Shatruddh by नवीन प्रीतम नारेड़ा

शत्रुघ्न by नवीन प्रीतम नारेड़ा in Hindi Novels
एक दिन देवश्रवा यमुना के पार समीप के जंगलों में आखेट(शिकार) के लिए जाता है। आखेट में मग्न देवश्रवा को सहसा ही अनुमान होत...