Best Mythological Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Mythological Stories in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and...Read More


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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 14 By Kishanlal Sharma

उसी समय विभीषण दरबार मे चले आये"यह दूत है।औऱ दूत की हत्या नियम विरुद्ध है विभीषण की बात का समर्थन और भी कई दरबारियों ने किया था।"दूत है लेकिन दूत ने नियम विरुद्ध काम किये हैं।दूत ह...

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इको फ्रेंडली गोवर्धन By Dr Mukesh Aseemit

इको फ्रेंडली गोवर्धन   गोवर्धन पूजा का समय है, ब्रजवासी हैं, तो गोवर्धन पर्व हमारे लिए कुछ विशेष महत्व का है। मम्मी ने सुबह ही हिदायत दे दी थी कि गोवर्धन बनेगा, चाहे "सोन" का ही क्...

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Rise Of Gyanam By A Common Researcher

Gyanam (Inspirational and Health knowledge)God does not bless you by fasting and worshiping in temple, mosque, church, church etc. God blesses you by the good deeds you do. One may...

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राइज ऑफ ज्ञानम By A Common Researcher

ज्ञानम (प्रेरणादायक एवं स्वास्थ्य ज्ञान)उपवास करने और मन्दिर, मस्जिद, चर्च, गिरजाघर आदि में पूजा करने से भगवान आपको आर्शीवाद नहीं देते है, भगवान आपको आर्शीवाद देते हैं, आपके द्वारा...

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अद्भूत रामायण - 2 By गिरीश

अद्भुत रामायण भाग २तेव्हा नारदमुनी आणि पर्वत ऋषी दोघांनी तीच्याशी‌ विवाह करण्याची इच्छा व्यक्त केली. तेव्हा राजा म्हणाला, तुम्ही दोघांनी पण ईच्छा व्यक्त केल्याने आता उद्या दरबारात...

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विलक्षण कल्पना शक्तीचा महारथी व्यास By Balkrishna Rane

व्यासांच्या कल्पना ज्या प्रत्यक्षात साकार झाल्याविलक्षण कल्पना शक्तीचा महारथी व्यासभाग१असं म्हणतात की व्यासाने सगळं जग उष्ट केलय.याचा साधा सरळ अर्थ असा की व्यासाने लिखाण करतानाकुठल...

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 7 By VAISHNAVI PADVI

        आगे मिसेज शर्मा कहती है!  " अभी तो आया है !  इसे थोड़ा आराम तो करने दे! आये नहीं के सिर्फ काम! "       अमन बैठते हुए कहते हैं ! "आंटी आप ना थोड़ी बदल गई हो!"               ...

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भगवान गणेश की पौराणिक कथा By pooja

एक समय जब माता पार्वती मानसरोवर में स्नान कर रही थी तब उन्होंने स्नान स्थल पर कोई आ न सके इस हेतु अपनी माया से गणेश को जन्म देकर 'बाल गणेश' को पहरा देने के लिए नियुक्त कर द...

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Krishna - The Protector of Dharma - 5 By Suresh Trivedi

5) Thinking Unthinkable When Krishna had finalised strategies of swayamvar of Draupadi with Dyumna, he had told Dyumna that his task was over. In fact, his task was yet not over. H...

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શ્રી તુલસીકૃત રામાયણ - ભાગ 4 By સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

પરમ કૃપાળુ પરમાત્માએ આ લીલા કેવળ પોતાના ભક્તોનો હિત થાય એ માટે કરી. એમની પોતાના ભક્તો પર અતિશય મમતા અને કરુણા છે એમને એકવાર જેના ઉપર કરુણા દ્રષ્ટિ કરે તેમના પર પછી કદ નથી કર્યો. દિ...

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જૂનું અમદાવાદ By Ashish

*અમદાવાદનો અમારો ગાંધી રોડલેખક: *અશોક દવે**મને એટલું યાદ છે કે, ભગવાન શ્રીકૃષ્ણ ગોકુળ - વૃંદાવનમાં રહેતા ને હું ખાડિયામાં રહેતો. ખાડિયા અમારું મથુરા અને એ જ દ્વારકા. ખાડિયું ગાંધી...

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इंद्रप्रस्थ - 1 By Shakti

इंद्रप्रस्थ राजकुमार अर्जुन इस समय अपना धनुष हाथ में लिए सजग मुद्रा में खड़ा था। अर्जुन को सूचना मिली थी कि खांडवप्रस्थ के इस भयंकर वन में रक्षा नाग दैत्य और डाकू रहते हैं। आज अर्ज...

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शिवराय सर्वांचेच आराध्य? By Ankush Shingade

शिवाजी महाराज हे धर्मनिरपेक्षतेचे प्रतिक *अलिकडील काळात शिवाजी महाराजांना हिंदूंचे राजे म्हणून गौरविण्यात येते. तसंच त्यांचा हिंदूंचा राजा म्हणून गौरव करण्यात येतो आणि हिंदू मुस्ली...

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पन्हाळा किल्ला एक ऐतिहासिक साक्षीचा नमुना By Ankush Shingade

पन्हाळा किल्ला ; एका ऐतिहासिक साक्षीचा ठेवा अलिकडील काळात किल्ल्याला महत्व नसल्याचे जाणवते. त्याचं कारण आहे किल्ल्याची आजच्या काळात होत असलेली दुरावस्था. आपण जेव्हा जेव्हा किल्ला प...

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શ્રીમદ ભાગવત પુરાણ By સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

જેમના સર્વો કર્મો દૂર થયા હતા, જેમનો યોગ્ય પવિત્ર સંસ્કાર થયો ન હતો, એવા સુખદેવજી જ્યારે સર્વનો ત્યાગ કરી ચાલી નીકળ્યા, ત્યારે પુત્ર નો વિરોહ દુઃખ પામેલા શ્રી વેદ વ્યાસજીએ તેમને રો...

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रूरू - प्रमद्वरा By Balkrishna Rane

रूरू - प्रमद्वरा एक पौराणिक प्रेमकथाभाग-१त्या निबिड अरण्यात एक ऋषीं निर्भयपणे वाट चालत होता.त्याच्या हाती एक लांब व दणकट असा दंड होता. गोरा वर्ण...रंद छाती...बलिष्ट शरीर... धारदार...

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नागपूरचे ते पवित्र आत्म्ये - भाग 2 By Ankush Shingade

ते पवित्र आत्म्ये भाग दोन गणेश विचारत होता त्यांना नागपूरच्या कहाण्या. त्यातच विचारत होता त्या राजांचे शौर्य. त्यात त्या सर्व पवित्र आत्म्यांनी सांगीतलं होतं की मानवासारखं ते जात व...

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ઊર્મિલા (રામાયણ આધારિત) By ભૂપેન પટેલ અજ્ઞાત

રામાયણ આધારિત છે મર્યાદા પુરુષોત્તમ રામના વનવાસ પર, ભરત અને રામના મિલન પર, સીતાના હરણ પર, લક્ષ્મણના ભાતૃભાવ પર, કૈકયીના વરદાન પર, દશરથનો પુત્ર વિયોગ પર, મા કૌશલ્યાના ત્યાગ પર,હનુમા...

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रानी श्रीगणेशदेईजी By Renu

काशीवाले महाराज श्रीअनिरुद्धसिंहजी (करैया-दतिया) महान् धर्मात्मा थे। इनकी रानी का नाम विजयकुँवरि था। ये भी भगवद्भक्ता एवं पतिव्रता थीं। निरन्तर धर्माचरण-परोपकार के फलस्वरूप वि० संव...

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श्री धर्मराज By Renu

भगवान् सूर्य की पत्नी संज्ञा से आपका प्रादुर्भाव हुआ है। आप कल्पान्त तक संयमनीपुरी में रहकर जीवों को उनके कर्मानुसार शुभाशुभ फल का विधान करते रहते हैं। ये पुण्यात्मा लोगों को धर्मर...

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राजा बलि By Renu

जन्मकर्मवयोरूपविद्यैश्वर्यधनादिभिः । यद् यस्य न भवेत्स्तम्भस्तत्रायं मदनुग्रहः ॥(सुन्दर कुल में जन्म, अच्छे कर्म, युवावस्था, सुन्दर रूप, अर्थकरी विद्या, बड़ा भारी ऐश्वर्य, विपुल धन...

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भगीरथजी By Renu

इक्ष्वाकुवंशीय सम्राट् दिलीप के पुत्र ही भगीरथ नाम से विख्यात हुए। उनके पूर्वपुरुषों ने कपिल की क्रोधाग्नि से भस्मीभूत सगर पुत्रों का उद्धार करने के लिये गंगाजी को लाने की बड़ी चेष...

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શ્રદ્ધા કે અંધશ્રદ્ધા By Dr Bharti Koria

જાગુ હજી રાતના 11:00 વાગે બસ સ્ટેન્ડે ઉતરી હતી. આમ તો એણે રસ્તામાં જ પપ્પાને ફોન કરી દીધો હતો કે 15 મિનિટમાં એ પહોંચે છે. જેવું બસ સ્ટેન્ડ આવ્યો કે એકદમ ખુશ ખુશ થઈ ગઈ. "હાલો પપ્પા...

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महाराज सगर By Renu

इक्ष्वाकुवंश में राजा हरिश्चन्द्र नाम के चक्रवर्ती सम्राट् थे। उनके पुत्र का नाम रोहित था। रोहित से हरित का और हरित से चम्प का जन्म हुआ, जिसने चम्पापुरी बसायी। चम्प का सुदेव, सुदेव...

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भगवान्‌ के चौबीस अवतारों की कथा - 7 By Renu

जब जब होइ धरम कै हानी। बाढहिं असुर अधम अभिमानी॥ करहिं अनीति जाई नहिं बरनी। सीदहिं बिप्र धेनु सुर धरनी॥ तब तब प्रभु धरि बिबिध सरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा॥ असुर मारि थापहिं सुरन...

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स्वायम्भुव मनु By Renu

सृष्टि के प्रारम्भ में जब ब्रह्मा ने सनकादि पुत्रों को उत्पन्न किया और वे निवृत्ति परायण हो गये तब इन्हें बड़ा क्षोभ हुआ। इस क्षोभ के कारण ब्रह्मा रजोगुण और तमोगुण से अभिभूत हो गये...

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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 14 By Kishanlal Sharma

उसी समय विभीषण दरबार मे चले आये"यह दूत है।औऱ दूत की हत्या नियम विरुद्ध है विभीषण की बात का समर्थन और भी कई दरबारियों ने किया था।"दूत है लेकिन दूत ने नियम विरुद्ध काम किये हैं।दूत ह...

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इको फ्रेंडली गोवर्धन   गोवर्धन पूजा का समय है, ब्रजवासी हैं, तो गोवर्धन पर्व हमारे लिए कुछ विशेष महत्व का है। मम्मी ने सुबह ही हिदायत दे दी थी कि गोवर्धन बनेगा, चाहे "सोन" का ही क्...

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अद्भूत रामायण - 2 By गिरीश

अद्भुत रामायण भाग २तेव्हा नारदमुनी आणि पर्वत ऋषी दोघांनी तीच्याशी‌ विवाह करण्याची इच्छा व्यक्त केली. तेव्हा राजा म्हणाला, तुम्ही दोघांनी पण ईच्छा व्यक्त केल्याने आता उद्या दरबारात...

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विलक्षण कल्पना शक्तीचा महारथी व्यास By Balkrishna Rane

व्यासांच्या कल्पना ज्या प्रत्यक्षात साकार झाल्याविलक्षण कल्पना शक्तीचा महारथी व्यासभाग१असं म्हणतात की व्यासाने सगळं जग उष्ट केलय.याचा साधा सरळ अर्थ असा की व्यासाने लिखाण करतानाकुठल...

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भगवान गणेश की पौराणिक कथा By pooja

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Krishna - The Protector of Dharma - 5 By Suresh Trivedi

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શ્રી તુલસીકૃત રામાયણ - ભાગ 4 By સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

પરમ કૃપાળુ પરમાત્માએ આ લીલા કેવળ પોતાના ભક્તોનો હિત થાય એ માટે કરી. એમની પોતાના ભક્તો પર અતિશય મમતા અને કરુણા છે એમને એકવાર જેના ઉપર કરુણા દ્રષ્ટિ કરે તેમના પર પછી કદ નથી કર્યો. દિ...

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જૂનું અમદાવાદ By Ashish

*અમદાવાદનો અમારો ગાંધી રોડલેખક: *અશોક દવે**મને એટલું યાદ છે કે, ભગવાન શ્રીકૃષ્ણ ગોકુળ - વૃંદાવનમાં રહેતા ને હું ખાડિયામાં રહેતો. ખાડિયા અમારું મથુરા અને એ જ દ્વારકા. ખાડિયું ગાંધી...

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इंद्रप्रस्थ - 1 By Shakti

इंद्रप्रस्थ राजकुमार अर्जुन इस समय अपना धनुष हाथ में लिए सजग मुद्रा में खड़ा था। अर्जुन को सूचना मिली थी कि खांडवप्रस्थ के इस भयंकर वन में रक्षा नाग दैत्य और डाकू रहते हैं। आज अर्ज...

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शिवराय सर्वांचेच आराध्य? By Ankush Shingade

शिवाजी महाराज हे धर्मनिरपेक्षतेचे प्रतिक *अलिकडील काळात शिवाजी महाराजांना हिंदूंचे राजे म्हणून गौरविण्यात येते. तसंच त्यांचा हिंदूंचा राजा म्हणून गौरव करण्यात येतो आणि हिंदू मुस्ली...

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पन्हाळा किल्ला एक ऐतिहासिक साक्षीचा नमुना By Ankush Shingade

पन्हाळा किल्ला ; एका ऐतिहासिक साक्षीचा ठेवा अलिकडील काळात किल्ल्याला महत्व नसल्याचे जाणवते. त्याचं कारण आहे किल्ल्याची आजच्या काळात होत असलेली दुरावस्था. आपण जेव्हा जेव्हा किल्ला प...

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શ્રીમદ ભાગવત પુરાણ By સુરજબા ચૌહાણ આર્ય

જેમના સર્વો કર્મો દૂર થયા હતા, જેમનો યોગ્ય પવિત્ર સંસ્કાર થયો ન હતો, એવા સુખદેવજી જ્યારે સર્વનો ત્યાગ કરી ચાલી નીકળ્યા, ત્યારે પુત્ર નો વિરોહ દુઃખ પામેલા શ્રી વેદ વ્યાસજીએ તેમને રો...

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रूरू - प्रमद्वरा By Balkrishna Rane

रूरू - प्रमद्वरा एक पौराणिक प्रेमकथाभाग-१त्या निबिड अरण्यात एक ऋषीं निर्भयपणे वाट चालत होता.त्याच्या हाती एक लांब व दणकट असा दंड होता. गोरा वर्ण...रंद छाती...बलिष्ट शरीर... धारदार...

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नागपूरचे ते पवित्र आत्म्ये - भाग 2 By Ankush Shingade

ते पवित्र आत्म्ये भाग दोन गणेश विचारत होता त्यांना नागपूरच्या कहाण्या. त्यातच विचारत होता त्या राजांचे शौर्य. त्यात त्या सर्व पवित्र आत्म्यांनी सांगीतलं होतं की मानवासारखं ते जात व...

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ઊર્મિલા (રામાયણ આધારિત) By ભૂપેન પટેલ અજ્ઞાત

રામાયણ આધારિત છે મર્યાદા પુરુષોત્તમ રામના વનવાસ પર, ભરત અને રામના મિલન પર, સીતાના હરણ પર, લક્ષ્મણના ભાતૃભાવ પર, કૈકયીના વરદાન પર, દશરથનો પુત્ર વિયોગ પર, મા કૌશલ્યાના ત્યાગ પર,હનુમા...

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रानी श्रीगणेशदेईजी By Renu

काशीवाले महाराज श्रीअनिरुद्धसिंहजी (करैया-दतिया) महान् धर्मात्मा थे। इनकी रानी का नाम विजयकुँवरि था। ये भी भगवद्भक्ता एवं पतिव्रता थीं। निरन्तर धर्माचरण-परोपकार के फलस्वरूप वि० संव...

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श्री धर्मराज By Renu

भगवान् सूर्य की पत्नी संज्ञा से आपका प्रादुर्भाव हुआ है। आप कल्पान्त तक संयमनीपुरी में रहकर जीवों को उनके कर्मानुसार शुभाशुभ फल का विधान करते रहते हैं। ये पुण्यात्मा लोगों को धर्मर...

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भगीरथजी By Renu

इक्ष्वाकुवंशीय सम्राट् दिलीप के पुत्र ही भगीरथ नाम से विख्यात हुए। उनके पूर्वपुरुषों ने कपिल की क्रोधाग्नि से भस्मीभूत सगर पुत्रों का उद्धार करने के लिये गंगाजी को लाने की बड़ी चेष...

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શ્રદ્ધા કે અંધશ્રદ્ધા By Dr Bharti Koria

જાગુ હજી રાતના 11:00 વાગે બસ સ્ટેન્ડે ઉતરી હતી. આમ તો એણે રસ્તામાં જ પપ્પાને ફોન કરી દીધો હતો કે 15 મિનિટમાં એ પહોંચે છે. જેવું બસ સ્ટેન્ડ આવ્યો કે એકદમ ખુશ ખુશ થઈ ગઈ. "હાલો પપ્પા...

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इक्ष्वाकुवंश में राजा हरिश्चन्द्र नाम के चक्रवर्ती सम्राट् थे। उनके पुत्र का नाम रोहित था। रोहित से हरित का और हरित से चम्प का जन्म हुआ, जिसने चम्पापुरी बसायी। चम्प का सुदेव, सुदेव...

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जब जब होइ धरम कै हानी। बाढहिं असुर अधम अभिमानी॥ करहिं अनीति जाई नहिं बरनी। सीदहिं बिप्र धेनु सुर धरनी॥ तब तब प्रभु धरि बिबिध सरीरा। हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा॥ असुर मारि थापहिं सुरन...

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