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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultur...Read More


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  • True Love

    Hello everyone this is a short story so, please give me ratings about this becau...

  • પિતા

       ‍"માઁ " વિશે તો કાયમ સાંભળતા જ હોઈએ છીએ આજે આપણે વાત કરીએ એક પિતા ની કે જેનું...

  • भूखे मरने की नौबत

    पूरे देश योजना प्राणी संगतों ने बांग्लादेश में धार्मिकथाको करने, प्रति करने, हिं...

रक्षण By Deepak sharma

मेरी नींद नए आए यात्रियों ने तोड़ी।  “देखो तो यह सवारी कैसे मुंह ढांप कर सो रही है।” “जब कि अभी शाम के आठ ही तो बजे हैं।” दोनों पुरुष स्वर थे। निष्ठुर...

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You Are My Choice - 40 By Butterfly

आकाश श्रेया के बेड के पास एक डेस्क पे बैठा। "यू शुड रेस्ट। हम बाद में.." उसे बीच में रोकते हुए श्रेया ने कहा, "नहीं। मुझे आज ही और अभी ही बात करनी है।" श्रेया की आवाज ऊंची और गंभीर...

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True Love By Misha Nayra

Hello everyone this is a short story so, please give me ratings about this because I am not good in writing short stories. A girl name Ashika and Aman is in relationship but Ashika...

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माहेरची साडी By Vrishali Gotkhindikar

माहेर ची साडी ..**************बँकेत काम करताना जसे काम जबाबदारीचे असते तसेच रुटीन मध्ये काही गमती जमती पण घडत असतात .कामे तर चालूच असतात पण आपण पण त्या गमतींचा आनंद घ्यायचा असतो अस...

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चैत्रगौर हळदी कुंकू By Vrishali Gotkhindikar

#चैत्र#गौरीची_तीज #चैत्रगौरीचे_हळदी_कुंकूचैत्र गौरींचे हळदी कुंकू हा चैत्र महिन्यात मराठी स्त्रिया साजरा करीत असलेला एक पारंपरिक सोहळा आहे. स्त्रिया आपापल्या घरी हा समारंभ साजरा कर...

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પિતા By darshana desai kakadiya

   ‍"માઁ " વિશે તો કાયમ સાંભળતા જ હોઈએ છીએ આજે આપણે વાત કરીએ એક પિતા ની કે જેનું જીવન કેટલું મુશ્કેલી ભર્યું હોય છે. એમ કેહવાય છે કે જે માત્ર ને માત્ર પોતાના સંતાન માટેજ જીવે છે.  ...

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हरतालिका By Vrishali Gotkhindikar

हरतालिका व्रत करून पार्वतीने शिव शंकराला प्रसन्न करून घेतले होते .माझ्या माहेरी हरतालिकेचा उपास कडक नव्हता .आई खिचडी, दुध फळे असे काही खाऊन उपास करीत असे .मी अगदी हट्टाने अगदी निर्...

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Grandpa By Kishore Sharma Saraswat

 Grandpa Grandpa was very generous and kind-hearted. But the dignity of his glowing face told a different story. He was having a very strong and healthy body, big mustaches on the...

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આદતો By Harshad Kanaiyalal Ashodiya

लोभात्क्रोधः प्रभवति लोभात्कामः प्रजायते ।लोभान्मोहश्च नाशश्च लोभः पापस्य कारणम् ।।(हितोपदेश, मित्रलाभ, २७)એટલે કે લોભમાંથી ક્રોધની ભાવના ઉત્પન્ન થાય છે, લોભમાંથી કામના કે ઈચ્છા ઉત...

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जंगल, पेड़ और बाज By DINESH KUMAR KEER

  मृत्यु से बड़ा भयजंगल में एक पेड़ पर दो बाज प्रेमपूर्वक रहते थे। दोनों शिकार की तलाश में निकलते और जो भी हाथ लगता शाम को उसे मिल बांटकर खाते। लंबे काल-खंड से यही क्रम चल रहा था। ए...

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भूखे मरने की नौबत By LOTUS

पूरे देश योजना प्राणी संगतों ने बांग्लादेश में धार्मिकथाको करने, प्रति करने, हिंदू बहू-बेटियों की संपतीतों पर कल्यण करने मंदिरों की करके पैरों से कुचलने जैसी बढ़ती वारदातों से आज ल...

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बांग्लादेश के खिलाफ गुस्सा By LOTUS

बा वर्ष में भारी नाराजगी देखी जा रही है। भारत का हर राष्ट्रभक्तमें इस हो निव को इदुर सोम पर टक ही चार नक र नाएस्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ पूरे भारत खफा है। लगभग...

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I BET YOU NEVER THOUGHT THIS By Shreeya Desai

Gen Z has made childhood trauma, absent parents issues a trend, apparently flexing that they have those issues, I hate the one to break it to you but if one really has issues they...

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डाकखाने में By Deepak sharma

 उन्नीस सौ बानवे के जिन दिनों कस्बापुर के एक पुराने डाकखाने में जब मैं सब पोस्ट मास्टर के पद पर नियुक्त हुआ था,तो मैं नहीं जानता था अस्सी वर्षीय मणिराम मेेरे डाकखाने पर रोज़ क...

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उसकी यादों की तस्वीर By R B Chavda

सर्द सुबह का मौसम था। कमरे में हल्की सी ठंडक थी, लेकिन दिल में एक गर्मी थी, जो उसे याद करने से पैदा हो रही थी। सूरज की हल्की किरणें खिड़की से छनकर कमरे में आ रही थीं, पर मेरे दिल क...

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उत्तराधिकारी By DINESH KUMAR KEER

 राजा का उत्तराधिकारी एक बार की बात है। एक राज्य में नंदाराम नाम का एक राजा हुआ करता था। वह बहुत ईमानदार और साहसी था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था। उसके राज्य में सभी लोग उससे ख...

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मज़बूत बनकर लौटा समन्दर By LOTUS

भा आह के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेकरसतीष करता पार्टी के कुशल रणनीतिकार देवेंद्र फडणवीस ने यह प्रमाणित कर दिया कि महाराष्ट्र के असली चाणक्य यही हैं। बाकी भी अपने को चा...

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सार्वजनिक शौचालय By LOTUS

नमस्कार ! मैं एक टॉयलेट बोल रहा हूँ। जी हाँ, वही टॉयलेट जिसे संडास, पाखाना और शिष्ट भाषा में शौचालय के नाम से जाना जाता है, मैं वही चार दीवारों वाला शौचालय बोल रहा हूँ। वैसे मेरी ज...

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वडील By Vrishali Gotkhindikar

पुण्यस्मरण  वडिलांचे आजच्या तिथीला वडिलांचे निधन झाले .आम्ही त्यांना काका म्हणायचो ...वडील निस्सीम गणपती भक्त होते .या तिथीलाच त्यांचा मृत्यू होणे हा एक योगायोगच ..त्यांचे नाव लक्ष...

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पाठशाला By Kishore Sharma Saraswat

पाठशालाअंग्रेजों का जमाना था। अशिक्षा, गरीबी और मूढ़ता का बोलबाला था। गाँव में जब कभी बाहर से कोई चिट्ठी या पत्र आ जाता तो उसे बाँचने वाला कोई न था। ऐसे में फिर पुरोहित व पाधा के घर...

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प्यार और विश्वास By DINESH KUMAR KEER

 गजराज और मूषकराज की दोस्तीएक बार की बात है, किसी नदी के किनारे एक शहर बसा हुआ था। एक बार वहां बहुत बारिश हुई, जिससे नदी ने अपना रास्ता बदल लिया। इससे शहर में पानी की कमी होने लगी,...

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प्रबोध By Deepak sharma

  सन उन्नीस सौ पचास का वह दशक साल दर साल नया पन लाता रहा था। हमारी कस्बापुर रोड पर यदि किसी साल बर्फ़ का नया कारखाना खुला तो दूसरे साल कपास से धागा बनाने का। और यदि तीसरे...

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Cinderella By R B Chavda

मुझे पता है कि आप सबको सिंड्रेला की कहानी पहले से ही मालूम होगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिंड्रेला की कहानी में एक गहरा संदेश भी छिपा हुआ है? आज मैं आपके साथ एक नई सिंड्रेला की...

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तीची ओळखं By LOTUS

"प्रत्येकाची काही न काही आवड ही असतेच. कुणाला आपली आवड जोपासण्याची संधी मिळते तर कुणी आपल्या जबाबदऱ्यांमध्ये इतके अडकून जातात की कोणे एकेकाळी आपली काही आवड ही होती हेच त विसरून जात...

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पेहेली तारीख By Vrishali Gotkhindikar

पेहेली तारीख खुष है जमाना आज पेहेली तारीख है ...दिन है .सुहाना आज पेहेली तारीख है 'रेडीओ सिलोन वर दर एक तारखेला सकाळी साडेसात ला लागणारे हे गाणेअचानक कुठून तरी हे सूर कानावर आल...

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The Hidden Room By LOTUS

It's such a beautiful dream, to own our home. Not the house we are living in rent but our very own dwelling, which we could decorate, furnish and plan the way we want.But, the...

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डिप्रेशन - भाग 2 By Neeta Batham

"में जंगलों की तरफ़ चल पड़ा हु छोड़ के घर।                   ये क्या की घर की उदासी भी साथ हो गई "वो नन्हा सा बचपन जो खुद अपने मम्मी - पापा के झगड़ों में खोजता है वो एक अकेले कमरे...

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Dilemma By S Sinha

  Dilemma  Pushpa was getting her daughter Tara ready for her first day in the primary school of the locality . Pushpa belonged to a lower middle class society . Her father was a c...

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ईमानदारी By DINESH KUMAR KEER

ईमानदारी ही सर्वश्रेष्ठ नीति    एक व्यक्ति काम की खोज में इधर-उधर धक्के खाने के बाद निराश होकर जब घर वापस लौटने लगा तो पीछे से आवाज आयी, ऐ भाई! यहाँ कोई मजदूर मिलेगा क्या?उसने पीछे...

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વિરાજ ક્યાં ગયો? By Jaypandya Pandyajay

   વિરાજ મધ્યમવર્ગીય પરિવારનો બાળક હતો. અને તેના પિતા પણ ન હતા. તે એક ગેરેજમાં કામ કરતો હતો. તે રોજ સવારે ગેરેજમાં કામ પર જતો અને સાંજ પડ્યે પાછો ફરતો હતો. વિરાજના પરિવારમાં તેની મ...

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पारिजात - स्वर्ग से आय पेड़े पौधें By DINESH KUMAR KEER

बाल कहानी - अनमोल पेड़ पौधेराहुल अपने माता - पिता के साथ शहर में रहता था । गर्मी की छुट्टी बिताने अपने गाँव में दादा - दादी के पास आया था । बस स्टॉप से दादाजी का घर काफी दूरी पर था...

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સોલમેટસ - 1 By Priyanka

‘અદિતિ ફોકસ કર ફોકસ. તારૂ ડ્રીમ, હજુ એના માટે તારે ભણવાનું છે. એક છોકરાના ચક્કરમાં તારું ભણવાનું ના બગાડ’ આવું અદિતિ પોતાની જાતને કહી રહી હતી. અદિતિ એકદમ નીડર અને ભણવામાં અવ્વલ આવત...

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વિશ્વની સૌથી મોટી સંપત્તિ છે : સમય By I AM ER U.D.SUTHAR

કહેવાય છે કે જો તમારે કોઈને કામ સોંપવું હોય તો જે વ્યકિત ૧૭ કામ કરતી હોય તેને કામ સોંપજો, જેની પાસે બિલકુલ કામ ન હોય તેવી નવરી વ્યકિતને કામ ના સોંપતા નવાઈ લાગે તેવી અને કટાક્ષ ભરેલ...

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झुमका गिरा रे By S Sinha

                                     झुमका गिरा रे    सुनील की नयी नयी शादी हुई थी  . अभी तीन दिन पहले ही वह अपनी बीवी नेहा को ससुराल से विदा कर के लाया था  . नेहा की मुंह दिखाई की...

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28'th cup of tea By Anand

Do you believe man come to explore Ahmedabad and I offered him 8 rs ki chay. He fall in love with gujrati tea and say Gujju vala bada bhai hey tu apna.Friend of friends how familia...

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दीवारों के पार: सूरजपुर की नई सुबह By pinki

सूरजपुर गाँव, जहाँ जाति व्यवस्था ने लोगों की सोच और रिश्तों पर गहरी छाप छोड़ी थी। गाँव के अधिकांश लोग एससी समुदाय के थे, लेकिन समुदाय के भीतर भी कई जातियों का वर्गीकरण था। इस वर्गी...

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मैं तुलसी तेरे आँगन की By उषा जरवाल

कुछ दिन पहले मुझे 10 – 15 दिनों के लिए मुझे अपने घर से कहीं बाहर जाना पड़ा | वापस आकर देखा तो गमले में लगी तुलसी पूरी तरह सूख गई थी | सोसाइटी के बगीचे में छोटे – छोटे तुलसी के पौधे...

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The Guards on a Thief By Kishore Sharma Saraswat

The Guards on a Thief   Pandey Ji had a small family, consisting of himself, his wife, and their two sons. Every day in the morning, everyone had to go out of the house. The elder...

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Fate of Spreading Rumour By Ashoke Ghosh

Fate of Spreading Rumour   A long time ago, India was divided into many small kingdoms. One such kingdom was called Ajavanagara and a king named Laghukarna ruled there. Among the c...

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दो पत्थरों की कहानी By DINESH KUMAR KEER

दो पत्थरों की कहानीनदी पहाड़ों की कठिन व लम्बी यात्रा के बाद तराई में पहुंची। उसके दोनों ही किनारों पर गोलाकार, अण्डाकार व बिना किसी निश्चित आकार के असंख्य पत्थरों का ढेर सा लगा हुआ...

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फैल गईं अफवाहें By Ashoke Ghosh

  फैल गईं अफवाहें   बहुत दिन पहले यह बंगाल कई छोटे-छोटे राज्यों में बंटा हुआ था। ऐसे ही एक राज्य को अजवनगर कहा जाता था और लघुकर्ण नाम का एक राजा वहां शासन करता था। राजा के पार्षदों...

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गरीब किसान By DINESH KUMAR KEER

1. बाल कहानी - सोच में बदलावरामू गरीब किसान था। उसके तीन बच्चे थे। दो लड़के एक लड़की। रामू के माता-पिता भी उसके साथ रहते थे। रामू को अपना परिवार चलाने में बड़ी तंगी का सामना करना प...

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The Silence Night By Aarti Garval

The red lehenga shimmered like a dream in the moonlight, as Madhurani, an apsara from heaven, descended onto the Earth. Her full lips, naturally crimson, didn’t require a touch of...

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चेहरे का तिल By LOTUS

रात का सन्नाटा था और निश्चय हाईवे पर अकेला गाड़ी चला रहा था। बारिश की हल्की बूंदें शीशे पर टकरा रही थीं, और आस-पास सिर्फ घने जंगल और अंधकार था। अचानक, हेडलाइट की रोशनी में उसे सड़क...

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मोहब्बत - पार्ट 1 By mohammad sadique

कैसी हो सनाया अब आपकी तबियत कैसी है " "  सनाया से गज़ाला पुछती है। जी पहले से बेहतर है अब फुफ्फू जान। सनाया अपने बिस्तर से पैरों को समेटते हुऐ बैठ जाती है। बैठो ना फुफ्फू आप खडी क्...

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रक्षण By Deepak sharma

मेरी नींद नए आए यात्रियों ने तोड़ी।  “देखो तो यह सवारी कैसे मुंह ढांप कर सो रही है।” “जब कि अभी शाम के आठ ही तो बजे हैं।” दोनों पुरुष स्वर थे। निष्ठुर...

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You Are My Choice - 40 By Butterfly

आकाश श्रेया के बेड के पास एक डेस्क पे बैठा। "यू शुड रेस्ट। हम बाद में.." उसे बीच में रोकते हुए श्रेया ने कहा, "नहीं। मुझे आज ही और अभी ही बात करनी है।" श्रेया की आवाज ऊंची और गंभीर...

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True Love By Misha Nayra

Hello everyone this is a short story so, please give me ratings about this because I am not good in writing short stories. A girl name Ashika and Aman is in relationship but Ashika...

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माहेरची साडी By Vrishali Gotkhindikar

माहेर ची साडी ..**************बँकेत काम करताना जसे काम जबाबदारीचे असते तसेच रुटीन मध्ये काही गमती जमती पण घडत असतात .कामे तर चालूच असतात पण आपण पण त्या गमतींचा आनंद घ्यायचा असतो अस...

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चैत्रगौर हळदी कुंकू By Vrishali Gotkhindikar

#चैत्र#गौरीची_तीज #चैत्रगौरीचे_हळदी_कुंकूचैत्र गौरींचे हळदी कुंकू हा चैत्र महिन्यात मराठी स्त्रिया साजरा करीत असलेला एक पारंपरिक सोहळा आहे. स्त्रिया आपापल्या घरी हा समारंभ साजरा कर...

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પિતા By darshana desai kakadiya

   ‍"માઁ " વિશે તો કાયમ સાંભળતા જ હોઈએ છીએ આજે આપણે વાત કરીએ એક પિતા ની કે જેનું જીવન કેટલું મુશ્કેલી ભર્યું હોય છે. એમ કેહવાય છે કે જે માત્ર ને માત્ર પોતાના સંતાન માટેજ જીવે છે.  ...

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हरतालिका By Vrishali Gotkhindikar

हरतालिका व्रत करून पार्वतीने शिव शंकराला प्रसन्न करून घेतले होते .माझ्या माहेरी हरतालिकेचा उपास कडक नव्हता .आई खिचडी, दुध फळे असे काही खाऊन उपास करीत असे .मी अगदी हट्टाने अगदी निर्...

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Grandpa By Kishore Sharma Saraswat

 Grandpa Grandpa was very generous and kind-hearted. But the dignity of his glowing face told a different story. He was having a very strong and healthy body, big mustaches on the...

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આદતો By Harshad Kanaiyalal Ashodiya

लोभात्क्रोधः प्रभवति लोभात्कामः प्रजायते ।लोभान्मोहश्च नाशश्च लोभः पापस्य कारणम् ।।(हितोपदेश, मित्रलाभ, २७)એટલે કે લોભમાંથી ક્રોધની ભાવના ઉત્પન્ન થાય છે, લોભમાંથી કામના કે ઈચ્છા ઉત...

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जंगल, पेड़ और बाज By DINESH KUMAR KEER

  मृत्यु से बड़ा भयजंगल में एक पेड़ पर दो बाज प्रेमपूर्वक रहते थे। दोनों शिकार की तलाश में निकलते और जो भी हाथ लगता शाम को उसे मिल बांटकर खाते। लंबे काल-खंड से यही क्रम चल रहा था। ए...

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भूखे मरने की नौबत By LOTUS

पूरे देश योजना प्राणी संगतों ने बांग्लादेश में धार्मिकथाको करने, प्रति करने, हिंदू बहू-बेटियों की संपतीतों पर कल्यण करने मंदिरों की करके पैरों से कुचलने जैसी बढ़ती वारदातों से आज ल...

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बांग्लादेश के खिलाफ गुस्सा By LOTUS

बा वर्ष में भारी नाराजगी देखी जा रही है। भारत का हर राष्ट्रभक्तमें इस हो निव को इदुर सोम पर टक ही चार नक र नाएस्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ पूरे भारत खफा है। लगभग...

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I BET YOU NEVER THOUGHT THIS By Shreeya Desai

Gen Z has made childhood trauma, absent parents issues a trend, apparently flexing that they have those issues, I hate the one to break it to you but if one really has issues they...

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डाकखाने में By Deepak sharma

 उन्नीस सौ बानवे के जिन दिनों कस्बापुर के एक पुराने डाकखाने में जब मैं सब पोस्ट मास्टर के पद पर नियुक्त हुआ था,तो मैं नहीं जानता था अस्सी वर्षीय मणिराम मेेरे डाकखाने पर रोज़ क...

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उसकी यादों की तस्वीर By R B Chavda

सर्द सुबह का मौसम था। कमरे में हल्की सी ठंडक थी, लेकिन दिल में एक गर्मी थी, जो उसे याद करने से पैदा हो रही थी। सूरज की हल्की किरणें खिड़की से छनकर कमरे में आ रही थीं, पर मेरे दिल क...

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उत्तराधिकारी By DINESH KUMAR KEER

 राजा का उत्तराधिकारी एक बार की बात है। एक राज्य में नंदाराम नाम का एक राजा हुआ करता था। वह बहुत ईमानदार और साहसी था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था। उसके राज्य में सभी लोग उससे ख...

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मज़बूत बनकर लौटा समन्दर By LOTUS

भा आह के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेकरसतीष करता पार्टी के कुशल रणनीतिकार देवेंद्र फडणवीस ने यह प्रमाणित कर दिया कि महाराष्ट्र के असली चाणक्य यही हैं। बाकी भी अपने को चा...

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सार्वजनिक शौचालय By LOTUS

नमस्कार ! मैं एक टॉयलेट बोल रहा हूँ। जी हाँ, वही टॉयलेट जिसे संडास, पाखाना और शिष्ट भाषा में शौचालय के नाम से जाना जाता है, मैं वही चार दीवारों वाला शौचालय बोल रहा हूँ। वैसे मेरी ज...

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वडील By Vrishali Gotkhindikar

पुण्यस्मरण  वडिलांचे आजच्या तिथीला वडिलांचे निधन झाले .आम्ही त्यांना काका म्हणायचो ...वडील निस्सीम गणपती भक्त होते .या तिथीलाच त्यांचा मृत्यू होणे हा एक योगायोगच ..त्यांचे नाव लक्ष...

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पाठशाला By Kishore Sharma Saraswat

पाठशालाअंग्रेजों का जमाना था। अशिक्षा, गरीबी और मूढ़ता का बोलबाला था। गाँव में जब कभी बाहर से कोई चिट्ठी या पत्र आ जाता तो उसे बाँचने वाला कोई न था। ऐसे में फिर पुरोहित व पाधा के घर...

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प्यार और विश्वास By DINESH KUMAR KEER

 गजराज और मूषकराज की दोस्तीएक बार की बात है, किसी नदी के किनारे एक शहर बसा हुआ था। एक बार वहां बहुत बारिश हुई, जिससे नदी ने अपना रास्ता बदल लिया। इससे शहर में पानी की कमी होने लगी,...

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प्रबोध By Deepak sharma

  सन उन्नीस सौ पचास का वह दशक साल दर साल नया पन लाता रहा था। हमारी कस्बापुर रोड पर यदि किसी साल बर्फ़ का नया कारखाना खुला तो दूसरे साल कपास से धागा बनाने का। और यदि तीसरे...

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Cinderella By R B Chavda

मुझे पता है कि आप सबको सिंड्रेला की कहानी पहले से ही मालूम होगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिंड्रेला की कहानी में एक गहरा संदेश भी छिपा हुआ है? आज मैं आपके साथ एक नई सिंड्रेला की...

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तीची ओळखं By LOTUS

"प्रत्येकाची काही न काही आवड ही असतेच. कुणाला आपली आवड जोपासण्याची संधी मिळते तर कुणी आपल्या जबाबदऱ्यांमध्ये इतके अडकून जातात की कोणे एकेकाळी आपली काही आवड ही होती हेच त विसरून जात...

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पेहेली तारीख By Vrishali Gotkhindikar

पेहेली तारीख खुष है जमाना आज पेहेली तारीख है ...दिन है .सुहाना आज पेहेली तारीख है 'रेडीओ सिलोन वर दर एक तारखेला सकाळी साडेसात ला लागणारे हे गाणेअचानक कुठून तरी हे सूर कानावर आल...

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The Hidden Room By LOTUS

It's such a beautiful dream, to own our home. Not the house we are living in rent but our very own dwelling, which we could decorate, furnish and plan the way we want.But, the...

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डिप्रेशन - भाग 2 By Neeta Batham

"में जंगलों की तरफ़ चल पड़ा हु छोड़ के घर।                   ये क्या की घर की उदासी भी साथ हो गई "वो नन्हा सा बचपन जो खुद अपने मम्मी - पापा के झगड़ों में खोजता है वो एक अकेले कमरे...

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Dilemma By S Sinha

  Dilemma  Pushpa was getting her daughter Tara ready for her first day in the primary school of the locality . Pushpa belonged to a lower middle class society . Her father was a c...

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ईमानदारी By DINESH KUMAR KEER

ईमानदारी ही सर्वश्रेष्ठ नीति    एक व्यक्ति काम की खोज में इधर-उधर धक्के खाने के बाद निराश होकर जब घर वापस लौटने लगा तो पीछे से आवाज आयी, ऐ भाई! यहाँ कोई मजदूर मिलेगा क्या?उसने पीछे...

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વિરાજ ક્યાં ગયો? By Jaypandya Pandyajay

   વિરાજ મધ્યમવર્ગીય પરિવારનો બાળક હતો. અને તેના પિતા પણ ન હતા. તે એક ગેરેજમાં કામ કરતો હતો. તે રોજ સવારે ગેરેજમાં કામ પર જતો અને સાંજ પડ્યે પાછો ફરતો હતો. વિરાજના પરિવારમાં તેની મ...

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पारिजात - स्वर्ग से आय पेड़े पौधें By DINESH KUMAR KEER

बाल कहानी - अनमोल पेड़ पौधेराहुल अपने माता - पिता के साथ शहर में रहता था । गर्मी की छुट्टी बिताने अपने गाँव में दादा - दादी के पास आया था । बस स्टॉप से दादाजी का घर काफी दूरी पर था...

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સોલમેટસ - 1 By Priyanka

‘અદિતિ ફોકસ કર ફોકસ. તારૂ ડ્રીમ, હજુ એના માટે તારે ભણવાનું છે. એક છોકરાના ચક્કરમાં તારું ભણવાનું ના બગાડ’ આવું અદિતિ પોતાની જાતને કહી રહી હતી. અદિતિ એકદમ નીડર અને ભણવામાં અવ્વલ આવત...

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વિશ્વની સૌથી મોટી સંપત્તિ છે : સમય By I AM ER U.D.SUTHAR

કહેવાય છે કે જો તમારે કોઈને કામ સોંપવું હોય તો જે વ્યકિત ૧૭ કામ કરતી હોય તેને કામ સોંપજો, જેની પાસે બિલકુલ કામ ન હોય તેવી નવરી વ્યકિતને કામ ના સોંપતા નવાઈ લાગે તેવી અને કટાક્ષ ભરેલ...

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झुमका गिरा रे By S Sinha

                                     झुमका गिरा रे    सुनील की नयी नयी शादी हुई थी  . अभी तीन दिन पहले ही वह अपनी बीवी नेहा को ससुराल से विदा कर के लाया था  . नेहा की मुंह दिखाई की...

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28'th cup of tea By Anand

Do you believe man come to explore Ahmedabad and I offered him 8 rs ki chay. He fall in love with gujrati tea and say Gujju vala bada bhai hey tu apna.Friend of friends how familia...

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दीवारों के पार: सूरजपुर की नई सुबह By pinki

सूरजपुर गाँव, जहाँ जाति व्यवस्था ने लोगों की सोच और रिश्तों पर गहरी छाप छोड़ी थी। गाँव के अधिकांश लोग एससी समुदाय के थे, लेकिन समुदाय के भीतर भी कई जातियों का वर्गीकरण था। इस वर्गी...

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मैं तुलसी तेरे आँगन की By उषा जरवाल

कुछ दिन पहले मुझे 10 – 15 दिनों के लिए मुझे अपने घर से कहीं बाहर जाना पड़ा | वापस आकर देखा तो गमले में लगी तुलसी पूरी तरह सूख गई थी | सोसाइटी के बगीचे में छोटे – छोटे तुलसी के पौधे...

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The Guards on a Thief By Kishore Sharma Saraswat

The Guards on a Thief   Pandey Ji had a small family, consisting of himself, his wife, and their two sons. Every day in the morning, everyone had to go out of the house. The elder...

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Fate of Spreading Rumour By Ashoke Ghosh

Fate of Spreading Rumour   A long time ago, India was divided into many small kingdoms. One such kingdom was called Ajavanagara and a king named Laghukarna ruled there. Among the c...

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दो पत्थरों की कहानी By DINESH KUMAR KEER

दो पत्थरों की कहानीनदी पहाड़ों की कठिन व लम्बी यात्रा के बाद तराई में पहुंची। उसके दोनों ही किनारों पर गोलाकार, अण्डाकार व बिना किसी निश्चित आकार के असंख्य पत्थरों का ढेर सा लगा हुआ...

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फैल गईं अफवाहें By Ashoke Ghosh

  फैल गईं अफवाहें   बहुत दिन पहले यह बंगाल कई छोटे-छोटे राज्यों में बंटा हुआ था। ऐसे ही एक राज्य को अजवनगर कहा जाता था और लघुकर्ण नाम का एक राजा वहां शासन करता था। राजा के पार्षदों...

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गरीब किसान By DINESH KUMAR KEER

1. बाल कहानी - सोच में बदलावरामू गरीब किसान था। उसके तीन बच्चे थे। दो लड़के एक लड़की। रामू के माता-पिता भी उसके साथ रहते थे। रामू को अपना परिवार चलाने में बड़ी तंगी का सामना करना प...

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The Silence Night By Aarti Garval

The red lehenga shimmered like a dream in the moonlight, as Madhurani, an apsara from heaven, descended onto the Earth. Her full lips, naturally crimson, didn’t require a touch of...

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चेहरे का तिल By LOTUS

रात का सन्नाटा था और निश्चय हाईवे पर अकेला गाड़ी चला रहा था। बारिश की हल्की बूंदें शीशे पर टकरा रही थीं, और आस-पास सिर्फ घने जंगल और अंधकार था। अचानक, हेडलाइट की रोशनी में उसे सड़क...

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मोहब्बत - पार्ट 1 By mohammad sadique

कैसी हो सनाया अब आपकी तबियत कैसी है " "  सनाया से गज़ाला पुछती है। जी पहले से बेहतर है अब फुफ्फू जान। सनाया अपने बिस्तर से पैरों को समेटते हुऐ बैठ जाती है। बैठो ना फुफ्फू आप खडी क्...

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