जिन्दगी और बता तेरा इरादा क्या है! by Dr. Kuldeep Singh Chauhan in Hindi Novels
रात के दो बजे थे, ट्रेन किसी अज्ञात स्टेषन पर रूकी थी!अज्ञात शब्द का इस्तेमाल इसलिए किया था क्यांेकि यहां अन्धेरा व्याप्...