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Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Anything in All books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. T...Read More


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ભારતીય કાયદા સીરીઝ (A) By Tanu Kadri

ભારતીય બંધારણ અને તેને લગતા કાયદા અન્વયે દરેકને જાણ હોવી જરૂરી છે. હું અહિયાં એક સીરીઝ પોસ્ટ કરવાનું પ્રયત્ન કરી રહી છું અને સૌથી પહેલા એના માટે નો મુદ્દો છે કામનાં સ્થળ ઉપર મહિલાઓ...

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वह कौन था By Sharovan

वह कौन था ? / कहानीएक सत्य घटना पर आधारित कहानी /शरोवन***'अरे यह थापा है बड़ा ही काम का आदमी. हम स्टूडेंट्स की तो बहुत ही हेल्प कर देता है. बहुत इमानदार भी है, मगर उसमें दो ही क...

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એક અનુભવ - પાર્ટ 3 By Yk Pandya

સેકન્ડ વિચારી હું પૈસા પાછા લઈ ચાલવા લાગી તે પાછળ પાછળ દોડી ને જોર જોર થી બોલવા લાગી હું તેની ટેકનીક કેટલીક હદે સમજી ગઈ હતી,મેં એને કીધું કે ચાલ પોલીસ પાસે આનું નિરાકરણ કરીએ.તેનો અ...

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घटिया टाइप लफंगों को प्रमोट करते सीरिअल By Review wala

घटिया सीरियल जेसे bigg boss के किरदार लफंगे हों तो उसे देखना एक अलग ही अनुभव हो सकता है। आइए, इस पर एक हास्य व्यंग्य लिखते हैं:घटिया सीरियल और लफंगे किरदार: एक अनोखा अनुभवआजकल के स...

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જીવન રંગ - 4 By Yk Pandya

નવા જીવન ની આશા સાથે કિસન ઉઠ્યો, પોતાનાં નિત્ય ક્રમ માં જોડાયો પણ મન પર તો નવા વાતાવરણ નો થોડો ડર હતો વિચારો માં ગરકાવ કિસન ને ઘરે વાત કરવાનું બહુ મન થયી આવ્યુ પણ શું કરે ઘરે ફોન જ...

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मनस्वी - भाग 11 By Dr. Suryapal Singh

अनुच्छेद-ग्यारह                           चिड़िया उड़ गईरात का पिछला प्रहर। पंखे की गति थोड़ी तेज हो गई है। मनु की भी साँस बढ़ गई है। माँ की आँख खुलती है। वह जाकर मनु को देखती है।...

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इत्तरांचा स्वभाव बदलता आला तर By Pralhad K Dudhal

मला इत्तरांचे स्वभाव बदलता आले असते तर...      'व्यक्ती तितक्या प्रकृती'अशी उक्ती आपल्याकडे सर्रास वापरली जाते.दैनंदिन आयुष्यात आपला विविध वृत्तीच्या, विविध प्रकारच्या लोका...

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Aqi से देहाती ड्राइविंग से रोजी रोटी तक.. मेरा देश By Review wala

आधुनिकता का पैमाना आधुनिकता की चकाचौंध में,शहर की जनता खो रही है।आकर्षण में बंधी हुई,अपनी बर्बादी बो रही है।ए.क्यू.आई. बढ़ता जाता,सांसों में घुलता जहर।प्रकृति की पुकार अनसुनी,हम बढ...

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ड्रायव्हर By Pralhad K Dudhal

ड्रायव्हर.... शिंगटेआण्णा म्हणजे ऑफिसातला एकदम अफलातून माणूस! इथे येण्यापूर्वी हवाई दलात शिपाई म्हणून पंधरा वर्षाची नोकरी करून आण्णा तिथून रिटायर झाला आणि एक्स सर्व्हिसमनसाठी राखीव...

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रंगीला राजस्थान..? By Vrishali Gotkhindikar

खाद्य सफर रंगीला राजस्थान..राजस्थान बघायचे ठरले तेव्हा नेहेमीप्रमाणेच आम्ही ठरवले होते की राजस्थानला तिथल्या सर्व पदार्थांचा आस्वाद घ्यायचाच... भले ते कितीही गोड असोत त्या दृष्टीने...

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न काम के न काज के. घन्टा बजाते रहो बस By Review wala

नेता लोग काम करें या न करें, पर जनता को यह महसूस होना चाहिए कि वे काम कर रहे हैं। यह बात कुछ ऐसी है जैसे किसी फिल्म में हीरो का दिखना जरूरी है, चाहे वह असल में कुछ करे या न करे। आइ...

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मंजिले - भाग 8 By Neeraj Sharma

            ------- (सच बोल रहे हो ) ----                आयो कुछ याद करा दू, हमने जो ज़ख्म खाये है, वो और नहीं हमारे लोग है। कितना सच बोल  सकते हो, बोलो। प्रयास करो, खुल कर बोलो,, ब...

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ऐलान ए जंग By ABHAY SINGH

क्या यह ऐलान ए जंग है?खरगे साहब ने कहा कि वे बैलट पेपर से चुनाव चाहते हैं। ऐसी बयानी बातें पहले भी आई, पर कोई ठोस रणनीतिक कदम नही । क्योकि ये करना आसान भी नही।  ●●कांग्रेस इस मांग...

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പുരാണങ്ങളിൽ ഇല്ലാത്ത കഥകൾ (2) By BAIJU KOLLARA

️ വളരെ പ്രസിദ്ധമായ കലിംഗ ദേശത്തെ രാജാവായിരുന്നു മേഘവർണ്ണൻ ഇദ്ദേഹത്തിന്റെ ഭരണകാലം കലിംഗ ദേശത്തിന് സുവർണ്ണകാലം തന്നെയായിരുന്നു...മേഘവർണ്ണ മഹാരാജാവ് നീണാൾ വാഴട്ടെ !... ഓരോ പ്രജകളും കൊ...

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Festivals Of Gujarat By Aarti Garval

Traditions of Gujarati FestivalsGujarat, known for its rich cultural heritage, celebrates festivals that are not just moments of joy and celebration but also a way to bring renewed...

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जिंदगी के रंग हजार - 15 By Kishanlal Sharma

बिछुड़े बारी बारीकाफी पुराना गाना है।आपने जरूर सुना होगा।हो सकता है बहुत से कहे नही सुना"जिंदगी है एक सफर सुहानाकिशोर का यह गाना तो जरूर सुना होगा।आज भी खूब बजता रहता है।दोनों गाने...

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जो पकड़ा जाए वो चोर. बाकी चरित्रवान By Review wala

जो पकड़ा जाए वो चोर, बाकी देश भक्तये कैसा न्याय है, ये कैसा विध्वंस हैजो बोले सच वो देशद्रोही, जो छुपाए झूठ वो देशहितैषीये कैसा लोजिक है, ये कैसा तर्क हैजो पकड़ा जाए वो चोर, बाकी द...

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संवाद By Kishanlal Sharma

(नैतिकता अनैतिकता के प्रश्नों को रेखांकित करती पौराणिक प्रसंग पर आधारित काल्पनिक कथा)मैं सुहागसेज पर घूँघट निकालकर बैठी पति के आने का इन तजार कर रही थी।प्रथम मिलन की रात्रि मन मे उ...

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सरकारी समाचार जलेबी जेसे By Review wala

सरकारी समाचार खुशी देते हैं ( जलेबी जैसे टेढ़े मेढे समाचार,मीठे भी)आज पूरे देश मे सूर्य खिला हुआ है,बारिश के आसार नही हैं ,पर विपक्ष इस पर अफवाहे फेला रहा हैहर तरफ मस्ती छाई हैपक्ष...

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આજ કાલ આવા કિસ્સા ખૂબ વધી ગયા છે By E₹.H_₹

આજ કાલ આવા કિસ્સા ખૂબ વધી ગયા છે ... આજકાલ ત્રીસ પત્રીશ વર્ષ સુધી ની જવાન છોકરીઓ ના લગન નથી થતાં કેમ?... એક ચોવીસ વર્ષ ની એક છોકરી નો બાપ પાસે તેના નજીક નો સગો માંગુ લઇ ને આવ્યો એમ...

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स्वच्छ भ्रष्टाचार पर कुछ घटिया रचनाएँ By Review wala

य़ह  व्यंग्यात्मक कविता है जो भ्रष्टाचार पर आधारित है:भ्रष्टाचार का खेलनेता और अफसर का, समझौता है निराला,भ्रष्टाचार की गंगा में, सबने हाथ डाला।जनता की सेवा का, करते हैं ये दावा,पर...

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बिक गए हैं जो वो सवाल. नहीं पूछते By Review wala

(लॉजिक सो रही हैं हमारी आपकी  और मीडिया की)हम लोगों में एक कमी है जो आजकल अधिक दिख रही है,मीडिया जैसे नशे में है,कोई भी पृष्ण नहीं!आंकड़े अलग थलग करके देख के खुश होते हैं या दुखी भ...

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टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 6 By Sonu Kasana

तीन भाइयों का जीवन का ज्ञानप्राचीन समय की बात है। एक गाँव में तीन भाई—विजय, विक्रम और वासुदेव—अपने माता-पिता के साथ रहते थे। तीनों भाई अपने पिता से विद्या प्राप्त करना चाहते थे और...

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આકર્ષક પણ શાપિત By Anwar Diwan

આમ તો વિશ્વમાં કેટલીક એવી વસ્તુઓનું આકર્ષણ હંમેશથી જોવા મળે છે ખાસ તો હીરા અને ઝવેરાતનાં શોખીનો જુની વસ્તુઓ માટે ગમે તે દામ આપવા તૈયાર હોય છે પણ આ જુની વસ્તુઓ કયારેક તેના ખરીદનાર મ...

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रेत के घरौंदे सा By DINESH KUMAR KEER

1.शादी का शौक नही है साहब... बुरा लगता है :- मेरी वजह से किसी का बेटा अभी तक कुवारा बैठा है...! 2.कब आपकी आँखों में हमें मिलेगी पनाह,चाहे इसे समझो दिल्लगी या समझो गुनाह,अब भले ही ह...

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દેખાવની ‘ખામીઓ’ને ‘વિશિષ્ટતા’માં ફેરવી નાંખો By Anwar Diwan

મધુબાલા, મીના કુમારી, વહીદા રહેમાન, વૈજયતિમાલા,શ્રીદેવી, માધુરી દીક્ષિત, પ્રિયંકા ચોપરા, બિપાશા બસુનું નામ સાંભળીએ એટલે આપણી નજર સમક્ષ સૌંદર્યનો જાણે કે દરિયો લહેરાતો હોય તેવું લાગ...

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फिजा में हरियाली तुमसे है By DINESH KUMAR KEER

1.कोई पूछे तो भी तेरे किस्से बयाँ नहीं करते, हम अपने दिल की बातें यहाँ वहाँ नहीं करते...!2.सुनो... बहुत सारी बातें जमा हो गयी है करने को तुमसे, मेरे लिए तुम... एक दिन इतवार हो जाओ...

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आपकी नजरों ने समझा By DINESH KUMAR KEER

1.साथ रहते यूँ ही वक़्त गुजर जायेगा,दूर होने के बाद कौन किसे याद आयेगा,जी लो ये पल जब हम साथ हैं दोस्तों,कल क्या पता वक़्त कहाँ ले के जायेगा...2.मेरे दिल का दर्द किसने देखा है, मुझे...

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मराठी शुद्धलेखन ह्रस्व - दीर्घ चे सोपे नियम. By Abhay Bapat

शुद्ध लेखनआपल्या शालेय जीवनात आपल्याला शुद्धलेखनाची पहिली ओळख होते. त्यात सगळ्यात प्रथम आणि आपल्याला लक्षात न राहणारा आणि न समजणारा असा विषय म्हणजे ह्रस्व- दीर्घ चे नियम.प्रत्येकाल...

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यूंही अच्छे लगते हो By DINESH KUMAR KEER

1."पाने की तलब है ही कहां""हम तो बस तुझे खोने से डरते हैं"2.बहुत खूबसूरत है, तेरे इन्तजार का आलम... बेकरार सी आँखों में इश्क बेहिसाब लिए बैठे हैं...!3.कितनो को पसंद थी तुम पर,मेरी...

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सांसों में बसे हो तुम By DINESH KUMAR KEER

1.दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीबतेरा ख्याल' आ कर न जाये तो क्या करें2.मोहब्बत का हसीन पैगाम लिख दू क्या,गजब की शाम है तुम्हारे नाम लिख दू क्या...3.हम भी अब मोहब्बत के गीत ग...

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रिश्ता अनोखा सरलता का By DINESH KUMAR KEER

1.ऐसा ना हो कि,तुम्हें जब मेरी आदत होने लगे,अपने आस पास,मुझे ढूंढने की,कवायद होने लगे...2.इन सुलगते रास्तों पर मैं अब्र बिखरा रही हूं,अपने हिस्से का सारा सब्र बिखरा रही हूं,बिखरा र...

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देखो फूल रूठ गए By DINESH KUMAR KEER

1.जिस राह पर अब हम हैं,घर तुम्हारा पीछे छूट गया,शीशे का महल था,शब्द कंकरों से,छन से टूट गया...2.बाज़ार का हुस्न भी कुछ कम नहीं,रंगो और साजो सामान से भरा है,अपनी ही कहानी कहता है,और...

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किस्मत ने बांधा (एक डोर से) By DINESH KUMAR KEER

1.आज रास्ते में देखा उसे,सब बदला बदला सा लगा,वो जो सबकुछ हुआ करता था कभी,दुनियां की तरह अजनबी सा लगा,रात दिन जिसकी आस रहती थी कभी,वो अब मुझे मेरी तिश्नगी नहीं लगा...2.एक सहारा तुम्...

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चलो मुस्कुरा दो अब By DINESH KUMAR KEER

1.अपनी अच्छाई पे तुम भरोसा रखना,बंद मत करना खुद को,किसी कमरे में,बंद कमरे में भी अपने लिए,खुला एक झरोखा रखना,बहुत रोकेंगे लोग तुम्हें,हंसने मुस्कुराने से,तुम रुकना नहीं किसी भी हाल...

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किस्मत की डोरी से बंधे दिल By DINESH KUMAR KEER

1.किसी के रंग में रंगने से अच्छा है, अपनी पसंद के रंगों का ख्याल रखो, बेरंग ना हो जाओ बस यूँ ही किसी की ख़ातिर, तुम अपनी पसंद ना पसंद से प्यार रखो...2.वो शख्स बड़ा ही दिलदार था,दिल...

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ભારતીય કાયદા સીરીઝ (A) By Tanu Kadri

ભારતીય બંધારણ અને તેને લગતા કાયદા અન્વયે દરેકને જાણ હોવી જરૂરી છે. હું અહિયાં એક સીરીઝ પોસ્ટ કરવાનું પ્રયત્ન કરી રહી છું અને સૌથી પહેલા એના માટે નો મુદ્દો છે કામનાં સ્થળ ઉપર મહિલાઓ...

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એક અનુભવ - પાર્ટ 3 By Yk Pandya

સેકન્ડ વિચારી હું પૈસા પાછા લઈ ચાલવા લાગી તે પાછળ પાછળ દોડી ને જોર જોર થી બોલવા લાગી હું તેની ટેકનીક કેટલીક હદે સમજી ગઈ હતી,મેં એને કીધું કે ચાલ પોલીસ પાસે આનું નિરાકરણ કરીએ.તેનો અ...

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જીવન રંગ - 4 By Yk Pandya

નવા જીવન ની આશા સાથે કિસન ઉઠ્યો, પોતાનાં નિત્ય ક્રમ માં જોડાયો પણ મન પર તો નવા વાતાવરણ નો થોડો ડર હતો વિચારો માં ગરકાવ કિસન ને ઘરે વાત કરવાનું બહુ મન થયી આવ્યુ પણ શું કરે ઘરે ફોન જ...

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मला इत्तरांचे स्वभाव बदलता आले असते तर...      'व्यक्ती तितक्या प्रकृती'अशी उक्ती आपल्याकडे सर्रास वापरली जाते.दैनंदिन आयुष्यात आपला विविध वृत्तीच्या, विविध प्रकारच्या लोका...

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रंगीला राजस्थान..? By Vrishali Gotkhindikar

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            ------- (सच बोल रहे हो ) ----                आयो कुछ याद करा दू, हमने जो ज़ख्म खाये है, वो और नहीं हमारे लोग है। कितना सच बोल  सकते हो, बोलो। प्रयास करो, खुल कर बोलो,, ब...

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આજ કાલ આવા કિસ્સા ખૂબ વધી ગયા છે By E₹.H_₹

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1.शादी का शौक नही है साहब... बुरा लगता है :- मेरी वजह से किसी का बेटा अभी तक कुवारा बैठा है...! 2.कब आपकी आँखों में हमें मिलेगी पनाह,चाहे इसे समझो दिल्लगी या समझो गुनाह,अब भले ही ह...

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દેખાવની ‘ખામીઓ’ને ‘વિશિષ્ટતા’માં ફેરવી નાંખો By Anwar Diwan

મધુબાલા, મીના કુમારી, વહીદા રહેમાન, વૈજયતિમાલા,શ્રીદેવી, માધુરી દીક્ષિત, પ્રિયંકા ચોપરા, બિપાશા બસુનું નામ સાંભળીએ એટલે આપણી નજર સમક્ષ સૌંદર્યનો જાણે કે દરિયો લહેરાતો હોય તેવું લાગ...

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फिजा में हरियाली तुमसे है By DINESH KUMAR KEER

1.कोई पूछे तो भी तेरे किस्से बयाँ नहीं करते, हम अपने दिल की बातें यहाँ वहाँ नहीं करते...!2.सुनो... बहुत सारी बातें जमा हो गयी है करने को तुमसे, मेरे लिए तुम... एक दिन इतवार हो जाओ...

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आपकी नजरों ने समझा By DINESH KUMAR KEER

1.साथ रहते यूँ ही वक़्त गुजर जायेगा,दूर होने के बाद कौन किसे याद आयेगा,जी लो ये पल जब हम साथ हैं दोस्तों,कल क्या पता वक़्त कहाँ ले के जायेगा...2.मेरे दिल का दर्द किसने देखा है, मुझे...

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मराठी शुद्धलेखन ह्रस्व - दीर्घ चे सोपे नियम. By Abhay Bapat

शुद्ध लेखनआपल्या शालेय जीवनात आपल्याला शुद्धलेखनाची पहिली ओळख होते. त्यात सगळ्यात प्रथम आणि आपल्याला लक्षात न राहणारा आणि न समजणारा असा विषय म्हणजे ह्रस्व- दीर्घ चे नियम.प्रत्येकाल...

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यूंही अच्छे लगते हो By DINESH KUMAR KEER

1."पाने की तलब है ही कहां""हम तो बस तुझे खोने से डरते हैं"2.बहुत खूबसूरत है, तेरे इन्तजार का आलम... बेकरार सी आँखों में इश्क बेहिसाब लिए बैठे हैं...!3.कितनो को पसंद थी तुम पर,मेरी...

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सांसों में बसे हो तुम By DINESH KUMAR KEER

1.दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीबतेरा ख्याल' आ कर न जाये तो क्या करें2.मोहब्बत का हसीन पैगाम लिख दू क्या,गजब की शाम है तुम्हारे नाम लिख दू क्या...3.हम भी अब मोहब्बत के गीत ग...

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रिश्ता अनोखा सरलता का By DINESH KUMAR KEER

1.ऐसा ना हो कि,तुम्हें जब मेरी आदत होने लगे,अपने आस पास,मुझे ढूंढने की,कवायद होने लगे...2.इन सुलगते रास्तों पर मैं अब्र बिखरा रही हूं,अपने हिस्से का सारा सब्र बिखरा रही हूं,बिखरा र...

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देखो फूल रूठ गए By DINESH KUMAR KEER

1.जिस राह पर अब हम हैं,घर तुम्हारा पीछे छूट गया,शीशे का महल था,शब्द कंकरों से,छन से टूट गया...2.बाज़ार का हुस्न भी कुछ कम नहीं,रंगो और साजो सामान से भरा है,अपनी ही कहानी कहता है,और...

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किस्मत ने बांधा (एक डोर से) By DINESH KUMAR KEER

1.आज रास्ते में देखा उसे,सब बदला बदला सा लगा,वो जो सबकुछ हुआ करता था कभी,दुनियां की तरह अजनबी सा लगा,रात दिन जिसकी आस रहती थी कभी,वो अब मुझे मेरी तिश्नगी नहीं लगा...2.एक सहारा तुम्...

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चलो मुस्कुरा दो अब By DINESH KUMAR KEER

1.अपनी अच्छाई पे तुम भरोसा रखना,बंद मत करना खुद को,किसी कमरे में,बंद कमरे में भी अपने लिए,खुला एक झरोखा रखना,बहुत रोकेंगे लोग तुम्हें,हंसने मुस्कुराने से,तुम रुकना नहीं किसी भी हाल...

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किस्मत की डोरी से बंधे दिल By DINESH KUMAR KEER

1.किसी के रंग में रंगने से अच्छा है, अपनी पसंद के रंगों का ख्याल रखो, बेरंग ना हो जाओ बस यूँ ही किसी की ख़ातिर, तुम अपनी पसंद ना पसंद से प्यार रखो...2.वो शख्स बड़ा ही दिलदार था,दिल...

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