आ रहे थे. इस यात्रा के दौरान ट्रेन में उनके साथ बड़ी ही अजीब घटना हुई. ऐसी कि परिवार नष्ट होते-होते बचा. परिवार के सकुशल बच जाने का पूरा श्रेय वो ईश्वर और अपनी ब्रॉड माइंडेड पत्नी को देते हैं. यह अक्षरश: सत्य भी है. क्यों कि, यदि उनकी पत्नी बहुत सुलझे, खुले विचारों वाली नहीं होती, तो परिवार का बिखरना सुनिश्चित था. घटना से वह इतना आहत थे कि, पूरी होली किसी से मिलने नहीं गए. पचीस वर्ष में पहली बार मेरे यहाँ भी नहीं आए. होली बीतने पर जब मैंने फ़ोन किया तो बड़े अनमने ढंग से बोले,'आता हूँ किसी दिन.' दो दिन बाद रविवार को आए तो उसी समय उन्होंने उस अजीब घटना के बारे में मुझे बताया. जिसे सुनकर मैं अचंभित रह गया. घटना पर विश्वास करना मेरे लिए बड़ा कठिन हो रहा था. मैंने कभी स्वप्न में भी नहीं सोचा था, न ही कभी किसी से सुना या पढ़ा था कि, ट्रेन में ऐसा भी हो सकता है. मेरे वह मित्र झूठ का सच, सच का झूठ करने वाले पेशे के ऊंचे खिलाड़ी हैं. लेकिन व्यक्तिगत जीवन में समान्यतः वह सच ही बोलते हैं. अपनी बात को सीधे-सीधे मुखरता से कह देते हैं. किसी को बुरा लगेगा या भला, इसकी परवाह रंच-मात्र नहीं करते. मैंने उनकी बात पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा,' समझ नहीं पा रहा हूं कि, इस घटना को आपके लिए अच्छा कहूं या बुरा, खुशी व्यक्त करूं या दुःख.' More Interesting Options Short Stories Spiritual Stories Fiction Stories Motivational Stories Classic Stories Children Stories Comedy stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Moral Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Thriller Science-Fiction Business Sports Animals Astrology Science Anything Crime Stories Load More Best Novels of 2024 Best Novels of 2024 Best Novels of January 2024 Best Novels of February 2024 Best Novels of March 2024 Best Novels of April 2024 Best Novels of May 2024 Best Novels of June 2024 Best Novels of July 2024 Best Novels of August 2024 Best Novels of September 2024 Best Novels of October 2024 Best Novels of November 2024 Best Novels of 2023 Best Novels of 2023 Best Novels of January 2023 Best Novels of February 2023 Best Novels of March 2023 Best Novels of April 2023 Best Novels of May 2023 Best Novels of June 2023 Best Novels of July 2023 Best Novels of August 2023 Best Novels of September 2023 Best Novels of October 2023 Best Novels of November 2023 Best Novels of December 2023 //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?> Full Novel Episodes Novels अनसुनी यात्राओं की नायिकाएं - भाग 1 New (उपन्यास) प्रदीप श्रीवास्तव **** समर्पित पूज्य पिता ब्रह्मलीन प्रेम मोहन श्रीवास्तव जी एवं प्रिय अनुज ब्रह्मलीन प्रमोद क... Read Free Novels अनसुनी यात्राओं की नायिकाएं - भाग 2 New प्रदीप श्रीवास्तव भाग 2 ट्रेन चल दी थी, चाय वाला उस गति से आगे नहीं आ पाया. उसके हाथ में चाय की केतली, बांस की डोलची थी,... Read Free Novels अनसुनी यात्राओं की नायिकाएं - भाग 3 New प्रदीप श्रीवास्तव भाग 3 मैं बड़ी कोशिश करके भी, अपनी दृष्टि उसके स्तनों पर से हटा नहीं पा रहा था. दूध की धार निकाल कर, उ... Read Free Novels अनसुनी यात्राओं की नायिकाएं - भाग 4 New प्रदीप श्रीवास्तव भाग 4 इतना कह कर वकील साहब फिर ठहर गए. फिर मेरी आँखों में गौर से देखते हुए बोले,'' लेखक महोदय... Read Free Novels अनसुनी यात्राओं की नायिकाएं - भाग 5 New प्रदीप श्रीवास्तव भाग 5 मैं भी हंसा तो वह आगे बोली, 'जो भी हो, अपने मजे के लिए उन बेचारों को परेशान करना अच्छा नहीं... Read Free Read all episodes on App //= $best_novels_links; ?> //= $best_novels_prev_links; ?> //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?>