Episodes

आओ चलें परिवर्तन की ओर.... by Anil Sainger in Hindi Novels
आज से करीब बीस-इक्कीस साल पहले कॉलेजिस में लड़कियां बहुत कम हुआ करती थीं और इसी कारण वह हमेशा आकर्षण का केंद्र रहती थीं |...
आओ चलें परिवर्तन की ओर.... by Anil Sainger in Hindi Novels
लगभग तीन महीने बाद जब मेरी परीक्षा का परिणाम आया तो पिता जी ने बोला कि बेटा दिल्ली चले जाओ और आगे की पढ़ाई करो | मैंने उन...
आओ चलें परिवर्तन की ओर.... by Anil Sainger in Hindi Novels
“अम्मा, देखो इसने दूध गिरा दिया है |” “घर में घुसते ही इन लोगों के क्लेश सुन-सुनकर तो मैं दुःखी हो गयी हूँ | सोफ़िया तु...
आओ चलें परिवर्तन की ओर.... by Anil Sainger in Hindi Novels
कॉलेज के प्रधानाचार्य सभा को सम्बोधित करते हुए कहते हैं “मेरे सहयोगियों एवं मेरे प्रिय छात्रों, आज हम एक बार फिर धर्म और...
आओ चलें परिवर्तन की ओर.... by Anil Sainger in Hindi Novels
“दोस्तो, मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि आज हम यहाँ पिकनिक मनाने के लिए आए हैं | यह सब हमारे मैनेजर साहब की वजह से ही हो पाय...