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निर्वाण. by Saroj Verma in Hindi Novels
निर्वाण इसका अर्थ होता है मोक्ष,इस संसार में सभी मोक्ष पाना चाहते हैं किन्तु उसका जरिया कौन और क्या होगा? ये कह पाना मुश...
निर्वाण. by Saroj Verma in Hindi Novels
माँ! बाबूजी से बात करो ना! वो हम सबको गाँव ले चलेगें,प्रबल बोला।। कह दिया ना कि हम गाँव नहीं जाऐगे,सम्पदा बोली।। लेकिन म...
निर्वाण. by Saroj Verma in Hindi Novels
माखनलाल जी ने अपना खाना फौरन ही खतम किया और उसी कमरें के कोनें में बिछे अपने बिस्तर पर रजाई ओढ़कर चुपचाप लेट गए,सम्पदा ने...
निर्वाण. by Saroj Verma in Hindi Novels
देखते ही देखते समय पंख लगाकर उड़ गया,भामा ने बाहरवीं भी पास कर ली थी और वो काँलेज भी पहुँच गई थी,साथ साथ उसने उत्तर प्रदे...
निर्वाण. by Saroj Verma in Hindi Novels
भामा ने जल्दी से वर्दी बदली और सादे से सलवार कमीज़ में गाँव की छोटी सी हाट से सामान लेने चल पड़ी,उसका मन बहुत ही खिन्न था,...